हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला देखने में इतना खूबसूरत और मनमोहन शहर है, जहां जाने की इच्छा हर किसी को अवश्य होती है। यह वह जगह है जहाँ जाने पर हमारी आंखों को बेहद आनंद और मन को बहुत अधिक शांति और प्रफुल्लता महसूस होती है। हिमाचल प्रदेश का सबसे मशहूर पहाड़ी इलाका, शिमला हर साल भारी भीड़ को अपनी ओर आकर्षित करता है । यहां के सदाबहार जंगल, घुमावदार घटिया, लुभावनी झीलें और शिमला का सुहावना मौसम कुछ ऐसे कारण है जो इस हिल स्टेशन को एक अनोखा आकर्षण रूप देते हैं।
विभिन्न प्रकार के आकर्षण, जिनमें प्राकृतिक सुंदरता से लेकर मानव निर्मित चमत्कारिक शिल्पकला शामिल हैं, शिमला को अनोखा बना देतें हैं ऐसे में, शिमला अपनी पति-पत्नी, पार्टनर, फैमिली या मित्रों सभी के साथ जाने के लिए एक परफेक्ट गंतव्य बन जाता है।
क्या बनाता है शिमला को इतना ख़ास?
शिमला नाम काली के अवतार श्यामला से लिया गया है, जिन्हें क्रोध और शक्ति की देवी माना जाता है। हालांकि अपने नाम के विपरीत, शिमला पर्यटन स्थल एक गुप्त स्वर्ग है जहां आप पूर्ण शांति पा सकते हैं। शिमला अद्वितीय सुंदरता का दावा करता है जहां आप औपनिवेशिक आकर्षण का अनुभव करेंगे जो आपको और अधिक चाहने पर मजबूर कर देगा।
समुद्र तट से 2,206 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, शिमला कभी ब्रिटिश भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। शिमला की भौगोलिक स्थिति से आरामदायक छुट्टियां बिताने के लिए आदर्श स्थान बनाती है। शिमला में गर्मी और सर्दी दोनों का अपना -अपना आकर्षण है। गर्मियां सुखद होती हैं और सड़कों पर घूमने और सुंदर पहाड़ों पर ट्रैकिंग के लिए बहुत बढ़िया होती हैं। शिमला में सर्दियों के दौरान मौसम बहुत ठंडा रहता है। दिसंबर में ,आप यहां बर्फबारी का अनुभव भी कर सकते हैं जिससे यह भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन जाता है। आप शिमला में आइस- स्केटिंग जैसी शीतकालीन गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं। वैसे तो आप पूरे साल शिमला कभी भी जा सकते हैं, लेकिन शिमला-मनाली घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अगस्त, दिसंबर और जनवरी है।
इसलिए इस लेख में हम आपको शिमला में घूमने लायक 40 ऐसे पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे जहां आप अपने परिवार वालों के साथ गर्मी की छुट्टियां बिताने जा सकते हैं और अपने परिवार वालो के साथ शिमला घूमने का आनंद ले सकते हैं।
शिमला और उसके आस पास घूमने की 40 ख़ास जगहें
समर हिल्स
हरियाली से भरा यह पहाड़ आपको बेहद हस्सें नजारा देंगा। यहाँ खड़े होकर, सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक हर पल का नजारा आपके अतः मन को लुभावना लगेगा। एक अनकही सुंदरता को बयान करते ये शांत पहाड़ आपके मन की हलचल को भी कुछ पल के लिए ठहरा देंगे। आप यहां प्रकृति के आंचल में आकर अपने मन की हर व्यथा से लड़ना भूल जाएंगे।
स्थान: पहाड़ी
ठहरने के स्थान: शिमला नेचर विले, रॉयल होम स्टे,होटल ब्लॉसम शिमला
करने के लिए काम: लंबी पैदल यात्रा, कैंपिंग पर्यटन
यात्रा का सर्वोत्तम समय: मार्च से अक्टूबर
भ्रमण करने का समय: सूर्योदय से सूर्यास्त तक, गर्मियों के दौरान सूर्योदय सुंदर होता है।
सुझाई गई समय अवधि: एक से दो दिन ।
माल रोड
यह शिमला की वो ख़ास जगह है जहाँ खरीदारी का शौक रखने वालों का यहां हर वक्त जमावड़ा रहता है। यहां पर लंबी-लंबी सड़कों पर सजी आकर्षक वस्तुओं की दुकान आपको अपनी ओर खींचे बिना मानेगी नहीं। चहल-पहल और शोरगुल के बीच माल रोड पे आपको गर्म कपड़े, खूबसूरत हस्तशिल्प, आती सभी वस्तुएं उचित दामों में मिल जाएगी। घूमने-फिरने के बाद आप यहां आकर अपने इकट्ठा किए गए पैसों को अच्छी चीजों पर खर्च कर सकते हैं। फरवरी का महीना यहां आने के लिए सबसे उचित समय है। यहां आकर शिमला की फोटो लेना बिल्कुल लाजमी है।
घूमने के लिए सर्वोत्तम स्थान: स्कैंडल पॉइंट, रिज, लक्कड़ बाजार
करने के लिए शीर्ष चीज: खरीदारी, भोजन ,सुंदर सैर,घुड़सवारी
पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा: शिमला हवाई अड्डा (22 किमी)।
निकटतम रेलवे स्टेशन: शिमला रेलवे स्टेशन (4 किमी)
निकटतम बस स्टैंड: शिमला आईएसबीटी (4 किमी)
समय: सुबह के 9: 00बजे से रात के 9: ०० बजे तक रोज
क्राइस्ट चर्च
अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए जाना जाने वाला यह चर्च उत्तर भारत का दूसरा सबसे प्राचीन चर्च है। अगर आप कुछ समय अकेले और शांति में बिताना चाहते हैं तो इससे बेहतर और अच्छी जगह और कोई नहीं हो सकती। अपनी धार्मिकता में लीन होने का यह बहुत अच्छा मौका है। इसका शांत माहौल ही पर्यटकों को यहां आने पर मजबूर करता है। शिमला दर्शनीय स्थलों में इसे लोगों ने अपनी पसंद में शामिल किया है। जहां उन्हें आना काफी पसंद आता है।
ठहरने के स्थान: होटल हॉलीडे होम, समिट ले रॉयल होटल, होटल डिप्लोमैट शिमला ।
करने के लिए काम: चर्च में सुबह की प्रार्थना में भाग लेना ।
घूमने का सबसे अच्छा समय: पूरे साल जब भी आप चाहे ।
जगह का प्रकार: धार्मिक और ऐतिहासिक
घूमने का समय: सुबह के 8:00 से लेकर शाम के 6:00 तक।
द स्केंडल पॉइंट
स्रोत: Pinterest/pankymangleta
चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच स्थित यह समतल क्षेत्र पर्यटकों का आकर्षक केंद्र है। पहाड़ों से प्रेम करने वालों को यह जगह बेहद रास आएगी। आप यहां बैठकर सूरज को ढलते हुए देख पाएंगे। इस दृश्य को आप कैमरे में कैद करके संजो भी सकते हैं। घाटी के सुंदर नजारों का लुत्फ़ उठाते हुए आप अपनी यात्रा को पूरा कर सकते हैं।
ठहरने के स्थान: होटल क्रिस्टल पैलेस, होटल विलो बैंक्स,समिट ले रॉयल होटल
