जो लोग अपने दम पर प्रॉपर्टी बनाने की सोच रहे हैं, उन्हें सपनों का घर बनाने के लिए कई पहलुओं पर विचार करना होगा। ऐसे व्यक्ति के लिए योजना बनाने की प्रक्रिया में एक चीज जो काफी महत्वपूर्ण हो जाती है, वह है अपने नए घर का नक्शा के लिए प्रारूप बनाना।
घर का नक्शा उस मानचित्र की तरह है, जिसे आप इसीलिए बना रहे हैं ताकि आपके सपनों का घर वैसा आकार ले सके, जैसा आपने अपनी कल्पनाओं में सोचा है।
जो लोग अपना घर खुद बनाने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अपने सपनों का आशियाना खड़ा करने से पहले कई पहलुओं पर गंभीरता से विचार करना होता है। इन्हीं में से एक अहम पहलू है घर का नक्शा बनवाना, यानी अपने नए घर की रूपरेखा तय करना। एक सस्टेनेबल (टिकाऊ) और सोच-समझकर बनाया गया घर का नक्शा आपके सपनों को आकार देने में मदद करता है। घर का नक्शा तैयार करते समय लोग अक्सर वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का ध्यान रखते हैं, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे, साथ ही उपलब्ध जगह का सर्वोत्तम उपयोग भी हो सके। अगर आप किसी आर्किटेक्ट की सेवाएं ले रहे हैं, तो यह निश्चित रूप से फायदेमंद होगा, लेकिन नक्शा बनवाने से पहले थोड़ा होमवर्क करना जरूरी है।
आज कई ऑनलाइन वेबसाइट्स मौजूद हैं, जो घर के डिजाइन तैयार करने में मदद करती हैं। इससे एक बड़ा लाभ यह होता है कि घर बनाने से पहले ही आप देख सकते हैं कि आपका घर कैसा दिखेगा, और जरूरत पड़ने पर बदलाव भी कर सकते हैं।
घर का नक्शा क्या होता है?
घर का नक्शा वो नक्शा है जिसे आप अपने सपनों के घर की ख्वाहिश को आकार देने के लिए बना रहे हैं। अपने सपनों का घर बनाने में आपकी मदद करने के लिए घर का नक्शा होना चाहिए। घर का नक्शा बनाते समय कई लोग वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक काफी सजग रहते हैं ताकि उपलब्ध जगह का सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया जा सके. घर का नक्शा तैयार करने के बारे में आप क्या सोचते हैं? अगर आप किसी आर्किटेक्ट की सुविधा ले रहे हैं तो आपको कुछ मदद मिल जाएगी लेकिन उससे पहले भी आपको कुछ होमवर्क करना होगा.
इसके लिए कई ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप अपने मकान और विभिन्न कमरों की ड्राइंग तैयार कर सकते हैं। इससे काफी मदद मिलती है क्योंकि घर बनाने से पहले घर का नक्शा ऑनलाइन तैयार करके आप यह जान पाएंगे कि वास्तव में आपका घर कैसा दिखेगा।
सबसे पहले करें अपने घर के लिये एक अच्छे जमीन का चयन
घर का नक्शा बनवाते समय वास्तु शास्त्र का रखें ध्यान
घर का नक्शा बनवाते कमरों के साइज का रखें ध्यान
घर के नक्शे में रोशनी का रखें भरपूर ध्यान
घर के नक्शे में रखें वेंटिलशन का ध्यान
घर का नक्शा बनवाते समय फर्नीचर पर भी दें विशेष ध्यान
घर का नक्शा बनवाते समय घर के मेजरमेंट् पर भी दें ध्यान
एआई (AI) का उपयोग कर घर का नक्शा बनाना
आज के समय में आप अपने घर का नक्शा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई – AI) की मदद से भी बना सकते हैं। इसके लिए आपको पहले नीचे दी गए विवरण प्रदान करने होंगे:
