हल्दी अपने औषधीय और ज्योतिष गुणों के लिए काफी फेमस है और ये काफी आसानी से हमारे रोजमर्रा के जीवन में घुल–मिल भी जाती है। हल्दी, पीले और काले दो रंगों में आती है। शायद आपको पीली हल्दी के फायदों और उपायों के बारे में जानकारी होगी। इसलिए आज हम आपको काली हल्दी की खूबियों के बारे में बता रहे हैं
पीली हल्दी के फायदे से तो आप सभी भली भांति परिचित होंगे पर क्या आपको काली हल्दी के फायदे पता हैं? जब आप बार बार किसी कार्य में असफल हो रहे हों या आपकी आर्थिक स्थिति कमज़ोर होती नज़र आ रही हो तो ऐसे में काली हल्दी के कुछ उपाय के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकते हैं। ये ऐसे टोटके जिससे किसी का नुक़सान नहीं होता मगर आपका फायदा अवश्य होता है। पीली हल्दी के बारे में तो सब को ही पता होता है मगर काली हल्दी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
काले रंग की हल्दी
काली हल्दी बाहर से दिखने में काले रंग की होती है और अंदर की तरफ से वो हल्के नीले रंग की होती है। भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों और मध्यप्रदेश में काली हल्दी ज्यादा मात्रा में उगाई जाती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काली हल्दी का बहुत महत्व होता है और तंत्र–मंत्र से जुड़े कार्य में इसका विशेष उपयोग होता है। अगर आपको लगता है कि बहुत मेहनत के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही और इसका कारण आपका दुर्भाग्य है तो हो सकता है आप पर किसी टोने–टोटके का असर हो। काली हल्दी के उपयोग से आप इनका निवारण कर सकते हैं और अपने भाग्य को वापस से अपने हित में कर सकते हैं।
काली हल्दी और ग्रह
आमतौर पर हल्दी पर गुरु देव का आधिपत्य होता हैं, लेकिन काली हल्दी पर गुरु देव के साथ–साथ शनि देव और राहु देव का भी प्रभाव होता हैं। ये प्रभाव हल्दी के काले और नीले रंग की वजह से होता हैं।
शनि देव व्यक्ति के कर्मफल दाता हैं और गुरु देव ज्ञान हैं, ये दोनों मिलकर व्यक्ति को इस जीवन में किए गए कार्य का कर्म का फल देते हैं।
काली हल्दी के उपाय
सोए हुए भाग्य को जगाने के लिए
काली हल्दी पीसकर अष्टगंध (अष्टगंध को 8 तरह की जड़ी–बूटियों जैसे कुंकुम, अगर, कस्तुरी, चन्द्रभाग, त्रिपुरा, गोरोचन, तमाल, जल आदि मिलाकर बनाया जाता है) के साथ मिलाकर गंगाजल से पेस्ट बनाकर व्यक्ति अपने गले और दाहिने हाथ पर तिलक कर सकते हैं।
ऐसा करने से व्यक्ति अपने जीवन में सोए हुए भाग्य को जगा सकता है। काल पुरुष की कुंडली में गुरु देव भाग्य के स्वामी है, वही शनि देव कर्म और लाभ भाव के स्वामी हैं। काली हल्दी दोनों से हमें अच्छा लाभ दिलाती हैं।
घर में पॉजिटिव एनर्जी के लिए
काली हल्दी को पीसकर उसमें गंगाजल मिलाएं और उस पेस्ट से शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार को घर के मुख्य दरवाजे पर स्वस्तिक बनाएं। ऐसा करने से घर में सकरात्मक ऊर्जा का वास होता है। साथ ही, घर के सदस्यों में आपसी सामंजस्य भी बनता है।
स्वास्थ्य लाभ के लिए
अगर कोई व्यक्ति बार–बार बीमार हो रहा हो या बहुत मेहनत के बाद भी बीमारी का पता नहीं लग पा रहा हो। ऐसे व्यक्ति को काली हल्दी के 27 दाने लेकर और उनको एक पीले धागे में पिरोकर माला के रूप में धारण करना है। ऐसा करने से व्यक्ति को स्वस्थ्य लाभ होता है। ये ऊपर व्यक्ति को नजर दोष और ऊपरी बाधा से भी बचने में काफी मददगार होती हैं।
आर्थिक लाभ के लिए
शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी को 7 काली हल्दी एक पीले कपड़े में बांधकर अपने पूजा स्थान पर रखें। फिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंत्र से उसकी पूजा करें। पूजा के उपरांत अगले दिन उसको तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से बरकत बनी रहेगी और दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से आर्थिक लाभ मिलेगा।
ज्योतिष उपाय के साथ–साथ काली हल्दी के औषिधीय गुण भी है। माइग्रेन, सांसों से जुड़ी समस्याओं और दर्द में आराम पाने के लिए काली हल्दी का सेवन किया जा सकता है।आप भी काली हल्दी के इन उपायों से फायदे पा सकते हैं।