कब लगाना चाहिए तुलसी का पौधा?

तुलसी के पौधे में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं जो आपको मौसमी सर्दी और खांसी से बचा सकते हैं। इस लेख में हम वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार तुलसी के पौधे को घर पर रखने के बारे में चर्चा करेंगे।

जड़ी-बूटियों की रानी के रूप में जाने जाने वाली तुलसी अक्सर भारतीय घरों में पायी जाती है, क्योंकि इसे हिंदु पवित्र मानते है और इसकी पूजा भी करते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी विभिन्न मौसमी बीमारियों जैसे सामान्य सर्दी, फ्लू और खांसी के इलाज के रूप में काम आती है। साथ ही, वास्तु के अनुसार घर में तुलसी का पौधा रखने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। अब बात आती है, घर में तुलसी का पौधा कहां लगाएं?

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तुलसी का वास्तु शास्त्र

तुलसी के पौधे को अत्यंत पवित्र माना जाता है, तथा पुदीना परिवार से संबंधित इस पौधे की उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप में हुई है। यह छोटे आकार की बारहमासी झाड़ी है जिसकी ऊँचाई एक मीटर तक होती है, हरे या बैंगनी रंग की पत्तियों वाला यह पौधा सुगंधित भी होता है। इस पौधे के फल बेहद छोटे आकार के होते हैं जिनमें कई बीज होते हैं।

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, तुलसी के पौधे को देवी लक्ष्मी का एक रूप माना जाता और इसकी पूजा की जाती है। इसलिए, ज्यादातर भारतीय घरों में तुलसी का पौधा मौजूद होता है। सामान्य पर लोग सीमेंट की एक चौतरफा संरचना में यह पौधा लगाते हैं, जिसे तुलसी-चौरा के नाम से भी जाना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह पौधा बेहद शुभ होता है, जिसे पर्यावरण को शुद्ध करने तथा घर में सकारात्मकता लाने, अच्छे विचार और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।

लोग सुबह और शाम मंत्रों का जाप करके, धूप जलाकर तथा इस पवित्र पौधे पर फूल और शुद्ध गंगा जल अर्पित करके तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं।

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तुलसी का वास्तु शास्त्र: घर पर तुलसी के पौधे के फायदे

चिकित्सीय फायदे 

  • पूरी दुनिया के लोग तुलसी की पत्तियों के औषधीय गुणों से अच्छी तरह परिचित हैं जिनका उपयोग आयुर्वेद में किया जाता है, जो चिकित्सा की एक वैकल्पिक प्रणाली है।
  • तुलसी कई बीमारियों से लड़ने और शारीरिक परेशानियों को दूर करने में मददगार है, जिसमें कैंसर, हृदय संबंधी रोग, साँस की बीमारियाँ, त्वचा की समस्याएँ आदि शामिल हैं।
  • लीवर की समस्या वाले लोगों के लिए भी तुलसी की चाय का सेवन करना फायदेमंद होता है।
  • इसके अलावा, तुलसी का इस्तेमाल खाना बनाने में जड़ी बूटी के रूप में भी किया जाता है।

शांतिपूर्ण वातावरण को बढ़ावा देता है

वास्तु के अनुसार, तुलसी का पौधा एक शुभ पौधा है जिसे सकारात्मक वाइब्स के लिए घर में लगाना चाहिए। इसके औषधीय गुणों और स्वास्थ्य से संबंधित कई फायदों के अलावा, तुलसी के पौधों की मौजूदगी तनाव को दूर करने में मदद करती है।

तुलसी आस पास के वातावरण को शुद्ध करने में मदद करती है

तुलसी का पौधा खुशनुमा सुगंध पैदा करता है, जो आसपास के वातावरण को ताजा रखता है। इस पौधे को घर में लगाने से हवा शुद्ध होता है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी का पौधा हवा से जहरीली गैसों जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड आदि को अवशोषित करता है। यह पौधा मच्छर भगाने वाले गुणों के जरिए मच्छरों को भी दूर रखता है।