करने के लिए काम: ग्रीष्मकालीन महोत्सव में भाग लेना, प्रकृति की सैर, पर्यटन स्थलों का भ्रमण यात्रा।
सर्वोत्तम समय: पूरे वर्ष गंतव्य
इस स्थान पर आने का समय: सूर्योदय से सूर्यास्त तक
भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान
यह एक जैकोबियन शैली की विरासत इमारत है जो ऑब्जवेंटरी हिल पर स्थित है। इससे वाइसरीगल लॉज के नाम से भी जाना जाता है, इस सन 1880 और 1888 के बीच ब्रिटिश वास्तुकार हेनरी इरविन द्वारा बनवाया गया था। यह हरे- भरे लॉज के बीच स्थित है और एक पुराने स्कॉटिश महल जैसा दिखता है। पूर्व में ब्रिटिश वायसराय और बाद में भारत के राष्ट्रपति का घर, अब यह उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए एक संस्थान के रूप में कार्य करता है। प्रवेश द्वार पर स्थित एक दिलचस्प कैफे -सह -स्मामरिक दुकान है जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। कई खूबियों के साथ, यह निश्चित रूप से शिमला में घूमने के लिए सबसे दिलचस्प जगह में से एक है।
सुबह के 8:00 से शाम के 6:00 तक आप यहाँ आ सकते हैं।
लक्कड़ बाजार
यह बाजार लकड़ी से बनी वस्तुओं के लिए मशहूर है। अगर आप शिमला आऐ हैं और अपने साथ यहां की कुछ स्थानीय वस्तुओं को स्मृति के तौर पर अपने साथ ले जाना चाहते हैं तो यहां से आप अपनी पसंद की वस्तुएं ले जा सकते हैं। बच्चों के लिए लकड़ी से बने खिलौने लेना भी अच्छा विकल्प है। स्थानीय भोजन का स्वाद चखने के लिए आप यहां आ सकते हैं।
जाखू पहाड़ी
शिमला की सबसे ऊंची चोटी मानी जाने वाली यह पहाड़ी 8000 फीट ऊंची है और शिमला में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। यह मंदिर उन सभी प्रकृति प्रेमियों और तीर्थ यात्रियों के लिए स्वर्ग है जो जाखू मंदिर में ऐतिहासिक 108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा के दर्शन करने आते हैं। साहसिक चाहने वालों के लिए यह लगभग एक छोटा सा ट्रेक है जो इसे फरवरी में शिमला में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह में से एक बनता है।
ठहरने के स्थान: द लिगेसी शिमला,होटल मरीना, होटल कोम्बरमेरे, जाखू हिल बी और बी
करने के लिए काम: ट्रैकिंग ,धार्मिक यात्रा ,फोटोग्राफी
घूमने का सर्वोत्तम समय: पूरे वर्ष गंतव्य सर्वश्रेष्ठ
स्थान के प्रकार: पहाड़ी , धार्मिक, ट्रैक
आने का समय: सुबह के 7:00 बजे से लेकर शाम के 8:00 बजे तक, दिन के समय चढ़ाई अधिक सुरक्षित होती है क्योंकि शाम तक ट्रैक गहरा हो जाता है।
अन्नानडेल
अन्नानडेल को नवंबर में शिमला में घूमने की जगह की सूची में होना चाहिए। यह स्थान ब्रिटिश शासन के दौरान रेसिंग सहित कई साहसिक खेलों का घर था। हालांकि ,अब ,यह जगह सभी गोल्फ प्रेमियों के लिए एकदम सही है क्योंकि रेस कोर्स को एक मिनी -गोल्फ कोर्स में बदल दिया गया है, जो एक हेलीपैड के रूप में भी काम करता है और आप अपने घास के मैदानों के अविश्वसनीय रूप से सुंदर दृश्य पेश करता है। यह स्थान निश्चित रूप से शिमला में दो दिनों में घूमने लायक स्थान की सूची में सबसे ऊपर है।
रुकने के लिए स्थान: एनाडेल व्यू ,शिमला ब्रिटिश रिजॉर्ट, रॉयल रिट्रीट -शिमला में लक्जरी प्रवास ।
करने के लिए काम: रेसिंग , गोल्फिंग ,पर्यटन यात्रा
का सर्वोत्तम समय: अप्रैल के महीने से लेकर अक्टूबर के महीने तक।
स्थान का प्रकार: ऐतिहासिक
भ्रमण करने का समय : सुबह के 9:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 तक।
कुफरी
शिमला के पास स्थित यह स्थान भी एक छोटा पहाड़ी इलाका है। यहां यात्री मुख्य रूप से हाईकिंग,ट्रैकिंग आदि जैसी रोमांचित गतिविधियों के लिए लोकप्रिय है। लोग यहां अपनी यात्रा को रोमांचित करने आते हैं। शिमला की बर्फबारी देखने का मौका भी अपने हाथ लगेगा। यह जगह प्रकृतिक बगीचों व पिकनिक स्पॉट के तौर पर भी बहुत प्रसिद्ध है। अप्रैल से जून का समय बाद दिसंबर से फरवरी का समय यहां आने का सबसे उचित समय है। ताकि आप बर्फबारी के समय स्केटिंग का लुफ्त उठा सके।
तत्तापानी
शिमला से लगभग 50 किलोमीटर दूर तातापानी नमक एक गांव है जो समुद्र तल से लगभग 2,230 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। स्थानीय भाषा में तत्तापानी का मतलब ‘गर्म पानी ‘ होता है। यह गांव अपने गर्म झरनों के लिए प्रसिद्ध है, जो सतलुज नदी से निकलता है, जो इसे कई पर्यटकों के लिए शिमला में घूमने के स्थानों में से एक बनता है। यह पानी सल्फर से भरपूर है और त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें औषधीय महत्व भी हैं और यह त्वचा रोगों को ठीक करने के लिए जाना जाता है पानी में डुबकी लगाई और खुद पता लगाएं।
झरना एक किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है और पानी का तापमान पानी के स्तर के साथ बदलता रहता है। तारा रात्रि और लोहफी नामक दो लोकप्रिय त्योहार को देखने के लिए दुनिया भर से लोग शिमला के पास इस गांव में आते हैं, जिन्हें पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। शिमला के इस गांव में दर्शनीय स्थलों की यात्रा के दौरान पर्यटक जो अन्य गतिविधियां करते हैं उनमें मछली पकड़ना,माउंटेन बाइकिंग ,साइकिल चलाना, सतलुज नदी में सफेद पानी में राफ्टिंग शिवजी की गुफा (शिव की गुफा) का दौरा करना या नदी के किनारे अलाव का आनंद लेना शामिल है।
चैडविक फॉल्स
