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जानें पुणे मेट्रो से जुड़ी सभी जानकारी

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25 नवम्बर 2022 को पुणे मेट्रो से जुड़ी एक शानदार ख़बर सामने आई है. बीते शुक्रवार गरवारे कॉलेज से सिविल कोर्ट तक मेट्रो का ट्रायल रन करवाया गया. महा मेट्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर ने इसे एक बहुत बड़ी उपलब्धि बताया है. उनका कहना है कि एक बार फुगवाडी और सिविल कोर्ट के बीच में मेट्रो के ट्रायल रन के बाद इन सभी रास्तों को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.

इस ट्रायल रन में गरवारे कॉलेज से सिविल कोर्ट तक पहुंचने के लिए लगभग 40 मिनट का समय लगा. सिविल कोर्ट एक इंटरचेंज स्टेशन है जहां पर पुणे मेट्रो की दोनों ही लाइंस आपस में मिलती हैं.

 

क्यों है पुणे में मेट्रो की ज़रूरत? (Why is Pune Metro necessary?)

किसी भी शहर के विकास के लिए बेहद जरूरी है कि उसमें रहने वाले लोगों की जिंदगी को आसान बनाया जा सके. समय और पैसे की बचत आजकल दोनों ही लोगों के लिए बेहद जरूरी हो गई है और जैसा कि हम जानते हैं मेट्रो ये दोनों ही चीजें अच्छी तरह से पूरी करती है.

हममें से काफी लोग जानते हैं कि पुणे एक इंडस्ट्रियल शहर है जिसमें पिछले 10 साल में कॉरपोरेट जगत और टेक्नोलॉजी ने बहुत ज्यादा उन्नति की है. बहुत से लोग अपना छोटा शहर छोड़कर पुणे जॉब और तरक्की की तलाश में जाते हैं. पुणे शहर में लोगों की भीड़ को नकारा नहीं जा सकता है यहां पर दिन-रात आपको हजारों की संख्या में सड़क पर गाड़ियां दौड़ती हुई नजर आ जाएंगी.

ऐसे में हर दिन इस शहर से ट्रैफिक जाम की कुछ ना कुछ न्यूज़ हमेशा सामने आती रहती हैं. पीक आवर्स के दौरान शहर को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप भीड़भाड़ होती है और लंबे समय तक ट्रैफिक जाम रहता है.

ट्रैफिक बढ़ने के साथ ही सबसे पहली समस्या प्रदूषण की आती है और इस शहर में पहले के मुकाबले प्रदूषण भी बढ़ रहा है. ऐसे समय में मेट्रो सेवा ही एक ऐसा तरीका है जो आपकी यात्रा के समय को तो 50% तक कम कर सकता है साथ ही यह हमारे पर्यावरण के लिए भी अच्छा है और प्रदूषण में कमी के लिए सहयोगी भी.

टेक्निकल जोन के नाम से जाने वाले पब्लिक और नॉन पब्लिक सेगमेंट दोनों ही पुणे मेट्रो में दिए गए हैं. जहां पर पब्लिक एरिया को पेड और अनपेड दो भागों में बांटा  गया है जो भी एरिया पेड होंगे वहां पर एक्सीलेटर और लिफ्ट आदि जैसी सुविधाएं दी गई हैं.

 

कब रखी गई पुणे मेट्रो की नींव?

अगर पुणे मेट्रो के इतिहास के बारे में बात की जाए तो इसको बनाने को लेकर चर्चा 2016 में ही शुरू हो गई थी. 8 दिसंबर 2016 को कैबिनेट ने पुणे परियोजना को अधिकृत किया. 2018 को, महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) ने हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एचसीसी) को पुणे मेट्रो रूट प्रोजेक्ट के लिए 484 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया.

