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2025 में घर के लिए वास्तु रंग: जानें रसोई, लिविंग रूम और बेडरूम के लिए सबसे उपयुक्त रंग

How to choose the right colours for your home, based on Vastu

रंगों का इंसानी जीवन में गहरा प्रभाव होता है, खासकर तब, जब ये रंग हमारे घर की दीवारों पर हों। कई बार व्यक्ति के जीवन में बेचैनी, करियर में रुकावटें, आर्थिक समस्याएं या रिश्तों में तनाव जैसी समस्याओं के पीछे वास्तु के अनुसार गलत रंगों का प्रयोग भी एक कारण माना जाता है। यह एक ऐसा प्रभाव है, जिसे हम महसूस भी नहीं करते, लेकिन रंगों का हमारी मनोवृत्ति पर गहरा असर पड़ता है, क्योंकि हर रंग अलग-अलग भावनाएं जागृत करता है।

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चाहे आप अपना नया घर बना रहे हों या किराए का मकान देख रहे हों, ऐसी स्थिति में यदि आप वास्तु नियमों के अनुसार रंगों का पालन करते हैं तो जीवन को सुखद बना सकता है। ये रंग पंचतत्वों पर आधारित होते हैं और इनका संतुलन जीवन में रचनात्मकता, समृद्धि और सकारात्मकता लाता है। इस लेख में हम 2025 के लिए वास्तु के अनुसार शुभ रंगों की जानकारी देंगे और बताएंगे कि घर के अलग-अलग हिस्सों के लिए कौन सा रंग सबसे उपयुक्त हो सकते हैं। 

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घर के रंग चुनने में पंच तत्वों की भूमिका

घर के लिए वास्तु रंगों का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश- इन सभी पंच तत्वों के साथ संतुलन स्थापित हो।

पृथ्वी तत्व

पृथ्वी तत्व घर में उन स्थानों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहां स्थिरता की आवश्यकता होती है, जैसे घर में लिविंग रूम, बेडरूम आदि। पृथ्वी तत्व के साथ संतुलन बनाने के लिए घर में भूरे, हरे, ऑफ-व्हाइट, बेज आदि रंगों का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने डेकोर में जूट, बांस, बेंत, लकड़ी, रिसाइकिल करने योग्य कपास जैसी कुछ प्राकृतिक सामग्री का भी उपयोग कर सकते हैं।

अग्नि तत्व

अग्नि तत्व को प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है और रसोई के साथ-साथ लिविंग रूम के लिए उचित होता है। लाल, नारंगी जैसे रंग अग्नि तत्व से जुड़े होते हैं, लेकिन इन्हें संतुलन के लिए तटस्थ रंगों के साथ मिलाकर उपयोग करना चाहिए।

जल तत्व

वास्तु के अनुसार, बेडरूम की दीवारों पर नीले, समुंदर हरे जैसे अलग-अलग रंगों का उपयोग बहुत होता है। यह रंग आराम का प्रतीक है और इसकी दीवारों पर उपयोग से सकारात्मक और शांत ऊर्जा मिलती है।

वायु तत्व

जैसा कि नाम से पता चलता है वायु प्रकृति और खुलेपन को दर्शाता है। वायु तत्व के संतुलन लिए घर में हल्के रंग जैसे पेस्टल्स, हल्के हरे, पीले आदि रंगों का उपयोग करना चाहिए। लिविंग रूम और घर में खुले स्थान में इन रंगों का इस्तेमाल प्रमुखता के साथ करना चाहिए।

आकाश तत्व

लिविंग रूम के प्रवेश द्वार, ध्यान कक्ष आदि जैसे स्थान आकाश तत्व का प्रभाव ज्यादा होता है और इन स्थानों पर सफेद रंग, क्रीम रंग और पेस्टल के हल्के शेड्स का उपयोग करना चाहिए, जिससे आकाश तत्व के साथ अच्छा तालमेल स्थापित होता है।

घर के लिए वास्तु रंगों का महत्व

घर के लिए वास्तु रंगों का क्या महत्व है?