यह प्रसिद्ध झरना शिमला को बरसात के मौसम में भी घूमने लायक जगह बनता है। एक ओल्ड वाइव्स टेक के अनुसार चैडविक नाम के एक व्यक्ति ने यहाँ अपनी जान ले ली थी, इसीलिए इसे यह नाम दिया गया है। एक अन्य सिद्धांत कहता है कि यह शब्द “चिड़कू झर” का गलत उच्चारण है जिसका अर्थ है ” गौरैया गिरना” । यह नाम इसलिए है क्योंकि समुद्र तल से 1586 किलोमीटर ऊपर स्थित इन झरनों तक केवल उड़ने वाले गौरैया ही पहुंच सकती हैं। झरने की पूरी महिमा देखने के लिए जुलाई से सितंबर के मानसून महीने में अपनी यात्रा की योजना बनाएं। यह तब होता है जब प्रस्फुटित होने वाला पानी गाढ़ा होता है। सर्दियों के प्रवाह धीमा हो जाता है और कभी-कभी गर्मियों में केवल थोड़ा सा रह जाता है। चैडविक फॉल्स के सकते रास्ते पर हर तरफ कम से कम एक किलोमीटर पैदल चलने के लिए तैयार रहे क्योंकि वाहनों की अनुमति नहीं है यहां पर।
ठहरने के स्थान: शिमला नेचर्स विले, होटल चैडविक व्यू, होटल ब्लॉसम शिमला।
करने के लिए काम: ट्रैकिंग, फोटोग्राफी घूमने का सर्वोत्तम समय : मार्च से जून
स्थान के प्रकार: झरना, देखने का स्थान, फोटोग्राफरों और शांति चाहने वाले लोगों के लिए आदर्श ,
घूमने का समय: सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक अंधेरा होने पर इस स्थान पर ना जाएं।
हिमालयन बर्ड पार्क
पक्षियों से प्रेम करने वाले वालों के लिए यह स्थान सबसे उचित है। यहां आपको जाने पहचाने व कुछ अनदेखे पक्षियों को देखने का अवसर प्राप्त होगा। हर तरफ चिड़ियों की चहचहाट है आपको भोर का स्मरण कराऐंगी। जैसे हर सुबह चिड़िया चहकती हुई जाती है। हरियाली युक्त वातावरण में आपको कुछ पक्षी पेड़ों की शाखाओं पर देखेंगे वह कुछ आपस में बात करते हुए वह कुछ अपने बच्चों के साथ समय बिताते हुए। आप यहां आकर मंत्र मुग्ध हो जाएंगे। आपके यहां हिमाचल प्रदेश का स्थानीय पक्षी व हिमालयन मोनल देखने को भी मिलेगा।
द शिमला स्टेट म्यूजियम
ब्रिटिश वास्तुकला से उकेरा गया यह संग्रहालय शिमला की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति संस्कृति का प्रतीक है। शैक्षिक दृष्टि से भी यह लोगों के बीच प्रचलित है। यहां मौजूद कलात्मकता जैसे चित्रकला, मूर्तियां व हस्त शिल्प लोगों को यहां की संस्कृति के बारे में अधिक जानने के लिए प्रेरित करती हैं ।इन सभी चीजों को शताब्दियों से संजो कर रखा गया है ताकि आगे की पीढ़ियां राज्य के इतिहास को भली -भांति जान सके। किताबी कीड़ों के लिए यहां एक लाइब्रेरी भी है यहां आप आराम से बैठकर अपने ज्ञान में बढ़ोतरी कर सकते हैं। किताबों को पढ़ने का आनंद ले सकते हैं।
किआला फॉरेस्ट
वन्य जीव से लगाव रखने वालों व प्रकृति प्रेमियों के बीच यह स्थल आकर्षण का केंद्र है। घना व हरा जंगल जहां आपको कुछ पशु भी घूमते फिरते नजर आ जाएंगे शिमला की कोठकाई घाटी के पास स्थित यह जंगल सिर्फ स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि बाहरी इलाकों के लोगों भी बहुत मशहूर है यहां कुछ खूबसूरत रैजॉर्ट है यहां आप ठहर सकते हैं और यहां से आप एक सुंदर नजारा भी देख पाएंगे।
हरी घाटी
शिमला के सबसे मनमोहक दृश्य बिंदुओं में से एक ग्रीन वैली मानी जाती है और ऐसा क्यों न हो। कुछ बॉलीवुड फिल्मों में प्रदर्शित इस घाटी ने हाल के कुछ वर्षों में बहुत लोकप्रियता हासिल की है और यह जोड़ों के लिए शिमला में घूमने के लिए सबसे शांत स्थानों में से एक है। क्या आपने इस प्रकृति स्वर्ग के चारों ओर पूर्ण आनंदमय दृश्यों का आनंद लेने के लिए अपना बैग अभी तक पैक कर लिया है? ग्रीन वैली के दृश्य से आपको यही उम्मीद करनी चाहिए। इस जगह का नजारा ही कुछ ऐसा है जिसको देखकर आपके मन को बहुत ही प्रसन्नता होती है।
ठहरने के स्थान: वुडेज़ रिजॉर्ट, मधुसूदन होमस्टे
करने के लिए काम: लंबी पैदल यात्रा, ट्रैकिंग, कैंपिंग, फोटोग्राफी
घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जुलाई तक का समय
घूमने का समय: हर दिन सुबह के 6:00 से लेकर शाम के 6:30 बजे तक
सबसे अच्छा: फोटोग्राफी के लिए
शिमला में काली बाड़ी मंदिर
स्रोत: Pinterest (600878775259931631)
कुछ मंदिर अपने धार्मिक या ऐतिहासिक महत्व के लिए जाने जाते हैं जबकि अन्य अपनी स्थापत्य सुंदरता के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। लेकिन कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जो दोनों ही मामले में परिपूर्ण होते हैं। ऐसा ही एक मंदिर है शिमला का कालीबाड़ी मंदिर जो देवी काली को समर्पित है जिसमें देवी की एक मनोरम मूर्ति स्थापित है। वर्ष 1845 में निर्मित, मंदिर को श्यामला के नाम से भी जाना जाता है ।हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को उसका नाम देवी शामला से ही मिला है । यह मंदिर सुबह के 6:00 से लेकर शाम के 7:00 बजे तक खुला रहता है। इस समय में आप कभी भी जाकर मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।
तारा देवी मंदिर शिमला
आप धार्मिक आत्मा हों या ना हो लेकिन शिमला में रहते हुए आपको तारा देवी मंदिर का दौरा करना नहीं भूलना चाहिए। आप शिमला घूमने गए हैं तो इस मंदिर का दर्शन जरूर करें। तारा पर्वत नामक पहाड़ी के ऊपर स्थित यह मंदिर लगभग 250 वर्ष पुराना माना जाता है। देवी तारा ,तिब्बती बौद्धों की देवी और देवी दुर्गा की नौ बहनों में से एक , यहां की अधिष्ठात्री देवी हैं ।स्थानीय मान्यताओं के अनुसार मंदिर में स्थापित लकड़ी की मूर्ति पश्चिम बंगाल से लाई गई थी ।जबकि मंदिर एक शांत वातावरण का अनुभव कराता है जो चीज पर्यटकों को इस गंतव्य की ओर आकर्षित करती है वह है इसकी बेहतरीन वास्तुकला। सुबह के 7:00 से लेकर शाम के 6:30 बजे तक, रोज आप किसी भी समय जा सकते हैं।
शिमला में टॉय ट्रेन
चीड़ से ढकी पहाड़ियों के भव्य दृश्यों के साथ, यह पांच घंटे की टांय ट्रेन की सवारी को आपको अपने शिमला टूर में जरूर शामिल करना चाहिए। 96 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में, टांय ट्रेन आपको 20 स्टेशन, 103 सुरंगों, 800 पुलो और लगभग 900 सांस रोक देने वाले मोड़ों से लेकर जाएगी। बरोग और शिमला के बीच की दूरी इस यात्रा का सबसे अद्भुत हिस्सा है जब एक खड़ी चढ़ाई के कारण ट्रेन धीमी हो जाती है,जिससे आपको कुछ मंत्र मुग्ध करने वाले दृश्यों को देखने का मौका मिलता है। इस ट्रेन में सफर करने के लिए आपको एडवांस बुकिंग करनी पड़ती है ।जिसकी कीमत 65 रुपये से लेकर 500 रुपये तक है।
