बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन रूट की विस्तृत जानकारी और रियल एस्टेट पर इसका प्रभाव

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन कुल 18.82 किमी की दूरी तय करेगी।

बेंगलुरु एक उभरता हुआ आईटी हब है, जो हर साल कई वर्किंग प्रोफेशनल को आकर्षित करता है। नम्‍मा मेट्रो नेटवर्क यहां के लोगों के लिए जीवन रेखा बन गया है क्योंकि यह शहर के विभिन्न हिस्सों में तेजी से कनेक्टिविटी प्रदान करता है। बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन को ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर भी कहा जाता है, जो एक आगामी मेट्रो रूट है, जो आरवी रोड स्टेशन को बोम्मसंद्रा से जोड़ेगा और प्रमुख कमर्शियल सेंटर, रेजिडेंशियल एरिये और टूरिस्ट प्लेस से गुजरेगा। बेंगलुरु की मेट्रो येलो लाइन लगभग पूरी हो चुकी है, जिसकी लंबाई करीब 18.82 किमी है और इसमें 16 स्टेशन शामिल हैं। वहीं बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन में बिना ड्राइवर के ट्रेन संचालन की सुविधा भी होगी। 7 मार्च 2024 को बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने इस रूट पर ट्रायल रन शुरू किया।

Table of Contents

जायदेव अस्पताल स्टेशन येलो लाइन पर एक इंटरचेंज स्टेशन होगा, जो नम्‍मा मेट्रो के विस्तार के फेज-2 में निर्माणाधीन पिंक लाइन को जोड़ने का काम करेगा। 

बेंगलुरु मेट्रो लाइन का निर्माण दो चरणों में किया गया है और इस लाइन को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यात्रा के कुल समय को कम करना और शहर के यातायात में बार-बार लगने वाले जाम को कम करना है। एक बार नम्‍मा मेट्रो येलो लाइन की शुरुआत के बाद हर दिन 2.5 लाख लोगों के यात्रा करने की उम्मीद है।

बीएमआरसीएल ने 13 जून 2024 को येलो लाइन पर पूर्ण पैमाने पर ट्रायल ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें इस साल की शुरुआत में चीन से आयातित 6 कोच वाली प्रोटोटाइप ट्रेन का उपयोग किया गया। दिसंबर में इस लाइन को जनता के लिए खोलने से पहले मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) द्वारा निरीक्षण किया जाएगा।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन कब खुलेगी?

नम्‍मा मेट्रो येलो लाइन के देरी से शुरू होने के लिए अब बीएमआरसीएल इसके समाधान पर काम कर रहा है। इस मेट्रो लाइन को पहले दिसंबर 2021 में शुरू किया जाना था। ऐसे में  बीएमआरसीएल के सामने एक उपाय यह है कि उपलब्ध कोचों के साथ सीमित स्टेशनों पर रुकने वाली मेट्रो सेवाएं शुरू की जाएं, जिससे यात्रियों को कुछ राहत मिल सके। 

समाचार पत्र ‘द हिंदू’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएमआरसीएल ने घोषणा की है कि मेट्रो का रीच-5 खंड जनवरी 2025 में खुलने वाला है। मेट्रो एजेंसी के अनुसार, नम्‍मा मेट्रो येलो लाइन के लिए पहली ट्रेनें नवंबर या दिसंबर 2024 तक पहुंचने की उम्मीद है। प्रारंभिक चरण के संचालन के लिए 3 सेट तैयार होंगे और यह चरण जनवरी में शुरू किया जाएगा। हालांकि, इस दौरान ट्रेनें 30 मिनट के अंतराल पर चलेगी। मार्च 2025 से प्रति माह दो अतिरिक्त ट्रेन सेट आने के साथ ट्रेन सेवाओं की आवृत्ति में सुधार होगा।

इस बीच, 19.15 किमी लंबे आरवी रोड-बोम्मसंद्रा रूट पर ऑसिलेशन और आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम (ईबीएस) के ट्रायल किए जा रहे हैं।

