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जानें कैसे तैयार करें अपने नए घर का नक्शा

Know how to prepare a ghar ka naksha

जो लोग अपने दम पर प्रॉपर्टी बनाने की सोच रहे हैं, उन्हें सपनों का घर बनाने के लिए कई पहलुओं पर विचार करना होगा। ऐसे व्यक्ति के लिए योजना बनाने की प्रक्रिया में एक चीज जो काफी महत्वपूर्ण हो जाती है, वह है अपने नए घर का नक्शा के लिए प्रारूप बनाना।

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घर का नक्शा क्या होता है?

घर का नक्‍शा वो नक्शा है जिसे आप अपने सपनों के घर की ख्‍वाहिश को आकार देने के लिए बना रहे हैं। अपने सपनों का घर बनाने में आपकी मदद करने के लिए घर का नक्शा होना चाहिए। घर का नक्शा बनाते समय कई लोग वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक काफी सजग रहते हैं ताकि उपलब्ध जगह का सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया जा सके. घर का नक्शा तैयार करने के बारे में आप क्या सोचते हैं? अगर आप किसी आर्किटेक्ट की सुविधा ले रहे हैं तो आपको कुछ मदद मिल जाएगी लेकिन उससे पहले भी आपको कुछ होमवर्क करना होगा.

इसके लिए कई ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप अपने मकान और विभिन्न कमरों की ड्राइंग तैयार कर सकते हैं। इससे काफी मदद मिलती है क्योंकि घर बनाने से पहले घर का नक्शा ऑनलाइन तैयार करके आप यह जान पाएंगे कि वास्तव में आपका घर कैसा दिखेगा।

घर का नक्शा बनवाते समय किन- किन बातों का रखें ध्यान?

हम जब भी अपने घर नक्शा बनवाते हैं तो हमें कुछ बातों का भी विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। वर्ना फिर वही आगे चलकर  वही हमारी परेशानी का कारण बनता है और हम कुछ कर भी नहीं पाते.इसलिए नीचे बताये गए इन कुछ बातों का अगर आप ध्यान रखते हैं तो आपको आगे चलकर किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।

सबसे पहले करें अपने घर के लिये एक अच्छे जमीन का चयन

आप जब भी अपना घर बनवाने के लिये जमीन का चयन करें, तो इस बात का सबसे पहले ध्यान रखें की जमीन अच्छी और अच्छी जगह पर होनी चाहिए साथ ही अपनी जरूरत के हिसाब से ही प्लाट का चयन करें।

घर का नक्शा बनवाते समय वास्तु शास्त्र का रखें ध्यान

अगर आप वास्तु शास्त्र को ध्यान में रखकर अपने घर का नक्शा बनवाते हैं तो आपको ही फायदा होने वाला है, क्योंकि  वास्तु के हिसाब से  बनाया गया नक्शा और उस नक्शे से बनाये गए घर लोग खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं ।

घर का नक्शा बनवाते कमरों के साइज का रखें ध्यान

आप जब भी अपने घर का नक्शा बनवा रहें हो तो इस बात का विशेष ध्यान रखें की कमरों का साइज़ मध्यम ही रखना सही होगा. क्योंकि ऐसा करने से एक्स्ट्रा स्पेस भी नहीं लगेगा और काम आसानी से हो जायेगा।

घर के नक्शे में रोशनी का रखें भरपूर ध्यान

घर के नक्शे में सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात यही है की घर में हमेशा रोशनी का भरपूर स्रोत बनाए रखना के लिए खिड़कियों तथा रोशनदान में खुला स्पेस अवश्य रखें, जिससे प्राकृतिक हवा रोशनी घर में आराम से प्रवेश कर सके ।

घर के नक्शे में रखें वेंटिलशन का ध्यान

आप जब अपने घर का नक्शा बनवा रहें हो तो उसमें इस बात का ध्यान अवश्य रखें की घर में नेचुरल लाइट और नेचुरल हवा के लिये वेंटिलशन अवश्य रखना होगा। क्योंकि आज के समय में लोगों के पास छोटे- छोटे प्लाट होते हैं और लोग वेंटिलशन पर ध्यान नहीं देते हैं जो आगे चलकर परेशानी खड़ी करता है।