शिमला में जॉनी वैक्स म्यूजियम
स्रोत: Himachal Watcher
हिमाचल प्रदेश के पहले वैक्स म्यूजियम के रूप में लोकप्रिय जॉनी वैक्स म्यूजियम शिमला पर्यटन स्थलों की सूची में सबसे ऊपर आता है। इस म्यूजियम में आपको कई फेमस फिल्मी सितारों के एक्स स्टैचू देखने को मिल जाएंगे। संग्रहालय में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले मोम प्रतिकृतियों में महात्मा गांधी, स्टीव जॉब्स, हैरी पॉटर, जेम्स बॉन्ड और टोनी स्टार्क शामिल है। सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने पसंदीदा सेलिब्रिटी के बगल में खड़े होकर फोटो क्लिक कर सकते हैं और इस मोमेंट को मेमोरेबल बना सकते हैं ।यह म्यूजियम सुबह के 10:00 बजे से लेकर रात के 10:00 बजे तक खुला रहता है। यह पर बड़ो की फीस 250 रुपए और बच्चों के लिए ₹5 है।
पब्बर घाटी
यह घाटी शिमला से निकट दूरी पर स्थित है और ठियोग शहर से इस स्थान तक पहुंच जा सकता है यह घाटी हरी -भरी हरियाली, सेब के बगीचे और बारहमासी जल धाराओं के कारण प्रसिद्ध है। आप एक साहसिक और यादगार ट्रैकिंग अनुभव के लिए भी इस जगह पर आ जा सकते हैं ।ऐसे कई रास्ते हैं जो यहां पाए जा सकते हैं और इनमें से कुछ रास्तों की अभी तक खोज नहीं की गई है। यह वास्तव में शिमला में दो दिनों में घूमने लायक सबसे शीर्षक जगह में से एक है। इसलिए यदि आप शिमला जाएं तो इस जगह पर आप जरूर जाएं।
ठहरने का स्थान: एवरीसनी होमस्टे, द लिगेसी शिमला, तीर्थन वैली स्टे
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से नवंबर तक।
किसके लिए सर्वोत्तम: फुर्सत के लिए सैर
समय: 24 घंटे
कुठार किला
स्रोत: Pinterest: www.shimlatourism.co.in
प्रकृति की अद्भुत सुंदरता के बीच, हिमालय की तलहटी में स्थित कुठार किला एक और आकर्षक है जो आपके शिमला दर्शनीय स्थलों को यात्रा को पूरा करता है। यह किला 52.8 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो देवदार के पेड़ों और पहाड़ों से गिरा हुआ है। इसमें भव्य पुल और बगीचे हैं। इतिहास और प्रकृति की सैर करने के लिए आप यहां जरूर जाएं।
ठहरने का स्थान: होटल आवास,द लीजेंड, मिस्टी मीडोज रिजॉर्ट
घूमने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल से सितंबर तक समय
जगह का प्रकार: ऐतिहासिक
समय: सुबह के 8:00 से लेकर शाम के 6:00 तक ।
जाखू रोपवे
स्रोत: Pinterest/jakhuropeway
रोपवे रिज और जाखू मंदिर (८ किलोमीटर) को जोड़ता है। यह आपको लगभग 5 मिनट में मंदिर तक पहुंचा देगा जो आपको सभी परेशानियों से बचाएगा और आपको एक मजेदार एवं साहसिक अनुभव से गुजरवाएगा । सवारी के दौरान ,आप आसपास के कुछ सबसे आश्चर्यजनक दृश्य देखेंगे और आपको वापस आने के लिए प्रेरित करेगा। इसमें बैठकर का आपको काफी आनंद आएगा। और आप ऊपर से ही खूबसूरत हंसी वादियों को देख सकते हैं।
ठहरने का स्थान: होटल हॉलीडे होम,द लिगेसी शिमला, होटल कॉम्बरमेयर
करने के काम: रोपवे, फोटोग्राफी
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से सितंबर
स्थान का प्रकार: साहसिक, धार्मिक
भ्रमण का समय: सुबह : 9:30 से शाम 7:00 बजे तक।
रानी झांसी पार्क
स्रोत: Pinterest/an72302
यह शिमला के सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है और यहां माल रोड के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह पार्क एक पिकनिक स्थल के रूप में आदर्श है और बच्चे आमतौर पर हरियाली के बीच एक मजेदार अनुभव के लिए इस स्थान पर आना पसंद करते हैं। इसलिए शिमला घूमने जाएं तो इस पार्क में बच्चों को लेकर अवश्य जाएं।
ठहरने के स्थान: द लिगेसी सी शिमला, समिट ले रॉयल होटल
करने के लिए काम: पिकनिक, खेलना
पर्यटन यात्रा का सर्वोत्तम समय: मई से सितंबर
समय: 24 घंटे
सेना विरासत संग्रहालय
शिमला के आकर्षणों की तलाश करते समय इस स्थान पर आने का विचार करें। यह सबसे लोकप्रिय संग्रहालय में से एक है और इस ऐतिहासिक रूप से भी समृद्ध एनाडेल के एक हिस्से के रूप में स्थापित किया गया है। संग्रहालय में भारतीय सेना से संबंधित विभिन्न स्मृति चिन्ह हैं। भारत के योद्धाओं की विस्मयकारी कहानियों के बारे में जानने के लिए इस संग्रहालय में जाएं और प्रदर्शन पर रखे गए पुराने हथियारों और अन्य साजो- समान को देखकर खुद ही आश्चर्यचकित होने का मौका दें।
ठहरने के लिए स्थान: महावीर बी एंड बी, शिमला ब्रिटिश रिजॉर्ट, रोयाल रिट्रीट
करने के लिए कार्य: ऐतिहासिक दौरा
यात्रा का सर्वोत्तम समय: पूरे वर्ष गंतव्य
स्थान का प्रकार: ऐतिहासिक , शैक्षिक
समय: सुबह के 10:00 से दोपहर के 2:00 तक और दोपहर के 3:00 से शाम के 5:00 बजे तक।
गेयटी हेरिटेज संस्कृतिक परिसर
स्रोत: Pinterest/sumitvashisht
आधिकारिक तौर पर हिमाचल प्रदेश कला और संस्कृति विभाग द्वारा प्रबंधित गेयटी हेरिटेज संस्कृति परिसर को पहले गेयटी थिएटर के रूप में जाना जाता था। यह संस्कृति का अड्डा ब्रिटिश काल से अस्तित्व में है जब इसका उपयोग नाटक को और मेजबानी के लिए किया जाता था।
आज आप न केवल नाटकों बल्कि नित्य प्रदर्शन, संगीत और प्रदर्शनियों को देखने के लिए भी साइन अप कर सकते हैं जो अस्थायी रूप से यहां के हाल में आयोजित किए जाते हैं। आर्ट गैलरी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की पेंटिंग प्रदर्शनी करती है, और दिल्ली ललित कला अकादमी के सहयोग में संचालित होती है। यहां प्रवेश शुल्क प्रत्येक भारतीय के लिए 10 रुपये और विदेशियों के लिए 25 रुपये है। दोनों श्रेणियां के लिए कैमरा शुल्क अतिरिक्त है। यह परिसर केवल सप्ताह के दिनों में खुला रहता है। यह सुबह के 9:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 तक। यहां 45 मिनट तक चलने वाले निर्देशित पर्यटक भी पेश किए जाते हैं।