 

नम्मा मेट्रो येलो लाइन: क्या है देरी का कारण

बेंगलुरु के लोग नम्मा मेट्रो येलो लाइन के उद्घाटन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे इलेक्ट्रॉनिक सिटी, बोम्मासंद्रा, एचएसआर लेआउट जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ट्रैफिक बढ़ेगा। इस प्रोजेक्ट का शुरुआत में उद्घाटन 2022 में होना था, लेकिन भूमि अधिग्रहण की चुनौतियों और कोरोना महामारी के कारण इस प्रोजेक्ट में काफी देरी हो गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेन के डिब्बों की आपूर्ति में देरी हुई है क्योंकि कोच आपूर्ति का ठेका जिस कंपनी को दिया गया था, उसे भी संचालन में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 2019 में चीन रेलवे रोलिंग स्टॉक कॉर्पोरेशन (CRRC) को बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) को 1,578 करोड़ रुपडी की डील के तहत 216 मेट्रो कोच सप्लाई करने का ठेका दिया गया था। हालांकि, कंपनी अनुबंध को पूरा नहीं कर पाई क्योंकि भारत में जरूरी विनिर्माण संयंत्र की स्थापना नहीं की जा सकी। नम्मा मेट्रो येलो लाइन प्रोजेक्ट में काफी ज्यादा देरी हुई है और इसके उद्घाटन की नई तारीख अब साल 2024 के आखिर तक बढ़ा दी गई है।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन: त्वरित तथ्य

मेट्रो लाइन बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन
निर्माण स्थिति कार्य जारी
खुलने की तिथि 2025 की शुरुआत में 
स्टेशनों की कुल संख्या 16
लंबाई 18.82 किमी
निर्माण लागत 797.27 करोड़ रुपए
ऑपरेटर बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल)
कहां से शुरुआत  राष्ट्रीय विद्यालय रोड स्टेशन
कहां पर समाप्ति  बोम्मासंद्रा स्टेशन
समय सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक
किराया अधिकतम किराया: 60 रुपए 

न्यूनतम किराया: 10 रुपए

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन का निर्माण कार्य

2017 में शुरू हुई बेंगलुरुमेट्रो येलो लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है। आगामी मेट्रो कॉरिडोर के पूरा होने पर शहर के सार्वजनिक परिवहन तंत्र को बदलने की उम्मीद है, जिससे बेंगलुरु के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

यह मेट्रो रूट दक्षिणी बेंगलुरु के आर.वी. रोड से शुरू होगा, जो लालबाग बॉटनिकल गार्डन और बुल टेम्पल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यह रूट दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़ते हुए जेयादेवा अस्पताल, बीटीएम लेआउट, एचएसआर लेआउट और ऑक्सफोर्ड कॉलेज जैसे महत्वपूर्ण आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों को कवर करेगा।

इसके अलावा येलो लाइन इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी 1, इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी 2 और हेब्बगोडी जैसे स्टेशनों के जरिए बेंगलुरु के प्रमुख आईटी हब, इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी से भी कनेक्टिविटी देगी। आखिर में यह ये लाइन हुस्कुर रोड और बोम्मसंद्रा से जुड़ेगी, जो औद्योगिक क्षेत्रों के पास में  स्थित है और अनेकल औद्योगिक क्षेत्र को कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करेगी।

नए मेट्रो लाइनों के लिए सभी ट्रेनों में ड्राइवरलेस तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे संचालन कुशल और सुरक्षित रहेगा। इन ट्रेनों में आपस में टक्कर न हो तो इससे बचने के लिए ट्रेनों के बीच संचार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ट्रैक निगरानी और बाधा का पता लगाने जैसी उन्नत सुविधाएं होंगी।