प्लॉट साइज: प्लॉट का आकार वर्ग फुट (sqft.) या वर्ग मीटर (sqmtr.) में बताएं।
मंजिलों की संख्या: आपके घर की ईमारत में जितनी मंज़िलें की अनुमति मिल चुकी हों, उनकी संख्या बताएं।
कमरों की संख्या: आप अपने घर में कितने कमरे चाहेंगे, इसका उल्लेख करें।
घर की विशेषताएं: उन विशेषताओं का ज़रूअर उल्लेख करें जो आप अपने घर में चाहते हैं जैसे खुली छत, खुली बालकनी, गेराज आदि।
डिज़ाइन प्राथमिकता: अपने घर के लिए जो डिज़ाइन शैली आप चाहते हों उसका उल्लेख करें – जैसे आधुनिक (modern), न्यूनतम (minimalist), पारंपरिक (traditional), समकालीन (contemporary) आदि।
अन्य ज़रूरी जानकारी: आप किसी अतिरिक्त निर्देश का भी उल्लेख कर सकते हैं जिसका आप उल्लेख करना चाहते हैं।
आप एआई टूल को यह सभी जानकारी देकर अपने घर का नक्शा बड़ी सरलता से बना सकते हैं।
होम नक्शा: एक घर के अच्छे नक्शा की विशेषताएं
- जब भी आप घर का नक्शा तैयार करें तो ध्यान रखें कि उसमें लचीलापन हो, ताकि जरूरत पड़ने पर स्टडी रूम को बच्चों के कमरे में या लिविंग और डाइनिंग रूम के बीच ऑफिस स्पेस में बदला जा सके।
- घर के नक्शे में आराम के साथ-साथ सुरक्षा को भी हमेशा प्राथमिकता दें।
- अगर आप ओपन किचन का प्लान बना रहे हैं, तो यह भी सुनिश्चित करें कि भविष्य में चाहें तो उसे क्लोज्ड किचन में बदला जा सके।
- हर कमरे का आकार तय करते समय यह सोचें कि उसमें कितने लोग रहेंगे और उसमें कौन-कौन से फर्नीचर व उपकरण होंगे। इसी आधार पर स्पेस प्लान करें और घर के कमरों में एक संतुलित प्रवाह बनाए रखें। उदाहरण के तौर पर, डुप्लेक्स घर में रसोई को दूसरी मंजिल पर रखना व्यावहारिक नहीं होगा, क्योंकि यह सभी के लिए सुविधाजनक नहीं रहेगा।
घर के नक्शे में फेंग शुई बगुआ मैप का उपयोग
फेंग शुई बगुआ मैप को घर का नक्शा बनाते समय शुरुआती चरण में ही शामिल करें। घर के हर हिस्से को बगुआ मैप से मिलाएं ताकि उसका सकारात्मक ऊर्जा प्रभाव बढ़े। ध्यान रखें कि बगुआ ग्रिड को मुख्य दरवाजे के अनुसार ठीक से संरेखित किया जाए, तभी आपको इसका सबसे अच्छा लाभ मिलेगा।
घर का नक्शा और प्लॉट की दिशा
घर बनाते समय घर का नक्शा बनाना सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार बना हुआ घर का नक्शा अक्सर अच्छी तरह हवादार और घर के निवासियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक भी होता है। इसे देखते हुए, घर का डिज़ाइन बनाते समय जब प्लॉट और उसके साइज का चयन करने की बात आए तो घर का नक्शा के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
अगर आपके प्लॉट का जमीन का टुकड़ा उत्तर या पूर्व मुखी है तो ऐसे वास्तु सिद्धांत भी हैं, जिनका आप बखूबी फायदा उठा सकते हैं. वास्तु के मुताबिक पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व की ओर जिन घरों का मुख होता है, वो बेहद शुभ होते हैं. यह भी सच है कि कोई दिशा खराब नहीं होती और घर के नक्शे में मामूली बदलाव कर आप घर की दिशाओं के मामले में बेहतर नतीजे पर पहुंच सकते हैं.
