वास्तु टिप्स: घर की इस दिशा में न लगाएं केले का पेड़, वरना घर में आ सकती है आर्थिक तंगी

वास्तु के विपरीत घर में कहीं भी केले का पेड़ लगाने से घर में रह रहे व्यक्तियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय स्थापत्य प्रणाली है जो एक सकारात्मक जीवन वातावरण बनाने के लिए तत्वों की सामंजस्यपूर्ण व्यवस्था पर जोर देती है। वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, पौधों सहित घर में वस्तुओं की स्थिति हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर सकती है। इसलिए हमेशा घर में पौधों और वस्तुओं को वास्तु के हिसाब से ही स्थापित करना चाहिए। ताकि भविष्य में घर में रहने वाले लोगों का जीवन मंगलमय रहे और उन्हें किसी भी तरह के कष्टों का सामना न करना पड़े।

सनातन धर्म में घर में पौधों को लगाने का विशेष महत्व है। घर में तुलसी का पौधा लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसी प्रकार घर में केला का पेड़ लगाना भी शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि केले के पेड़ में भगवान विष्णु के देवगुरु बृहस्पति का वास होता है। इसलिए इस पेड़ को घर में अवश्य लगाना चाहिए। वास्तु शास्त्र में कहा गया कि बृहस्पति देव सुख, समृद्धि, आत्म-संयम, सात्त्विकता, आध्यात्मिकता और दाम्पत्य सुख का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में केले के पेड़ को वास्तु के नियमों का पालन करते हुए घर में लगाना चाहिए, ताकि पेड़ लगाने से घर के लोगों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।

वास्तु के विपरीत घर में कहीं भी केले का पेड़ लगाने से घर में रह रहे व्यक्तियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर केले के पेड़ की ढंग से देखभाल नहीं की जाती है तो भी घर के लोगों के ऊपर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में वास्तु शास्त्र में केले के पेड़ को लेकर जो नियम बताए गए हैं, उनका पालन अवश्य करें। वास्तु शास्त्र में बताया गया कि केले के पेड़ को किस दिशा में लगाना चाहिए और किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए।

 

घर की इस दिशा में न लगाएं केले का पेड़

  • घर के पूर्व-दक्षिण के मध्य का स्थान आग्नेय कोण कहलाता है। यहां पर कभी भी केले की पेड़ नहीं लगाना चाहिए। इसके अलावा घर की पश्चिम दिशा में भी केले का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिशा में केले का पेड़ लगाने से पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है।
  • घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में भी केले का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। कहा जाता है कि यह दिशा पृथ्वी तत्व से जुड़ी है और स्थिरता और वित्तीय शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। इस दिशा में केले का पेड़ लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आना बंद हो जाती है। जिससे घर में आर्थिक संकट पैदा हो सकता है। इसलिए घर में वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में केले का पेड़ नहीं लगाना चाहिए।
  • वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार के सामने भी केले का पेड़ लगाने के लिए मना किया गया है। कहा गया है कि घर के मुख्य द्वार पर केले का पेड़ लगाने से घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा रुक जाती है और धीरे-धीरे नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है।
  • जब भी घर में केले का पेड़ लगाएं तो यह ध्यान रखे कि उसके आस पास कांटेदार पेड़-पौधे न लगे हों। साथ ही केले के पास किसी भी तरह के कांटेदार फूलों के पौधे भी नहीं लगाने चाहिए।

 

केले के पेड़ संबंधी वास्तु के इन नियमों का करें पालन

  • घर में लगे केले के पेड़ की आस पास की जगह को साफ सुथरा रखें। केले के पेड़ के आसपास साफ सफाई करने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
  • अगर केले के पेड़ का कोई पत्ता सूख गया है या खराब हो गया है तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए।
  • केले के पेड़ में बर्तन और कपड़े धोने से बचा हुआ पानी न डालें। पेड़ में हमेशा साफ पानी डालना चाहिए। केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है, यदि कोई व्यक्ति केले के पेड़ में गंदा पानी डालता है तो भगवान रुष्ट हो जाते हैं। जिससे घर के सदस्यों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

 

ऐसे करें केले के पेड़ की पूजा

गुरुवार के दिन सुबह के समय स्नान करें, उसके बाद केले के पेड़ में जल अर्पित करें और 9 बार केले के पेड़ की परिक्रमा करें। पेड़ के सामने बैठकर गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाएं। पूजा के दौरान केले के पेड़ के सामने बैठकर बृहस्पति अथवा श्री हरि विष्णु के मन्त्रों का जाप करें। इसके बाद पेड़ पर चढ़ाए गए प्रसाद को लोगों में बांट दें।

केले के पेड़ की पूजा करने से घर के सदस्य आर्थिक रूप से मजबूत होते हैं। कर्ज से मुक्ति मिलती है और घर की कन्याओं की विवाह शीघ्र हो जाता है। घर के बच्चों को उच्च शिक्षा में सफलता मिलती है। इसके साथ ही विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।

 

केले के फलों से करें चमत्कारी उपाय

अगर किसी का बृहस्पति कमजोर हो तो उसे गुरुवार के दिन केले के फलों का दान करना चाहिए। साथ ही ध्यान रखें कि दान करने वाला व्यक्ति उस दिन केला ना खाए। साथ ही प्रतिदिन सूर्योदय के समय केला खाने से बृहस्पति मजबूत होता है। अगर शरीर में मोटापा बढ़ रहा है तो कच्चे केले का सेवन करें। अगर किसी महिला को संतान की प्राप्ति नहीं हो रही है तो वह  केले के फल की माला भगवान गणेश को अर्पित करे। बाद में उन्हीं फलों का सेवन करे। इस उपाय से संतान संबंधी हर समस्या का निवारण होता है।

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