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UP भूलेख: 2023 में कैसे चेक करें खसरा-खतौनी और भू-नक्शा?

Bhulekh UP: How to check land records online in Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश सरकार ने भूमि रिकॉर्डों को ऑनलाइन देखने और प्रमाणित करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म “भूलेख यूपी” (Bhulekh UP) विकसित किया है। इस प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करके, आप किसी भी भूमि के टुकड़े के स्वामित्व की जानकारी देख सकते हैं और भू नक्शा डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं। यह राज्य में किसी भी भूमि के टुकड़े के खसरा और नक्शे जैसे भूमि रिकॉर्ड तक ऑनलाइन एक्सेस देता  है।

यूपी भूलेख का उपयोग करने के लिए, यूजर्स को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है और उस जिले, तहसील और गांव का चयन करना होता है जहां जमीन स्थित है। वे फिर भूमि के टुकड़े के खसरा संख्या दर्ज करके विवरण देख सकते हैं। वेबसाइट भूमि के टुकड़े का नक्शा भी प्रदान करती है, जिसे आसपास के क्षेत्र को देखने के लिए ज़ूम इन और आउट किया जा सकता है।

“भूलेख” नाम हिंदी शब्द “भू” (भूमि) और “लेख” (अभिलेख) से लिया गया है। पोर्टल 2016 में लॉन्च किया गया था और यह भूमि रिकॉर्ड को ज्यादा पारदर्शी और सुलभ बनाने में सहायक रहा है। इस लेख में हम यूपी भूलेख से जुड़े हुए तमाम पहलुओं के बारे में जानेंगे।

 

UP भूलेख पोर्टल को 2023 में कई अपडेट मिले हैं, जिनमें शामिल हैं:

भू-नक्शे में सुधार: भू-नक्शों में अब अधिक विस्तृत जानकारी है, जिसमें भूमि के टुकड़े का आकार, स्थिति और उपयोग शामिल है।

खसरा-खतौनी में सुधार: खसरा-खतौनी में अब अधिक विस्तृत जानकारी है, जिसमें भूमि मालिक का नाम, पता और भूमि के टुकड़े की कीमत शामिल है।

ऑनलाइन भुगतान सुविधा: अब यूजर्स ऑनलाइन शुल्क का भुगतान कर सकते हैं ताकि वे खसरा-खतौनी और भू-नक्शे प्राप्त कर सकें।

मोबाइल ऐप: अब UP भूलेख पोर्टल के लिए एक मोबाइल ऐप उपलब्ध है, जिससे यूजर्स अपने स्मार्टफोन या टैबलेट से खसरा-खतौनी और भू-नक्शे तक पहुंच सकते हैं।

2023 में UP भूलेख पोर्टल के अपडेट से भूमि रिकॉर्डों तक पहुंच और उपयोग में सुधार हुआ है। ये अपडेट भूमि मालिकों, किसानों और अन्य हितधारकों के लिए भूमि प्रशासन को और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में मदद करेंगे।

 

भूमि राशि पोर्टल: किसानों को मिलेगा सीधे भुगतान

सड़क परियोजनाओं के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहण किए जाने पर उसके मूल्य का भुगतान सीधे उनके खातों में किया जाएगा। इसके लिए भूमि राशि पोर्टल के जरिये पेमेंट किया जाएगा।

एनएचएआई ने सोमवार को कार्यशाला का आयोजन कर इसके बारे में संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी। इसका उद्देश्य राजमार्ग की परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करना है। ताकि, परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जा सके। केंद्र सरकार ने यूपी में राजमार्गों के विकास के लिए 1,16,991 करोड़ की नई परियोजनाएं शुरू की हैं।

हाल ही में अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक, वर्कशॉप में केंद्र सरकार के सलाहकार वीपी खरे, मुख्य इंजीनियर एके पांडे और NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव कुमार शर्मा ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया और भूमि राशि पोर्टल के बारे में विस्तार से बताया। वर्कशॉप में बताया गया कि भूमि राशि पोर्टल न केवल अधिग्रहीत भूमि के मुआवजे के सीधे भुगतान में तेजी लाएगा, बल्कि भू स्वामियों को उनके भुगतान की स्थिति पता करने के साथ-साथ शिकायत दर्ज कराने की अनुमति भी देगा। अभी तक किसानों को यह भुगतान चेक से किया जाता है।