रंग किस गुण का प्रतिनिधित्व
लाल बहादुरी, जुनून, शक्ति, भावनाएं, गर्मजोशी
नीला सौंदर्य, संतोष, भक्ति, सत्य, नवीन कार्य
हरा विकास, उपचार, उर्वरता, समृद्धि
सफेद रंग पवित्रता, खुलापन, मासूमियत, विलासिता
पीला आशावादी, खुलापन, अध्ययन, बुद्धिमत्ता
नारंगी आध्यात्मिकता, शक्ति, दृढ़ संकल्प, लक्ष्य, अच्छा स्वास्थ्य, आराम
भूरा रंग स्थिरता, संतुष्टि, आराम
बैंगनी धन-दौलत, विलासिता, शालीनता, गर्व
काला उदास और नकारात्मक ऊर्जा

 

अलग-अलग दिशा के लिए वास्तु के अनुसार दीवार का रंग

दिशा किस ग्रह का शासन रंग
ईशान कोण बृहस्पति ग्रह हल्का नीला, पीला रंग
पूर्व दिशा  सूर्य देव सफेद, हल्का नीला रंग
दक्षिण पूर्व दिशा  शुक्र ग्रह नारंगी, गुलाबी, चांदी रंग
उत्तर दिशा बुध ग्रह  हरा, पिस्ता हरा, हल्का नीला रंग
उत्तर-पश्चिम दिशा  चंद्र देव वास्तु के अनुसार, हल्का ग्रे रंग, सफेद, क्रीम कलर हो सकता है। 
पश्चिम दिशा  शनि ग्रह वास्तु के अनुसार, पश्चिम की दीवार का रंग नीला, सफेद, ग्रे हो सकता है। 
दक्षिण पश्चिम दिशा  राहु  आड़ू, कीचड़ रंग या हल्का भूरा रंग
दक्षिण दिशा मंगल ग्रह लाल, मूंगा लाल, गुलाबी और पीला रंग

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घर के विभिन्न हिस्सों के लिए वास्तु अनुसार रंग

नीचे उन रंगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है, जिन्हें वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के अलग-अलग हिस्सों में उपयोग करना शुभ माना जाता है।

बाहरी दीवारों का रंग

मुख्य द्वार / प्रवेश द्वार का रंग

वास्तु के अनुसार, रसोई घर के लिए सबसे अच्छा रंग

रसोई में कौन-से कलर नहीं करने चाहिए

वास्तु के अनुसार, घर में हॉल का रंग

छत

वास्तु शास्त्र के अनुसार, छत का रंग हल्का होना चाहिए। छत केलिए सफेद रंग सबसे उत्तम माना जाता है, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और नकारात्मकता को दूर करता है। वास्तु एक्सपर्ट भी सलाह देते हैं कि यदि आपने घर की छत का रंग गहरा करवाया है तो उसे सफेद या हल्के पेस्टल रंगों में फिर से रंगवाना चाहिए।

छत पर सफेद रंग खुलापन, पवित्रता, स्वच्छता और भव्यता का प्रतीक माना जाता है। वास्तु के अनुसार, गहरे रंगों की छत अनुचित मानी जाती है, क्योंकि यह घुटन का अहसास कराती है और नकारात्मकता को बढ़ावा देती है।

डाइनिंग एरिया 

घर में डाइनिंग एरिया वह स्थान होती है, जहां परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। वास्तु के अनुसार, इस स्थान के लिए पीच, पीला, हल्का नारंगी और नीला जैसे गर्म और सौम्य रंग सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।

बच्चों के कमरे का रंग

वास्तु शास्त्र के अनुसार, बच्चों के कमरे में रंगों का चयन बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए। यदि आपका बच्चा अभी छोटा है तो फिर हल्के पेस्टल रंग का चुनाव करना चाहिए, जो बच्चे पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यदि आपका बच्चा बड़ा हो गया है और उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने वाले हैं तो उनके लिए उत्तर-पश्चिम दिशा को अच्छा माना जाता है। उत्तर-पश्चिम दिशा चंद्रमा द्वारा शासित होती है, इसलिए वास्तु के अनुसार इस दिशा में बच्चों के कमरे को सफेद रंग से रंगना चाहिए।