जयदेव अस्पताल एक इंटरचेंज हब के रूप में कार्य करेगा और यह भारत का सबसे ऊंचा मेट्रो स्टेशन होगा, जिसकी ऊंचाई करीब 39 मीटर होगी। स्टेशन में एक बड़ा 6 लेवल का  स्ट्रक्टर भी होगा, जिसमें एक अंडरपास, सड़क, फ्लाईओवर, येलो लाइन प्लेटफॉर्म, कॉनकोर्स और पिंक लाइन प्लेटफॉर्म आदि शामिल होगा।

 

येलो लाइन बैंगलोर मेट्रो स्टेशन

स्टेशन का नाम चरण लेआउट
राष्ट्रीय विद्यालय रोड 2 चरण ऊपर उठाया हुआ
रागीगुड्डा 2 चरण ऊपर उठाया हुआ
जयदेव अस्पताल 2 चरण ऊपर उठाया हुआ
बीटीएम लेआउट 2 चरण ऊपर उठाया हुआ
सेंट्रल सिल्क बोर्ड चरण एक ऊपर उठाया हुआ
बोम्मनहल्ली चरण एक ऊपर उठाया हुआ
होंगसांद्रा चरण एक ऊपर उठाया हुआ
कुडलू गेट चरण एक ऊपर उठाया हुआ
सिंगासंद्रा चरण एक ऊपर उठाया हुआ
होसा रोड चरण एक ऊपर उठाया हुआ
बेरेटेना अग्रहारा चरण एक ऊपर उठाया हुआ
कोनप्पना अग्रहारा चरण एक ऊपर उठाया हुआ
इलेक्ट्रॉनिक सिटी चरण एक ऊपर उठाया हुआ
हुस्कुरु रोड चरण एक ऊपर उठाया हुआ
हेब्बागोडी चरण एक ऊपर उठाया हुआ
बोम्मासंद्रा चरण एक ऊपर उठाया हुआ

यह भी पढ़ें: बैंगलोर मेट्रो ऑरेंज लाइन

 

येलो लाइन बैंगलोर मेट्रो मार्ग मानचित्र

स्रोत: themetrorailguy.com

 

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन की टाइमिंग

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन हर दिन सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक काम करेगी। पीक ऑवर्स में में मेट्रो की फ्रीक्वेंसी लगभग 4 से 6 मिनट की होगी, जबकि सामान्य समय में यह फ्रीक्वेंसी 10 से 15 मिनट तक हो सकती है।  

वहीं वीकेंड और सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान मेट्रो की येलो लाइन के समय में बदलाव हो सकता हैं, जिसके बारे में जानकारी बीएमआरसीएल की आधिकारिक वेबसाइट या सोशल मीडिया पर लोगों की दी जाएगी। 

 

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का किराया

येलो लाइन बेंगलुरु मेट्रो का किराया यात्री द्वारा तय की गई कुल दूरी पर निर्धारित होगा। बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन में 2 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए कम से कम 10 रुपए किराया देना होगा, वहीं 24 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए अधिकतम किराया 60 रुपए तय किया गया है। यात्रियों को स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके टिकट प्राप्त करना होगा, जो टिकट काउंटर से जारी किया जाएगा। 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन में स्मार्ट कार्ड सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक किफायती ऑप्शन है, क्योंकि वे मेट्रो किराए पर छूट प्राप्त कर सकते हैं। इसे किसी भी मेट्रो स्टेशन पर 50 रुपये की एकमुश्त राशि लेकर लिया जा सकता है। इसका रिचार्ज ऑनलाइन या किसी भी स्टेशन पर किया जा सकता है। स्मार्ट कार्ड की सुविधा ने यात्री का सफर सरल और सुविधाजनक भी हो जाता है, बल्कि एंट्री गेट और एग्जिट गेट पर कार्ड दिखाने पर ऑटोमेटिक टिकट का पैसा कट जाता है। 

स्मार्ट कार्ड लेने पर यात्री किराए में 10 फीसदी छूट का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा 5 साल से छोटे बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

 