 

यूपी भूलेख डिजिटल हुआ: सभी भूमि रिकॉर्ड डिजिटल हुए और ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए

 

2023 में यूपी भूलेख का उपयोग करने के कुछ लाभ यहां दिए गए हैं:

 

2023 में यूपी भूलेख पर अपने भूमि रिकॉर्ड की जांच करने के लिए, आप इन चरणों का पालन कर सकते हैं:

 

यूपी भूलेख की पिछली 4 महीने की अपडेट:

यह भी देखें: क्या है MPIGR?

 

भूलेख यूपी (Bhulekh UP) क्या है?

भूलेख यूपी (Bhulekh UP) उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा बनाया गया एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसका इस्तेमाल करते हुए यहां पर भूमि से संबंधित और भूमि के संपत्ति रिकॉर्ड से जुड़ी हुई सभी तरह की जानकारी और सेवाएं दी जाती है.

भूलेख यूपी (Bhulekh UP) पोर्टल एक समस्या का समाधान बहुत ही अच्छी तरह से हुआ है और वह है भूमि संबंधी जानकारी के लिए तहसीलदार या फिर पटवारी के दफ्तर में बार बार चक्कर लगाना और परेशान होना.

भूलेख यूपी (http://upbhulekh.gov.in/) उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट है, जिसके उपयोग करके यूपी में भूमि मालिक भूलेख नक़्शे, खसरा-खतौनी और ज़मीन से जुडी हुई हर तरह की जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस पोर्टल को भूलेख उत्तर प्रदेश (Bhulekh UP) के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर प्रदेश राजस्व बोर्ड द्वारा शुरू किये गए भूलेख यूपी पोर्टल ने भूमि अभिलेखों को सत्यापित करने के लिए नागरिकों को बार-बार तहसील कार्यालय का दौरा लगाने के झंझट से मुक्ति दे दी हैं क्योंकि जमाबंदी रिकॉर्ड अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं।

 

यह भी देखें: जानिए झारभूमि के बारे में सभी ज़रूरी बाते

 

यूपी भूलेख (UP Bhulekh) ऑनलाइन पोर्टल की विशेषताएं

यूपी भूलेख (UP Bhulekh) ऑनलाइन पोर्टल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किया गया एक महत्वपूर्ण सुविधा है जिसका उद्देश्य नागरिकों को भूमि संबंधित जानकारी और डॉक्यूमेंट्स ऑनलाइन उपलब्ध कराना है। यह पोर्टल निम्नलिखित विशेषताएं प्रदान करता है:

भूलेख पोर्टल: यह पोर्टल भूमि के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि जमीन का मालिकाना प्रमाणपत्र (खतौनी), खसरा खतौनी, खसरा अखतौनी इत्यादि को ऑनलाइन उपलब्ध कराता है।

खसरा खतौनी सत्यापन: इस पोर्टल के माध्यम से आप अपने खसरा खतौनी की जानकारी को सत्यापित कर सकते हैं, जो आपको भूमि संबंधित सभी डॉक्यूमेंट्स के लिए आवश्यक होता है।

ऑनलाइन आवेदन: यूपी भूलेख पोर्टल के माध्यम से आप भूमि संबंधित कई प्रकार के ऑनलाइन आवेदन जैसे कि नामांकन, भूमि खरीद, मुआवजा आदि कर सकते हैं।

भू नक्शा (जमाबंदी नक्शा): यह पोर्टल भू नक्शे को ऑनलाइन उपलब्ध कराता है, जिससे आप अपनी भूमि के सटीक नक्शे की जांच कर सकते हैं।

अदालती मामले और जानकारी: यूपी भूलेख पोर्टल पर अदालती मामलों की जानकारी भी उपलब्ध होती है, जो आपको अपनी भूमि से संबंधित किसी भी कानूनी मामले में मदद कर सकती है।