महा मेट्रो या महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार द्वारा संयुक्त रूप से स्वामित्व वाली 50:50 कंपनी है. महा मेट्रो मेट्रो रेलवे (निर्माण निर्माण) अधिनियम, 1978, मेट्रो रेलवे (संचालन और रखरखाव) अधिनियम, 2002 और रेलवे अधिनियम, 1989 के तहत सभी मेट्रो परियोजनाओं को आगे बढ़ाएगी. 6 मार्च 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया. मोदी जी द्वारा यहां पर गरवारे मेट्रो स्टेशन से लेकर आनंद नगर मेट्रो स्टेशन तक सवारी की गई .

उद्घाटन की गई इस मेट्रो परियोजना में 3 लाइन होंगी जो लगभग 53 किलोमीटर तक जाएंगी. मार्च में 3 में से 2 लाइन में 12 किलोमीटर तक मेट्रो चलना आरंभ हो गई थी.

 

स्रोत: Biltrax Media

 

पुणे मेट्रो रूट लाइन्स (Metro route lines)

3 लाइंस में बनाई जाने वाली इस परियोजना में अभी 10  एक्टिव स्टेशन हैं और दूसरी लाइन का निर्माण 2016 में शुरू हो गया था और ऐसा माना जा रहा है कि 2023 तक इस परियोजना को पूरा कर दिया जाएगा. इसमें हमें तीन रूट लाइंस देखने को मिलती हैं;

यह लाइन पीसीएमसी बिल्डिंग स्टेशन से स्वारगेट तक जाती है.

एक्वा लाइन के टर्मिनल स्टेशन वनाज़ से रामवादी के लिए है.

यह लाइन क्वाड्रोन से सिविल कोर्ट तक यात्रा के लिए है.

 

मेट्रो रूट मैप (Metro route map)

अगर तीनों लाइन पर पड़ने वाले अलग-अलग स्टेशन की बात की जाए तो वह कुछ इस तरह से हैं

पर्पल या बैंगनी लाइन स्टेशन

16.58 किलोमीटर लंबे इस मेट्रो लाइन में 14 स्टेशन आते हैं जिनमें से 5 स्टेशन अंडर ग्राउंड है. ये 14 स्टेशन हैं;

 

एक्वा लाइन स्टेशन

16 एलिवेटेड स्टेशंस के साथ बनी एक्वा लाइन 14.66 किलोमीटर लंबी है और इस में आने वाले स्टेशन हैं

 

रेड लाइन स्टेशन

तीनों लाइन में रेड लाइन की लंबाई सबसे ज्यादा है. 23 किलोमीटर के लगभग लंबी इस लाइन में 23 एलिवेटेड स्टेशन हैं. इस रेड लाइन में आने वाले स्टेशन के नाम कुछ इस तरह हैं

रेड लाइन टीम को और आगे भी बढ़ाया जा रहा है. इसमें शिवाजी नगर स्टेशन को कदम वाकवस्ती नाम के स्टेशन से कनेक्ट किया जाएगा. इसके अलावा आने वाले समय में लाइन 4 के बारे में भी घोषणा कर दी गई है जो स्वारगेट से पुल गेट तक का सफर तय करें.

 

पुणे मेट्रो रूट मैप  – स्रोत: India Map

 

सिविल कोर्ट स्टेशन क्यों है ख़ास?

सिविल कोर्ट स्टेशन पर महामेट्रो द्वारा एक मल्टीमॉडल सेंटर बनाया जाएगा. जैसा कि पहले बताया गया है कि सिविल कोर्ट स्टेशन एक इंटरचेंज स्टेशन है जहां  लाइनें आपस में मिलती हैं. यह स्टेशन पुणे की तीनों मेट्रो लाइंस की सर्विस के लिए काम करेगा.

 

किराया और भुगतान का तरीका

लाइन 1 और लाइन 2 दोनों ही जगह न्यूनतम किराया 10 रुपये है, जबकि अधिकतम किराया 20 है।

पुणे मेट्रो लाइन -3 के लिए किराया प्रणाली, टैरिफ आदि अभी निर्धारित नहीं किया गया है.

