यदि आप अपने घर के रेनोवेशन लिए किसी एक मटेरियल की तलाश कर रहे हैं, तो नई टाइलें लगाना एक अच्छा इन्वेस्टमेंट हो सकता है। फर्श और दीवारों को नया रूप देने से आपके घर का रूप गजब अंदाज में बदल सकता है। टाइलें सामान्यतः घर के अंदरूनी हिस्सों में उपयोग की जाती हैं, खासकर बाथरूम और किचन के लिए। नए ट्रेंड और तकनीकी टेक्नॉलजिकल इनोवेशन के साथ, अब घर के मालिक अपने लिविंग रूम, बेड रूम और अन्य जगहों को डिजाइन करने के लिए टाइल्स को पसंद कर रहे हैं। घर की दीवारों और फर्श के लिए टाइलें अनगिनत डिज़ाइन, स्टाइल, आकार, रंग, पैटर्न और बनावट में उपलब्ध हैं।
मौजूदा समय में उपलब्ध विभिन्न प्रकार की टाइलों के बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है ताकि आप बेस्ट रिजल्ट प्राप्त करने के लिए सही टाइल चुन सकें। यहां आपको हम एक गाइड दे रहे हैं जिसकी मदद से आप आसानी से चुनाव कर पाएंगे।
अलग-अलग प्रकार की टाइलें: मटेरियल
लकड़ी की टाइल
लकड़ी की टाइलों की आज कल होम डिकोर में खासी मांग है। ये टाइलें दो तरह की होती हैं, एक हार्ड वुड और दूसरी फॉक्स वुड। हार्ड वुड एक कॉमन फ्लोरिंग ऑप्शन है और इसकी सौंदर्य अपील के लिए बहुत पसंद किया जाता है। और इस फ्लोर को लोग बहुत समय से लगवा रहे हैं। वहीं, फ़र्श डिज़ाइन में फॉक्स वुड टाइलें लेटेस्ट ट्रेंड में हैं। जब ज्यादा दिन चलने की बात आती है तो फॉक्स वुड, हार्ड वुड से बेहतर होते हैं। पानी प्रतिरोधी होने के अलावा, इनमें दीमक भी नहीं लगते।
सिरेमिक टाइल
सिरेमिक टाइलें टाइलों की एक ट्रेंडी वैराइटी है। ज्यादा टिकाऊ होने के अलावा, सिरेमिक टाइलों में खरोंच और दाग भी नहीं लगते। इस प्रकार, उन्हें बाथरूम और किचन डिजाइन करने के लिए प्राथमिकता दी जाती है। ये टाइलें कई डिजाइनों, रंगों और पैटर्न में उपलब्ध हैं। सिरेमिक टाइलों के अन्य फायदे ये हैं कि इन्हें आप आसानी से साफ और इन्स्टॉल कर सकते हैं. इस प्रकार, ये किचन वॉल के लिए सबसे अच्छी टाइलों में से एक हैं।
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संगमरमर टाइल
संगमरमर सदियों से इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्राकृतिक पत्थर है और अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है। यह कई रंगों और कई फिनिश में उपलब्ध है। हालांकि संगमरमर की टाइलें महंगी होती हैं, ये होम इंटीरियर के लिए दीवारों और फर्श को डिजाइन करने के लिए एक अच्छा विकल्प हैं। चूंकि इसमें दाग धब्बे जल्दी पड़ जाते हैं, इसलिए इसे हाई मेंटिनेंस की जरूरत होती है। इसको इन्स्टॉल करते वक्त अक्सर, सतह को एक प्रोटेक्टिव लेयर देने के लिए एक सीलर की आवश्यकता होती है।
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ग्रेनाइट टाइल
ग्रेनाइट, एक प्राकृतिक चट्टान से बनी टाइलें हैं, ये लक्जिरियस अपील के लिए पसंद की जाती हैं। ये भारत में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली टाइलों में से हैं। धब्बेदार मिनरल और नेचुरल लाइनों का पैटर्न टाइलों को एक खास रूप देते हैं। टाइलें टिकाऊ तो होती ही हैं साथ ही इनमें खरोंच लगने या एसिड से धुलने पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि, इनमें भी संगमरमर की तरह दाग लग जाते हैं।
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पोर्सिलीन टाइलें
पोर्सिलीन टाइलों को आमतौर पर एक प्रकार की सिरेमिक टाइल माना जाता है क्योंकि ये एक ही चट्टान से बनी होती हैं। सघन मिट्टी से बने मटेरियल को उच्च तापमान पर ट्रीट किया जाता है। तो, पोर्सिलीन टाइलें टूट-फूट या अत्यधिक तापमान के लिए मजबूत और प्रतिरोधी हैं। इस प्रकार, वे आउटडोर टाइल डिजाइनों के लिए पहली पसंद हैं।
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मोज़ेक टाइल
इन टाइलों में टाइल के छोटे-छोटे हिस्से लगे होते हैं या फिर उनकी जगह कांच के छोटे-छोटे हिस्से लगाकर उन्हें डिजाइन किया जाता है और बड़ी टाइल तैयार की जाती है। इन्हें आसानी से लगाया जा सकता है, इसलिए ये छोटी जगहों के लिए सही हैं। भारत में इस तरह की टाइल्स का इस्तेमाल व्यापक तौर पर फर्श के लिए किया जाता है। चूंकि, इनमें पानी नहीं ठहरता इसलिए इन्हें हाऊस एक्सटीरियर के लिए बालकनी में भी इस्तेमाल किया जाता है।