घर का नक्शा बनवाते समय फर्नीचर पर भी दें विशेष ध्यान

हम जब अपने घर का नक्शा बनवा रहें हो तो हमें फर्नीचर पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि आपको नक्शा बनवाते समय ही यह सोचना होगा की कौन से कमरे में आप किस तरह का फर्नीचर रखेंगे उसी हिसाब से फिर कमरों पर ध्यान देना होगा।

घर का नक्शा बनवाते समय घर के मेजरमेंट् पर भी दें ध्यान

अगर आप भी अपने घर का नक्शा बनवाने जा रहें हैं या आगे चलकर बनवाने वाले हैं तो इस बात का अवश्य ध्यान रखें की घर की लंबाई चौड़ाई के हिसाब से पहले ही दीवारों के आकार का, आने जाने के रास्तों, कमरों का पिक्चर डॉक्यूमेंट कर लिया जाता है, इससे काम करने वाले इंजीनियर और बाकी कन्स्ट्रक्शन वर्कर्स का समय और आपके पैसे दोनों बचते हैं।

 

एआई (AI) का उपयोग कर घर का नक्शा बनाना

आज के समय में आप अपने घर का नक्शा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई – AI) की मदत से भी बना सकते हैं। इसके लिए आपको पहले नीचे दी गए विवरण प्रदान करने होंगे:

प्लॉट साइज: प्लॉट का आकार वर्ग फुट (sqft.) या वर्ग मीटर (sqmtr.) में बताएं।
मंजिलों की संख्या: आपके घर की ईमारत में जितनी मंज़िलें की अनुमति मिल चुकी हों, उनकी संख्या बताएं।
कमरों की संख्या: आप अपने घर में कितने कमरे चाहेंगे, इसका उल्लेख करें।
घर की विशेषताएं: उन विशेषताओं का ज़रूअर उल्लेख करें जो आप अपने घर में चाहते हैं जैसे खुली छत, खुली बालकनी, गेराज आदि।
डिज़ाइन प्राथमिकता: अपने घर के लिए जो डिज़ाइन शैली आप चाहते हों उसका उल्लेख करें – जैसे आधुनिक (modern), न्यूनतम (minimalist), पारंपरिक (traditional), समकालीन  (contemporary) आदि।
अन्य ज़रूरी जानकारी: आप किसी अतिरिक्त निर्देश का भी उल्लेख कर सकते हैं जिसका आप उल्लेख करना चाहते हैं।
आप एआई टूल को यह सभी जानकारी देकर अपने घर का नक्शा बड़ी सरलता से बना सकते हैं।

 

घर का नक्शा और प्लॉट की दिशा

घर बनाते समय घर का नक्शा बनाना सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार बना हुआ घर का नक्शा अक्सर अच्छी तरह हवादार और घर के निवासियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक भी होता है। इसे देखते हुए, घर का डिज़ाइन बनाते समय जब प्लॉट और उसके साइज का चयन करने की बात आए तो घर का नक्शा के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

अगर आपके प्लॉट का जमीन का टुकड़ा उत्तर या पूर्व मुखी है तो ऐसे वास्तु सिद्धांत भी हैंजिनका आप बखूबी फायदा उठा सकते हैं. वास्तु के मुताबिक पूर्वउत्तर या उत्तर पूर्व की ओर जिन घरों का मुख होता हैवो बेहद शुभ होते हैं. यह भी सच है कि कोई दिशा खराब नहीं होती और घर के नक्शे में मामूली बदलाव कर आप घर की दिशाओं के मामले में बेहतर नतीजे पर पहुंच सकते हैं.