नम्मा मेट्रो में क्यूआर कोड के जरिए टिकट की व्यवस्था

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन के सभी मेट्रो स्टेशनों पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) और क्यूआर कोड के जरिए यात्रा टिकट लेने के लिए ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट्स होंगे। इससे यात्री क्यूआर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम के तहत यात्री मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करके टिकट खरीद सकते हैं और मेट्रो स्टेशनों पर स्थित टिकट बूथ से पेपर टिकट भी प्राप्त कर सकते हैं। 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन भविष्य में में धीरे-धीरे मेट्रो टोकन और स्मार्ट कार्ड सिस्टम को बंद करने की योजना बना रही है। इसके अतिरिक्त, एक बार लूप कार्ड चालू हो जाने पर इसे सभी जगह स्वीकार किया जाएगा और पार्किंग व खरीदारी के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे बीएमटीसी बसों, टैक्सियों और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा।

 

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का विस्तार योजना

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन शहर में कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ावा देगी, क्योंकि यह शहर के प्रमुख रेसिडेशियल और कमर्शियल एरिये के कनेक्ट करेगी और सड़क यातायात के दौरान भीड़ को कम करने में मददगार होगी। इस लाइन का विस्तार बयप्पनहल्ली से व्हाइटफील्ड (पर्पल लाइन) तक किया जा रहा है, जिसमें 15.5 किलोमीटर की दूरी पर 13 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें केआर पुरम, महादेवपुरा और कुंदलाहल्ली जैसे स्टेशन शामिल हैं। यह मार्ग व्हाइटफील्ड क्षेत्र के प्रमुख आईटी हब्स और टेक्नोलॉजी पार्कों को जोड़ेगा, जिससे हजारों ऑफिस जाने वाले कामकाजी लोगों को फायदा होगा। 

इसके अलावा बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन में भविष्य में और अधिक स्टेशनों को जोड़ने की योजना है, जिससे यह एक मल्टी-मोडल हब बनेगा, जो बस और ट्रेन सेवाओं से भी जुड़ा होगा।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन की खासियत

नम्मा मेट्रो लाइन में नवीन सुविधाएं और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी को शामिल किया जाएगा, जिसमें ट्रेनों के टकराव को रोकने के लिए टकराव-रोधी संचार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम शामिल हैं। इस मेट्रो लाइन पर अत्याधुनिक ट्रेनों का परिचालन होगा, जिनमें सीसीटीवी कैमरे और डिजिटल डिस्प्ले जैसी भी सुविधाएं होंगी। मेट्रो में ऑटोमेटिक किराया संग्रह प्रणाली भी उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त टकराव-रोधी संचार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम से मेट्रो का परिचालन होने से यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।

 

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन से यात्रियों को क्या होगा फायदा

बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन शहर के प्रमुख आईटी हब्स जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी-1, इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी-2 और हेब्बागोडी स्टेशन आदि को कनेक्ट करेगी। इस क्षेत्र में इन्फोसिस, विप्रो और टेक महिंद्रा जैसी कई टॉप आईटी कंपनियां का ऑफिस हैं। इसके अलावा बम्मसंद्र, हुसकुर, बोम्मनहल्ली और जयदेव अस्पताल जैसे लोकप्रिय रियल एस्टेट हॉटस्पॉट भी इस रास्ते से जुड़े हैं। इससे कई यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में आसानी मिलेगी और तेजी से अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच सकेंगे। मेट्रो लाइन सार्वजनिक परिवहन का एक सस्ता साधन उपलब्ध कराएगी, जो बेंगलुरु शहर में भीड़भाड़ को कम करने में भी मदद करेगी।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन का इतिहास

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन की योजना शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम और आउटर रिंग रोड पर कनेक्टिविटी की कमी को दूर करने के लिए बनाई गई थी। यह लाइन बेंगलुरु के उत्तरी उपनगरों को दक्षिण-पूर्व के इंडस्ट्रियल एरिये से जोड़ने के उद्देश्य से विकसित की गई थी।  

