हर राज्य के राजस्व विभाग पर यह ज़िम्मेदारी होती है कि वह अपनी हदों के अंदर आने वाली ज़मीन का पूरा लेखा-जोखा रखे, और ज़मीन के छोटे से छोटे टुकड़े को एक आइडेटिटी प्रदान करे, जिससे कि सरकार को वह लेखा-जोखा मेन्टेन करने में आसानी हो। कृषि भूमि के सन्दर्भ में यह ज़िम्मेदारी ग्राम सभा पर पर होती है। कृषि भूमि का बटवारा हो जाने के बाद उसे आइडेंटिटी यानि पहचान दी जाती है, जिसे हम आम-तौर पर गाटा संख्या के नाम से जानते हैं।
क्या होती है गाटा संख्या ?
गाटा संख्या वह नंबर है जो ग्राम सभी के अंतर्गत आने वाली ज़मीन के हर टुकड़े की पहचान बताता है।सामान्य रूप मे हम यह कह सकते हैं कि किसी ग्राम-सभा के पूर्ण क्षेत्रफल को जो कि छोटे-छोटे टुकड़ो में विभक्त होती है गाटा संख्या के माध्यम से ही पहचाना जाता है। गाटा संख्या शब्द का प्रयोग कृषि भूमि के साथ-साथ ग्राम सभा की अन्य समस्त ज़मीनों के लिए भी किया जाता है।
क्या इस्तेमाल है गाटा संख्या का ?
गाटा संख्या के माध्यम से हम यह जान सकते है कि किसी एक ग्राम में जो गाटा संख्या है, उसने कितने खातेदार है और उसका क्षेत्रफल कितना है। इसके अलावा गाटा संख्या हमे इस बात की भी जानकारी देता है कि क्या उस नम्बर पर किसान ने क्रेडिट के माध्यम से कोई लोन तो नही लिया है?
इसके अलावा गाटा संख्या के माध्यम से हम भूमि की ठीक-ठीक स्थिति भी जान पाते हैं। जैसे कि क्या ज़मीन किसी तालाब के पास कि तो नहीं है? कही ज़मीन बंजर तो नहीं है? कुल मिला कर गाटा सख्या एक प्रमुख भू-राजस्व अभिलेख है, जो एक ग्राम-सभा की सम्पूर्ण र्स्थिति को प्रकट करने में प्रयोग में लाया जाता है। इसके माध्यम से हम ग्राम सभा की जमीन के बारे में सही स्थिति प्राप्त कर सकते है।
गाटा संख्या से प्राप्त होने वाली जानकारी
1- एक भूखंड के स्वामियों का हिस्सा
2- भूखण्ड में स्वामियों की स्थिति
3- भूखण्ड का कुल क्षेत्रफल
4- भूखण्ड पर किसी तरह का लोन
5- भूखण्ड की कुल लगान दर
कैसे चेक करें उत्तर प्रदेश में ज़मीन का गाटा संख्या ?
Step 1: अगर हम मान लें कि उत्तर प्रदेश में किसी भूमि का गाटा संख्या २५० है।
Step 2: अब इस ज़मीन का पूरा पूरा खाका चेक करने के लिए आप यूपी भूलेख कि आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सबसे पहले सम्बन्धित तहसील के आपशन को सेलक्ट करिये।
Step 3: उसके बाद सम्बन्धित ग्राम सभा के आपशन को सेलेक्ट करिये।
Step 4: इसके बाद आप गाटा संख्या 250 डालकर सर्च करेंगे तो आपके सामने पूरी खतौनी खुल कर आ जायेगी।
Step 5: खतौनी में गाटा संख्या, खातेदार का नाम, उसकी कुल भूमि, उसका क्षेत्रफल कितना है, उस नम्बर पर सरकार द्वारा कुल कितना लगान वसूला जाता है तथा उस नम्बर पर किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा लोन लिया गया है, सारी बातें स्पष्ट मेंशन होंगी।