एकीकरण: यह पोर्टल उत्तर प्रदेश में भूमि संबंधित जानकारी को एक ही स्थान पर एकीकृत करने का कार्य करता है, जिससे नागरिकों को जानकारी प्राप्त करने में सुविधा होती है।

यह पोर्टल भूलेख से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और नागरिकों को उनकी भूमि संबंधित जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।

 

भूलेख यूपी (UP Bhulekh) वेबसाइट पर उपलब्ध सेवाएं

यूपी भूलेख (UP Bhulekh) वेबसाइट पर विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध होती हैं, जैसे:

भूमि रिकॉर्ड देखें: इस सेवा के माध्यम से आप यूपी के विभिन्न जिलों की भूमि रिकॉर्ड देख सकते हैं, जैसे कि खसरा, खतौनी, जमाबंदी आदि।

खसरा/खतौनी प्रिंट: आप अपनी भूमि की खसरा और खतौनी प्रिंट निकाल सकते हैं, जिसमें आपकी संपत्ति की विस्तृत जानकारी होगी।

भूमि रिकॉर्ड की जांच: आप यहाँ पर भूमि रिकॉर्ड की जांच कर सकते हैं ताकि आपको यदि कोई गलती हो, तो उसे सुधार सकें।

ऑनलाइन पंजीकरण: आपको यूपी भूलेख पोर्टल के माध्यम से अपनी संपत्ति का ऑनलाइन पंजीकरण करने का विकल्प भी मिलता है।

भूमि रिकॉर्ड अपडेट: आपको यहाँ पर अपनी भूमि रिकॉर्ड को अपडेट करने का विकल्प भी उपलब्ध होता है।

कृपया ध्यान दें कि यह सेवाएं यूपी भूलेख पोर्टल पर उपलब्ध हो सकती हैं, और आपके राज्य के नियमों और विशेषताओं के आधार पर भी बदल सकती हैं।

 

यह भी देखें: जानिए बिहार भूमि से जुडी सभी ज़रूरी बातें

 

यूपी भूलेख पर 2023 में कितने ज़िलों की भूमि जानकारी उपलब्ध है?

यूपी भूलेख पर निन्मलिखित ज़िलों की भूमि जानकारी उपलब्ध है:

अमरोहा
अमेठी
अम्बेडकरनगर
अयोध्या
अलीगढ़
आगरा
आजमगढ
इटावा
उन्नाव
एटा
औरैया
कन्नौज
कानपुर देहात
कानपुर नगर
कासगंज
कुशीनगर
कौशाम्बी
खीरी
गाजियाबाद
गाजीपुर
गोरखपुर
गोंडा
गौतम बुद्ध नगर
चन्दौली
चित्रकूट
जालौन
जौनपुर
झांसी
देवरिया
पीलीभीत
प्रतापगढ
प्रयागराज
फतेहपुर
फर्रूखाबाद
फिरोजाबाद
बदायूँ
बरेली
बलरामपुर
बलिया
बस्ती
बहराइच
बागपत
बाराबंकी
बाँदा
बिजनौर
बुलन्द शहर
भदोही
मऊ
मथुरा
महाराजगंज
महोबा
मिर्जापुर
मुजफफर नगर
मुरादाबाद
मेरठ
मैनपुरी
रामपुर
रायबरेली
लखनऊ
ललितपुर
वाराणसी
शामली
शाहजहांपुर
श्रावस्ती
सन्तकबीर नगर
सम्भल
सहारनपुर
सिद्धार्थनगर
सीतापुर
सुल्तानपुर
सोनभद्र
हमीरपुर
हरदोई
हाथरस
हापुड़

 

भूलेख UP पर अपने शहर का भूमि रिकॉर्ड डेटा कैसे जांचें?

