ऊंट के जोड़े की मूर्ति घर या दफ्तर रखने से क्या होता है? पढ़ें वास्तु शास्त्र क्या कहता है?

किस धातु का बना हो स्टेचू? क्या है इसे रखने की सही दिशा?

ऊंट मात्र एक ऐसा जानवर है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी कई दिनों तक बिना खाए-पीये अपनी पीठ पर सवारी लेकर चलता है। यही नहीं, वह विषम हालातों में अपनी सवारी को उनकी मंजिल तक पहुंचाने की क्षमता रखता है। यही कारण है की वास्तु और फेंग शुई दोनों में ही ऊंट का स्टेचू  घर और दफ्तर दोनों जगह रखने की सलाह दी जाती है। इसलिए घर में ऊंट का स्टेचू रखने से घर में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन होता है, वहीं दफ्तर या दुकान में ऊंट की मूर्ति रखने से नौकरी में तरक्की और व्यापार में लाभ होता है।

 

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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में ऊंट के जोड़ जोड़ को रखने से फायदे

करियर में उन्नति

ऊंट कठिन मेहनत का प्रतीक है। करियर में उन्नति के लिए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ऊंट की मूर्ति या फोटो अवश्य रखी जाती है।

 

मानसिक शांति, स्थिरता

ऊंट की मूर्ति को दफ्तर या स्टडी रूम में उत्तर पश्चिम दिशा में रखने से यह व्यक्ति को अपने उद्देश्य की ओर ले जाने में सहायता करता है और व्यक्ति की सहनशीलता को बढ़ाता है। जिससे वह अपने जीवन में उचित स्थान अपनी मेहनत से प्राप्त करें।

 

आर्थिक बधाओ का निवारण

फेगंगुई के अनुसार ऊंट नौकरी, बिजनेस और आर्थिक बधाओ को दूर करता है। घर में ऊंट की मूर्ति रखने से आर्थिक स्थिति सामान्य बनी रहती है। धन संबंधी सभी समस्याओं में कमी आती है।

 

आर्थिक सम्पन्नता

ऊंट का जोड़ा घर में रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके घर में धन का आगमन होने लगता है। ऊंट को दृढ़ता और संघर्ष का प्रतीक माना गया है इसलिए घर में ऊंचे से ऊंचे की मूर्ति रखें जिससे घर में सुख समृद्धि के साथ-साथ धन का आगमन भी बढ़ता रहे।

 

बेहतर स्वास्थ्य

यदि हमारे परिवार में परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य खराब रहता है तो फेगंगुई के अनुसार ऊंट का जोड़ा रखने से परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य में दिन प्रतिदिन सुधार आता रहता है।

 

पारिवारिक तनाव का निवारण

ऊंट का जोड़ा रखने से घर की सभी समस्याएं दूर होती हैं साथ ही घर का वातावरण शांत रहता है। घर में किसी प्रकार के झगड़ा व क्लेश नहीं होते हैं।

 

कैसी हो ऊंट की पेंटिंग या मूर्ति? इसे कहा रखना होगा शुभ? 

आप घर में ऊंट की पेंटिंग या मूर्ति जो भी लाइए वह जोड़े में हो। वास्तु शास्त्र में इन्हें ही शुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के हिसाब से इन्हें आप घर के ड्राइंग रूम या लिविंग रूम में ही रखें। इससे इनका प्रभाव अधिक होता है।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार ऊंट का स्टेचू किस धातु का सबसे ज़्यादा शुभ माना गया है ?

आजकल लोग अपने घर में चांदी, पीतल, लकड़ी, और मिट्टी चारों प्रकार के बने ऊंट के जोड़ों को घर में लाते हैं। यह लाना इस बहुत ही अच्छा होता है। किंतु वास्तु शास्त्र के अनुसार ऊंट एक शांत जीव है, जिसको यदि हम चांदी या पीतल का घर में लाएं तो यह बहुत शुभ माना जाता है। इन दोनों धातुओं के बने ऊंट के जोड़े घर में सुख के साथ-साथ शांति भी लाते हैं और घर का वातावरण खुशनुमा करते हैं।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार ऊंट के जोड़े को रखने की सही दिशा

ऊंट की मूर्ति को उचित दिशा में रखने से ही इसका लाभ मिलता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऊंट के जोड़े को घर में हमें उत्तर- पश्चिम दिशा में रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। जिस घर का वातावरण अच्छा होता है।  घर की सभी नकारात्मक ऊर्जाएं समाप्त हो जाती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है।

  

क्या का स्टेचू किसी को गृह प्रवेश में गिफ्ट कर सकते हैं?

जी हाँ, का स्टेचू  गृह प्रवेश में गिफ्ट करने के लिए एक बेहतरीन आइटम है।  ऐसे थॉटफुल गिफ्ट के ज़रिये आप नए घर खरीदारों को सुख, शांति और सम्पन्नता का मैसेज देते हैं।  

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