द्रोणागिरी एक आगामी गंतव्य और बुनियादी ढांचा है, यह बुनियादी है। सिटी और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सिडको) में इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास की विभिन्न योजनाएं हैं। स्थान जेएनपीटी पोर्ट के बहुत करीब है। इसलिए, ज्यादातर बंदरगाह संबंधित उद्योग पास के स्थानों में मौजूद हैं।
लाइबिलिटी भागफल:
स्कूल: द्रोणागिरि हाई स्कूल; नागरिक हाई स्कूल; सरस्वती माndap; यूईएस स्कूल; केन्द्रीय विद्यालय; ज़ेडपीडी स्कूल; तुकाराम हरि वाजेकर हाई स्कूल; सेंट मैरी कॉन्वेंट हाई स्कूल।
कॉलेज: वाणिज्य और कला के कोंकण ज्ञानपीठ उरान कॉलेज; केडीएस कॉलेज; वीर वजेकर आर्ट्स साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज; सेंट मैरी कॉन्वेंट हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज।
अस्पताल और नैदानिक केंद्र: पलवी अस्पताल; इंदिरा गांधी अस्पताल; डॉ। नखवा अस्पताल; डेक अस्पताल; बाबर अस्पताल; डॉगिरि बाल अस्पताल; CarePoint अस्पताल।
कनेक्टिविटी: सड़क और नौका कनेक्टिविटी; नियमित बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं।
पेट्रोल पंप: 3-4 किमी दूरी के भीतर उपलब्ध है।
सिविक सुविधाओं: सिडको नागरिक सुविधाओं के विकास पर काम कर रहा है, जैसे जल निकासी व्यवस्था, जल आपूर्ति आदि।
मौजूदा और प्रस्तावित भौतिक ढांचे
हाल ही में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जेएनपीटी के विस्तार और आधुनिकीकरण परियोजना को हाईवे कनेक्टिविटी के साथ बहु-उत्पाद एसईजेड में शुरू किया। जेएनपीटी के आधुनिकीकरण, द्रोणागिरि जैसे आसन्न क्षेत्रों की वृद्धि में अनुवाद करेंगे। रियल्टी डेवलपर्स ने पहले से ही द्रोणागिरी में गहरी दिलचस्पी दिखाई है और इस क्षेत्र की बुनियादी ढांचे में सुधार की उम्मीद है, क्योंकि रीयल्टी मार्केट विकसित होता है।