शमी के पेड़ के फायदे और नुकसान

घर के आंगन में लगाएं ये पेड़ और पाएं शनि के प्रकोप और रोगों से मुक्ति

आजकल की भीड़-भाड़ भरी जिंदगी में हम हर वो चीज करना चाहते हैं जिस से हम सुकून के कुछ पल अपने लिए निकाल सकें. ऐसे में ख़ुद का घर एक ऐसी जगह है. जहां हम अच्छा महसूस करते हैं और हम चाहते हैं कि हमारा घर एकदम खूबसूरत दिखे. खूबसूरत दिखने के साथ-साथ घर की एनर्जी भी बहुत मायने रखती है.

आप माने या ना माने अगर आपके घर में कुछ हरे-भरे पेड़-पौधे हैं तो आपको बहुत अच्छा लगता है. हमने सुना है कि बहुत से ऐसे पेड़ हैं जिनको लगाने से घर की ऊर्जा को बदला जा सकता है इसीलिए ऐसे पेड़ जो पॉजिटिव एनर्जी भी बनाए रखें और कहीं ना कहीं आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद हो, लोगों की पहली पसंद बन गए है.

हमने गुड लक के लिए तुलसी, जेड और मनी प्लांट जैसे पौधों के बारे में बहुत सुना है लेकिन आज हम आपको एक और पौधे के बारे में बताने वाले हैं जो बेहद खूबसूरत तो लगता ही है साथ ही उसका धार्मिक और औषधीय महत्व भी बहुत है. उस पौधे का नाम है, शमी का पौधा. शामी के पौधे को लगाने के अनगिनत फायदे और कुछ नुक्सान हो सकते है, जिन्हे बारे में हम आगे पढ़ेंगे।

 

कैसा दिखता है शमी का पौधा? (How you can identify Shami Plant)

अपनी शुद्धता, शुभता और सकारात्मक एनर्जी के लिए जाना जाने वाला ये पेड़ छोटी-छोटी पत्तियों वाला कांटेदार पेड़ होता है. राजस्थान में खेजड़ी के नाम से प्रसिद्ध इस पेड़ का वैज्ञानिक नाम प्रोसोपिस सिनेरेरिया है. इसकी लोकप्रियता को इसी बात से समझा जा सकता है कि राजस्थान में इसके नाम पर एक स्थान का नाम खेजड़ली रख दिया गया है. बरकत और खुशहाली से जुड़ा हुआ यह पौधा फरवरी माह में बहुत ज्यादा बिकता है. इस महीने के आस-पास नर्सरी चलाने वाले लोग इसकी कलम और कटाई शुरू कर देते हैं ताकि इसे बाजार में लाया जा सके.

 

 

कहां और कब लगाएं शमी का पौधा? (When and where to plant Shami tree?)

जैसा कि हमने बताया कि शमी के पौधे का धार्मिक महत्व भी बहुत है इसलिए घर में इसके लगाने के स्थान और लगाने के दिन के बारे में कई बातें कही गई हैं;

  • शमी का पौधा हमेशा घर के मुख्य द्वार पर लगाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि यह करने से आपकी आर्थिक सुख-समृद्धि बनी रहती हैं. साथ ही यह भी ध्यान रखें कि इसे कभी भी छत के नीचे या घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए.
  • साथ ही यह पौधा लगाते हुए दिशा का भी ध्यान देना जरूरी है. मुख्य द्वार से बाएं ओर ही इस पेड़ को लगाने की सलाह दी जाती हैं. इसके अलावा अगर आप छत पर यह पेड़ लगा रहे हैं तो दक्षिण दिशा की तरफ पेड़ रखें.
  • शमी के पेड़ को लगाने के दिन के बारे में भी कुछ जानकारी हमें मिलती हैं. इसको लगाने का सबसे शुभ दिन दशमी माना गया है लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर पाएं हैं तो शनिवार के दिन आप इस पेड़ को लगाकर धार्मिक रूप से अच्छे फल प्राप्त कर सकते हैं.