शिमला रिज़र्व वन अभ्यारण्य
950 एकड़ वन भूमि में फैला शिमला रिजर्व वन अभ्यारण्य वन्य जीव प्रेमियों के लिए एक अवश्य देखने योग्य आकर्षण है। आप सिल्वर ओक और वीपिंग विलो जैसे विदेशी पेड़ों के बीच तेंदुआ, हिरण और सियार जैसे पहाड़ी जानवरों को देख सकते हैं। पक्षी प्रेमी हिमालयी चील और तीतर की तलाश कर सकते हैं। यहां मेपल और रोडोडेंड्रोन के पेड़ रसोई में भी लोकप्रिय है। महिलाएं इन पेड़ों के फलों से सॉस और जैम बनना पसंद करती हैं। रोडोडेंड्रोन स्वयं विभिन्न रंगों में आते हैं जिससे जंगल मनमोहन और आकर्षित दिखाई देता है। इस अभयारण्य से होकर नौ धाराएं बहती हैं और वह कभी नहीं सूखती। यदि आप इस जंगल में प्रवेश करना चाहते हैं तो आपको पूर्व अनुमति की आवश्यकता होती है।अपनी कार या बाइक अंदर ले जाने का प्रावधान है। आप एक बाइक भी किराए पर ले सकते हैं और साइकिल चलाकर क्षेत्र का भ्रमण कर सकते हैं या जंगल के रास्ते पैदल यात्रा की योजना बना सकते हैं।
संकट मोचन मंदिर
स्रोत: Pinterest/exploreindia9
हनुमान जी को समर्पित यह मंदिर दोपहर के भोजन के समय घूमने के लिए एक बेहतरीन स्थान हो सकता है क्योंकि यहां आपको मुफ्त लंगर भोजन मिल जाता है। लंगर एक पूर्ण शाकाहारी दोपहर का भोजन है, जिसे मंदिर के स्वयंसेवकों द्वारा पकाया जाता है और सभी आगंतुकों को पेश किया जाता है। संकट मोचन मंदिर का निर्माण बाबा नीब करोरी जी महाराज ने 10 दिनों तक यहां तपस्या करने के बाद किया था। निर्माण 1962 से शुरू हुआ , और मंदिर का निर्माण 1966 में भक्तों के लिए खोल दिया गया था। हनुमान जी की मूर्ति के अलावा यहां अनेक गुरु ,राम, शिव और गणेश के हिंदू देवताओं और स्वयं बाबा नीम करोरी जी महाराज की मूर्ति भी मिल सकती है ।मंदिर पूरे वर्ष सुबह 6:30 बजे से रात 8:00 तक खुला रहता है ,सर्दियों को छोड़कर जब समय सुबह 7:00 से शाम के 6:30 बजे तक होता है।
इंदिरा पर्यटन पार्क
इंदिरा पर्यटन पार्क वैसे तो शिमला के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से है लेकिव यह पार्क वास्तव में कुफरी में स्थित है। यह जगह याक की सवारी और टट्टू की सवारी के लिए काफी लोकप्रिय है। इस पार्क का नाम भारत की पहले और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री – इंदिरा गांधी जी के नाम पर रखा गया है ,जिन्होंने सन् 1971 के युद्ध के बाद शांति संधि स्थापित करने के लिए 2 जुलाई 1972 को पाकिस्तान के साथ शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किए थे ।हरे -भरे वातावरण की खोज के अलावा ,कोई यहां गेमिंग पार्लर में वीडियो गेम भी खेल सकता है। अंदर कैफे और बीयर बार में आपकी भूख का भी ख्याल रखा जाता है।
जुब्बल महल
शिमला से कुछ किलोमीटर दूर, देवदार के पेड़ों, सेब के बगीचों और दर्जनों मंदिरों वाले जूब्बल शहर में स्थित, जुब्बल पैलेस भव्यता और सुंदरता की अभिव्यक्ति के रूप में सामने आता है। जुब्बल स्वतंत्रता पूर्ण राजा राणा का राज्य था और आज तक इसका शाही आकर्षण बरकरार है इस महल की वास्तुकला कई प्रभावों का संयोजन है।आधुनिक विंग में इंडो यूरोपीय वास्तुकला है ,जो इस गढ़ का एक हिस्सा चीनी वास्तुकला को प्रदर्शित करता है।
बाबा भलकू रेल संग्रहालय
यदि आप शिमला में एक ज्ञानवर्धक अनुभव से गुजरना चाहते हैं तो आपको इस रेलवे संग्रहालय का दौरा अवश्य करना चाहिए । यह शिमला के सबसे लोकप्रिय पर्यटनों में से एक है ।यह वह जगह है जहां आपको शिमला शहर के रेलवे के निर्माण के पीछे शिमला विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने को मिलेगा। यहां प्रदर्शन पर विभिन्न चीजे हैं ,जिनमें विभिन्न प्रकार के इंजनों के साथ-साथ मशीन भी शामिल हैं। इसलिए जब भी आप शिमला जाएं तो इस जगह पर भी जरूर जाएं।
ठहरने के स्थान: होटल हॉलीडे होम, द सीडर ग्रैंड होटल एंड स्पा , होटल रिट्रीट
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से सितंबर महीना
स्थान का प्रकार: ऐतिहासिक, शैक्षणिक
समय: सुबह के 9:30 बजे से शाम के 4:30 बजे तक ।
चैल
शिमला से लगभग 40 किलोमीटर दूर चैल है, जो रायगढ़, पांडेवा और साध दीबा की पहाड़ियों में फैला हुआ है। पूर्व में एक सुप्त बस्ती, चैल को पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने पुनर्जीवित किया था, जिनके शिमला में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था क्योंकि वह ब्रिटिश कमांडर इन – चीफ़ की बेटी के साथ भाग गए थे। शिमला से भी अधिक भव्य एक और ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की शपथ लेते हुए, उन्होंने बर्फ से ढके शिवालिक पर्वत और सतलुज की ओर देखने वाली देवदार की घाटियों के बीच चैल की स्थापना की। चैल वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के लिए आवश्य घूमने लायक जगह है। यहां आप जरूर जाएं।
हिप हिप हुर्रे मनोरंजन पार्क
क्या आप परिवार के साथ एक मजेदार दिन की तलाश में है? फिर हिप हिप हुर्रे मनोरंजन पार्क के अलावा और कहीं ना देखें। शिमला में घूमने लायक जगह में से एक और जगह शिमला- कुफरी राजमार्ग पर स्थित यह पार्क 500 वर्ग मीटर में फैला है और 8,500 फिट की ऊंचाई पर है। यह भारत का एकमात्र पार्क है जो इतनी ऊंचाई पर और प्रदूषण मुक्त है। कमांडो नेट, रॉक क्लाइंबिंग, बर्मा ब्रिज, बंपिंग बोट्स, फ्लाइंग फॉक्स से लेकर फाइन -डाइनिंग रेस्तरां, विचित्र कैफे और खरीदारी करने के स्थान के लिए अभ्यासी वास्तविकता गेम जैसी कई अलग-अलग गतिविधियों जैसे पूरे परिवार के लिए रोमांचकारी सवारी से भरपूर, यह पार्क इसमें सब कुछ है। निश्चिंत रहें कि आपका दिन अच्छा बीतेगा। इसके अलावा, चूंकि यह पार्क शिमला की सुरम्य प्रकृतिक सुंदरता और बर्फ से लदे पहाड़ों के बीच स्थित है, इसलिए यहां और भी अधिक लुभावना है।