हमारे वास्तु संबंधी सभी लेख यहाँ पढ़ें

 

घर का नक्शा: किचन

घर का नक्शा बनाते वक्त यह तय कर लें कि आप ओपन किचन चाहते हैं या फिर बंद. ऐसे शहर जहां जगह कम हैवहां परिवार ओपन किचन को तवज्जो देते हैं. इनमें दरवाजे और दीवारें अधिक जगह नहीं घेरते. लेकिन ओपन किचन की सबसे बड़ी खामी ये है कि आपको इसे हर वक्त साफ रखना पड़ेगा. दूसरी ओर इसके काफी फायदे भी हैं. उदाहरण के तौर परआप जगह का ज्यादा इस्तेमाल कर पाते हैंअपने डिजाइन की वजह से यह आकर्षण को बढ़ाता हैजिससे यह बहुत उपयोगी स्थान बन जाता है. वास्तु के मुताबिककिचन के लिए ये दिशा सबसे मुफीद है. इसे अपने घर के नक्शे में शामिल करें.

 

 

यह भी पढ़ें: छोटे और बड़े घरों के किचन के लिए डिजाइन आइडियाज

 

घर का नक्शा: कपड़े धोने की जगह

आप वॉशिंग एरिया को बर्तन धोने, कपड़े धोने या फिर कपड़े सुखाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप किसी भी घर के नक्शे की फोटो देखते हैं, तो आप देखेंगे कि वॉश एरिया रसोई घर से जुड़ा हुआ है या उसके करीब है। अपने मकान के नक्शे में वॉश एरिया को किचन के पास डिजाइन करना सुविधाजनक होने के साथ-साथ व्यावहारिक भी है, क्योंकि इससे किचन में पर्याप्त हवा और रोशनी आएगी और आपको खुले आसमान या बाकी चीजों को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा।

 

घर का नक्शा: स्टोर रूम

अगर आप अपने घर का नक्शा में स्टोर रूम की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बिंदुओं पर विचार करना जरूरी है।स्टोर रूम किचन या उसके करीब होना चाहिए. जब तक आप बड़े घर की योजना नहीं बनाते हैं और ऐसा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, तब तक वास्तु के सिद्धांतों को लागू करना अनुकूल होगा. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, स्टोर रूम पूर्व या उत्तर में न बनाएं. अगर आप भारी मशीनें या उपकरण रखना चाहते हैं तो साउथ वेस्ट जगह मुफीद है. स्टोर रूम बनाने के लिए नॉर्थ-वेस्ट और साउथ-वेस्ट दिशाएं भी आदर्श हैं.

 

 

घर का नक्शा: मास्टर बेडरूम

यह घर का सबसे बड़ा बेडरूम होता हैजिसमें घर का मुखिया अपनी पत्नी के साथ रहता है. जब आप अपने घर की प्लानिंग करते हैं तो सुनिश्चित करें कि सारे बेडरूम इवन साइज में हों. उदाहरण के तौर पर 12 फुट x 12 फुट या 12 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 16 फुट इत्यादि. इसका आसान सा कारण यह है कि जब घर में राजमिस्त्री टाइल लगाएंगे तो उन्हें इसे काटकर आकार नहीं बदलना पड़ेगा. मास्टर बेडरूम का न्यूनतम आकार 12 फुट x 12 फुट होना चाहिए,जो एक मानक आकार है. अगर जगह की कोई कमी नहीं है तो आप इसे बड़ा भी बनवा सकते हैं. कमरे में एक अटैच टॉयलेट और ड्रेसर भी प्लान कर सकते हैं. हालांकि किचन एरिया के करीब टॉयलेट नहीं होना चाहिए.

 

घर का नक्शा: घर में सीढ़ियां कैसे बनाएं?

सीढ़ियां चढ़ते वक्त, जिस दिशा में घड़ी घूमती है, उसी दिशा में ही सीढ़ियां बनवानी चाहिए. अगर आप घड़ी के विपरीत दिशा में चढ़ते हैं तो यह सही नहीं है.