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तुलसी सुखी वैवाहिक जीवन के लिए लाभदायक है

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पौधे की पूजा करने वाले दंपतियों का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, तथा घर में शांति, धन और समृद्धि आती है।

हर साल शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि या कार्तिक मास की एकादशी तिथि को विशेष तुलसी पूजा की जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार, तुलसी विवाह के रूप में जाना जाने वाला एक समारोह शादी के सीजन की शुरुआत से पहले इनमें से किसी एक दिन आयोजित किया जाता है। इस समारोह में मंदिरों और घरों में तुलसी के साथ भगवान विष्णु के विवाह का समारोह किया जाता है। तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाया जाता है और शालीग्राम, यानी एक पवित्र पत्थर, भगवान विष्णु का प्रतिनिधित्व करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

तुलसी के पौधे की धार्मिक अहमियत 

हिंदू धर्म में पवित्र तुलसी के पौधे की बहुत अहमियत है और इसका इस्तेमाल विभिन्न पूजा अनुष्ठानों में किया जाता है।

  • दूध, घी, दही, शहद और चीनी से बना एक पवित्र पेय पंचामृत बनाने में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है।
  • माना जाता है कि तुलसी के पौधे में स्व-शोधक प्रकृति होती है और यह स्वयं को शुद्ध कर सकता है। इसलिए इसे धोकर पूजा में दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • पूजा के लिए देवताओं को तुलसी के पत्ते चढ़ाए जाते हैं। पूजा में अलंकरण समारोह में देवताओं की पूजा करने के लिए तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल माला बनाने के लिए भी किया जाता है।
  • हिंदू संस्कृति के अनुसार, तुलसी का पत्ता भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ है उन्हें प्रसन्न करने के लिए चढ़ाया जाता है। इसके बिना इनके सभी यज्ञ अधूरे हैं। वैष्णव आमतौर पर विष्णु मंत्रों का जाप करते समय तुलसी की माला पहनते हैं। यह सकारात्मक वाइब्स उत्पन्न करने में मदद करता है।
  • तुलसी के पौधे के लकड़ी के तने का व्यापक रूप से जाप माला के लिए मनका बनाने में उपयोग किया जाता है।

 

घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए? राम या श्यामा?

तुलसी के पौधे की इन दोनों किस्मों में से किसी एक को आप घर पर रख सकते हैं। राम और श्यामा तुलसी दोनों के पौधे अपने औषधीय लाभों के लिए व्यापक रूप से लोकप्रिय हैं।

पवित्र तुलसी या हरा तुलसी का पौधा आमतौर पर उपलब्ध तुलसी का पौधा है जिसे वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ माना जाता है। भारत में तुलसी के पौधे के विभिन्न प्रकार पाए जाते हैं।

राम तुलसी

हरी पत्तियों वाली तुलसी को ‘श्री-तुलसी’ कहा जाता है, जिसे ‘भाग्यशाली तुलसी’ या ‘राम-तुलसी’ या ‘उज्ज्वल तुलसी’ भी कहा जाता है। राम तुलसी (ओसीमम सेक्टम), अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है और धार्मिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। तुलसी के पत्तों का स्वाद तुलसी के अन्य प्रकारों की तुलना में मीठा होता है।

श्यामातुलसी

गहरे हरे या बैंगनी रंग के पत्तों और बैंगनी तने वाली तुलसी को ‘श्यामा-तुलसी’ या ‘गहरी तुलसी’ या ‘कृष्ण-तुलसी’ कहा जाता है। यह भगवान कृष्ण से जुड़ा हुआ है क्योंकि इसका बैंगनी रंग भगवान कृष्ण के गहरे रंग के समान है। श्यामा तुलसी को कृष्णा तुलसी के रूप में भी जाना जाता है (ओसिमम तेनुइफ्लोरम) तुलसी का एक प्रकार है जिसमें गले में संक्रमण, त्वचा रोग, कान दर्द, नाक के घावों और श्वसन समस्याओं के इलाज जैसे अद्वितीय औषधीय लाभ होते हैं।