स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर रियल टाइम खतौनी डैशबोर्ड विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: अगले पृष्ठ पर, आप विभिन्न शीर्षकों के तहत यूपी में सभी भूमि रिकॉर्ड डेटा की पूरी रिपोर्ट देखेंगे।

 

 

स्टेप 3: यूपी में जिले भर का भूमि रिकॉर्ड डेटा देखने के लिए संपूर्ण रिपोर्ट (Complete Report) विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 4: आप अगले पेज पर यूपी में जिलेवार भूमि रिकॉर्ड डेटा देख पाएंगे। आपके पास इस डेटा को पृष्ठ के शीर्ष पर प्रिंट करने का विकल्प भी है।

 

 

स्टेप 5: किसी विशिष्ट शहर के लिए भूमि रिकॉर्ड डेटा देखने के लिए, ड्रॉपडाउन विकल्प से जिले का चयन करें।

 

 

स्टेप 6: आप सारा डेटा एक ही जगह देख पाएंगे.

 

 

भूलेख यूपी पोर्टल पर कैसे प्राप्त करें खसरा-खतौनी 2023?

भूलेख यूपी पोर्टल पर खसरा-खतौनी यूपी विवरण की जांच करने के लिए नीचे बताये गए चरणों का पालन करें:

स्टेप 1: आधिकारिक भूलेख यूपी पोर्टल पर जाएं। होमपेज पर, ‘खतौनी (अधिकार अभीलेख) की नकल देखें’ चुनें (अधिकारों के रिकॉर्ड की प्रतियां देखें)।

 

 

 

स्टेप 2: खसरा-खतौनी यूपी की जांच करने के लिए: अब आपको स्क्रीन पर दिखाई देने वाले कैप्चा देख कर भरने के लिए कहा जाएगा। कैप्चा दर्ज करें और ‘submit’ बटन पर क्लिक करें।

 

यह भी देखें: बी खाता के बारे में विस्तार से जानें

 

 

स्टेप 3: अब आपको भूमि रिकॉर्ड की जाँच करने के लिए जिला, तहसील और गाँव का चयन करने के लिए कहा जाएगा

 

 

स्टेप 4: अब आप खसरा / गाटा संख्या या खाता संख्या या मालिक (खातेदार) का नाम दर्ज करके अपनी खोज के साथ आगे बढ़ सकते हैं। उस विकल्प का चयन करें जिसके साथ आप खोज करना चाहते हैं और खोज बटन दबाएं। नीचे दिए गए फोटो में हम खसरा/गाटा नंबर से खोज कर रहे हैं।

 

 

 

स्टेप 5: इस खाता संख्या के विवरण की जांच करने के लिए, संख्या का चयन करें और विकल्प ‘उद्धरण देखें’ (खाता विवरण देखें) पर क्लिक करें।

 

 

खसरा-खतौनी यूपी चेक करने के लिए अंतिम स्टेप: निम्न पृष्ठ खसरा खतौनी यूपी का विवरण दिखाएगा, जैसा कि नीचे दी गयी फोटो में दिखाया गया है।

 

 

 

यह भी देखें: जानिए यूपी भू नक़्शे के बारे में सभी ज़रूरी बातें

 

कैसे करें भूलेख नक़्शा यूपी की जांच ?

भूलेख यूपी (Bhulekh UP) पोर्टल में नक्शे की जांच करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

स्टेप 1 : भुलेख नक्शा यूपी देखने के लिए: https://upbhulekh.gov.in/public/public_ror/Public_ROR.jsp पर जाएं।

 

 

स्टेप 2: भूलेख नक्शा यूपी देखने के लिए सूची से अपने जिले, तहसील और गांव का चयन करें।

 

 

यह भी देखें: लैंड सर्वे मैप्स ऑनलाइन महाराष्ट्र के बारे में सब कुछ

 

स्टेप 3: निम्नलिखित पृष्ठ पर, आपको निम्नलिखित विकल्पों का उपयोग करके भूलेख नक्शा यूपी को खोजना होगा:

 

 

और यह जानकारी देने के बाद आप यूपी भूलेख नक्शा देख पाएंगे।

 

 

भूलेख UP पर मालिक के विवरण की जांच कैसे करें?

