5 फरवरी, 2024: क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस)-उड़े देश का आम नागरिक (यूडीएएन) के लॉन्च के बाद से कुल 519 मार्गों का परिचालन किया गया है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री वीके सिंह ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
वर्तमान में, उड़ान योजना के तहत 2 वाटर एयरोड्रोम और 9 हेलीपोर्ट सहित 76 हवाई अड्डों का संचालन किया जा चुका है। चार हवाई अड्डे आरसीएस उड़ानों के संचालन के लिए तैयार हैं। 09 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों का विकास कार्य पूरा हो चुका है तथा लाइसेंसिंग का कार्य प्रगति पर है। उड़ान योजना के तहत 17 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों का विकास कार्य प्रगति पर है। शेष हवाई अड्डों का विकास कार्य योजना चरण में है।
इसके अतिरिक्त, 2 वाटर एयरोड्रोम सहित 18 हवाई अड्डे, विभिन्न कारणों से अस्थायी रूप से गैर-परिचालन हैं, जैसे जेट एयरवेज, ज़ूम एयर, ट्रूजेट, डेक्कन एयर, एयर ओडिशा जैसी कुछ एयरलाइंस के बंद होने, उच्च रखरखाव लागत, कम उपलब्धता के कारण। प्रशिक्षित पायलट, 3 साल का वीजीएफ कार्यकाल पूरा होने के कारण देश में एमआरओ सुविधाओं की कमी, विमान की कमी, स्पेयर पार्ट्स और इंजन की कमी और कम पीएलएफ आदि।
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