मसूरी के दर्शनीय स्थल: जानिए यहाँ घूमने-फिरने के अलावा आप और क्या कर सकते हैं

मसूरी एक शानदार वीकेंड डेस्टिनेशन है, और दिल्ली, चंडीगढ़ तथा आसपास के दूसरे शहरों में रहने वाले लोग तो अक्सर वीकेंड की छुट्टियाँ बिताने यहाँ आते हैं। आइए जानें कि मसूरी में कौन-सी जगहें घूमने के लिए सबसे अच्छी हैं। मसूरी में घूमने-फिरने के अलावा आप और क्या कर सकते हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ें।

मसूरी पहाड़ियों की रानी के नाम से मशहूर है, पहाड़ों की चढ़ाई का अनुभव रखने वाले लोगों के साथ-साथ पहली बार आने वाले पर्यटकों के बीच बेहद मशहूर डेस्टिनेशन है। उत्तराखंड के गढ़वाल माउंटेन रेंज की तलहटी में बसे इस हिल स्टेशन के चारों तरफ का नजारा वाकई देखने लायक है।

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पहाड़ियों के बीच बसा यह शहर चारों ओर से देवदार के घने जंगल से घिरा हुआ है, साथ ही नदियों और ऊंचाई से बहने वाले झरनों के साथ-साथ बिल्कुल अनोखी शैली के मंदिर यहाँ के नजारे को और भी खूबसूरत बना देते हैं। मसूरी का हिल स्टेशन दिल्ली, चंडीगढ़ और आसपास के दूसरे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए सबसे अच्छा वीकेंड डेस्टिनेशन है। अगर आप भी कम दिनों की छुट्टी में मसूरी घूमने का मन बना रहे हैं, तो नीचे मसूरी के कुछ शानदार टूरिस्ट प्लेस की जानकारी दी गई है जिन्हें आप देख सकते हैं।

 

कैसे पहुँचे मसूरी

ट्रेन से मसूरी कैसे पहुँचे

मसूरी की वादियों में घूमने के लिए आप ट्रेन के द्वारा सफर कर सकते हैं। ट्रेन का सफर बहुत ही आरामदायक रहता है। मसूरी जाने के लिए सबसे पहले देहरादून रेलवे स्टेशन पहुंचना है। मसूरी का सबसे निकट रेलवे स्टेशन देहरादून ही है देहरादून से मसूरी 38 किमी की दूरी पर स्थित है।
देहरादून रेलवे स्टेशन से मसूरी पहुंचने के लिए बस, कैब, टैक्सी नियमित समय पर चलती रहती है। देहरादून का बस स्टैंड रेलवे स्टेशन के बहुत पास स्थित है। सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक मसूरी जाने के लिए बस मिल जाती है। दिल्ली, चंडीगढ़, कानपुर, लखनऊ, कोलकाता जैसे शहरों से एक्सप्रेस ट्रेनों का आवागमन होता रहता है।

हवाई जहाज से मसूरी कैसे पहुंचे 

मसूरी पहुंचने के लिए सबसे नजदीक हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है। दिल्ली, मुंबई, और लखनऊ जैसे शहरों से  आप सीधा देहरादून पहुंच सकते हैं और बाद में देहरादून उतर कर सड़क मार्ग द्वारा कैब, बस आदि के द्वारा मसूरी पहुंच सकते हैं।

सड़क मार्ग से मसूरी कैसे पहुचें

सड़क मार्ग द्वारा मसूरी पहुंचने के लिए बहुत से साधन है जिसमे राज्य परिवहन की बस, कार, टैक्सी और निजी वाहन या बसे शामिल है। दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, जैसे शहरों से रोजाना राज्य सरकार परिवहन की बसे चलती रहती है। दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी से देहरादून के लिए रोजाना बस चलती है। चंडीगढ़ के चौक से देहरादून के लिए आपको बस, टैक्सी, मिल जायेगी।

 

मसूरी के 18 बेहतरीन पर्यटन स्थल 

 

क्लाउड एंड, मसूरी

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यदि आप मसूरी घूमने जाना चाह रहें हैं। तो क्लाउड एंड वह जगह है जहां आपको जरूर जाना चाहिए। यहां हरे- भरे देवदार व ओक के जंगलों के बीच यह सुंदर स्थान  लाइब्रेरी रोड से 6 किलोमीटर दूर स्थित है। और पहाड़ी शहर के भौगोलिक अंत को चिन्हित करता है। आप हैप्पी वेली क्षेत्र से हाथी पाँव रोड पर ट्रैकिंग करके क्लाउड एंड तक पहुँच सकते हैं। इस स्थान पर आपको पूरे दिन आश्चर्यजनक दृश्य देखने को मिलता है। इस स्थान पर आप नीले आकाश में सूरज को ऊपर और नीचे जाते हुए देखने का असली मजा ले सकते हैं। मसूरी में सभी पर्यटकों तथा फोटोग्राफरों को यह जगह बेहद खूबसूरत लगती है। माना जाता है इस जगह का नाम एक ब्रिटिश अधिकारी ने रखा था, जो यहां की अलौकिक सुंदरता से मोहित हो गया था। इस बिंदु पर पहुँचने पर और बादलों को परिदृश्य में घिरा हुआ देखकर उन्होंने कहा, यह वह जगह है जहां पर बादल समाप्त होते हैं।