अगर आप यूपी में जमीन खरीद रहे हैं तो जमीन के मालिकाना हक से जुड़ी जानकारी काफी जरूरी है। आप भूलेख यूपी पोर्टल पर ‘खतौनी अंश निर्धारण की नकल देखें’ (खतौनी के भूमि स्वामित्व का विवरण देखें) का चयन करके भूमि स्वामित्व पैटर्न के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

 

जैसा कि ऊपर की प्रक्रिया में बताया गया है, आपसे आगे बढ़ने के लिए जिले, तहसील और गांव के नाम भरने को कहा जायेगा। इसके बाद, आपको खसरा/गाटा नंबर या खाता नंबर या मालिक (खातेदार) के नाम का उपयोग करके अपनी खोज को जारी रखने के लिए भी कहा जाएगा। उस विकल्प का चयन करें जिसके साथ आप अपनी खोज को आगे बढ़ाना चाहते हैं और खोज बटन दबाएं। नीचे दिए गए फोटो में हम खसरा/गाटा नंबर से खोज कर रहे हैं।

 

 

 

यह भी देखें: विभिन्न राज्यों में भूलेख दस्तावेज़ ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करें?

 

यूपी भूलेख पर विवादित प्रॉपर्टी की जांच कैसे करें?

स्टेप 1: यूपी में जमीन या प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले आपको यह जरूर देखना चाहिए कि प्रॉपर्टी को लेकर किसी तरह का कानूनी या वित्तीय विवाद नहीं है। यह होम स्क्रीन पर ‘भूखंड/ गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति जाने’ विकल्प का उपयोग करके किया जा सकता है।

 

 

स्टेप 2: जब आप उस विकल्प पर क्लिक करेंगे, तो आपको एक नए पेज पर ले जाया जाएगा, जो आपको यूपी के सभी जिलों, तहसील और गांवों की सूची प्रदान करेगा। प्रासंगिक विकल्पों का चयन करें।

 

 

स्टेप 3: अपने जिले, तहसील और गांव का चयन करने के बाद आपको एक नए पेज पर ले जाया जाएगा, जिसमें आपसे गाटा नंबर डालने के लिए कहा जाएगा। गाटा नंबर दर्ज करें और ‘खोजें’ विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

एमपी भू नक्शा और भूलेख मानचित्र के बारे में भी पढ़ें

 

UP में जमीन के एवज में लोन लिया गया है या नहीं, इसकी जांच कैसे करें?

UP भूलेख पर, उपयोगकर्ता यह भी जांच सकते हैं कि जमीन बैंक के पास गिरवी है या नहीं। आइए जाने इसे कैसे करना है।

स्टेप 1: आधिकारिक साइट पर जाएं।

 

स्टेप 2: होम पेज पर आपको बैंक बंधन डैशबोर्ड उत्तर प्रदेश का विकल्प मिलेगा।

 

स्टेप 3: अगले पेज पर फिटर पर क्लिक करने से पहले जिला और तहसील का चयन करें।

 

स्टेप 4: आपको सारा डेटा मिल जाएगा।

 

स्टेप 5: गिरवी रखी गई संपत्तियों का बैंक-वार विवरण प्राप्त करने के लिए पृष्ठ को नीचे स्क्रॉल करें।

 

यूपी भूलेख में निष्क्रान्त संपत्ति कैसे देखें?

स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और निष्क्रान्त सम्पति विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: अगले पेज पर अपना जिला, तहसील और गांव चुनें।

 

 

स्टेप 3: एक नया पेज खुलेगा, जिसमें उस जिले की निष्क्रान्त संपत्तियों का विवरण होगा।

 

 

यूपी भूलेख पर शत्रु की प्रॉपर्टी कैसे देखें?

स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ‘शत्रु संपत्ति’ के विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: अब आपके पास यूपी भूलेख पर शत्रु की संपत्ति के बारे में अपनी खोज के साथ आगे बढ़ने के लिए जिला और तहसील चुनने का विकल्प आएगा।

 

 

स्टेप 3: भूलेख यूपी पर एक नया पेज खुलेगा, जिसमें तहसील और जिले में आपके द्वारा मांगी गई शत्रु की सभी संपत्तियों का विवरण दिखेगा।

 

 

भूलेख यूपी पर खाली की गई प्रॉपर्टी कैसे चेक करें?