 

पुणे मेट्रो किराया  – स्रोत: पुणे मेट्रो का आधिकारिक ट्विटर 

 

महा मेट्रो ने केंद्र सरकार के नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड जनादेश का पालन करते हुए एक कांटेक्टलेस स्मार्ट कार्ड बनाया है. यह कार्ड मेट्रो, बसों, फीडरों, पार्किंग, आदि सब जगह पेमेंट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

 

पुणे मेट्रो के चलने का समय

आप पुणे मेट्रो में यात्रा करते समय समय बचा सकते हैं। पुणे मेट्रो का समय इस प्रकार है:

पीसीएमसी से फुगेवाड़ी मेट्रो रूट और वनाज से गरवारे मेट्रो रूट कॉलेज दोनों ही स्टेशन पर गाड़ी चलने का समय सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक है.

अभी पुणे मेट्रो आने में लगभग 30 मिनट का समय लेती है. इस समय को आगे चलकर कम किए जाने का अनुमान है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में हर 15 मिनट में ट्रेन स्टेशन पर उपलब्ध करवाई जाएगी.

 

पुणे मेट्रो समय  – स्रोत: पुणे मेट्रो की आधिकारिक वेबसाइट

 

पुणे मेट्रो की कुछ ख़ास विशेषताएं

  1. पुणे मेट्रो कोच का निर्माण भारत की ही पहली मेक इन इंडिया (Make in India) के तहत किया गया है.
  2. एनारोबिक बायोडाइजेस्टर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के कारण पुणे मेट्रो जीरो डिस्चार्ज (Zero Discharge) कैटेगरी में आती है.
  3. पुणे मेट्रो में सभी एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन की छतों पर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा यहां पर लगभग 11.20MWp और जाकर सौर यंत्र रखे जाएंगे.
  4. पुणे मेट्रो के डिब्बों को एलुमिनियम से बनाया गया है जो सामान्य तौर पर बनाए जाने वाले डिब्बों से 6.5% तक हल्के हैं.
  5. मेट्रो डब्बे बनाने में इतावली टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो इसे बाकी तकनीक के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित बनाता है.

 

क्या है कनेक्टिविटी की स्थिति? 

महा मेट्रो के मिशन में मेट्रो सेवाओं को वर्तमान बस और ट्रेन लाइनों से जोड़ना शामिल है. पुणे मेट्रो मार्ग प्रमुख रेलवे स्टेशनों, राज्य परिवहन डिपो, और स्वारगेट, शिवाजी नगर, सिविल कोर्ट और पुणे रेलवे स्टेशन पर सिटी ट्रांजिट हब से संपर्क करेगा, जिससे यात्रियों को परिवहन के साधनों को आसानी से स्विच कर में आसानी हो.

पुणे के यात्रियों को मेट्रो स्टेशन तक कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए महामेट्रो द्वारा सामान्य कई तरह की फीडर सेवाएं दी गई है. इसमें ऑटो, रिक्शा और बसें भी शामिल हैं. दी गई फीडर सेवाओं से आप एक मोबाइल ऐप के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं और यह सेवाएं आपको मेट्रो स्टेशन से घर तक पिक एंड ड्रॉप की सुविधा देती हैं.

इस तरह से हम देख सकते हैं कि पुणे मेट्रो ना सिर्फ वहां पर रहने वाले लोगों  का समय बचा रही है बल्कि यह उनके  उनके लिए काफी किफायती भी हैं. इस तरह से पुणे को आगे चलकर टेक्नोलॉजिकल हब बनने और वहां रहने वाले लोगों को सफर करने में कोई मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्या पुणे में मेट्रो ट्रेन एक्टिव है?

6 मार्च 2022 से पुणे मेट्रो चलना आरंभ हो चुकी है.

क्या पुणे से मुंबई मेट्रो के ज़रिए कनेक्ट हो जाएगा?

नहीं, लेकिन आने वाली परियोजनाओं के तहत ऐसा होने की संभावना है.

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