सेल डीड: मतलब, फॉर्मैट, कंटेंट और सेल अग्रीमेंट में अंतर

सेल डीड क्या है? सेल डीड या बिक्री विलेख एक कानूनी दस्तावेज है जो प्रमाणित करता है कि प्रॉपर्टी का पूरा मालिकाना हक विक्रेता से खरीदार को ट्रांसफर हो गया है। सेल डीड मुख्य … READ FULL STORY

बिजनेस में इस्तेमाल की गई संपत्ति की बिक्री से मुनाफे का कराधान और इस तरह के मुनाफे पर छूट

सभी प्रकार की आय की तरह, व्यापार गतिविधियों के माध्यम से हुए मुनाफे पर भारत में आयकर कानूनों के तहत टैक्स लगाया जाता है. जैसा कि बाकी आय के बारे में सच है, टैक्स कम करने … READ FULL STORY

क्या एक से ज्यादा घर खरीदने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स में छूट मिलेगी, जानिए

भारतीय टैक्स कानूनों के मुताबिक कर निर्धारिती अगर कोई रिहायशी संपत्ति खरीद रहा है तो वह किसी प्रॉपर्टी या अन्य की बिक्री पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर छूट पाने का हकदार है। हालांकि … READ FULL STORY

कर लगाना

प्रॉपर्टी का निर्माण और इसकी इनकम टैक्स के नियमों में अहमियत

ऐसे कई आयकर प्रावधान हैं, जो प्रॉपर्टी की कंस्ट्रक्शन पूरी होने में लगने वाले समय को फायदे से जोड़ते हैं. होम लोन के मूल की चुकौती से संबंधित कटौती होम लोन के मूल (principal) … READ FULL STORY

जानिए कैसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स की टैक्स कैलकुलेशन पर इंडेक्सेशन असर डालता है?

2017 के बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स की गणना के तरीके में काफी बदलाव प्रस्तावित किए गए थे. इसमें इंडेक्सेशन के बेस ईयर में बदलाव भी शामिल है. आज हम आपको बताएंगे कि प्रॉपर्टी की बिक्री पर यह लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स को कैसे प्रभावित करेगा.