ग्रेनाइट एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल किए बिना आप का घर पूरा नहीं हो सकता है. ज्यादातर किचन में काउंटर टॉप ग्रेनाइट से ही बनाए जाते हैं और इनका इस्तेमाल किए बिना आपकी किचन का लुक अधूरा ही रह जाता है. भारत में ग्रेनाइट आपको अलग-अलग तरह के रंग और आकार में मिल जाता है जिसका इस्तेमाल करते हुए आप अपने घर के डेकोर को शानदार बना सकते हैं.
बाजार में आपको अलग-अलग तरह की ग्रेनाइट देखने को मिलते हैं और उनमें से किसी एक का चयन करना कोई आसान बात नहीं है. इसलिए आज हम आपको कुछ अलग अलग ग्रेनाइट के बारे में बताने वाले हैं ताकि आप अपने और अपने घर के हिसाब से अच्छी तरह से ग्रेनाइट का चुनाव कर सकें.
ग्रेनाइट के कुछ अलग अलग प्रकार इस तरह से हैं;
अलास्का व्हाइट ग्रेनाइट (Alaska white granite)
भारत में यह ग्रेनाइट राजस्थान में पाया जाता है और इसका ज्यादातर इस्तेमाल किचन में काउंटर टॉप बनाने के लिए किया जाता है. यह लगभग 2 से 3 सेंटीमीटर तक मोटा होता है जो इसे किचन काउंटर टॉप के लिए एकदम सही बनाता है. सफेद रंग में मिलने वाला यह ग्रेनाइट आपको अलग-अलग तरह के फूल या फिर पत्तियों के डिजाइन के साथ मिल जाता है.
मल्टी कलर रेड ग्रेनाइट (Multicolor red granite)
इस ग्रेनाइट में बैकग्राउंड कलर लाल होता है और उसके ऊपर आपको अलग-अलग तरह के रंगों की पट्टियां या फिर पैटर्न देखने को मिल जाते हैं. कर्नाटक में पाया जाने वाला यह ग्रेनाइट आप घर में किचन, फ्लोरिंग या फिर दीवारों पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. बाहरी देशों की बात की जाए तो पोलैंड और रोमानिया जैसे देशों में भी यह काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है.
इंपीरियल ग्रेनाइट (Imperial granite)
Source: Pinterest
इस ग्रेनाइट का खनन भारतीय राज्य मध्यप्रदेश में किया जाता है और इसको बनाने के लिए ज्यादातर फैक्ट्री राजस्थान में बनाई गई हैं. इसमें आपको छोटे और बड़े दोनों ही तरह के फूलों के डिजाइन देखने को मिल जाते हैं. अगर इस्तेमाल की बात की जाए तो यह ग्रेनाइट ज्यादातर आपको हिस्टोरिक जगह पर दिखाई देता है लेकिन घरों में बाथरूम या किचन में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.इस ग्रेनाइट की प्रमुख मार्किट रूस में है.
कश्मीर व्हाइट ग्रेनाइट (Kashmir white granite)
भारत में यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनाइट है. पब्लिक जगह जैसे कि एयरपोर्ट आदि पर आपको यह आसानी से देखने को मिल सकता है. इसका मुख्य कारण है कि यह ग्रेनाइट मजबूत है और साथ ही इसके रखरखाव में भी ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है. इसका खनन कर्नाटक में किया जाता है और वहीं पर इसके लिए फैक्ट्री भी स्थापित की गई है. इस ग्रेनाइट को आसानी से छोटी-छोटी स्लैब में काटा जा सकता है इसीलिए इसका इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है.
भारत के अलावा यह ग्रेनाइट अमेरिका में भी काफी लोकप्रिय है और काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है.
भूरा ग्रेनाइट (Brown granite)
Source: Pinterest
इस ग्रेनाइट में गहरे भूरे रंग के बैकग्राउंड पर छोटे-छोटे फूल के पैटर्न देखने को मिलते हैं. इसमें भूरे रंग के साथ हल्के रंग को मैच किया जाता है और यह ग्रेनाइट बाथरूम में सिंक, फ्लोरिंग या फिर किचन में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. तेलंगाना में पाया जाने वाला यह ग्रेनाइट विश्व भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनाइट है.
ब्लैक गैलेक्सी ग्रेनाइट (Black galaxy granite)
भूरे ग्रेनाइट के बाद यह दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनाइट है. इसमें ब्लैक कलर के बैकग्राउंड के साथ ऊपर चमकीली गोल्डन या फिर सिल्वर कलर की पट्टियां इस्तेमाल की जाती हैं जो हल्की सी रोशनी पड़ने पर भी काफी चमकती है. इस ग्रेनाइट का इस्तेमाल भी वॉल या फिर टाइल फ्लोरिंग के लिए आसानी से किया जा सकता है क्योंकि इससे छोटे-छोटे हिस्सों में काटना बेहद आसान है.
इसके अलावा अगर आप कुछ ऐसा ढूंढ रहे हैं जो आपके घर को मजबूती दे तो यह ग्रेनाइट आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है.
क्लासिको ग्रेनाइट (Classico granite)
इस ग्रेनाइट में आप को हल्के सफेद और भूरे रंग की बादल जैसी छवि देखने को मिलती हैं. ज्यादातर यह किचन में वर्क टॉप बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ग्रेनाइट को भी आसानी से टाइल्स या फिर स्लैब में काटा जा सकता है और इसे घर की फ्लोरिंग में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनाइट कौन सा है?
विश्व भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनाइट भूरा ग्रेनाइट है. भारत के साथ-साथ यह अमेरिका जैसे देशों में भी काफी लोकप्रिय है.
अलास्का व्हाइट ग्रेनाइट का इस्तेमाल किन किन चीजों में किया जा सकता है?
इस ग्रेनाइट का इस्तेमाल आसानी से घरों में किचन काउंटर टॉप बनाने के लिए किया जा सकता है.