स्टडी रूम का रंग

यदि आपके पास घर या कार्यालय में अध्ययन कक्ष है तो इसके लिए वास्तु रंगों के अनुसार हल्के हरे, नीले, क्रीम और सफेद जैसे रंगों का चयन करना चाहिए। स्टडी रूम में सुनहरे, पीले, भूरे और हल्का हरा रंग स्थिरता देता है। इन रंगों के आपके काम की उत्पादकता में बढ़ोतरी होती है और कमरा बड़ा दिखने का आभास होता है।

घर की सीढ़ियां

वास्तु के अनुसार, घर की सीढ़ियों के लिए बेज, ओक लकड़ी जैसा रंग और सफेद रंग सबसे शुभ माने जाते हैं। इनसे न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, बल्कि घर में सौंदर्य और शांति का अनुभव भी होता है। वहीं गहरे रंग जैसे लाल, काला और गहरा नीला रंग सीढ़ियों पर लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मकता को आकर्षित कर सकते हैं।

वास्तु के अनुसार, बेडरूम का रंग

गेस्ट रूम के लिए वास्तु अनुसार रंग

यह भी पढ़ें: घर खरीदते समय इन वास्तु दोषों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए

बालकनी या बरामदे के लिए वास्तु-अनुकूल रंग

वास्तु के अनुसार, बालकनी या बरामदे के लिए घर की उत्तर या पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है। यह वह स्थान होता है, जहां घर के लोग बाहरी दुनिया से जुड़ते हैं, इसलिए यहां शांत और सुकून देने वाले रंगों का प्रयोग करना फायदेमंद होता है। बालकनी या बरामदे के लिए नीला, क्रीम, हल्का गुलाबी और हल्का हरा जैसे सौम्य रंग अत्यंत उपयुक्त माने जाते हैं।

गैराज के लिए वास्तु-अनुसार रंग

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गैराज के लिए उत्तम दिशा उत्तर-पश्चिम (नॉर्थ-वेस्ट) होती है। इस स्थान पर हल्के और उजले रंगों का प्रयोग करना बेहतर होता है, जैसे सफेद, पीला, हल्का नीला रंग आदि। यदि आपके घर के बाहर सिक्योरिटी केबिन है तो उसके लिए नीला रंग एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है, जो सुरक्षा और शांति दोनों का प्रतीक होता है।

वास्तु के अनुसार, रूम की दीवारों का रंग

कमरा वास्तु के अनुसार दीवार के रंग वास्तु के अनुसार दीवारों पर इन रंगों का प्रयोग न करें
 

घर का बाहरी हिस्सा

पीला-सफेद, हल्का बैंगनी, हल्का बैंगनी काला
मुख्य द्वार या प्रवेश द्वार सफेद, चांदी या लकड़ी के रंग का उपयोग लाल, गहरा पीला
घर की छत सफेद या हल्का सफेद काला और ग्रे
ड्राइंग या लिविंग रूम सफेद पीला ज्यादा गहरा रंग
 डाइनिंग रूम हरा, नीला या पीला रंग स्लेटी
रसोई घर नारंगी या लाल गहरा ग्रे, नीला, भूरा और काला
पूजा कक्ष पीला लाल
स्टडी रूम हल्का हरा, नीला, क्रीम या सफेद भूरा, ग्रे
मास्टर बेडरूम नीला लाल रंग के गहरे शेड
अतिथि का कमरा सफेद लाल रंग के गहरे शेड
बच्चों का कमरा सफेद गहरा नीला और लाल
बाथरूम सफेद किसी भी रंग के गहरे शेड
बालकनी या बरामदा नीला, क्रीमी कलर, गुलाबी और हरे रंग का प्रयोग धूसर काला लगाने से बचें
गैरेज सफेद, पीला, नीला काला और भूरा रंग
सीढ़ी सफेद, बेज, भूरा, हल्का ग्रे, हल्का नीला लाल और काला