सीढ़ियां हमेशा ऑड नंबर में होनी चाहिए यानी 15,17, 19, 21 या 23. सीढ़ियों का मानक आकार 3 फुट होना चाहिए और यह 6 इंच ऊंची होनी चाहिए. अधिकतर मामलों में न्यूनतम, दो फीट और आठ इंच (81.3 सेमी) होता है। यदि सीढ़ी 44 इंच (111.8 सेमी) से अधिक है, तो अपने घर का नक्शा में हैंडरेल शामिल करें।

यह भी देखें: अपना घर बनाने के लिए आवश्यक चेकलिस्ट

 

घर का नक्शा: डायनिंग एरिया

डायनिंग रूम हमेशा किचन के करीब होना चाहिए. अगर घर में सीढ़ियां हैं तो उसके आगे डायनिंग रूम बनाने का आइडिया अच्छा है. यह देखने में भी अच्छा लगेगा और जगह भी खाली खाली नहीं लगेगी. वास्तु के नियमों के मुताबिककुछ प्रॉपर्टीज में डाइनिंग रूम सीढ़ियों के नीचे भी होता हैजो अतिरिक्त जगह को इस्तेमाल करने का अच्छा आइडिया है.

 

घर का नक्शा: ड्रॉइंग हॉल या लिविंग रूम

अपने मेहमानों की आवभगत करने के लिए ड्राइंग रूम-लिविंग रूम बेहद जरूरी है. आमतौर पर लोग ड्राइंग रूम और लिविंग रूम दोनों ही शब्दों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इनमें एक फर्क है. ड्राइंग रूम आपके घर की एंट्रेंस पर होता है खासकर उन मेहमानों के लिए जो आपके परिचित हैं. लिविंग रूम वो जगह हैजहां आप ऐसे मेहमानों के साथ बैठते हैंजो आपके करीबी हैं. अपरिचित मेहमानों को ड्राइंग हॉल तक नहीं लाया जाता. वे सिर्फ बरामदे तक ही आते हैं.

हालांकि शहरों में जगह की कमी को देखते हुएघरों में ये सारे कमरे नहीं होते. लेकिन अगर आपके पास इतनी जगह है तो आप नक्शा उसी के मुताबिक बनवा सकते हैं.

 

घर का नक्शा: कॉमन टॉयलेट

कॉमन टॉयलेट हर परिवार के लिए जरूरी है. हालांकि यह डाइनिंग एरिया के करीब होना चाहिए लेकिन इतना करीब भी नहीं कि कोई मेहमान इसे इस्तेमाल करने के लिए अन्य कमरों से गुजरे बिना स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सके. स्वच्छता के मकसद से भी कॉमन टॉयलेट काफी जरूरी है. गैर-पारिवारिक सदस्यजो आपके घर आते हैंउन्हें भी सुविधाजनक लगना चाहिए और साथ ही आपकी प्राइवेसी और स्वच्छता के साथ भी कोई समझौता नहीं होना चाहिए. अगर आपका डायनिंग एरिया में वॉश बेसिन लगाने का कोई प्लान नहीं है तो कॉमन वॉशरूम लगाना अच्छा है. कॉमन वॉशरूम घर में सबसे बड़ा टॉयलेट नहीं होना चाहिए.

 

घर का नक्शा: ओपन एरिया और पार्किंग

अपने पार्किंग एरिया को इस तरह से बनाएं ताकि अगर आगे चलकर आप नया घर लें तब भी पार्किंग एरिया उतना ही उपयोगी रहे. 15 फुट x 14 फुट की जगह हर तरह के वाहन के लिए काफी है. अगर आपके पास लॉन के लिए जगह है तो इसे जरूर बनाएं. यह प्रॉपर्टी के एंट्रेंस पर होना चाहिए. अन्य खुले क्षेत्र घर में बहुत जरूरी रोशनी और ताजी हवा मुहैया कराते हैं.

यह भी देखें: भारतीय राज्यों में भू नक्शा के बारे में सब कुछ

घर का नक्शा बनाना पहला कदम होता है. पहले आर्किटेक्टकॉन्ट्रैक्टरवास्तु एक्सपर्ट और इंटीरियर डिजाइनर के साथ मिलकर योजना बनाएं. ऊपर बताए गए टिप्स शुरुआती बिंदु की तरह काम करेंगे.

यह भी देखें: भारत में जमीन खरीदने से पहले विचार करने योग्य बातों की पूरी जानकारी

 

घर का नक्शा: वास्तु और दिशाओं के देवता और उनके ग्रह

 

जब आप अपने घर के नक्शे पर आर्किटेक्ट और कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करें तो ऊपर दी गई तस्वीर के जरिए दिशाओं को महत्व को समझ सकते हैं. विभिन्न दिशाओं में विभिन्न प्रकार की ऊर्जा होती है.