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अच्छे घर की रूपरेखा के लिए सुझाव
घर का डिजाइन तैयार करते समय इन तरीकों को अपनाना चाहिए –
- सस्टेनेबल डिजाइन (Sustainable Design): यह ऐसा डिजाइन है, जिसमें टिकाऊ (पर्यावरण-अनुकूल) निर्माण सामग्री का उपयोग किया जाता है और वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों को शामिल किया जाता है ताकि घर का नक्शा सुंदर व ऊर्जा-संरक्षणकारी बने। इसमें वर्टिकल गार्डन, सोलर रूफिंग और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों को जोड़ने से घर न सिर्फ आकर्षक दिखेगा, बल्कि बिजली और पानी के बिल में भी बचत होगी। कई निर्माण परियोजनाओं में अब सोलर पैनल और वर्षा जल संचयन प्रणाली लगाना अनिवार्य हो गया है। ऐसा करने से न केवल दीर्घकाल में खर्च कम होता है, बल्कि प्रॉपर्टी टैक्स में भी छूट मिल सकती है।
- लिवेबिलिटी डिजाइन (Livability Design): ऐसा डिजाइन अपनाएं, जिसमें घर के कमरे जरूरत पड़ने पर अपना उपयोग बदल सकें। जैसे-बच्चों का कमरा मेहमान कक्ष में बदला जा सके। इससे घर की जगह का अधिकतम उपयोग संभव होता है, सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और आवश्यकता अनुसार कमरों को आसानी से बदला जा सकता है।
घर के नक्शे के प्रकार: घर के आकार के अनुसार डिजाइन
- 1 बीएचके (500 वर्गफीट से कम) – छोटे लेकिन उपयोगी लेआउट, जिनमें हर इंच का सही इस्तेमाल होता है।
- 2 बीएचके और 3 बीएचके घर का नक्शा (1,000–2,000 वर्गफीट) – संतुलित स्पेस प्लानिंग, छोटे परिवारों के लिए बिल्कुल उपयुक्त।
- लक्जरी हाउस नक्शा (3,000 वर्गफीट से अधिक) – इसमें घर के थिएटर, जिम, टैरेस गार्डन, टेनिस कोर्ट, योगा स्पेस, स्टडी रूम जैसी शानदार सुविधाएं शामिल होती हैं।
घर का नक्शा कैसे बनाएं?
घर का नक्शा बनाना, अपने सपनों का घर तैयार करने की पहली और सबसे अहम प्रक्रिया होती है। वास्तु सिद्धांतों के अनुसार बनाए गए मकान के नक्शे प्रायः बेहतर दिशा में स्थित, हवादार और वहां रहने वालों के लिए अधिक स्वास्थ्यवर्धक माने जाते हैं। इसी कारण जब आप अपने घर की प्लॉट का सिलेक्शन या उसका आकार तय कर रहे हों, तो इन वास्तु नियमों को ध्यान में रखना जरूरी है।
अगर आपका प्लॉट उत्तर मुखी या पूरब मुखी है तो कुछ सरल डिजाइन सिद्धांतों को अपनाकर आप इसका अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। वास्तु के अनुसार, पूरब, उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख वाला घर सबसे शुभ माना जाता है। हालांकि, यह भी सच है कि कोई भी दिशा अशुभ नहीं होती। आपके घर के नक्शे में छोटे-छोटे परिवर्तन करके भी आप अपने घर के लिए सबसे उत्तम डिजाइन तैयार कर सकते हैं।
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घर का नक्शा: किचन
घर का नक्शा बनाते वक्त यह तय कर लें कि आप ओपन किचन चाहते हैं या फिर बंद. ऐसे शहर जहां जगह कम है, वहां परिवार ओपन किचन को तवज्जो देते हैं. इनमें दरवाजे और दीवारें अधिक जगह नहीं घेरते. लेकिन ओपन किचन की सबसे बड़ी खामी ये है कि आपको इसे हर वक्त साफ रखना पड़ेगा. दूसरी ओर इसके काफी फायदे भी हैं. उदाहरण के तौर पर, आप जगह का ज्यादा इस्तेमाल कर पाते हैं, अपने डिजाइन की वजह से यह आकर्षण को बढ़ाता है, जिससे यह बहुत उपयोगी स्थान बन जाता है. वास्तु के मुताबिक, किचन के लिए ये दिशा सबसे मुफीद है. इसे अपने घर के नक्शे में शामिल करें.