स्टेप 1: यूपी भूलेख होम पेज पर निष्क्रांत संपत्ति विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: अब आपको भूलेख यूपी पर खाली संपत्ति खोजने के लिए जिला और तहसील चुनना होगा।

 

 

स्टेप 3: खाली संपत्तियों की सूची आपकी स्क्रीन पर दिखाई देगी। आपके पास इसे हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी देखने का विकल्प होगा।

 

 

यूपी भूलेख पर ग्राम कोड कैसे पता करें?

राजस्व ग्राम कोड आपके गांव को दी गई एक पहचान है और इसकी जानकारी यूपी में भूमि रिकॉर्ड चेक करने के लिए आवश्यक है। सूचना साझा करने की सुविधा के लिए यूपी भूलेख पोर्टल राजस्व ग्राम कोड की पूरी सूची प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है। अपना राजस्व ग्राम कोड जानने का तरीका यहां दिया गया है:

स्टेप 1: आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। दाहिने हाथ की ओर ‘राजस्व ग्राम खतौनी का कोड जाने’ विकल्प खोजें। इस विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: एक बार आप जिले और तहसील का चयन कर लेने के बाद आपकी स्क्रीन पर ग्राम राजस्व कोड के साथ गांवों की सूची दिखाई देगी।

 

 

स्टेप 3: आपका ग्राम कोड आपके गांव के नाम के साथ दिया गया 6 अंकों का नंबर है।

 

 

भूलेख यूपी पर भूखंड/गाटा की बिक्री की स्थिति कैसे चेक करें?

भूलेख यूपी (Bhulekh UP) पोर्टल पर भूखंड/गाटा की बिक्री की स्थिति की जांच करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

स्टेप 1: होम पेज पर भूखंड/गाटा के विक्रय की स्थिति जाने के विकल्प पर क्लिक करें।

 

 

स्टेप 2: अगली स्क्रीन पर जिला, तहसील और ग्राम कोड चुनें।

 

 

स्टेप 3: किसी ख़ास भूखंड की बिक्री का विवरण जानने के लिए अब आपको खसरा नंबर या गाटा नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा।

 

 

अन्य सेवाएं जिन्हें आप भूलेख UP पोर्टल के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं

जनसुनवाई पोर्टल

आईजीआरएस यूपी

वाड यूपी

DILRMP

ईडिस्ट्रिक्ट

जेम

NVSP

यूपी राजस्व विभाग

 

यूपी भूलेख: तथ्य

भुलेख क्या है?

भुलेख एक हिंदी शब्द है, जो दो शब्दों – भू (अर्थ भूमि) और लेख (खाता) के संयोजन से बना है। संयोजन में, दो शब्दों का अर्थ है भूमि का लेखा। भुलेख शब्द का अर्थ भारत में भूमि विवरण या भूमि स्वामित्व विवरण है। भुलेख शब्द अंग्रेजी में ‘लैंड रिकॉर्ड’ शब्द के समान है।

यह भी देखें: भूलेख ओडिशा वेबसाइट पर भूमि रिकॉर्ड ऑनलाइन कैसे देखें?

 

गाटा नंबर क्या है?

गाटा शब्द का इस्तेमाल भूखंड को दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। दूसरे शब्दों में कहा जाये तो गाटा नंबर भू-राजस्व विभाग द्वारा किसी प्लॉट को प्रदान की गई पहचान है।

 

यूपी भूलेख (UP Bhulekh) पोर्टल की अन्य अपडेट्स:

20 जून, 2023: उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) ने राज्य के नागरिकों के लिए भूमि अधिग्रहण रणनीति में सुधार किया। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अधिग्रहित ज़मीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चार सूत्री रणनीति शुरु की है।