 

कैसे करें शमी के पौधे की देखरेख?

शमी के पौधे की देखरेख करने के लिए कुछ चीजें जो बहुत जरूरी है वह है सूरज की रोशनी, उचित तापमान, पानी और साथ ही इसकी कलम और कटाई.

सूरज की रोशनी है बेहद ज़रूरी:

शमी के पौधे को सूरज की रोशनी की बहुत आवश्यकता होती है आप अगर इसे किसी छायादार जगह पर लगा रहे हैं तो भी आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि पौधे पर अच्छी तरह से रोशनी आना जरूरी है.

तापमान और पानी:

शमी के पौधे के लिए उचित तापमान 10 डिग्री से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है इसीलिए यह पौधा फरवरी माह में उत्तर भारत में अच्छी तरह से फलता फूलता है. अगर आप ऐसे किसी इलाके में रहते हैं जहां पर तापमान बहुत ज्यादा रहता है तो आपको इसे किसी छायादार जगह पर ही लगाना चाहिए. मध्य प्रदेश राजस्थान जैसे इलाके जहां पर गर्मियों में तापमान बहुत अधिक हो जाता है वहां पर कई बार यह पेड़ सूख भी जाते हैं इसीलिए ऐसे में इन्हें सूरज की सीधी रोशनी से दूर लगाना जरूरी हो जाता है.

इन पौधों के लिए पानी की अधिक जरूरत नहीं होती है लेकिन किसी भी अन्य पौधे की तरह हमें यह ध्यान रखना जरूरी है कि पूरी तरह से इस पौधे की जड़ें  सूखे ना इसलिए समय-समय पर इसमें पानी डालते रहें.

कटाई छंटाई:

हालांकि इस पौधे की बार-बार कटाई कटाई करने की जरूरत नहीं होती है लेकिन फिर भी अगर आपके पास समय है तो ऐसा जरूर करें क्योंकि ऐसा करने से पौधे अच्छी तरह से और जल्दी बढ़ते हैं.

 

स्रोत: Pinterest

 

कैसे उगायें शमी का पौधा?

(How to Plant Shami Tree?)

शमी के पौधे को कटाई और बीज रोपण दोनों ही तरीकों से उगाया जा सकता है. कटाई का तरीका थोड़ा सा मुश्किल रहता है और उसमें आपको सही तरह से पेड़ के तने की कटाई करना आना आवश्यक है लेकिन आप बीज के माध्यम से कभी भी पेड़ को उगा सकते हैं आप अपने आसपास की नर्सरी से जाकर इसका बीज ले सकते हैं

 

शमी के पेड़ का धार्मिक महत्व

हिंदू धर्म के अनुसार शमी के पेड़ का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है. सरल शब्दों में समझाया जाए तो कहा जाता है कि यह पेड़ शनि के प्रकोप से आप को बचाता है और इसे शनि का पेड़ भी कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अगर आप हर शनिवार इस पेड़ के नीचे दीपक लगाते हैं तो आप पर शनि का प्रकोप कम होता है और घर में सुख-समृद्धि आती हैं. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शमी के पेड़ में साक्षात शनिदेव का वास रहता है.

साथ ही शमी के पेड़ पर आने वाला गुलाबी रंग का फूल भगवान शिव को पूजा करते समय अर्पित किया जाता है.

 

स्रोत: Pinterest

 

इसके अलावा शमी के पेड़ का कुछ-कुछ उल्लेख हमें रामायण और महाभारत में भी सुनने को मिलता है. पुराणों की माने तो श्री राम ने रावण से लड़ाई से पहले भी शमी के पेड़ की ही पूजा की थी. इसके अलावा महाभारत में जब अर्जुन ने बृहनल्ला का रूप लिया तो वह अपने गांडीव धनुष को लेकर काफी परेशान थे और अंत में जाकर उन्होंने शमी के पेड़ में ही अपने धनुष को छुपाया था. इस तरह की ही पौराणिक कथाओं के कारण शमी के पेड़ का धार्मिक महत्व हिंदू समाज में काफी बढ़ जाता है.