कपूर तुलसी

तुलसी के इस रूप को अपने औषधीय गुणों तथा कई तरह की जानलेवा बीमारियों से लड़ने के लिए जाना जाता है। इसकी सुगंध बेहद खुशबूदार होती है जो कीड़ों और मच्छरों को दूर रखती है।

तुलसी के अन्य भारतीय प्रकार में वाना तुलसी और जंगली तुलसी शामिल हैं।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में तुलसी का पौधा कहां लगाएं ?

वास्तु शास्त्र तुलसी के पौधे को घर में आदर्श दिशा में रखने के लिए कुछ दिशा-निर्देश बताता है।

जबकि पौधे के लिए सबसे अच्छी जगह पूर्व में है, आप इसे बालकनी में या खिड़की के पास उत्तर या उत्तरपूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा को जल के देवता की दिशा माना जाता है। इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

  • सुनिश्चित करें कि पौधे के पास पर्याप्त धूप उपलब्ध हो।
  • पौधे को हमेशा विषम संख्या में रखें जैसे एक, तीन या पांच।
  • पौधे के आसपास झाड़ू, जूते या कूड़ेदान जैसी चीजें न रखें।
  • सुनिश्चित करें कि पौधे के आसपास की जगह साफ-सुथरी हो।
  • फूल वाले पौधों को हमेशा तुलसी के पौधे के पास ही लगाएं।
  • घर में सूखा तुलसी का पौधा रखने से बचें क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।

यह भी देखें: घर पर बांस के पौधे को लगाने के लिए वास्तु टिप्स

तुलसी का पौधा जमीन पर नहीं लगाएँ

तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है और इसकी पूजा की जाती है, इसलिए जमीन में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। आप किसी गमले में तुलसी का पौधा लगाएँ और इसे घर के उत्तर अथवा उत्तर-पूर्व कोने में किसी ऊँची जगह पर रखें। आप अपने घर की विंडो रेल या बालकनी में तुलसी का पौधा लगा सकते हैं।

वास्तु के अनुसार लगाने के लिए तुलसी के पौधे की संख्या

वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार, सबसे अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए पौधे को हमेशा विषम संख्या में रखें, जैसे एक, तीन या पांच।

 

घर में तुलसी के पौधे की पूजा कैसे करें?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पवित्र तुलसी के पौधे की पूजा करते समय या घर पर एक सिंपल तुलसी का मंदिर बनाते समय कुछ नियमों का पालन आपको ज़रूर करना चाहिए।

  • तुलसी के पौधे के आस-पास के वातावरण को हमेशा साफ-सुथरा और गंदगी मुक्त रखें।
  • पौधे के पास तेल का दीपक जलाएं।
  • तुलसी के पौधे पर कलश का जल चढ़ाएं। कलश को हमेशा दोनों हाथों से पकड़ें।
  • कुमकुम, हल्दी, फूल और धूप जैसी पवित्र वस्तुएं चढ़ाएं।
  • तुलसी की परिक्रमा करते हुए श्लोक का जप करें।

आप पवित्र तुलसी के पौधे को उगाने के लिए घर में एक तुलसी चौरा यानी एक चौतरफा, सीमेंट की संरचना भी कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, आप अपनी बालकनी या बाहरी स्थान के उत्तर-पूर्व कोने में तुलसी चौरा की संरचना को रख सकते हैं। वास्तु के अनुसार आप तुलसी का पौधा पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं।

तुलसी मंदिर डिजाइन करने के लिए लकड़ी या संगमरमर जैसी मटेरियल का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि मंदिर की जगह साफ है और पर्याप्त धूप वहां आती है। आप पौधे के पास घी का दीपक जला सकते हैं।

 

तुलसी के पौधे को लगाने के लिए वास्तु निर्देश

Tulsi plant Vastu Shastra tips for your home

 