  • साल 2009 में बीएमआरसीएल (बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) ने शहर के दक्षिणी छोर पर एक मेट्रो लाइन विकसित करने की योजना तैयार की थी, जिससे बोम्मसंद्रा और इलेक्ट्रॉनिक सिटी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों से कनेक्ट किया जा सके।
  • 2012 में बीएमआरसीएल ने बेंगलुरु मेट्रो फेज-2 के लिए योजना पेश की, जिसमें मौजूदा मेट्रो लाइनों का 72 किलोमीटर मेट्रो विस्तार और बन्नेरघट्टा रोड से नागवारा और आरवी रोड से बोम्मासंद्रा तक दो नई लाइनों का निर्माण शामिल था।
  • जनवरी 2014 में केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली। 
  • 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेट्रो लाइन की आधारशिला रखी और बीएमआरसीएल ने 9 दिसंबर 2016 को बोम्मासंद्रा से होसा रोड तक मेट्रो लाइन के लिए पहला टेंडर जारी किया।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन की कुल लागत

बेंगलुरु मेट्रो फेज-2 के लिए कुल परियोजना लागत का 30 फीसदी केंद्र सरकार और 20 फीसदी राज्य सरकार वहन कर रही है, जिसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर करीब 15,000 करोड़ रुपए का योगदान देंगे। वहीं शेष धन राशि को लोन के जरिए जुटाया जाएगा। बीएमआरसीएल को लोन के रूप में 9,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की अनुमति है।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन का रियल एस्टेट पर प्रभाव

नम्मा मेट्रो येलो लाइन एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो आरवी रोड स्टेशन से बोम्मसंद्रा तक को जोड़ती है। इसके अलावा यह मेट्रो प्रोजेक्ट बेंगलुरु शहर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी भी देगी। यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी जैसे आईटी हब और अनेकल जैसे इंडस्ट्रियल एरिये के साथ-साथ शहर के कई रेजिडेंशियल और कमर्शियल एरिये को भी जोड़ती है। यह इंदिरानगर, एमजी रोड, विधान सौधा और मैजेस्टिक जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। इसके अलावा मेट्रो स्टेशनों के पास कई बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन होंगे, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी तेजी बढ़ेगी। 

नम्म मेट्रो कॉरिडोर के विकसित होने के साथ ही इन सभी क्षेत्रों में संपत्ति की मांग में भी काफी ज्यादा उछाल आया है। यहां कई ऐसे कमर्शियल एरिये विकसित हो गए हैं, जो प्रॉपर्टी में निवेश करने वाले लोगों को लुभा रहे हैं। वहीं कनेक्टिविटी बढ़ने से कॉरिडोर के साथ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की मांग में भी तेजी आई है। मेट्रो कॉरिडोर से आसपास कई घर खरीदार आकर्षित हो रहे हैं। इस बुनियादी ढांचे के विकास से संपत्ति की कीमतों में भी वृद्धि की उम्मीद है।

 

बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन के पास के रिहायशी इलाके

  • इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन: यह मेट्रो स्टेशन इलेक्ट्रॉनिक सिटी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जो एक प्रमुख आईटी हब है और यहाँ कई शैक्षिक संस्थान हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में कई सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
  • सेंट्रल सिल्क बोर्ड: येलो लाइन मेट्रो सेंट्रल सिल्क बोर्ड क्षेत्र से कनेक्ट हैं, जो बेंगलुरु का एक विकसित और जाना-माना रेसिडेंशियल एरिया है। 
  • सिंगसंद्रा: यह भी बेंगलुरु शहर का एक विख्यात रेसिडेंशियल एरिया है, जो इलेक्ट्रॉनिक सिटी के पास में स्थित है। यहां एक अच्छी तरह से विकसित बुनियादी सामाजिक ढांचा मौजूद है।
बेंगलुरु के प्रमुख स्थान औसत कीमत (रु. प्रति वर्ग फुट) वर्ष दर वर्ष वृद्धि मासिक किराया वर्ष दर वर्ष वृद्धि
सिंगासंद्रा 6,000 रुपए 22.3 फीसदी 50,000 रुपए 29.31फीसदी
इलेक्ट्रॉनिक सिटी 4,640 रुपए 0.65 फीसदी 23,500 रुपए -21.58 फीसदी
केंद्रीय रेशम बोर्ड 12,000 रुपए -12.42 फीसदी 15,000 रुपए -23.73 फीसदी
बीटीएम लेआउट 11,500 रुपए 8.45 फीसदी 19,500 रुपए -5.08 फीसदी
बोम्मनहल्ली 8,500 रुपए 6.63 फीसदी 18,700 रुपए -22.29 फीसदी

