कानूनी

दत्तक पुत्र का अपनी बायोलॉजिकल परिवार की सम्पत्ति पर हक नहीं: कर्नाटक हाई कोर्ट

अपने हाल ही के जारी किये गए एक फैसले में कर्नाटक हाईकोर्ट की कलबुर्गी बेंच ने आदेश किया है कि दत्तक पुत्र कानूनी रूप से अपने नए परिवार का हमवारिस हो जाता है और उसे वह सारे अधिकार प्राप्त हो जाते है जो खुद के द्वारा उत्पन्न हुए पुत्र के होते हैं. किन्तु दत्तक पुत्र का अपने पिछले परिवार की सम्पत्ति पर कोई हक़ नहीं बचता. अपने आदेश में एकल पीठ के न्यायाधीश जस्टिस सीएम जोशी ने सिकंदराबाद निवासी भीष्मराज की अपील को खारिज करते हुए कहा: “यह कोर्ट एम कृष्णा बनाम एम रामचंद्र समेत एक अन्य मामले में … READ FULL STORY