वास्तु के अनुसार इन दिशाओं में तुलसी का पौधा नहीं लगाएँ

जब भी आप तुलसी का पौधा अपने घर लाएँ, तो उसे उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएँ क्योंकि वास्तु शास्त्र में केवल इन्हीं दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाने का सुझाव दिया गया है। वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए, जो आज के देवता या अग्नि देव की दिशा है।

 

तुलसी का पौधा: कुछ तथ्य 

पौधे का नाम  तुलसी या होली बेसिल 
बोटैनिकल नाम  Ocimum Tenuiflorum
फैमिली  मिंट फैमिली (Lamiaceae)
पाया जाता है  भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया
फूल  छोटे बैंगनी या सफेद ट्यूबनुमा फूल
पत्ते  हरे या बैंगनी पत्ते, प्रकार पर निर्भर 
महत्त्व   इसे शुभ माना जाता है और घरों में इसकी पूजा की जाती है
लाभ  खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है, अपने औषधीय गुणों के लिए मशहूर है
  • यह एक बारहमासी श्रब (छोटा पौधा) है जो एक मीटर की ऊंचाई तक बढ़ती है।
  • तुलसी के तने बालों वाले और दांतेदार होते हैं।
  • इस पौधे के फल नटलेट होते हैं, जिनमें कई बीज होते हैं।

 

तुलसी के पौधे की पूजा करने का सबसे शुभ दिन कौन सा है?

आमतौर पर, भारत में लोग हर दिन तुलसी के पवित्र पौधे की पूजा करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंगलवार और शुक्रवार को तुलसी पूजन के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है।

 

घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए सबसे शुभ दिन कौन सा होता है?

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास में गुरुवार के दिन तुलसी का पौधा लगाना चाहिए जिसके बारे में हिंदू पंचांग में भी बताया गया है।

 

क्या तुलसी के पौधे को सीधी धूप की जरूरत होती है?

बागवानी विशेषज्ञों के अनुसार, पौधे को एक खिड़की के पास रखा जाना चाहिए जो गर्म और धूप वाली जगह हो। इसे दिन में लगभग छह से आठ घंटे सूरज की रोशनी की आवश्यकता होती है। इसलिए, पौधे को ऐसी जगह पर रखा जाना चाहिए, जहां वह बहुत अधिक धूप प्राप्त कर सके।

यह भी देखें: जानिये आपके घर के लिए भाग्यशाली पौधे कौन-कौन से हैं

 

क्या तुलसी को घर के अंदर उगाया जा सकता है?

इसे घर के अंदर उगाया जा सकता है, बशर्ते इसे उचित धूप मिले। आप इसे एक खिड़की के पास रख सकते हैं जो अधिकतम दिन का प्रकाश प्राप्त करती है। इसके अलावा, घर के अंदर गर्म होना चाहिए और मिट्टी को नम रखा जाना चाहिए, ताकि तुलसी खिल सके और उसकी खुशबू फैल सके।

 

तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें?

सुनिश्चित करें कि आप पौधे को नियमित रूप से काटते रहेंगे। सूखे पत्तों को निकाल कर पानी में रख दें। इसे हरा और स्वस्थ रखने के लिए जैविक खाद डालें।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

घर में कितने तुलसी के पौधे लगाने चाहिए?

तुलसी के पौधों को विषम संख्या में रखना चाहिए, जैसे 3 , 5 ,7 आदि।

तुलसी का पौधा बाहर क्यों रखा जाता है?

तुलसी का पौधा उष्णकटिबंधीय है और इसे 6-8 घंटे धूप की आवश्यकता होती है।

तुलसी के पौधे के लिए कौन सी दिशा अच्छी होती है?

तुलसी या तुलसी का पौधा लगाने का आदर्श स्थान पूर्व, उत्तर-पूर्व या उत्तर या घर के मध्य भाग में है।

(सुरभि गुप्ता से इनपुट्स के साथ)

 

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