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फर्श टाइलों के प्रकार
सिरेमिक टाइल, विट्रीफाइड टाइल और पोर्सिलीन टाइल को आमतौर पर लिविंग रूम के फर्श के लिए उपयोग किया जाता है। इनके मटेरियल बहुत मजबूत होते हैं, इस प्रकार यह उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हैं जहां ज्यादा उछल कूद और फुटफॉल होता है। इनके अलावा लिविंग रूम, किचन, बेडरूम आदि में उपयोग की जाने वाली अन्य फ्लोर टाइलें लकड़ी और संगमरमर की टाइलें हैं।
लिविंग और डाइनिंग एरिया के लिए फर्श की टाइलों को चुनने के दौरान, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि उनमें फिसलन न हो, खासकर अगर घर में बुजुर्ग हों। एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू रंगों का सही चुनाव है। हल्के रंग की टाइलों की तुलना में, गहरे रंग की टाइलों का रख-रखाव आसान होता है। हालांकि, हल्के रंग की टाइलों से कमरा बड़ा लगने लगता है। इसलिए, चुनाव किसी की पर्सनल स्टाइल और जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए।
भारत में वॉल टाइलों के प्रकार
टाइलें सिर्फ फर्श में ही नहीं लगतीं। डिजाइनर और बनावट वाली टाइलें उपलब्ध हैं, तो उनका उपयोग लिविंग रूम और बेड रूम की दीवारों को सजाने के लिए भी किया जाता है। क्लासी इफेक्ट लाने के लिए दीवारों के लिए टेराकोटा, इटालियन संगमरमर और पोर्सिलीन टाइल किस्मों का उपयोग किया जाता है। घर की दीवारों के लिए टाइलों का उपयोग स्टाइलिश इंटरनल डेकोर के लिए खास वॉल बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
इससे पहले कि आप अपने लिविंग रूम को सजाने के लिए दीवार टाइलें लगाएं, सुनिश्चित करें कि टाइलों में नमी न ठहरती हो। साथ ही, रिसाव को रोकने के लिए उन्हें ठीक से लगाया जाना चाहिए, ताकि वे कई वर्षों तक अच्छी स्थिति में रहें।
किचन के लिए वॉल टाइलों का चयन करते समय ध्यान देने वाली एक महत्वपूर्ण बात यह है कि टाइलें दाग और खरोंच वाली नहीं होनी चाहिए। सिरेमिक टाइलें रसोई की दीवारों के लिए सबसे अच्छी टाइलों में से हैं क्योंकि उनमें दाग और खरोंच नहीं लगते।
छत के लिए उपयोग की जाने वाली टाइलों के प्रकार
बारिश और अन्य मौसम की स्थिति में घर की रक्षा के लिए रूफ टाइलें लगाई जाती हैं। वे आम तौर पर स्थानीय मटेरियल जैसे टेराकोटा या मिट्टी से बने होते हैं। अन्य प्रकार की रूफ टाइलें हैं:
- स्लेट रूफ टाइलें
- मेटल रूफ टाइलें
- कंक्रीट रूफ टाइलें
- कंपोसाइट छत टाइलें
- सोलर रूफ टाइलें
फ्लोर टाइलें | वॉल टाइलें |
300 mm X 300 mm | 200 mm X 300 mm |
300 mm X 600 mm | 250 mm X 300 mm |
600 mm X 600 mm | 250 mm X 350 mm |
600 mm X 1200 mm | 300 mm X 600 mm |
800 mm X 800 mm | 350 mm X 450 mm |
टाइलें कई आकारों में उपलब्ध हैं। कुछ लोकप्रिय आकार की टाइलों का उल्लेख ऊपर किया गया है।
आपके घर के लिए टाइल का सही आकार आवश्यकताओं और कमरे के आकार पर निर्भर करेगा। छोटे स्थानों के लिए मध्यम आकार की टाइलों के बजाय बड़ी टाइलों का उपयोग करने से कमरा छोटा दिखाई देगा। टाइल का आकार भी मटेरियल पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, मोज़ेक के काम में कांच छोटा होता है, आकार में लगभग एक से चार स्क्वेयर इंच बड़ा। मोज़ेक टाइल बहुमुखी हैं और कई पैटर्न, मुख्य रूप से बॉर्डर और भित्ति चित्र बनाने में उपयोग की जाती हैं।
सही टाइल आकार का चयन करना जो आपके घर के लिए आपकी सजावट शैली के साथ अच्छी तरह से मिश्रित हो, जगह के पूरे स्वरूप को बढ़ाने में मदद करेगा। विभिन्न टाइल आकार ये हैं:
- गोल
- वर्ग
- षट्भुज
- आयताकार
- त्रिकोण
- प्लांक टाइलें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
टाइल्स कितने प्रकार की होती हैं?
सिरेमिक, संगमरमर, पोर्सिलीन, लकड़ी, ग्रेनाइट, मोज़ेक आदि से बनी टाइलें भारत में विभिन्न प्रकार की टाइलें हैं। टाइलों की अन्य किस्मों में कांच की टाइलें, सीमेंट की टाइलें, पत्थर की टाइलें और धातु की टाइलें शामिल हैं।
कौन सी टाइलें सबसे अच्छी और सस्ती होती हैं?
सिरेमिक, पोर्सिलीन और संगमरमर की टाइलों के कुछ विकल्प हैं जो किफायती और अत्यधिक टिकाऊ हैं।