 

लाल टिब्बा

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मसूरी के लैंडऑर में स्थित लाल टिब्बा का अर्थ है लाल पहाड़ और यह मसूरी का हाइयेस्ट पॉइंट है। भारतीय सेना के साथ ही यहां ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन का ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन भी यहीं पर है लिहाजा यहां एंट्री रिस्ट्रिक्टेड है। आप चाहें तो यहां की पहाड़ी पर 20 मीटर ऊंचे टावर पर रखे पुराने टेलिस्कोप के जरिए इस पहाड़ी की खूबसूरती को निहार सकते हैं।   साथ ही बद्रीनाथ, केदारनाथ, बंदरपंच और अन्य हिमालय पर्वत की चोटियों के दर्शन कर सकते हैं। दूर से देखने पर यह पहाड़ी बहुत ही विशाल दिखाई देती है।  और इस पहाड़ की खूबसूरती पूरे मसूरी में बिखरी हुई है।इसके अलावा आप यहां पर  घुड़सवारी का एक्सपीरियंस भी बेहतरीन  तरीके से कर सकते हैं।

 

मसूरी लेक /झील, देहरदून

यह एक मानव निर्मित झील है जिसे सिटी बोर्ड और मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया गया था। झील को देहरादून-मसूरी रोड पर मसूरी से लगभग 6 किमी पहले एक सुंदर स्थान पर बनाया गया है। मसूरी झील जाने के लिये आप धोबी घाट पर उतर सकते है जहाँ से झील तक  पैदल  जाया जा सकता है क्योंकि यह कुछ ही दूरी पर स्थित है।

झील के चारों ओर से दून घाटी के अद्भुत दृश्य और मसूरी की पहाड़ियों के दृश्य शामिल हैं। सुंदर झील की शांति का आनंद लेने के लिए पेडलेड नावें वहाँ पर लगी रहती हैं। यह झील परिवार के साथ मौज-मस्ती और क्वालिटी टाइम बिताने के लिए यह फैमिली और कपल्स के लिए परफेक्ट पिकनिक स्पॉट है। वर्ष के उस समय के दौरान झील सबसे सुंदर दिखती है, मानसून आने का सबसे अच्छा समय है। एक मामूली प्रवेश शुल्क है और झील वर्ष के सभी दिनों में खुली रहती है। यहां पर पर्यटकों के खान – पान का ध्यान रखने  के लिये  जलपान उपलब्ध कराने वाली कई दुकानें उपस्थित रहती हैं । आप यहां से गर्मा- गर्म चीजों का आनंद ले सकते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

मसूरी शॉपिंग मार्केट, मॉल रोड

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माल रोड मसूरी में मुख्य शॉपिंग हब है। हिल स्टेशन के अधिकांश प्रसिद्ध स्टोर यहाँ स्थित हैं। यहां की दुकानें इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और यहां तक कि रोजमर्रा की जरूरी चीजों को भी बेचती हैं ।इसके अलावा, आप यहां पर ऊनी कपड़े, प्राचीन वस्तुएँ और शॉल भी ले सकते हैं। बार्गिनिंग यहाँ आम बात है, इसलिए यदि आप अच्छी बातचीत कौशल में कुशल हैं तो आप एक अच्छी खरीददारी कर सकते हैं और अच्छे सामान  प्राप्त कर सकते हैं। मसूरी में आपको शॉल, सजावटी सामान, तिब्बती कलाकृतियाँ और आभूषण और ऊनी कपड़े जैसी चीज़ें मिलेंगी। चाहे आप उपर्युक्त वस्तुओं के लिए मसूरी में खरीदारी कर रहे हों या आवश्यक वस्तुएं खरीदना चाह रहे हों, मसूरी के सर्वश्रेष्ठ खरीदारी स्थानों के लिए यह स्थान वही है जो आपको चाहिए।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

चाइल्डर्स लाज़

चाइल्डर्स लाज़ मसूरी की सबसे उंची चोटी है। लाल टिब्बा के नजदीक स्थित इस चोटी पर पहुँचने के लिये घोड़े या फिर पैदल चलकर ही पहुँचा जा सकता है। इस उचांई पर पहुँचकर हमें बर्फ से ढके सुंदर दृश्य देखने को मिलता है।

 

केम्पटी फॉल्स

केम्पटी फॉल्स देहरादून और मसूरी के रास्ते के बीच में स्थित है, जो मसूरी के बेहद मशहूर टूरिस्ट प्लेस और शानदार पिकनिक स्पॉट में से एक है। केम्पटी फॉल्स समुद्र तल से लगभग 4,500 फीट की ऊंचाई पर है, जो चारों तरफ से ऊँची और खड़ी ढलान वाली पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इस झरने के तल पर एक तालाब है जो स्विमिंग के साथ-साथ नहाने के लिए बिल्कुल सही जगह है।

केम्पटी शब्द ‘कैंप’ और ‘टी’ यानी कि चाय’ से मिलकर बना है, जिसका मतलब यह है कि यहाँ शाम को बड़ी-बड़ी चाय पार्टियों का आयोजन किया जाता था और इसी वजह स्थानीय लोग इस जगह को केम्पटी कहने लगे। 

