हम सभी अपने घर के पूजा घर में कपूर का इस्तेमाल करते हैं। प्रायः आरती करते हम कपूर को जलाते है। लेकिन, क्या आपको पता है यह कपूर कहां से आता है? इसका पौधा कैसा होता है? और क्या आप यह जानते हैं कि हम सभी जो मार्केट से कपूर लाते हैं, वह कपूर केमिकल्स से बना होता है? क्या आपको पता है कि केमिकल वाले कपूर में मेडिसिनल वैल्यू बहुत कम होती है? क्या कपूर का पौधा आप घर में लगा सकते हैं? और अगर लगा लिया तो किस तरह के फायदे होते हैं? आइये जानते हैं आज इसी अनोखे पौधे के विषय में विस्तार से।
जो कपूर हम मार्केट से कपूर लाते हैं वह केमिकल्स से बना होता है
कैसे मिलता है कपूर?
प्रकृति ने हमें कई प्रकार के पेड़-पौधे दिए हैं, जो बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी हैं। हर पेड़ और हर पौधे की अपनी एक गुणवत्ता है; अलग-अलग प्रकार के गुण और फायदे हैं। इन्ही पौधों में से एक है कपूर का पौधा। असली कपूर एक विशालकाय पेड़ से प्राप्त होता है जिनका चिकित्सकीय लाभ कमाल का होता है। यह पौधा कई गुणों से भरा हुआ है।
कैसा होता है कपूर का पेड़?
कपूर के पौधें/पेड़ के बारे में कुछ मुख्या तथ्य
वानस्पतिक (Botanical) नाम | सिनामोमम कैम्फोरा |
वानस्पतिक परिवार | लौरसै |
साधारण नाम | कैम्फर ट्री, कैम्फरवुड, कैम्फर लॉरेल |
पौधे का प्रकार | सदाबहार वृक्ष |
पत्ती का प्रकार | चमकदार हल्का हरा |
फूलों की बनावट | छोटे सफेद फूल |
उपलब्ध किस्में | लौरस कैम्फोरा, सिनामोमम कैम्फोरा, कैम्फोरा ऑफिसिनैलिस स्टुड, पर्सिया कैम्फोरा, आदि |
पौधे/पेड़ की ऊंचाई | 20 m to 30 m |
अनुकूल ऋतु | साल भर |
फूल खिलने का समय | अप्रैल |
मिट्टी के प्रकार | नम, उपजाऊ, रेतीली मिट्टी |
उगाने के लिए आदर्श स्थान | सूर्य की रोशनी के साथ-साथ थोड़ी सी छाया वाली जगह |
मेंटेनेंस | सप्ताह में एक बार पेड़ को पानी दें और मिट्टी को रेतीला रखें |
खाद | खाद की ज़्यादा आवश्यकता नहीं है |
कपूर के पौधें के उपयोग
- कपूर का प्रयोग आयुर्वेद, एलोपैथी और होम्योपैथी सभी दवाइयों में होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है।
- कपूर के पेड़ की लकड़ियां फर्नीचर बनाने के काम में लाई जाती हैं। इन लकड़ियों से बने फर्नीचर बहुत ही मजबूत और टिकाऊ होते हैं।
- कई घरों में लोग कपूर और गाय के घी से काजल भी बनाते हैं। यह काजल आंखों के लिए बड़ा ही गुणकारी होता है।
कैसे बनता है कपूर?
कपूर के पौधे को हम कहां-कहां लगा सकते हैं?
वास्तु के अनुसार कपूर के पौधे के फायदे
- ·कपूर का पौधा हमें प्राण-वायु अर्थात ऑक्सीजन प्रदान करता है और पर्यावरण को शुद्ध करने में बहुत बड़ी मदद करता है। कपूर के पौधे के संपर्क में जो लोग आते हैं वह लोग हमेशा स्वस्थ रहते हैं।
- कपूर का पौधा अपनी सुगंध से चारों ओर के वातावरण को खुशबूदार बना देता है।
- कपूर को हम यदि सुबह या शाम को पूजा करते समय जलाते हैं तो हमारा घर सभी प्रकार के संकट और बधाओ से मुक्त हो जाता है। शाम को संध्या-वंदन करते समय लौंग और कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध हो जाता है।
- कपूर को घर में जलाने से घर के तमाम प्रकार के वायरस दूर होते हैं।
- अगर आपके घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष है, तो घर की चारों दिशाओं में कपूर की एक एक टिकिया रख दें। इससे घर के सभी दोष समाप्त हो जाते हैं।
- कपूर के पानी में चमेली के तेल की कुछ बूंदें डालकर नहाने से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है और शरीर स्वस्थ हो जाता है।
- धन प्राप्ति के लिए नियमित रूप से लौंग और कपूर जलाना लाभकारी माना जाता है।
- कपूर की 2-2 टकिया अपने अपने बाथरूम में रखने से सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं।
- कपूर का पौधा धन को आकर्षित भी आकर्षित करता है।
- कपूर का पौधा घर में रखने से खुशियों का आगमन होता है। कपूर का पौधा घर के सभी सदस्यों को बुरी नजर से बचाता है और सभी प्रकार की बुरी आत्माएं घर से दूर रहती हैं।
- कपूर का पौधा घर के सदस्यों की जिंदगी में तरक्की लाता है और सदस्यों के बीच सभी तकरार को खत्म करता है।
- यदि किसी व्यक्ति को नींद न आने की समस्या हो तो उस व्यक्ति को भीमसेनी कपूर को हाथ में लेकर रब करके सूंघने से उस व्यक्ति के अंदर सभी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और उसके शरीर में सभी पॉजिटिव एनर्जी आती है।