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घर का नक्शा: कपड़े धोने की जगह
आप वॉशिंग एरिया को बर्तन धोने, कपड़े धोने या फिर कपड़े सुखाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप किसी भी घर के नक्शे की फोटो देखते हैं, तो आप देखेंगे कि वॉश एरिया रसोई घर से जुड़ा हुआ है या उसके करीब है। अपने मकान के नक्शे में वॉश एरिया को किचन के पास डिजाइन करना सुविधाजनक होने के साथ-साथ व्यावहारिक भी है, क्योंकि इससे किचन में पर्याप्त हवा और रोशनी आएगी और आपको खुले आसमान या बाकी चीजों को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा।
घर का नक्शा: स्टोर रूम
अगर आप अपने घर का नक्शा में स्टोर रूम की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बिंदुओं पर विचार करना जरूरी है।स्टोर रूम किचन या उसके करीब होना चाहिए. जब तक आप बड़े घर की योजना नहीं बनाते हैं और ऐसा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, तब तक वास्तु के सिद्धांतों को लागू करना अनुकूल होगा. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, स्टोर रूम पूर्व या उत्तर में न बनाएं. अगर आप भारी मशीनें या उपकरण रखना चाहते हैं तो साउथ वेस्ट जगह मुफीद है. स्टोर रूम बनाने के लिए नॉर्थ-वेस्ट और साउथ-वेस्ट दिशाएं भी आदर्श हैं.

घर का नक्शा: मास्टर बेडरूम
यह घर का सबसे बड़ा बेडरूम होता है, जिसमें घर का मुखिया अपनी पत्नी के साथ रहता है. जब आप अपने घर की प्लानिंग करते हैं तो सुनिश्चित करें कि सारे बेडरूम इवन साइज में हों. उदाहरण के तौर पर 12 फुट x 12 फुट या 12 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 16 फुट इत्यादि. इसका आसान सा कारण यह है कि जब घर में राजमिस्त्री टाइल लगाएंगे तो उन्हें इसे काटकर आकार नहीं बदलना पड़ेगा. मास्टर बेडरूम का न्यूनतम आकार 12 फुट x 12 फुट होना चाहिए,जो एक मानक आकार है. अगर जगह की कोई कमी नहीं है तो आप इसे बड़ा भी बनवा सकते हैं. कमरे में एक अटैच टॉयलेट और ड्रेसर भी प्लान कर सकते हैं. हालांकि किचन एरिया के करीब टॉयलेट नहीं होना चाहिए.
घर का नक्शा: घर में सीढ़ियां कैसे बनाएं?
सीढ़ियां चढ़ते वक्त, जिस दिशा में घड़ी घूमती है, उसी दिशा में ही सीढ़ियां बनवानी चाहिए. अगर आप घड़ी के विपरीत दिशा में चढ़ते हैं तो यह सही नहीं है.
सीढ़ियां हमेशा ऑड नंबर में होनी चाहिए यानी 15,17, 19, 21 या 23. सीढ़ियों का मानक आकार 3 फुट होना चाहिए और यह 6 इंच ऊंची होनी चाहिए. अधिकतर मामलों में न्यूनतम, दो फीट और आठ इंच (81.3 सेमी) होता है। यदि सीढ़ी 44 इंच (111.8 सेमी) से अधिक है, तो अपने घर का नक्शा में हैंडरेल शामिल करें।
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घर का नक्शा: डायनिंग एरिया
डायनिंग रूम हमेशा किचन के करीब होना चाहिए. अगर घर में सीढ़ियां हैं तो उसके आगे डायनिंग रूम बनाने का आइडिया अच्छा है. यह देखने में भी अच्छा लगेगा और जगह भी खाली खाली नहीं लगेगी. वास्तु के नियमों के मुताबिक, कुछ प्रॉपर्टीज में डाइनिंग रूम सीढ़ियों के नीचे भी होता है, जो अतिरिक्त जगह को इस्तेमाल करने का अच्छा आइडिया है.