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

लण्ढोर

मसूरी की भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर घूमने का आनंद लेने के बाद, लण्ढोर की सैर के लिए भी थोड़ा समय निकालें। लण्ढोर के चारों ओर देवदार के पेड़ों के घने जंगल हैं और यह उत्तराखंड में पश्चिमी हिमालय की तराई में बसा बेहद मनोरम रमणीय शहर है। यह स्थान मसूरी के सबसे लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों में से एक है, जहाँ से हिमालय का बेहद सुहावना दृश्य दिखाई देता है। यहाँ आते समय अपना दूरबीन और कैमरा साथ लाना बिल्कुल न भूलें, ताकि आप शानदार नजारे का आनंद ले सकें और अद्भुत तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद कर सकें।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

कंपनी गार्डन

कंपनी गार्डन माल रोड से लगभग 3 किमी दूर है और यह मसूरी में घूमने लायक सबसे बेहतरीन जगहों की सूची में शामिल है। अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है। इस गार्डन का डिजाइन डॉ. एच. फैकनर ने तैयार किया था और इसका रखरखाव मसूरी गार्डन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा किया जाता है।

इस बगीचे में टहलते हुए आपको अलग-अलग प्रकार के फव्वारे, हरे-भरे पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे पक्षी और तरह-तरह के फूल देखने को मिलेंगे। बगीचे में एक झील भी बनाया गया है जिसमें आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

दलाई हिल्स

दलाई हिल्स उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है, जो मसूरी में हैप्पी वैली के नजदीक स्थित है। दलाई हिल्स से गढ़वाल पर्वतमाला दिखाई देती है और इस जगह को तिब्बती प्रार्थना झंडे तथा भगवान बुद्ध की मूर्तियों के लिए जाना जाता है। यहाँ एक बौद्ध मंदिर भी है।

यह बेहद शांत और काफी खूबसूरत स्थान है, जो डूबते हुए सूरज का शानदार नजारा देखने, परिवार के साथ पिकनिक मनाने, कैंपिंग करने और तस्वीरें लेने के लिए बहुत अच्छी जगह है। यहाँ आस-पास के फूड स्टॉल पर खाने-पीने के सामान उपलब्ध हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

झरीपानी फॉल्स

वैसे तो मसूरी में देखने लायक बहुत सी जगहें हैं, लेकिन अगर आपने झरीपानी फॉल्स नहीं देखा तो फिर क्या देखा। यह वॉटरफॉल मसूरी की बेहद अहम जगहों में से एक है जिसे देखने से चूकना नहीं चाहिए। यहाँ कई तरह की वाटर एक्टिविटी उपलब्ध हैं, साथ ही शिवालिक रेंज का नजारा बड़ा ही मनमोहक दिखाई देता है। यह स्थान एडवेंचर पसंद करने वाले लोगों के बीच बेहद मशहूर है, जहाँ लोग मानसून के मौसम को पूरे साल घूमने आते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

देवलसारी 

देवलसारी मसूरी से करीब 55 किलोमीटर दूर टिहरी गढ़वाल के अगलर घाटी में स्थित है। उत्तराखंड के दूसरे हिस्सों की तुलना में यहाँ पर्यटकों की भीड़ कम रहती है, और यहाँ का कुदरती नजारा स्वर्ग की तरह दिखाई देता है। सुकून के साथ-साथ एडवेंचर की इच्छा रखने वाले पर्यटकों के लिए देवलसारी बेहद पसंदीदा जगह है, जो चारों तरफ से हरे-भरे घास के मैदानों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। 

यहाँ पक्षियों की 60 से अधिक प्रजातियाँ और रंग-बिरंगी तितलियों की 70 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। खूबसूरत वादियों, पक्षियों और रंग-बिरंगी तितलियों को देखने के अलावा यह ट्रैकिंग के लिए भी काफी अच्छी जगह है। नाग टिब्बा, या नाग चोटी तक पहुँचने के लिए बेस कैंप देवलसारी ही है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

कैमल्स बैक रोड

मसूरी में घूमने-फिरने की शानदार जगहों में कैमल्स बैक रोड भी शामिल है। यह स्थान पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है जहाँ लोग हरी-भरी वादियों में घूमने और खूबसूरत नजारे का आनंद ले सकते हैं। 3 किमी लंबी यह सड़क ऊंट के कूबड़ की तरह दिखती है और इसी वजह से इस जगह को यह नाम दिया गया है, जहाँ लोग सुबह और शाम के वक्त घूमना ज्यादा पसंद करते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

गन हिल 

गन हिल को एक्सटिंक्ट वोल्केनो (सुप्त ज्वालामुखी) भी कहा जाता है, जो 2024 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस पहाड़ी की चोटी से दून घाटी और मसूरी के हिल स्टेशन के अलावा बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला को पूरी तरह से देखा जा सकता है। गन हिल अपने रोपवे के लिए जाना जाता है, जहाँ से आप हिमालय पर्वतमाला के शानदार नजारे देख सकते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

ज्वाला देवी मंदिर

ज्वाला देवी मंदिर मसूरी में बेनोग हिल की चोटी पर स्थित है, जो देवी दुर्गा का मंदिर है। 2104 मीटर की ऊंचाई पर बने इस मंदिर तक पहुँचने के लिए पहाड़ों पर लगभग 2 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है। मान्यता है कि इस मंदिर में आने वाले लोगों के कष्ट दूर होते हैं और उन्हें देवी माँ का आशीर्वाद मिलता है। 