पार्क में दूरबीन का उपयोग करना और कुफरी के आश्चर्य जनक परिदृश्य को देखना ना भूलें। कुल मिलाकर, दिन के अंत में जैसा कि नाम से पता चलता है , परिवार का प्रत्येक सदस्य जब बाहर निकलेगा तो हिप हिप हुर्रे जरूर चलाएगा। क्योंकि यह पार्क है ही इतना मजेदार जहां परिवार के सदस्यों को जाकर काफी आनंद आता है।
प्रास्पेक्ट हिल
यह पहाड़ी शिमला के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक हैं। पहाड़ी शहर में विभिन्न स्थानों और आकर्षणों की खोज करते समय किसी को भी यहां जाने पर विचार करना चाहिए । यह शहर के सबसे खूबसूरत स्थान में से एक होने के अलावा प्रास्पेक्ट हिल उस भव्य मंदिर के लिए जाना जाता है जिसे देवी कामना देवी के सम्मान देने के लिए स्थापित किया गया है।
ठहरने के लिए स्थान: द शर्मा आशियाना, होटल ब्लॉसम शिमला, होटल एप्पल
करने के लिए: ट्रैकिंग, दर्शनीय स्थल, धार्मिक यात्रा
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय : अप्रैल से सितंबर
समय: 24 घंटे ।
नारकंडा
यह शहर भी खूबसूरत शहर शिमला से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नारकंडा 8100 फिट की ऊंचाई पर स्थापित है और शिमला और नारकंडा के बीच रास्ते में आने वाले एक छोटे से हिल स्टेशन फागू से इस शहर का दृश्य देखा जा सकता है । यह स्थान आदर्श रूप से उन लोगों के लिए है जो स्पीति घाटी की ओर जा रहे हैं और एक पडाव के रूप में कार्य करता है । नरकंडा शिमला में देखने के लिए सबसे अच्छी जगह में सेक है, इसलिए आप शिमला जब भी जाएं तो यहां जरूर जाएं।
ठियोग
हिल स्टेशन में एक शांत स्थान ठियोग है जो शिमला की सबसे अच्छी जगह में से एक है। हिमालय की खूबसूरत चोटियों से घिरा यह हिल स्टेशन खोई हुई शांति पाने की जगह है। मुख्य शहर से लगभग 32 किलोमीटर दूर स्थित, यह आदर्श सप्ताहांत अवकाश स्थलों में से एक माना जाता है। न सिर्फ प्रकृति की बेहतरीन नजारे, बल्कि यहां यह जगह कैंपिंग का अनुभव देने के लिए भी मशहूर जगह में से एक है। अगर आप ठहरने के लिए स्थान की यहाँ पर खोज कर रहे हैं तो ताज ठियोग रिजॉर्ट, होटल लैंडमार्क, वुडविले पैलेस जैसी शानदार जगहें आपके लिए सही रहेंगी।
गार्टन कैसल
शिमला के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक गार्टन कैसल है। यह एक विरासत स्मारक है जिसका निर्माण औपनिवेशिक काल के दौरान किया गया था। एक सदी से भी अधिक पुराना, डिजाइनरों की रचनात्मकता को प्रदर्शित करता हुआ यह स्मारक शिमला में घूमने के लिए एक शानदार जगह है। यह अद्भुत बिल्डिंग का इस्तेमाल अब हिमाचल प्रदेश के एजी कार्यालय (महालेखाकार कार्यालय) के रूप में उपयोग किया जा रहा है।
समय: सुबह के 9:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 तक।
बैंटरी कैसल
बैंटनी कैसल एक विरासत है और शिमला हेरिटेज वॉक का एक हिस्सा है। इस वॉक में शामिल संपत्ति में महल और कुटिया दोनों शामिल हैं। यह संपत्ति पूरी तरह से लकड़ी से बनी हुई है और इसके चारों ओर सुंदर हरे-भरे लॉन है जिस कारण यह देखने में बहुत अच्छा लगता है।
शिमला का वैष्णो देवी मंदिर
जी नहीं, हम जम्मू के कटरा स्थित मंदिर की बात नहीं कर रहे बल्कि शिमला में स्थित वैष्णो देवी मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो शिमला में घूमने के लिए धार्मिक स्थान में से एक है। व्यास नदी के तट पर स्थित यह मंदिर हरी -भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। देवी सरस्वती, देवी लक्ष्मी और भगवान शनि की मूर्तियां इस भव्य मंदिर में वास करती हैं। शनिवार के दिन यहाँ भक्तों की भारी भीड़ भी होती है जो यहाँ अपने देवता को दीपक चढ़ाने आते हैं। 101 सीढ़ियां चढ़ने के बाद आप मंदिर के शीर्ष से पूरे शहर को देख सकते हैं।
गिरी गंगा
स्रोत: Pinterest/rjtchauhan9
यह छिपा हुआ रत्न शिमला जिले के खंडापत्थर के आसपास स्थित है। यह रास्ता रोहड़ू से गुजरने वाले राज्य राजमार्ग से लगभग 1 किलोमीटर पश्चिम में शुरू होता है। यदि आप एक चक्कर लगाने का जोखिम उठा सकते हैं तो यह एक बेहतरीन पड़ाव स्थल है। गिरी गंगा मंदिर और कुप्पार बुग्याल इस क्षेत्र में स्थित दो लोकप्रिय आकर्षण है, लेकिन यदि आप अधिक साहसिक मार्ग लेना चाहते हैं तो स्थानीय लोगों से उस लंबे ट्रैकिंग पथ के बारे में पूछे जो इस स्थान को शिमला से जोड़ता है।
जोनांग मठ
एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह मठ एक बौद्ध शिक्षण केंद्र है, जहां निवासी लामा दैनिक आधार पर प्रार्थना और अनुष्ठान करते हैं। मठ तक पहुंचने के लिए आपको कुछ सीढ़ियां चढ़नी होंगी, जहा पहुंच कर नज़ारा बेहद ही मनोरम होता है। यहाँ पहुंच कर आप शिमला में एक शांतिपूर्ण समय बिताएंगे।
आप शिमला किन-किन रास्तों से जा सकते हैं?
शिमला पहुंचने के लिए सभी तरह के साधन उपलब्ध हैं शिमला आप वायु मार्ग , सड़क मार्ग और ट्रेन मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं।
बस के द्वारा शिमला कैसे पहुंचे?
बस से शिमला पहुंचने के लिए चंडीगढ़ से राज्य परिवहन की बस पकड़ कर शिमला पहुंच सकते हैं। या फिर आप कालका पहुंचकर सड़क मार्ग से शिमला तक पहुंचे सकते हैं। कालका से शिमला की दूरी लगभग 90 किमी की है। इसके अलावा आप डायरेक्ट दिल्ली से बस के द्वारा शिमला तक पहुंच सकते हैं। बस शिमला पहुंचने के लिए 9 घंटे का समय लेती है। इसलिए आप बस के द्वारा भी शिमला आसानी से पहुंच सकते हैं।
शिमला हवाई जहाज से कैसे जाएं?