घर का नक्शा: ड्रॉइंग हॉल या लिविंग रूम
मेहमानों का स्वागत करने के लिए घर के नक्शे में ड्राइंग-कम-लिविंग रूम होना जरूरी है। अक्सर मकान के नक्शे में लोग “ड्रॉइंग हॉल” और “लिविंग रूम” को एक ही मान लेते हैं, लेकिन दोनों में फर्क होता है। घर के नक्शे में ड्राइंग हॉल आमतौर पर घर के प्रवेश द्वार पर होता है, जहां वे मेहमान आते हैं जो सिर्फ परिचित होते हैं। वहीं लिविंग रूम वह जगह है, जहां आप अपने करीबी मेहमानों के साथ समय बिताना चाहते हैं। जो अनजान मेहमान हों, उन्हें घर के अंदर तक लाने की जरूरत नहीं होती, वे घर के नक्शे में बने बरामदे में ही बैठ सकते हैं।
हालांकि, शहरों में सीमित जगहों के कारण हर घर का नक्शा इन कमरों को अलग-अलग रूप में नहीं बना पाता। अगर आपके पास जगह की सुविधा है तो सुनिश्चित करें कि आप अपने घर के नक्शे में इन स्थानों की सही योजना बनाएं।
घर का नक्शा: कॉमन टॉयलेट
कॉमन टॉयलेट हर परिवार के लिए जरूरी है. हालांकि यह डाइनिंग एरिया के करीब होना चाहिए लेकिन इतना करीब भी नहीं कि कोई मेहमान इसे इस्तेमाल करने के लिए अन्य कमरों से गुजरे बिना स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सके. स्वच्छता के मकसद से भी कॉमन टॉयलेट काफी जरूरी है. गैर-पारिवारिक सदस्य, जो आपके घर आते हैं, उन्हें भी सुविधाजनक लगना चाहिए और साथ ही आपकी प्राइवेसी और स्वच्छता के साथ भी कोई समझौता नहीं होना चाहिए. अगर आपका डायनिंग एरिया में वॉश बेसिन लगाने का कोई प्लान नहीं है तो कॉमन वॉशरूम लगाना अच्छा है. कॉमन वॉशरूम घर में सबसे बड़ा टॉयलेट नहीं होना चाहिए.
घर का नक्शा: ओपन एरिया और पार्किंग
अपने पार्किंग एरिया को इस तरह से बनाएं ताकि अगर आगे चलकर आप नया घर लें तब भी पार्किंग एरिया उतना ही उपयोगी रहे. 15 फुट x 14 फुट की जगह हर तरह के वाहन के लिए काफी है. अगर आपके पास लॉन के लिए जगह है तो इसे जरूर बनाएं. यह प्रॉपर्टी के एंट्रेंस पर होना चाहिए. अन्य खुले क्षेत्र घर में बहुत जरूरी रोशनी और ताजी हवा मुहैया कराते हैं.
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घर का नक्शा बनाना पहला कदम होता है. पहले आर्किटेक्ट, कॉन्ट्रैक्टर, वास्तु एक्सपर्ट और इंटीरियर डिजाइनर के साथ मिलकर योजना बनाएं. ऊपर बताए गए टिप्स शुरुआती बिंदु की तरह काम करेंगे.
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घर का नक्शा: वास्तु और दिशाओं के देवता और उनके ग्रह

जब आप अपने घर के नक्शे पर आर्किटेक्ट और कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करें तो ऊपर दी गई तस्वीर के जरिए दिशाओं को महत्व को समझ सकते हैं. विभिन्न दिशाओं में विभिन्न प्रकार की ऊर्जा होती है.
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क्या मैं घर का नक्शा ऑनलाइन बना सकता हूं?
जवाब है हां, आप घर का नक्शा या घर का डिजाइन ऑनलाइन बना सकते हैं. ऐसी कई वेबसाइट, सॉफ्टवेयर्स और ऐप हैं, जिनके जरिए आप ऐसा कर सकते हैं. हालांकि घर के डिजाइनिंग के लिए कुछ अनुभव और सॉफ्टवेयर्स की समझ जरूरी है. इस पर काम करने के लिए आप किसी आर्किटेक्ट की मदद भी ले सकते हैं.
एक सिंपल घर डिजाइन फोटो मूल रूप से घर का फर्श प्लान है। इन ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करके आप 3D फ्लोर प्लान बना सकते हैं। इस घर का नक्शा 3D फोटो को देखें।

आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न आयामों और प्लॉट के एरिया के अनुसार एक सिंपल घर का फोटो बना सकते हैं।
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घर का नक्शा बनाने में फेंग शुई बागुआ मानचित्र का करें उपयोग
घर का नक्शा मे बगीचा योजना
जब आप घर का नक्शा बना रहे हैं और यह एक स्वतंत्र घर है, तो बगीचा योजना बनाना एक अच्छा विचार है। आप बगीचे और पेड़ों के placement को इस तरह से योजना बना सकते हैं कि घर को इसका लाभ मिले। विभिन्न गतिविधियों के लिए विशिष्ट क्षेत्र बनाएं, जैसे बैठने का क्षेत्र, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, या एक सब्जी का बगीचा।
घर के नक्शे की विशेषताएँ क्या हैं?