तीर्थयात्रियों के अलावा, कुदरत की हरी-भरी वादियों को पसंद करने वाले लोग भी आसपास के घने जंगल, शिवालिक रेंज और यमुना नदी को देखने यहाँ आते हैं।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी 

यह वाइल्डलाइफ सेंचुरी (वन्यजीव अभयारण्य) लुप्त हो रहे जानवरों की प्रजातियों के लिए जाना जाता है, जिनमें तेंदुए, पहाड़ी बटेर, हिरण, और लाल चोंच वाले नीलकण्ठ पक्षी शामिल हैं। हिमालय की चोटियों की ढलानों और चारों ओर मौजूद चीड़ के पेड़ों के बीच से गुजरने का आनंद वाकई सुखद होता है। पक्षियों को देखने के साथ-साथ आसपास मौजूद बंदरपंच और चौखम्बा चोटियों का नजारा देखने के लिए भी यह काफी अच्छी जगह है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

चार दुकान

मसूरी के माल रोड के शोर-शराबे से दूर, चार दुकान रेस्टोरेंट बीते कई दशकों से मसूरी की खूबसूरत पहाड़ियों में पर्यटकों को अपनी स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखा रहा है। हर साल, इस अनोखे रेस्टोरेंट में सैलानियों का तांता लगा रहता है, जो मसूरी में सैर के बाद थकान मिटाने के साथ-साथ पैनकेक, वाई-वाई, पकोड़े, और शेक का आनंद लेने के लिए यहाँ आते हैं। अगर आप चार दुकान नहीं गए हैं तो मसूरी की आपकी यात्रा अधूरी है, जो इस हिल स्टेशन का सबसे कूल हैंगआउट स्पॉट है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

मसूरी एडवेंचर पार्क

मसूरी एडवेंचर पार्क में 100 से ज्यादा एडवेंचर एक्टिविटी मौजूद है, जो साल 2003 से एडवेंचर के शौकीनों और जिंदादिल लोगों के लिए बेहद पसंदीदा जगह रहा है। इस पार्क में आप अनुभवी और प्रशिक्षित कर्मचारियों की निगरानी में कई तरह की एक्टिविटी का मजा ले सकते हैं, जिनमें रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, पैरलल रोप, ट्रेकिंग, जिप लाइन, इत्यादि शामिल हैं। इस पार्क को रियल एडवेंचर स्पोर्ट्स ने तैयार किया है, जो अव्वल दर्जे के एडवेंचर स्पोर्ट्स में माहिर कंपनी है। इस पार्क को कुदरती खूबसूरती और बेहद मनभावन नजारों के बीच बनाया गया है, जो कई एकड़ जमीन पर फैला हुआ है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

मसूरी क्राइस्ट चर्च

मसूरी क्राइस्ट चर्च, कसमांडा पैलेस के नजदीक एक छोटी सी पहाड़ी पर बनाया गया है, जिसके बारे में दावा है कि यह भारत में बना पहला कैथोलिक चर्च था। 1836 में बनाया गया यह गोथिक चर्च सचमुच काफी भव्य है, जो रोमन आर्किटेक्चर को छोड़कर गोथिक आर्किटेक्चर की ओर रुख करने उदाहरण पेश करता है। अंग्रेजों के जमाने के आर्किटेक्चर और पुराने जमाने की कला को दिखाने वाला यह परिसर अतीत की यादों को अपने दायरे में समेटे हुए है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

मॉस्सी फॉल्स

अपनी सुंदरता से मन मोह लेने वाले पहाड़ों और हरे-भरे जंगलों के बीच स्थित मॉस्सी फॉल्स, दरअसल मसूरी की उन जगहों में शामिल है जिसके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते हैं। बाला हिसार रोड पर 7 किमी की ड्राइव के बाद इस मनमोहक झरने तक पहुंचा जा सकता है, जिसका नाम झरने के चारों ओर काई से ढकी चट्टानों से प्रेरित है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

जॉर्ज एवरेस्ट हाउस

स्रोत: पिन्टरेस्ट/Touristlink

 

जॉर्ज एवरेस्ट हाउस मसूरी का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इसे पार्क एस्टेट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक हेरिटेज बिल्डिंग है जो क्लाउड एंड की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित है ,तथा यह लाइब्रेरी बस स्टैंड से 6 किलोमीटर की दूरी पर है। यह मसूरी की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है। बताया जाता है 1832 में बना यह घर सर जॉर्ज एवरेस्ट का था । यहां से एक तरफ दून घाटी का मनोरम दृश्य और दूसरी तरफ अलगर नदी घाटी और बर्फ से ढके हिमालय पर्वतमाला का  दिखाई देने वाला खूबसूरत मनोरम दृश्य आपका मन मोह लेगा।

 

हैप्पी वैली

स्रोत: पिन्टरेस्ट/TheWanderingSoulDiaries

 