शिमला हवाई जहाज से पहुंचने के लिए आप शिमला एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर सकते हैं। लेकिन शिमला के लिए डायरेक्ट फ्लाइट बहुत कम अवेलेबल रहती है। अगर दूसरे रास्ते की बात की जाए तो हवाई जहाज से शिमला पहुंचने के लिए आप चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचकर सड़क मार्ग से शिमला पहुंचना होगा।आप शिमला से बस से 250 रुपए से 300 रुपए तक शिमला पहुंच जाएंगे।
शिमला ट्रेन से कैसे पहुंचे?
शिमला की यात्रा करने के लिए दो रास्ते हैं: पहला आप ट्रेन से कालका पहुंच सकते हैं। इसके बाद कालका से ट्राय ट्रेन का सुहावना सफर करते हुए 5 घंटे में शिमला तक पहुंच सकते हैं। दिल्ली ,हरियाणा और पंजाब जैसे शहरों से कालका के लिए बहुत सी ट्रेन चलती है।
आप चाहे तो अपने शहर से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचकर आप सड़क मार्ग से शिमला पहुंच सकते हैं। चंडीगढ़ से शिमला जाने के लिए अनेकों बस और टैक्सी चलती है।चंडीगढ़ शहर से शिमला 120 किलोमीटर की दूरी पर है। आप 3 घंटे की यात्रा करके शिमला पहुंच सकते हैं।
निजी वाहन से शिमला की यात्रा
आप चाहे तो निजी वाहन से भी शिमला जा सकते हैं। लेकिन धयान रहे, आप शिमला निजी वाहन से जा रहे हो तो सबसे ज्यादा समस्या वाहन पार्क करने की होती है। अगर आप बिना पार्किंग के वाहन खड़ा कर करते हैं तो चालान कट जाएगा। आप जिस भी होटल में ठहरें, इस बात का पहले से पता लगा लें की वहां पर वाहन पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है या नहीं। यदि वाहन पार्किंग की सुविधा है तभी ठहरें। यदि शिमला में आप निजी वाहन लेकर जाते हैं तो शिमला में घूमने के लिए बेहतर है और आप नहीं भी ले जाते हैं तो वहां पर आप टैक्सी बुक कर सकते हैं वह आपको शिमला में सभी जगह का भ्रमण करवा देते हैं।
शिमला के फेमस फूड
आप शिमला घूमने जाएं तो इन व्यंजनों का स्वाद चखना ना भूले:
सिडडू
अगर आप शिमला घूमने जा रहे हैं तो यहां के फेमस फूड सिडडू का स्वाद लेना ना भूले। बता दे यह एक ब्रेड है ,जो खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है। इसे मटर ,मूंगफली ,अखरोट ,पनीर के साथ बनाया जाता है और हरी चटनी के साथ परोसा जाता है।
धाम
शिमला का सबसे फेमस फूड की बात हो रही है तो बता दे कि यहां धाम व्यंजन को एक बार जरूर ट्राई करें। यह एक असाधारण थाली स्टाइल वाला भोजन है ,जो हिमाचल आने वाले हर पर्यटकों का पसंदीदा खाना माना जाता है। थाली में राजमा, दाल ,दही ,चावल ,खट्टी चटनी और मिठाई परोसा जाता है। यह खाना बेहद ही स्वादिष्ट होता है।
बाबरु
शिमला का सबसे फेमस फूड है बाबरू। यह कचौड़ी जैसे ही होता है। इसे बनाने के लिए चने की दाल का प्रयोग किया जाता है। काले चने की दाल को आटे में स्टफ किया जाता है। इसके बाद इस बेला जाता है और डीप फ्राई किया जाता है। शिमला जाए तो इसे जरूर ट्राई करें।
भे डिश
शिमला में घूमने के लिए एक से बढ़कर एक जगह है. इसके साथ ही यहां पर खाने के लिए एक से बढ़कर एक फेमस डिश है उन्हें दिशा में से एक हैं भे। यह कमल के डंठल से बनता है। इसमें अदरक, लहसुन, बेसन और प्याज डाला जाता है। अगर आप शिमला घूमने आ रहे हैं तो इस दिशा को ट्राई जरूर करें।
शिमला घूमने जा रहे हैं तो किन-किन बातों का रखें ध्यान कौन-कौन सी बरतें सावधानी?
- शिमला घूमने जा रहे हैं तो सबसे पहले आप अपना और अपने परिवार का आधार कार्ड और आईडी प्रूफ रखें।
- यात्रा के दौरान आप घर बने स्नैक्स और खाने का इस्तेमाल करें।
- यात्रा के दौरान अपने साथ एक दवा का डिब्बा , सैनिटाइजर और पानी की बोतल जरूर रखें।
- यात्रा के दौरान आप कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को हैंड वॉश से जरूर धोएं।
- यात्रा के दौरान आप अपने बारे में किसी को किसी प्रकार की जानकारी ना दे और किसी के द्वारा दी गई खाने-पीने की वस्तुओं को ना लें।
- यात्रा के दौरान आप आरामदायक कपड़ों को पहने।
- यात्रा के दौरान आप सोने -चांदी के जेवरों को कम से कम पहने।
- आप शिमला घूमने जा रहे हैं तो गरम कपड़ों को रखना ना भूले।
- यात्रा के दौरान अपने आप को डिहाइड्रेट न होने दें। लगातार पानी पीते रहे।
- यात्रा करने लिए जब आप अपना बैग लगाए तो सबसे पहले उसमें अपना लैपटॉप, पावर बैंक, चार्जर इन सब चीजों को रखना ना भूले।
- यात्रा के दौरान आप साफ- सफाई का भी विशेष ध्यान रखें। जिससे आपको किसी प्रकार का इन्फेक्शन ना हो।
- शिमला घूमने जा रहे हैं आप तो अच्छे फुटवियर का इस्तेमाल करें।
- यात्रा के दौरान अगर आपको बाहर खाना खाना पड़ता है तो साफ और स्वच्छ जगह ही खाना खाए।
- अपने सामान की सुरक्षा के लिए अपने बैग में लॉक लगा कर रखें। जिससे आपका सामान सुरक्षित रहे।
- यात्रा के दौरान एक छोटा पर्स अपने पास रखें जिसमें फोन कुछ पैसे, सैनिटाइजर और एक हैंड टॉवल उसमें रखें।
- कई लोगों को मोशन सिकनेस की शिकायत होती है। अगर आप के साथ भी ऐसा है तो शिमला के लिए बैग पैक करते टाइम अपने साथ अदरक जरूर लेकर जाएं। जब भी आपको सफर के दौरान उल्टी जैसा महसूस हो तो आप अदरक को अपने मुंह में रख लें। ऐसा करने से उल्टी और मोशन सिकनेस से राहत मिलती है। अगर आपको मोशन सिकनेस नहीं होती तो भी प्रीकाशन के तौर पर अदरक साथ रख ही लें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
शिमला किस राज्य में स्थित है?
शिमला हिमाचल प्रदेश राज्य के समुद्र तट से 2276 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है क्योंकि शिमला से दिल्ली की दूरी 350 कमी है, जिससे बस, ट्रेन या फ्लाइट से तय किया जा सकता है।
शिमला का पुराना नाम क्या है ?
