अपना घर होना हर किसी का एक सपना होता है। जब हम अपने घर में प्रवेश करते हैं तो बस यहीं उम्मीद और कामना करते हैं कि घर में हमेशा सुख-समृद्धि और शांति बने रहे। इसी कारण ग्रह प्रवेश से पहले एक पूजन और हवन किया जाता है। जिससे आप हर दोषों से छुटकारा पाकर एक नए जीवन की शुरुआत करे। ज्योतिष शास्त्र ही नहीं वास्तु शास्त्र में ग्रह प्रवेश बहुत ही खास माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि घर के दोषों का असर सीधे वहां रहने वाले लोगों पर पड़ता है। इसलिए अगर आप भी नए घर में प्रवेश करने जा रहे हैं तो ध्यान रखें ये बातें।
जब भी संपत्ति खरीदने या हमारे अपने घर में प्रवेश की बात आती है, जो वास्तव में एक बड़ी बात है, तो शुभ दिन पर विचार करना बहुत ज़रूरी होता है । ऐसा माना जाता है कि शुभ दिन पर घर में प्रवेश करने से सौभाग्य, समृद्धि आती है और पूरे परिवार का जीवन आसान बनता हैं|
शुभ दिनों के अलावा, भारतीय लोग अक्सर गृह प्रवेश से पहले गृह प्रवेश की पूजा करते हैं।
वास्तु विशेषज्ञ और ज्योतिषी शुभ दिन पर पूजा करने की सलाह देते हैं और वह भी शुभ मुहूर्त के अनुसार। गृह प्रवेश के लिए वसंत पंचमी, अक्षय तृतीया, गुड़ी पाड़वा, और दशहरा सबसे शुभ त्योहार और दिन माने जाते हैं। ख्याल रखें की ऐसे दिन भी होते हैं, जिन पर कभी गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए जैसे कि होली, अधिक मास और श्राद्ध पक्ष।
गृह प्रवेश की पूजा में देवी-देवताओं से प्रार्थना की जाती है कि घर में समृद्धि आए, सभी को अच्छे स्वास्थ्य और खुशियों का आशीर्वाद मिले| गृह प्रवेश करते समय, शुभ मुहूर्त और तिथियां महत्वपूर्ण होती हैं। ज्यादातर घर खरीदने वालों की मान्यता होती है की वो अपने नए घर में किसी शुभ दिन ही प्रवेश करें ताकि उनके जीवन में खुशहाली बनी रहे।
वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार, एक घर प्रकृति और जीवन के पांच प्रमुख तत्वों से बना होता है, जैसे कि पृथ्वी, सूर्य, जल, वायु और अग्नि। इनका पर्याप्त सही सम्मिश्रण अच्छे स्वास्थ्य, कल्याण, समृद्धि और खुशी का परिणाम देगा।
गृह प्रवेश के लिए कुछ वास्तु टिप्स
- गृह प्रवेश करने से पहले घर पूरी तरह से बन जाना चाहिए, घर की सभी खिड़कियां, दरवाजे और छत पूरी तरह से तैयार हो जानी चाहिए|
- स्टोव, कुकिंग गैस को छोड़कर, वास्तु पूजा पूरी होने तक घर में कोई फर्नीचर न लाएं। सभी बाधाओं को दूर करने के लिए आपको घर में प्रवेश करने से पहले एक नारियल तोड़ना चाहिए।
- हमेशा अपना दाहिने पैर पहले घर मे रखें, फिर घर मे प्रवेश करें क्योंकि ऐसा करने से समृद्धि बढ़ेगी। भगवान की मूर्ति को पूर्वी दिशा मे स्थापित करें।
- समृद्धि का प्रतीक दूध उबालें और बुरी आत्माओं को भगाने के लिए शंख बजाएं।
- गृह प्रवेश पूजा के बाद कम से कम तीन दिनों तक घर को खाली न छोड़ें।
- यदि घर की कोई महिला गर्भवती है या हाल ही में परिवार में किसी की मृत्यु हो गई है, तो गृह प्रवेश पूजा नहीं की जानी चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है।
- घर को शुद्ध करने के लिए कलश में रखे जल को आम के पत्तों की मदद से छिड़कें।
- गृह प्रवेश के दौरान मुख्य द्वार को शुभ वस्तुओं जैसे कि स्वस्तिक से सजाया जाना चाहिए, और घर की दहलीज पर देवी लक्ष्मी के पैर की तस्वीर बना सकते हैं ऐसा करना अति शुभ माना जाता है।
- चौखट पर गेंदे के फूलों और ताजे आम के पत्तों का तोरण लटकाएं।
- मंदिर या पूजा का स्थान का मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए, और इसे गृह प्रवेश के दिन तय किया जाना चाहिए।
- नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए हवन करें, इसके बाद गणेश पूजा, नवग्रह शांति , और वास्तु पूजा करें।
- गृह प्रवेश की पूजा में पंडित और मित्रों को सात्विक भोजन कराएं|
- पूजा करने से पहले घर को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- फर्श पर रंगोली बनाएं, जो चावल के आटे से बनी हो और विभिन्न चमकीले रंगों में हो।
ये थे गृह प्रवेश के लिए कुछ वास्तु टिप्स जो आपके घर को पवित्र और शुभ बनाए रखने में मददगार साबित होंगे।।