टॉप व्यू : घर के नक्शे की मदद से आप अपने पूरे घर की योजनाबद्ध जानकारी को एक साथ ऊपर से (बर्ड्स आई व्यू) देख सकते हैं। इससे जगह का अधिकतम और बेहतर उपयोग करने में मदद मिलती है।
2D और 3D: घर के नक्शे के माध्यम से आप 2D और 3D फॉर्मेट देख सकते हैं। 2D नक्शा आपको ब्लूप्रिंट यानी फ्लैट प्लान दिखाता है, जबकि 3D नक्शा गहराई और ऊंचाई के साथ घर की अधिक स्पष्ट कल्पना प्रदान करता है।
अनुकूलन (कस्टमाइज़ेशन) की सुविधा: घर के नक्शे के ज़रिए आप अपनी ज़रूरतों और पसंद के अनुसार डिज़ाइन में बदलाव कर सकते हैं। इससे निर्माण शुरू होने से पहले ही आप अपने घर का रूप और आकार अपने अनुसार तय कर सकते हैं।
Housing.com के दृष्टिकोण से
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
घर का नक्शा कैसे बनाएं?
आप अपने घर का नक्शा बनाते समय प्लॉट का आकार, हर कमरे का क्षेत्रफल, कितने कमरे चाहिए और क्या आप उसे वास्तु के अनुसार बनाना चाहते हैं, इन सभी बातों को ध्यान में रखें।
ऑनलाइन घर का नक्शा कैसे बनाएं?
आप कई ऑनलाइन टूल्स की मदद से घर का नक्शा बना सकते हैं। दरअसल, आजकल एआई (AI) की मदद से भी नक्शा तैयार किया जा सकता है।
घर का नक्शा स्टेप बाय स्टेप कैसे बनाएं?
सबसे पहले अपनी जरूरतें तय करें। फिर प्लॉट की सीमाएं चिन्हित करें, उसके बाद कमरों के विभाजन और सुविधाओं को ड्रॉ करें और धीरे-धीरे आगे बढ़ें।
घर का नक्शा कौन बनाता है?
घर का नक्शा आर्किटेक्ट (वास्तुकार) तैयार करता है।
भारत का सबसे अमीर घर कौन सा है?
भारत का सबसे अमीर घर एंटीलिया (Antilia) है।
वास्तु के अनुसार ‘घर के नक्शे’ में बेडरूम का आकार कैसा होना चाहिए?
वास्तु के अनुसार बेडरूम का क्षेत्रफल सम संख्या में होना चाहिए, जैसे 12 फीट × 12 फीट, 12 फीट × 14 फीट आदि।
घर के नक्शे में हॉल कहां होना चाहिए?
हॉल घर के पूर्व दिशा या बीच के हिस्से में होना चाहिए।
प्लॉट खरीदने के लिए कौन सी दिशाएं शुभ मानी जाती हैं?
पूर्वमुखी, उत्तरमुखी या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा वाले प्लॉट शुभ माने जाते हैं।
उत्तर प्रदेश में आवासीय मकान बनाने के लिए न्यूनतम प्लॉट का आकार कितना होना चाहिए?
प्लॉट का क्षेत्रफल कम से कम 1,800 वर्ग फीट होना चाहिए। विकसित क्षेत्रों में यह 1,900 वर्ग फीट होना आवश्यक है। हालांकि, नियंत्रक प्राधिकरण की अनुमति मिलने पर विशेष परिस्थितियों में इससे छोटे प्लॉट पर भी निर्माण की अनुमति दी जा सकती है।
क्या एक ही प्लॉट पर दो इमारतें बनाई जा सकती हैं?
नहीं, भले ही जगह पर्याप्त हो, आवासीय प्लॉट पर केवल एक ही इमारत बनाई जा सकती है।
औद्योगिक प्लॉट का न्यूनतम आकार कितना होना चाहिए?
औद्योगिक प्लॉट का क्षेत्रफल कम से कम 6,000 वर्ग फीट होना चाहिए।
(हमारे लेख से संबंधित कोई सवाल या प्रतिक्रिया है? हम आपकी बात सुनना चाहेंगे। हमारे प्रधान संपादक झूमर घोष को jhumur.ghosh1@housing.com पर लिखें।)