मसूरी में हैप्पी वैली एक बहुत बड़ी तिब्बती बस्ती है और सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी, हैप्पी वैली लाइब्रेरी बस स्टैंड से 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह तिब्बती मंदिरों, आईएस अकादमी और नगर उद्यानों के आवास के लिये भी प्रसिद्ध है। हैप्पी वैली जिसे मिनी तिब्बत भी कहा जाता है यह 5000 सालों से तिब्बती शरणार्थियों का घर भी है तथा मसूरी मे दर्शनीय स्थलों में से भी एक है। यहां के तिब्बती मंदिरों पर तथा उनके दीवारों, पैनलों और छतों पर सुंदर चित्रों को उकेरा गया है। जिसे देखने के लिये पर्यटक बहुत है उत्साहित रहते हैं। हैप्पी वैली लाइब्रेरी पॉइंट से पश्चिम की और शुरू होती है और क्लाउड एंड की और जाती है । यहां से मसूरी का एक अलग ही विहंगम दृश्य दिखाई देता है। आप मसूरी घूमने जाएं तो हैप्पी वैली अवश्य देखें।

 

वाम चेतना केंद्र

स्रोत: पिन्टरेस्ट/Dreamy & Fairy

 

मसूरी में वाम चेतना केंद्र एक बढ़िया पिकनिक स्पॉट है। और एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी, देवदार के ऊँचे- ऊँचे वृक्षों से घिरा यह पर्यटन स्थल सभी के द्वारा बेहद पसंद किया जाता है। यह वाम चेतना केंद्र टिहरी बाईपास रोड से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है पर्यटक यहां पर कार से या पैदल चलकर भी पहुँच सकते हैं।

 

भट्टा फॉल मसूरी

स्रोत: पिन्टरेस्ट/TheWanderingSoulDiaries

 

भट्टा फॉल मसूरी लाइब्रेरी चौक से लगभग 13 किलोमीटर दूर मसूरी में स्थित है, जिसे आप 30 से 35 मिनट में तय कर लेंगे। आप यहां बस के माध्यम से या फिर खुद की गाड़ी से भी आसानी से पहुँच सकते हैं। या फिर इस जगह पर पहुँचने के लिये आप रोपवे का भी सहारा ले सकते हैं।इस स्थान को अभी नया पिकनिक स्पॉट बनाया गया है, जो अब पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। भट्टा फॉल मसूरी में घूमने का टिकट लगता है जिसमें आप बोटिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं और यहां के ठंडे पानी में नहा भी सकते हैं। भट्टा फॉल के पास ही बहुत सारे फूड स्टॉल भी लगे रहते हैं तो आप यहां पर स्ट्रीट फूड को भी इंजॉय कर सकते हैं।इसके साथ ही अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं तो यहां ट्रेकिंग भी कर सकते हैं।

 

मसूरी में क्या खायें

मसूरी घूमने जाएं और वहां के फेमस फूड ट्राई न किया तो समझो आपने क्या किया। मसूरी में आप कई चीजें फेमस हैं जिन्हें आप खा सकते हैं जैसे सबसे पहले तो वहां की फेमस पहाड़ों की मैगी, आलू के गुटके, सिंगोदि, गुलगुला, आमलेट, उड़द की पकौड़ी, गहत कुलहट की दाल, कबाब,भांग की चटनी, माल्टा जूस,बाल मिठाई,मिर्च चिकन,चिकन और पोर्क मोमोज, सानी हुई मूली,सिसुनक साग,चैनसु, भट की दाल,चिकन फ्राइड, स्प्रिंग रोल,सिजलर,काफूली,फन्नू , झंगोरा की खीर आदि इन सभी व्यंजनों में को जरूर ट्राई करें. अगर आप वेज है तो वेज चीजें ट्राई करें, और अगर आप नॉनवेज हैं तो नॉनवेज चीजें जरूर ट्राई करें।

 

मसूरी में शॉपिंग

मसूरी में शॉपिंग के लिये कई सारी बेस्ट जगहें हैं जहां पर आप एक अच्छी शॉपिंग कर सकते हैं। इनमें आप मॉल रोड, गाँधी चौक, कुलरी बाजार, तिब्बती बाजार, क्लासिक एम्पोरियम, हिमालयी बुनकर यहां पर आपको पश्मीना शॉल मिलेगी। मसूरी में इन सभी जगहों से आप शॉपिंग कर सकते हैं। आप मसूरी में  इन जगहों से आप ऊनी कपड़ों की खरीददारी भी कर सकते हैं  जैसे ऊनी टोपी, स्वेटर, मफलर और यहां से आप हश्तशिल्प की चीजें ले सकते हैं, और लकड़ी से बनी सुंदर – सुंदर सजावटी चीजें ,बुद्ध की पीतल की मूर्तियां,पीतल की वस्तुयें, तिब्बती बाजार से कालीन और  सुंदर आर्टिफिशियल ज्वेलरी की भी खरीदारी कर सकते हैं , इसके साथ ही आप यहां से चीनी मिट्टी के फूलदान सस्ते और टिकाऊँ सामान खरीद सकते हैं।

 