शिमला नाम की उत्पत्ति के ऊपर बहुत विवाद है। शिमला का नाम ‘श्यामलय’ से लिया गया था, जिसका अर्थ है नीला घर जिसे जाखू पर फकीर द्वारा नीले रंग की स्लेट के बने घर का नाम कहा जाता है। एक संस्करण के अनुसार शिमला को ‘शामला’ नाम से लिया जाता है जिसका अर्थ है कि काली के लिए एक नीली महिला का दूसरा नाम है।
शिमला की कुल जनसंख्या कितनी है और यहां पर कौन सी भाषा बोली जाती है?
शिमला की कुल जनसंख्या लगभग 1,45,000 है। यहां के लोगों द्वारा मुख्य रूप से हिंदी भाषा बोली जाती है। इसके अलावा कुछ लोग अन्य स्थानीय भाषा भी बोलते हैं।
शिमला किस लिए प्रसिद्ध है?
शिमला उत्तर भारत में चंडीगढ़ और नई दिल्ली जैसे शहरों से एक शानदार पर्यटन स्थल और सप्ताहांत की छुट्टी के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान प्रकृति की मंत्र मुग्ध कर देने वाली सुंदरता का घर और कई साहसिक गतिविधियों का आयोजन करता है। यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है जो पहाड़ों के बीच एक ताजगी भरी छुट्टी की तलाश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को शिमला जरूर जाना चाहिए।
शिमला जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
मार्च से जून तक चलने वाली गर्मी के मौसम के दौरान शिमला में मौसम सुहाना होता है, जो शिमला की यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम है ।हालांकि, यदि आप बर्फबारी देखना चाहते हैं तो आपको सर्दियों के दौरान यानी नवंबर से फरवरी के बीच शिमला की यात्रा की योजना बनानी चाहिए। इस दौरान आप शिमला की यात्रा करेंगे तो आप बर्फबारी का भी आनंद ले सकते हैं।
शिमला घूमने के लिए कितना खर्चा आएगा?
शिमला में घूमने के लिए आपको कम से कम 4 दिन का प्लान बनाना चाहिए तभी आप शिमला की सभी जगह का भ्रमण कर पाएंगे। शिमला में घूमने के खर्चा आपके रहने के आधार पर निर्भर करता है। शिमला में घूमने के लिए 20,000 रुपये से 25,000 रुपये तक का बजट बन जाता है। इसके अलावा आप अपने अनुसार मैनेज करके शिमला में कम बजट में भी घूम सकते हैं।
शिमला में होटल का किराया?
शिमला में ठहरने के लिए अनेकों होटल उपलब्ध है। आपका जैसा बजट हो उसके अनुसार आप वैसा होटल अपने लिए बुक कर सकते हैं आपको होटल शिमला में कम से कम 1000 रुपये से लेकर महंगे 5000 रुपये तक में होटल मिल जाएंगे जो 24 घंटे के हिसाब से चार्ज लेते हैं।
शिमला घूमने के लिए कौन-कौन से सामान जरूर रखें ?
आप शिमला घूमने जा रहे हैं तो अपने और अपने बच्चों के लिए गर्म कपड़े जरूर रखें। शिमला एक पहाड़ी एरिया है। तो अपने साथ एक छड़ी भी जरूर रखे क्योंकि कई जगह पर चढ़ाई करने में आपको उससे मदद मिलेगी।
हम शिमला घूमने जा रहे हैं तो किस तरह के फुटवियर इस्तेमाल करें?
आप शिमला घूमने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि वह एक पहाड़ी जगह है जहां पर कई जगह पर आपको चढ़ाई करनी पड़ती है ।इसलिए आप फैंसी सैंडल, फ्लोटर को न पहनकर स्पोर्ट्स शूज पहनकर शिमला की यात्रा पर जाएं। यह आपके लिए आरामदायक होने के साथ-साथ चढ़ाई करने के लिए भी अच्छा होता है।
क्या शिमला परिवार के साथ घूमने के लिए अच्छा है?
हां, शिमला उत्तर भारत में घूमने के लिए शीर्ष पारिवारिक स्थलों में से एक है। यहां शानदार पारिवारिक होटल हैं जो परिवार के साथ आनंद लेने के लिए बहुत सारी गतिविधियां हैं जैसे मॉल रोड पर टहलना, लक्कड़ बाजार में स्मृति चिन्हो की खरीदारी करना और चैल की यात्रा करना।
हनीमून के लिए शिमला जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
जोड़ो और हनीमून मनाने वालों के लिए शिमला जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च है। इस दौरान औसत तापमान- 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और दिसंबर और जनवरी में बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है। इसलिए हनीमून मनाने वाले शिमला के शानदार सफेद दृश्य का आनंद लेने के साथ-साथ कुफरी में स्केटिंग भी कर सकते हैं।
शिमला में बर्फबारी किस माह में होती है?
शिमला में बर्फबारी के लिए अक्टूबर से फरवरी एक लोकप्रिय मौसम है। दिसंबर में शिमला का तापमान औसतन 4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, जिससे बर्फबारी के लिए शिमला जाने का यह सबसे अच्छा समय है।
शिमला में हम क्या-क्या कर सकते हैं?
अपनी शिमला ट्रिप के दौरान आप रिज के किनारे इत्मीनान से सैर करें, लक्कड़ बाजार में खरीदारी करें, माल रोड के किनारे दुकानों और भोजनालय का पता लगाए ,ट्रेकिंग के लिए जाएं, तारों के नीचे शिविर लगाए, आइस स्केटिंग या गोल्फ के सत्र का आनंद ले, स्कैंडल पॉइंट पर सूर्यास्त देखें ,कालका-शिमला टॉय ट्रेन की सवारी के दौरान हिमालय के वन्य जीव के बारे में जानकारी प्राप्त करें और मनमोहक दृश्यों का आनंद ले।
शिमला घूमने जाएं तो आप अपनों के लिए क्या खरीद सकते हैं?
शिमला के पास अनोखी गिफ्ट करने वाली वस्तुओं की एक विशाल श्रेणी है। इसमें हस्तशिल्प, लकड़ी और धातु के काम, शॉल, पुलवर्स , स्थानीय चिमटी, लकड़ी के लेख और खिलौने, कैप, तिब्बती कालीन आचार जैम, और स्क्वाश शामिल है। लक्कड़ बाजार अपने लकड़ी के शिल्प और लिखो के लिए प्रसिद्ध है जो किस क्षेत्र से खरीदा जा सकता है।
शिमला भारत की राजधानी कब थी?
1864 में शिमला को भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर दिया गया था। आजादी के बाद शिमला पंजाब की राजधानी बन गई थी और बाद में हिमाचल प्रदेश की राजधानी का नाम से रखा गया। 1903 में कालका और शिमला के बीच एक रेल लाइन का निर्माण किया गया था।
शिमला जिले में कौन सी नदी बहती है?
सतलुज नदी किन्नौर, रामपुर, शिमला, कुल्लू, सोलन, मंडी और बिलासपुर में बहती है। नदी का बहाव दक्षिण से पश्चिम की ओर है। यह नदी भाखंडा (बिलासपुर) से पंजाब में प्रवेश करती है। सतलुज की सहायक नदियां बासपा, स्पीति,नोगली खड्ड और स्वां है।