 

शमी के पौधे के अन्य फायदे (Shami Tree Benefits)

धार्मिक महत्व के अलावा भी शमी के पौधे के बहुत से फायदे हैं. आयुर्वेद में भी इसका काफी इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि

  • शमी के पौधे के पत्तों का इस्तेमाल आंतों में पाए जाने वाले कीड़ों को खत्म करने के लिए किया जाता है. इसके पत्तों का रस बनाकर आप इसे पी सकते हैं और आप पेट के विकारों से बच सकते हैं.
  • शमी के पेड़ की छाल का भी इस्तेमाल किया जाता है. सूखी छाल अल्सर आदि को खत्म करने के लिए काम आती है वहीं पर इसकी छाल को अगर पीसकर पी लिया जाए तो वह खांसी और गले की खराश में तुरंत आराम देती है.
  • इसके अलावा अगर रिसर्च की माने तो मेडिकल जगत में सिजोफ्रेनिया और बहुत से मानसिक रोगों के लिए भी इस पौधे से दवाइयां बनाई जाती हैं.

 

 

स्रोत: Pinterest

 

शमी का पौधा लगाने के नुकसान या साइड इफ़ेक्ट

जैसा कि हमने ऊपर धार्मिक और औषधीय दोनों ही तरह से शमी के पौधे के बारे में जानकारी देख ली है ऐसे में हमें शमी का पौधा लगाने के नुकसान या साइड इफेक्ट्स के बारे में जानना भी ज़रूरी है।

अगर धार्मिक तौर पर बात करें तो ऐसा माना जाता है कि अगर शमी का पेड़ आपके आंगन में सूख गया है या मुरझा रहा है तो यह आपके शनि संकट को दर्शा सकता है  और ऐसे में आपको सचेत हो जाना चाहिए.

अगर मेडिकल क्षेत्र के तरफ से बात की जाए तो शमी को दवाई की तरह इस्तेमाल करने से पहले हमें इसको जांच परख लेना चाहिए शमी के पौधे से कुछ साइड इफेक्ट तो हो सकते हैं वे हैं

  • कब्ज
  • उल्टी लगना
  • सिर दर्द के लक्षण
  • पेट में जलन

इसके अलावा अगर आप किसी अलग तरह की बीमारी से जूझ रहे हैं और या फिर गर्भवती महिला हैं तो आपको बिना डॉक्टर की सलाह के इस पेड़ के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. साथ ही यह बात भी ध्यान में रखें कि शमी के पेड़ से बनाई गई किसी भी तरह की प्राकृतिक दवा की मात्रा हर किसी के लिए अलग हो सकती है. इसीलिए अपनी मेडिकल कंडीशन और उम्र आदि को देखते हुए ही इसका सेवन करें.

इस तरह से इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आप अपने घर पर शमी का पेड़ लगा सकते हैं और उस से भरपूर फायदा ले सकते हैं.

 

स्रोत: Pinterest

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

क्या है शमी के पौधे को लगाने की सही जगह?

शमी के पौधे को आप अपने मुख्य द्वार पर लगा सकते हैं. इस पौधे को कभी भी छत के नीचे नहीं लगाया जाता है. इसे आप खुले में घर के दरवाजे पर या छत पर ही लगाएं.

क्या है शमी के पौधे को लगाने की सही दिशा?

शमी के पौधे को दक्षिण दिशा की ओर लगाया जाता है.

सप्ताह के किस दिन शमी के पौधे को लगाना शुभ माना जाता है?

शमी के पौधे को लगाने के लिए शनिवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है और अगर आपकी राशि में शनि का प्रकोप है तो आपके लिए यह बहुत ही लाभदायक माना जाता है.

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