मसूरी में घूमने जाने का सबसे अच्छा मौसम

मसूरी में गर्मियाँ सुहावनी और सभी मौसमों में सबसे लोकप्रिय होती हैं। यह मौसम मार्च से जून तक रहता है। न तो बहुत ठंडा और न ही बहुत गर्म, मसूरी का मौसम आपके परिवार के साथ आराम से छुट्टियां बिताने के लिए एकदम सही रहता है। यदि आपका मन साहसिक खेलों के साथ-साथ मसूरी में पर्यटन स्थलों का भ्रमण करना है, तो गर्मियों में दोनों का आनंद लेने का सबसे अच्छा समय है। हालाँकि, मसूरी में घूमने लायक जगहों के अलावा, अगर आप बर्फबारी और प्रसिद्ध विंटरलाइन का आनंद लेना चाहते हैं, तो सर्दी आपके लिये सबसे अच्छा मौसम है। सर्दियाँ ठंडी हो सकती हैं, तापमान शून्य से नीचे तक भी पहुँच सकता है। बर्फबारी से सड़कें भी अवरुद्ध हो सकती हैं। मसूरी में पर्यटन स्थलों का भ्रमण अक्टूबर और फरवरी के बीच भी लोकप्रिय है, हालांकि गर्मियों में उतना नहीं।जुलाई से सितंबर के मानसून महीने रिवर राफ्टिंग जैसे जल खेलों के लिए उपयुक्त हैं।लेकिन इस मौसम में सावधान रहना सबसे अच्छा है क्योंकि इस समय के आसपास भूस्खलन होने की संभावना अधिक रहती है।इसलिए इस समय में थोड़ा जोखिम भी है। भारी धुंध के कारण मसूरी में चीजें दिखाई भी कम देती हैं। इसलिए आप कोशिश करें की मानसून  के मौसम में वहां नहीं जाएं।

 

मसूरी घूमने जाएं तो क्या सावधानियां विशेष तौर पर रखें

मसूरी या किसी भी पहाड़ी ट्रिप पर जाने से पहले अपने पास रखें कुछ मेडिसिन

अगर आप मसूरी घूमने जा रहें हैं या फिर कहीं और पहाड़ी इलाकों में घूमने जा रहें हैं, तो आप अपने पास कुछ सर दर्द, बुखार, जुखाम, बॉडी पेन , सांस फूलने की प्रॉबलम आदि की कुछ मेडिसिन अपने साथ अवश्य रखें। क्योंकि जब आप मौसम बदलने से बीमार हो जाते हैं या पहाड़ों पर चढ़ते समय सांस फूल जाती हैं ,पैर दर्द करने लग जाते हैं। फिर अगर बारिश ओर आ जाये तो आपकी ट्रिप बिगड़ जाती हैं । इसलिए अगर आप अपने पास ये सारे मेडिसिन रखेंगे तो आपको  ट्रिप पर ज्यादा प्रॉबलम नहीं होगी।

आईडी कार्ड्स रखें अपने पास

मसूरी की ट्रिप शुरू करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें की आप अपने सभी आईडी कार्ड्स को सुरक्षित अपने पास रखें, क्योंकि अगर आप अपने आईडी कार्ड्स को भूल जाते हैं तो आपको वहां पर पहुँचकर काफी दिकक्तों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि अगर आपके पास आईडी कार्ड्स नहीं होंगे जैसे कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटरआईडी तो आपको यहां पर होटल में रूम नहीं मिलेंगे और आपको मसूरी के कई पर्यटन स्थलों पर एंट्री भी नहीं मिलेगी।

कुछ जरूरी सामान रखें अपने ट्रिप बैग में

मसूरी की पहाड़ी ट्रिप पर  आपको अपने साथ हमेशा एक्स्ट्रा मौजे ,गर्म कपड़े ,मफलर, फर्स्ट एड किट,टॉर्च,सीटी,एक्स्ट्रा शू लेस ,डायरी-पेन ,कैश रकम ,कुछ पासपोर्ट साइज फोटो ,आई डी कार्ड की कुछ फोटो कॉपी ,छाता ,ग्लूकोस पाउडर ,मार्कर ,छोटी कैंची ,बिस्किट ,नमकीन ,सिक्के, इंहेलर,चॉकलेट्स , गर्म पानी की बॉटल, रस्सी, सुई धागा, रेनकोट ,सनग्लास ,कैमरा की एक्स्ट्रा बैटरी, दूरबीन,एक्स्ट्रा मेमोरी कार्ड , पावर बैंक, हैंड ग्लोवस आदि।

ट्रिप के दौरान अपने आपको करें मानसिक व शरीरिक दोनों तरह से फिट

मसूरी के पहाड़ी इलाकों में  अगर आप कहीं पर भी  घूमने जा रहे हो तो आपको यह तो समझ ही लेना चाहिए, कि  इन पहाड़ी इलाकों में हमें कहीं न कहीं थोड़ा बहुत पैदल चढ़ना ही होगा। इसीलिए इस बात के लिए हमें मानसिक एवं शारीरिक रूप से तैयार और स्वस्थ रहना होगा तभी हम अपनी इस ट्रिप को अच्छे से इंजॉय कर पाएंगे।
ट्रिप पर जाने से पहले वहां पर ट्रेकिंग करने के लिये कुछ दिन पहले से ही हैवी वर्कआउट करें शुरू मसूरी जैसे पहाड़ी इलाकों में पैदल ट्रेक के दौरान आपके पैरों मे दर्द ना हो और आप आसानी से ट्रेक कर लो,तो इसके लिए आपको इस ट्रिप से कम से कम 20 दिन पहले से आपको  पांच या सात किमी चलने की आदत डालनी होगी। ताकि हमारा शरीर पहाड़ों पर कभी भी पैदल चलने के लिए आसानी से तैयार हो सके। लेकिन वहीं अगर आप ज्यादा खतरनाक ट्रेक पर जा रहे हो ,तो आप इस ट्रेक से एक महीने पहले ही लेग्स एवं बैक के कुछ हैवी वर्कआउट शुरू कर दें।