दिवालिया और बंद उद्योगों की विवादित या अप्रयुक्त ज़मीन का भी अधिग्रहण किया जा सकेगा। UPSIDA ने पहले ही 1300 एकड़ ग्राम सभा ज़मीन का अधिग्रहण किया है और 871 एकड़ से अधिक का अधिग्रहण करने की योजना बना रहा है, जो विभिन्न जिलों में स्थित हैं।

यह पहल निवेशकों को आसानी से ज़मीन खोजने में मदद करेगी। उन्हें विवादित और अधिग्रहीत ज़मीन की जानकारी के लिए यूपी भूलेख ऑनलाइन पोर्टल (UP Bhulekh Online Portal) पर भी जा सकते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉपर्टी संबंधी विवादों को सुलझाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रॉपर्टीज़ का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया है। साल के अंत तक, यानी दिसंबर में, गांवों में लगभग 90,000 घर निर्मित किए जाएंगे।

बुंदेलखंड जिला स्वामित्व योजना के तहत घरों के वितरण में अग्रणी है, इसके बाद ललितपुर, जालौन और झांसी जैसे अन्य जिले हैं। मुरादाबाद, बागपत, महोबा, हमीरपुर, संबल, शामली और कासगंज जैसे जिलों में भी अधिक काम पूरा किया गया है।

 

मई 2023: यूपी भूलेख विभाग जल्द ही 530 किसानों को 6% आबादी प्लॉट देने की घोषणा करेगा। इसके लिए विभाग ने 530 किसानों की लिस्ट को दर्ज कराई है, जिनकी आपत्तियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद मंजूरी मिलने पर इस लिस्ट को अगली बैठक में पेश किया जाएगा।

हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच दशक पुराना जमीन संबंधी विवाद जल्द ही समाप्त होने वाला है। इस विवाद का निपटारा करने के लिए 31 मई तक का समय दिया गया है और खंभों के निर्माण में लगभग 4.46 करोड़ रुपये का खर्च होगा।

 

अप्रैल 2023: यूपी सरकार ने 21 लाख से अधिक नागरिकों को घरौनी प्रमाण पत्र या भूलेख के प्रमाण पत्र प्रदान करने की घोषणा की है। इससे भूमि अतिक्रमण और अवैध कब्जे के मामलों में सुधार होगा और ग्रामीण नागरिकों को सशक्ति मिलेगी। सभी नागरिकों को उनके प्रमाण पत्र प्राप्त करने की समय सीमा 30 जून, 2023 तक निर्धारित की गई है।

 

मार्च 2023: नोएडा अथॉरिटी ने ज़मीन का बकाया न जमा करने वाले बिल्डरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ‘रिकवरी सर्टिफिकेट’ (RCs) जारी करेगा। डिफॉल्ट करने वाले बिल्डरों की प्रॉपर्टी और अन्य एसेट्स को कुर्क किया जा सकता है।

 

फरवरी 2023: यूपी सरकार ने गौतम बुद्ध नगर के भूलेख को डिजिटल करने का निर्देश दिया है। इसके माध्यम से सभी भूलेखों को डिजिटल बनाया जाएगा, जिससे समय और एक्सेसबिलिटी में सुधार होगा। IGRS ने उप पंजीयकों को योजना तैयार करने के निर्देश दिए है कि वे 13 लाख से अधिक भूलेखों की स्कैनिंग और डिजिटलीकरण करें। सरकार ने 2002-2017 के बीच की भूलेखों को डिजिटलीकरण की योजना शुरू की है और गौतम बुद्ध नगर की 13,08,449 Bhulekh फाइलों को डिजिटल बनाने का काम होगा।

ये घटनाएँ यूपी भूलेख विभाग की अद्यतन सूचनाओं का हिस्सा है जिनका उद्देश्य किसानों के हित में भूमि संबंधित समस्याओं का समाधान करना है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

यूपी में भुलेख कैसे चेक करें?

आप नागरिक आधिकारिक पोर्टल http://upbhulekh.gov.in/ पर यूपी में भुलेख की जांच कर सकते हैं।

भू-नक्शा यूपी क्या है?

भू-नक्शा यूपी पोर्टल उत्तर प्रदेश में भूमि का नक्शा प्रदान करता है।

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