इस चार्ट को वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के रंगों के लिए एक त्वरित संदर्भ के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन हर रंग हर व्यक्ति के अनुकूल नहीं होता। A2ZVastu.com के संस्थापक और सीईओ विकास सेठी के अनुसार, वास्तु के अनुसार रंगों का चयन करना, घर की दिशा और गृहस्वामी की जन्म-तिथि के आधार पर किया जाना चाहिए।

यह भी देखें: पश्चिम मुखी घर के लिए वास्तु योजना, पूजा कक्ष, बैठक कक्ष और अन्य कमरों के साथ

घर की मरम्मत के लिए वास्तु सुझाव

यदि आप अपने घर की मरम्मत या नवीनीकरण की योजना बना रहे हैं तो इसे इस तरह से करें कि आपके घर की प्राकृतिक ऊर्जा का प्रवाह बाधित न हो। घर के रिनोवेसन की प्लानिंग करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

यहां कुछ महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स दिए गए हैं – 

वास्तु अनुसार, घर में परदों का रंग

वास्तु के अनुसार घर के लिए रंग: दिशाओं के अनुसार फर्श के लिए सबसे उचित रंग

यह भी देखें: कामधेनु गाय: घर में कहां रखें और वास्तु लाभ?

वास्तु के अनुसार, घर की आधुनिक सजावट

अगर आप घर की सजावट में आधुनिकता के साथ-साथ वास्तु सिद्धांतों या नियमों का भी समावेश करना चाहते हैं तो आप टेक्सचर, सजावटी वस्तुएं और रोशनी का समझदारी से उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, आप घर में दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवारों पर हल्के नेचुरल टेक्सचर जैसे लकड़ी या पत्थर का उपयोग करके घर को एक आकर्षक और शालीनता भरा लुक दे सकते हैं। 

ऋतुओं के अनुसार वास्तु में बदलाव

ऋतुओं के अनुरूप अपने घर में वास्तु बदलाव करना न केवल इसे नया रूप देता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को भी बनाए रखता है।

वास्तु के अनुसार, पेंटिंग्स के रंगों के लिए टिप्स

वास्तु के अनुसार, घर में पौधों के गमलों के रंग

वास्तु के अनुसार, प्रकाश का रंग

दिशा प्रकाश का रंग
ईशान कोण नीला रंग
दक्षिण पश्चिम दिशा पीला रंग
उत्तर पश्चिम दिशा सफेद रंग
दक्षिण पूर्व दिशा लाल रंग

इसी तरह आप हर कमरे के लिए अलग-अलग तरह की लाइट का उपयोग कर सकते हैं। बेडरूम में बेज या पीच जैसे रंगों का उपयोग एक सुकून भरा अहसास देता है। इसके अलावा रसोई घर में चमकदार सफेद रंग का प्रयोग हमेशा बेहतर माना जाता है।

वास्तु और घर की डिजाइन में प्राकृतिक रोशनी का प्रभाव

घर में वास्तु दोष और उनके उपाय

शांतिपूर्ण नींद के लिए वैज्ञानिक रूप से किस दिशा में सोना चाहिए, इसके बारे में भी पढ़ें

Housing.com का पक्ष

सभी तरह के रंग हमारी भावनाओं और सेहत पर महत्वपूर्ण असर डालते हैं। भारतीय वास्तु शास्त्र के आधार पर आप अपने घर को अनुकूल रंगों से साथ सजा सकते हैं, जो आपके घर में सकारात्मकता ला सकते हैं। घर के लिए रंगों का चयन करते समय संतुलन बनाना बेहद जरूरी है। इस बात पर भी ध्यान दें कि वास्तु शास्त्र हमेशा प्राकृतिक तत्वों को प्राथमिकता देता है, इसलिए वास्तु के सिद्धांतों का पालन करते समय कृत्रिम रंगों के बजाय प्राकृतिक रंगों को प्राथमिकता दें। कृत्रिम रंग सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावी रूप से संचारित नहीं कर पाते हैं।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

वास्तु और वास्तु शास्त्र का क्या मतलब है?