ट्रिप के दौरान अपने साथ रखें कुछ छोटे एक्स्ट्रा बैग

किसी भी पहाड़ी इलाकों में ट्रिप के दौरान या किसी नॉर्मल ट्रिप पर भी आपको अपने साथ एक एक्स्ट्रा छोटा खाली बैग हमेशा साथ मे पैक करके ले जाना चाहिए ।क्योकिं जब आप किसी स्थान पर घूमोगे तो बड़े बैग्स को तो आप होटल मे रखोगे तब छोटे बैग (बैगपैक) मे एक जोड़ी एक्स्ट्रा कपड़े ,मेडिसिन ,रेनकोट डाल कर बैग को अपने साथ दिनभर रखे।ताकि बारिश मे भीगने या बीमार होने की स्थिति में ये सामान कहीं भी काम आ सके।

ट्रिप पर डायमॉक्स टेबलेट रखें अपने पास

अगर आप फ्लाइट से सीधा अधिक उंचाई पर जा रहे हैं तो अपने साथ डायमॉक्स टेबलेट जरूर रखें। यह दवा  फ्लाइट में आपके सिरदर्द, थकान, मतली, चक्कर आना और सांस की तकलीफ को कम कर सकती है जो तब हो सकती है जब आप तेजी से ऊंचाई पर चढ़ते हैं । यह उन स्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी  दवा है जब आप धीमी गति से चढ़ाई नहीं कर सकते। लेकिन इसका उपयोग आपको डॉक्टर के बताये अनुसार ही करना है।

ट्रिप पर कभी भी एकदम नये शूज़ का प्रयोग न करें

यदि आप मसूरी या फिर किसी भी पहाड़ी ट्रिप पर जा रहें हैं, तो सबसे पहले अपने पैरों का जरूर ध्यान दें। क्योंकि ये ही आप ट्रिप को बहुत ही बेहतरीन व शानदार बनाने वाले हैं। इसलिए आप कभी भी कोई नए जूते पहन कर सीधा ट्रिप पर ना चले जाएं। उन्हें आप पहले अपने घर पर ही थोड़े दिन पहन कर ,फिर ही ट्रिप पर साथ ले जाएं। इसके साथ ही आप यह बात जरूर ध्यान में रखें की जूते भी बढ़िया कंपनी के मजबूत वाले ख़रीदे ताकि  यह घिस कर कहीं फटे ना ,या कहीं ठोकर लगने से पैर की उँगलियाँ चोटिल ना हो। इसका विशेष तौर पर ध्यान रखें।

पहाड़ी इलाकों में गाड़ी चलायें धीरे

अगर आप मसूरी की ट्रिप पर जा रहें हैं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि मसूरी एक पहाड़ी क्षेत्र होने के नाते यहां पर तमाम तरह का खतरा बना रहता है। यहां पर अक्सर बारिश होने की संभावना रहती है साथ ही मौसम का कोई पता नहीं होता है कि कब कैसा मौसम रहे इसके साथ ही  लैंडस्लाइड होने का भी खतरा बना रहता है। इसीलिए आपको पहाड़ों पर अपनी गाड़ी को धीरे एवं सही से चलाने की सलाह दी जाती है ताकि आप सुरक्षित रहें।

मसूरी में ट्रेकिंग

स्रोत: पिन्टरेस्ट/ebcmussoorie

 

अगर आप भी मसूरी घूमने जाना चाह रहें हैं तो आप मसूरी में जाकर वहां की खूबसूरत वादियों, सुंदर दृश्यों और पानी वाले झरने और  वहां खूबसूरत आकर्षण बहुत कुछ है आपके देखने के लिये, लेकिन इन सभी का मजा तो तभी आयेगा जब आप इन खूबसूरत वादियों में ट्रेकिंग करते हुए जायेंगे तो इन सभी चीजों का आनंद ले पाएंगे और आपको बहुत ही सुकून मिलेगा। ट्रेकिंग के लिये आप इन कुछ खास जगहों को चुन सकते हैं जैसे नाग टिब्बा यह मसूरी से 34 किलोमीटर की दूरी पर देवल सारी के रास्ते पर आपको 14 किलोमीटर की ट्रेकिंग के लिये अच्छा रास्ता प्रदान करती है. इसके साथ ही मसूरी भद्रज भी ट्रेकिंग के लिये अच्छी जगह है। यह आपको मसूरी से 15 किलोमीटर की दूरी पर दून घाटी का खूबसूरत नजारा प्रस्तुत करता है। तो आप यहां भी ट्रेकिंग कर सकते हैं। इसके साथ ही मसूरी में धनोल्टी भी ट्रेकिंग के लिये अच्छी जगह है यह मसूरी से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां के वातावरण में बेहद शांति है। और यह ट्रेकिंग के लिए सबसे अच्छी जगह है। और अगर आपने मन बना लिया है यहां पर ट्रेकिंग के लिए तो आप यहां पर कैंप में स्टे भी कर सकते हैं।

 

मसूरी में वाइन बनाना और चखना

स्रोत: पिन्टरेस्ट/Wordpress

 