 

Housing.com का पक्ष

नम्मा मेट्रो येलो लाइन प्रोजेक्ट से बेंगलुरु शहर की कनेक्टिविटी में शानदार सुधार होगा, जिससे शहर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों से यात्रा करने वाले लोगों को आसानी से आवागमन की की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही नम्मा मेट्रो येलो लाइन प्रोजेक्ट शहर के लिए एक सतत परिवहन का ऑप्शन भी उपलब्ध कराएगा। इस मेट्रो कॉरिडोर के आसपास रियल एस्टेट में निवेश के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी।  

बीते कुछ वर्षों में इस कॉरिडोर से सटे कई इलाकों में आवासीय संपत्तियों की कीमतें बढ़ी हैं, और आने वाले वर्षों में इन क्षेत्र में प्रॉपर्टी की कीमत में और अधिक बढ़ोतरी की संभावना है। इस लिहाज से देखा जाए तो यहां प्रॉपर्टी में निवेश के लिए सबसे आदर्श समय है। कई प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर नम्मा मेट्रो येलो लाइन प्रोजेक्ट के आसपास के क्षेत्रों में रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट ला रहे हैं। इसके अलावा खासकर इलेक्ट्रॉनिक सिटी जैसे आईटी हब के पास किराये के घरों की मांग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यहाँ पर 1, 2 और 3 बीएचके अपार्टमेंट्स काफी मात्रा में उपलब्ध है। 

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हमारे लेख से संबंधित कोई सवाल या प्रतिक्रिया है? हम आपकी बात सुनना चाहेंगे। हमारे प्रधान संपादक झूमर घोष को jhumur.ghosh1@housing.com पर लिखें

Was this article useful?
  • ? (0)
  • ? (0)
  • ? (0)

Recent Podcasts

  • गंगा एक्सप्रेसवे मानचित्र, मार्ग, शहर, गांवों की सूची और स्थितिगंगा एक्सप्रेसवे मानचित्र, मार्ग, शहर, गांवों की सूची और स्थिति
  • 7 घोड़ों की पेंटिंग के वास्तु लाभ और सफलता आकर्षित करने के टिप्स7 घोड़ों की पेंटिंग के वास्तु लाभ और सफलता आकर्षित करने के टिप्स
  • नॉन-ऑक्यूपेंसी चार्जेस क्या होते हैं और इसे कौन देता है, जानें सबकुछनॉन-ऑक्यूपेंसी चार्जेस क्या होते हैं और इसे कौन देता है, जानें सबकुछ
  • सौभाग्य के लिए होती है घोड़े की नाल: जानें घर में कैसे उपयोग करें?सौभाग्य के लिए होती है घोड़े की नाल: जानें घर में कैसे उपयोग करें?
  • वास्तु के अनुसार नेम प्लेट: ध्यान रखने योग्य कुछ उपयोगी टिप्सवास्तु के अनुसार नेम प्लेट: ध्यान रखने योग्य कुछ उपयोगी टिप्स
  • वास्तु के अनुसार सोने की सबसे शुभ दिशा क्या है, यहां जानें विस्तार सेवास्तु के अनुसार सोने की सबसे शुभ दिशा क्या है, यहां जानें विस्तार से