वास्तु उस जगह को कहते हैं, जहां आप रहते हैं और वास्तु शास्त्र उन नियमों का संग्रह है, जो शांति और समृद्धि के लिए भवन निर्माण के तरीके बताते हैं।

वास्तु के अनुसार, शुभ रंग कौन से हैं?

वास्तु शास्त्र के अनुसार सफेद, हरा, नीला और पीला रंग घर के लिए शुभ माने जाते हैं।

नीला रंग घर के लिए कैसे फायदेमंद है?

पूर्व दिशा की ओर वाले कमरों में नीला रंग लाभदायक होता है।

वास्तु के अनुसार, रसोई की दीवारों का सबसे अच्छा रंग कौन सा है?

रसोई की दीवारों के लिए नारंगी, भूरा, सफेद, पीला और हरा रंग वास्तु के अनुसार उपयुक्त और गर्माहट वाले माने जाते हैं।

रसोई में कौन से रंग नहीं होने चाहिए?

वास्तु के अनुसार, रसोई में काला, गहरा भूरा, गहरा नीला, गहरा ग्रे और बैंगनी रंग नहीं होना चाहिए।

बेडरूम में कौन से रंग नहीं होने चाहिए?

लाल, बैंगनी, काला और भूरा रंग बेडरूम के लिए ठीक नहीं माने जाते क्योंकि ये दिल की धड़कन बढ़ाते हैं और नींद पर असर डालते हैं।

खुशी देने वाले रंग कौन से हैं?

खुशी देने वाले रंग हल्के और चमकीले होते हैं जैसे पीला, आड़ू, गुलाबी, नारंगी और हल्का बैंगनी।

वास्तु के अनुसार, अच्छे सोफे का रंग कौन सा है?

वास्तु के अनुसार, सफेद या नीला रंग सोफे के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि ये स्पष्टता और शुद्धता का प्रतीक हैं।

वास्तु के अनुसार, छत का रंग क्या होना चाहिए?

छत के लिए हल्के और तटस्थ रंग, जैसे सफेद या क्रीम, वास्तु के अनुसार अच्छे माने जाते हैं।

वास्तु के अनुसार, घर में कौन से पौधे रखना चाहिए?

मनी प्लांट, लकी बांस, तुलसी और पीस लिली जैसे पौधे घर में रखना शुभ माना जाता है।

वास्तु के अनुसार, पूजा घर का सबसे अच्छा रंग कौन सा है?

पीला रंग पूजा घर के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।

वास्तु के अनुसार, पूजा घर में कौन से रंगों से बचना चाहिए?

पूजा घर में लाल रंग का उपयोग नहीं करना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, लिविंग रूम में दीवारों के लिए कौन सा रंग अच्छा है?

लिविंग रूम के लिए पीला रंग अच्छा होता है क्योंकि यह खुशी का प्रतीक है। शयनकक्ष के लिए सफेद या ऑफ-व्हाइट रंग की सलाह दी जाती है।

क्या ग्रे रंग वास्तु के अनुसार अच्छा है?

ग्रे कलर नकारात्मक ऊर्जा लाता है, इसलिए इसे लिविंग रूम में उपयोग नहीं करना चाहिए।

पश्चिम दिशा की दीवार का रंग वास्तु के अनुसार कौन सा होना चाहिए?

पश्चिम दिशा की दीवार का रंग नीला या सफेद होना चाहिए।

दक्षिण दिशा की दीवार का रंग वास्तु के अनुसार कौन सा होना चाहिए?

दक्षिण दिशा की दीवार का रंग नारंगी या लाल होना चाहिए।

शयनकक्ष के वास्तु रंग कौन से होने चाहिए?

शयनकक्ष के लिए नीला या हरा रंग उपयुक्त माना जाता है।

हॉल का रंग वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए?

वास्तु के अनुसार, हॉल का रंग पीला या सफेद होना चाहिए।

(पूर्णिमा गोस्वामी शर्मा  और अरुणा राठौड़ के इनपुट्स के साथ)

हमारे लेख से संबंधित कोई सवाल या प्रतिक्रिया है? हम आपकी बात सुनना चाहेंगे। हमारे प्रधान संपादक झूमर घोष को jhumur.ghosh1@housing.com पर लिखें
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