अगर आप मसूरी घूमने आये और यहां पर आपने ठंड के मौसम में वाइन नहीं चखी तो फिर क्या किया।  ऐसे  में अगर आप वाइन के शौकीन हैं तो मसूरी में होटल देवदार में इसका आनंद ले सकते हैं। क्योंकि यहां पर सिर्फ वाइन पिलाई नहीं जाती है बल्कि यह आपको वाइन बनाना भी सिखाते हैं, यहां पर आप पहले वाइन बनाते हैं फिर बाद में उसे चखते भी हैं। आप यहां पर अदरक, बेर, अंगूर, नाशपाती, और सब इन सभी चीजों से तमाम तरीके की वाइन बनाना सीखते हैं जो की मसूरी में एक अलग ही रोमांच का अनुभव कराता है। तो आप जब भी मसूरी घूमने जाएं तो यह जरुरु ट्राई करें।

 

व्हाइट वाटर राफ्टिंग

व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए मसूरी लोगों का सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन है। पहाड़ी इलाकों में राफ्ट की सवारी करना सबसे अच्छा स्पोर्ट्स माना जाता है क्योंकि पानी बिल्कुल साफ होता है, साथ ही इसका बहाव भी तेज होता है। राफ्टिंग का अनुभव रखने वाले प्रोफेशनल की निगरानी में यह एक्टिविटी बेहद मजेदार और सुरक्षित होने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए यादगार भी है, जिसमें सचमुच लोगों को बड़ा मजा आता है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग

मसूरी में मनोरंजन के लिए कई तरह की चीजें उपलब्ध हैं, जिनमें रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग भी शामिल है। पहाड़ों पर चढ़ने या नीचे उतरने के लिए आपको रस्सी या केबल बांधना होगा, जो आपकी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। एडवेंचर की बात की जाए, तो इन दोनों एक्टिविटी का कोई मुकाबला नहीं है।

 

स्रोत: पिन्टरेस्ट

 

अक्सर पूछे जानें वाले सवाल (FAQs)

मसूरी घूमने के लिये कितने दिन काफी हैं?

मसूरी की खूबसूरती देखने के लिये आप कम से कम 4 से 5 दिनों के ट्रिप की योजना अवश्य बनाएं। लेकिन यदि आपके पास इतना लंबा समय नहीं है तो आप 3 दिन में भी यहां के मुख्य जगहों को आराम से विजिट कर सकते हैं।

मसूरी में कहाँ पर रुकें?

मसूरी में आप होटल मसूरी हाइट्स, होटल क्रिस्टल पैलेस, होटल सन एंड स्नो मसूरी, होटल सिटी कैसल, होटल ओमकार आप इन सभी में रुक सकते हैं।

मसूरी घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

मसूरी घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक होता है जब मौसम खुशनुमा होता है और बारिश की संभावना कम होती है।

मसूरी में मानसून का मौसम कब होता है?

जुलाई से अगस्त के महीने में मसूरी में मानसून का मौसम रहता है। ऐसे में मसूरी के पर्यटन स्थलों को घूमने के लिये आप बस या टैक्सी कर सकते हैं या फिर आप स्कूटी या बाइक किराये पर भी ले सकते हैं । मसूरी में बारिश का कोई भरोसा नहीं होता है । वहाँ पर कभी भी बारिश होने लगती है,ऐसे में आप अपने साथ हमेशा रेनकोट या छाता अवश्य लेकर चलें।

मसूरी को 3 दिन में कैसे एक्सप्लोर करें?

मसूरी में बहुत सारे खूबसूरत जगहें हैं जिन्हें आप 3 दिनों की ट्रिप पर देख सकते हैं। पहले दिन, आप आराम कर सकते हैं और वहां के स्थानीय बाजारों और माल रोड की जाँच कर सकते हैं, जबकि दूसरे दिन आप गन हिल, कैमल्स बैक रोड, लाल टिब्बा, द मॉल, द क्राइस्ट चर्च, सिस्टर्स बाज़ार जैसे स्थानीय आकर्षणों की यात्रा कर सकते हैं। स्नो व्यू पॉइंट, भट्टा फॉल्स, हैप्पी वैली, लंढौर बाजार, केम्प्टी फॉल्स, झरीपानी फॉल्स, मसूरी लेक और ज्वालाजी मंदिर। अंतिम दिन, आप अपनी खरीदारी को समाप्त करने और छुट्टी का अच्छे से इंजॉय करके उसे समाप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं।

मसूरी कैसे पहुँचे?

मसूरी सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है, जो लगभग 60 किमी दूर है। निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 34 किमी दूर है। वहां से, आप टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या मसूरी के लिए बस ले सकते हैं।

मसूरी में लोकप्रिय पर्यटक स्थल कौन से हैं?

मसूरी में कुछ लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण केम्प्टी फॉल्स, लाल टिब्बा, गन हिल, मसूरी झील, हैप्पी वैली और कंपनी गार्डन हैं।

मसूरी में करने के लिए कौन सी चीजें हैं?

मसूरी ट्रेकिंग, हाइकिंग, कैंपिंग, पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और जिप-लाइनिंग जैसी विभिन्न साहसिक गतिविधियाँ प्रदान करता है।

मसूरी में खाने की सबसे अच्छी जगह कौन सी है?

मसूरी के कुछ लोकप्रिय रेस्तरां कलसंग, लिटिल लामा कैफे, चार डुकन, कैफे बाय द वे और द राइस बाउल हैं।

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