8 जुलाई, 2024 : जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आवश्यक भूमि पर भौतिक कब्ज़ा करना शुरू कर दिया है। इस चरण में रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) हब के साथ-साथ विमानन हब की योजनाएँ शामिल हैं। इस चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की कुल लागत लगभग 4,898 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। लगभग 1,365 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें 1,181.3 हेक्टेयर भूमि करौली बांगर, दयानतपुर, कुरैब, रनहेरा, मुधरह और बीरमपुर गाँवों से आएगी। बाकी ज़मीन सरकारी है। अब तक प्रशासन ने बीरमपुर, दयानतपुर और मुधरह में 237 हेक्टेयर भूमि पर कब्ज़ा कर लिया है, जबकि अन्य गाँवों में भूमि अधिग्रहण के प्रयास जारी हैं। मुआवज़ा वितरण का काम लगभग पूरा होने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए 18 नवंबर 2022 को अधिसूचना जारी की, जिसका मुआवजा वितरण जुलाई 2023 में शुरू होगा। जिन तीन गांवों में भूमि अधिग्रहण किया गया है, वहां के किसानों को पुनर्वासित करने की प्रक्रिया चल रही है। अधिग्रहण से प्रभावित करीब 13,000 परिवारों को फलैदा बांगर और मोलादपुर में बसाया जाएगा, जिसके लिए 212 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी। रन्हेरा, कुरैब और करौली बांगर के किसान पूरी तरह से विस्थापित हो जाएंगे। विस्थापित.
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