यह भी देखें: पूरब मुखी घर का वास्तु के बारे में सब कुछ

क्या मैं घर का नक्शा ऑनलाइन बना सकता हूं?

जवाब है हांआप घर का नक्शा या घर का डिजाइन ऑनलाइन बना सकते हैं. ऐसी कई वेबसाइटसॉफ्टवेयर्स और ऐप हैंजिनके जरिए आप ऐसा कर सकते हैं. हालांकि घर के डिजाइनिंग के लिए कुछ अनुभव और सॉफ्टवेयर्स की समझ जरूरी है. इस पर काम करने के लिए आप किसी आर्किटेक्ट की मदद भी ले सकते हैं.

एक सिंपल घर डिजाइन फोटो मूल रूप से घर का फर्श प्लान है। इन ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करके आप 3D फ्लोर प्लान बना सकते हैं। इस घर का नक्शा 3D फोटो को देखें।

 

 

आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न आयामों और प्लॉट के एरिया के अनुसार एक सिंपल घर का फोटो बना सकते हैं।

ज्यादा जानकारी के लिए वास्तु पर हमारा एक्सक्लूसिव आर्किकल यहां पढ़ें

घर का नक्शा बनाने में फेंग शुई बागुआ मानचित्र का करें उपयोग

घर का नक्शा बनाने के शुरुआती चरणों में फेंग शुई बागुआ मानचित्र का उपयोग करना चाहिए। घर का नक्शा बनाने में सबसे अच्छा लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक क्षेत्र के बागुआ मानचित्र का मिलान करना चाहिए। बागुआ मानचित्र बनाते समय यह सुनिश्चित करें कि ग्रिड सामने के दरवाज़े से ठीक से मेल खाता है ताकि इसका आपको उचित लाभ प्राप्त हो सके।

घर का नक्शा मे बगीचा योजना

जब आप घर का नक्शा बना रहे हैं और यह एक स्वतंत्र घर है, तो बगीचा योजना बनाना एक अच्छा विचार है। आप बगीचे और पेड़ों के placement को इस तरह से योजना बना सकते हैं कि घर को इसका लाभ मिले। विभिन्न गतिविधियों के लिए विशिष्ट क्षेत्र बनाएं, जैसे बैठने का क्षेत्र, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, या एक सब्जी का बगीचा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

वास्तु के मुताबिक मकान का नक्शा में बेडरूम का साइज क्या होना चाहिए?

बेडरूम के लिए सुनिश्चित करें कि आकार ईवन नंबर में हो. उदाहरण के तौर पर 12 फुट x 12 फुट, 12 फुट x 14 फुट, इत्यादि.

मकान का नक्शा में हॉल कहां होना चाहिए?

हॉल पूर्व या फिर घर के मध्य हिस्से में होना चाहिए.

प्लॉट खरीदने के लिए कौन सी दिशा अच्छी है?

जो घर पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व की ओर होते हैं, उन्हें शुभ माना जाता है.

उत्तर प्रदेश में रिहायशी घर बनाने के लिए प्लॉट का न्यूनतम साइज क्या होना चाहिए?

एरिया 1800 स्क्वेयर फुट से कम नहीं होना चाहिए. विकसित इलाकों में यह 1900 स्क्वेयर फुट है. हालांकि संबंधित प्राधिकरण से इजाजत के साथ निर्धारित प्राधिकारी असाधारण मामलों में छोटे भूखंडों के निर्माण की इजाजत दे सकता है.

क्या एक प्लॉट पर दो इमारतें खड़ी की जा सकती हैं?

नहीं, अगर आपके पास जगह भी है तो भी रिहायशी प्लॉट पर एक ही बिल्डिंग बनाई जा सकती है.

न्यूनतम इंडस्ट्रियल प्लॉट साइज क्या होना चाहिए?

यह 6000 स्क्वेयर फुट होना चाहिए.

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