वास्तु शास्त्र के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम दिशा, जिसे नायरुत्य कोना भी कहा जाता है, वह पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका प्रशासक राहु है. वैदिक एस्ट्रोलॉजी के मुताबिक राहु उग्र ग्रहों में से एक है. दक्षिण-पश्चिम कोना घर में स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है और इसलिए आपके लिए इस क्षेत्र में सभी तत्वों को संतुलित करना महत्वपूर्ण है, ताकि घर में सुख और समृद्धि सुनिश्चित आ सके.
हालांकि, अगर इस कोने में कोई कट या कोई अन्य बड़ा वास्तु दोष है, तो यह आपके घर में अशांति पैदा कर सकता है. यह अप्रत्याशित खर्चों को भी न्योता दे सकता है और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है. इसलिए, आपके लिए यह जरूरी है कि आप इस सेक्शन को अपने घर के किसी अन्य हिस्से की तुलना में वजनदार रखें और उन चीजों को रखें जो पृथ्वी के तत्वों का लाभ ला सकते हैं.
साउथ-वेस्ट दिशा में वास्तु दोष
- साउथ वेस्ट में टॉयलेट
- साउथ-वेस्ट में किचन
- साउथ वेस्ट दिशा में कट
- पश्चिम में बड़ी ओपनिंग/खिड़की, कट/एक्सटेंशन
- साउथ-वेस्ट में मेन डोर या फिर घर की एंट्रेंस
- साउथ-वेस्ट में बोरवेल या अंडरग्राउंड वाटर टैंक
- साउथ-वेस्ट में ड्राइंग रूम या लिविंग रूम
- साउथ-वेस्ट दिशा में एक्सटेंशन्स
- साउथ-वेस्ट दिशा में विंडो, बड़ी ओपनिंग और टॉयलेट.

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दक्षिण-पश्चिम कोने में वास्तु दोष का प्रभाव
- अगर दक्षिण-पश्चिम कोने में कोई कट है तो इससे बड़ा नुकसान हो सकता है चाहे वो वित्तीय हो, स्वास्थ्य से जुड़ा हो या फिर स्थिरता से.
- आपको अपनी मेहनत और प्रयास के लिए पहचान नहीं मिलेगी.
- नकारात्मक ऊर्जा और विचार आपको घेर लेंगे.
- आपको दिल से जुड़ी बीमारी हो सकती है या फिर शरीर का निचला हिस्सा प्रभावित हो सकता है.
- घर में रहने वाले लोगों में मानसिक अस्थिरता आ सकती है.
- नकारात्मक मानसिकता के साथ दूसरों को नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति की संभावना है.
- आपको जीवन और रिश्तों से संबंधित चिंता के मुद्दे हो सकते हैं.
साउथ वेस्ट कॉर्नर के लिए वास्तु उपाय
- अगर साउथ-वेस्ट दिशा में कोई कट है, तो इस कॉर्नर में वजनदार चीजें रखें. इससे आपको नकारात्मक ऊर्जा का सामना करने में मदद मिलेगी.
- पृथ्वी तत्व की खूबसूरत और खुशनुमा पेंटिंग्स साउथ-वेस्ट कॉर्नर की दीवारों पर टांग दें.
- अगर हो सके तो साउथ वेस्ट दीवार को पीच, लाइट ब्राउन कलर या पृथ्वी के शेड्स से रंगवाएं.
- साउथ वेस्ट कॉर्नर में राहु यंत्र रखें.
- सभी दिशाओं में वास्तु पिरामिड रखें क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होगी और पैदा हुई नकारात्मक ऊर्जा का सामना करने में मदद मिलेगी.
दक्षिण मुखी घरों के लिए ये हैं वास्तु टिप्स
दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर एंट्रेंस वाले घरों के लिए वास्तु उपाय
आदर्श रूप से, प्रॉपर्टी खरीदारों को ऐसे घर नहीं खरीदने चाहिए जिनका मेन डोर दक्षिण-पश्चिम की ओर खुलता हो क्योंकि यह संघर्ष और दुर्भाग्य लाता है. आइए आपको कुछ टिप्स बताते हैं, ताकि आप इस प्रभाव को दूर कर सकें.
- अगर घर की एंट्रेंस साउथ-वेस्ट दिशा की ओर है तो सुनिश्चित करें कि घर के अंदर दरवाजे और खिड़कियों की संख्या ईवन नंबर में हो.
- अगर साउथ-वेस्ट दिशा में मेन डोर है तो एंट्रेंस के करीब आप गणेश जी की मूर्ति रख सकते हैं.
- साउथ-वेस्ट एंट्रेंस वाले घरों के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए घर के सभी दरवाजों के ऊपर और साइड में ओम, त्रिशूल और स्वास्तिक के निशान लगाएं.
- घर में सकारात्मकता बढ़ाने के लिए आप घर की एंट्रेंस पर वास्तु पिरामिड, पौधे, विंड चिम्स लगा सकते हैं.
- अगर आप धार्मिक हैं तो दरवाजों पर हनुमान जी की दो मूर्तियां रख सकते हैं या फिर गायत्री मंत्र लगा सकते हैं.
- अगर एंट्रेंस पर कोई खाली दीवार है तो आप मूर्ति या फिर भगवान गणेश की फोटो लगा सकते हैं.
- दक्षिण में लाल रंग, साउथ/साउथ वेस्ट में पीला और साउथ-वेस्ट में पीच या पिंक कलर करा सकते हैं ताकि घर में सौहार्द बढ़े.
दक्षिण-पश्चिम की ओर मुंह वाले घरों के लिए वास्तु उपाय
- अगर आपका घर दक्षिण-पश्चिम मुखी है तो घर के नॉर्थ ईस्ट एरिया में खुला एरिया बनाएं. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.
- आप साउथ-वेस्ट दिशा में ओवरहेड वाटर टैंक भी बनवा सकते हैं ताकि घर के आसपास ऊर्जा का संतुलन बना रहे.
- अगर घर का मुंह दक्षिण-पश्चिम की ओर है तो नॉर्थ ईस्ट कॉर्नर पर पानी का फव्वारा लगवाएं, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आए.
साउथ वेस्ट कॉर्नर के लिए वास्तु टिप्स
- वित्तीय स्थिरता के लिए, साउथ वेस्ट कॉर्नर में जूलरी, पैसे या फिर अन्य जरूरी वित्तीय दस्तावेज रखें. वास्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस दिशा में जो भी रखा जाएगा, वो बढ़ता जाएगा.
- इस दिशा में रखे वॉल्ट्स को लेकर यह सुनिश्चित करें कि वॉल्ट जब खुले तो उसका मुंह दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा की ओर न हो. इससे आपका खर्च बढ़ सकता है.
- ज्यादा खर्च और वित्तीय परेशानियों से बचने के लिए, मेन सेफ और लॉकर्स नॉर्थ या फिर नॉर्थ ईस्ट दिशा में खुलने चाहिए.
- पैसों के मामले में, सेफ के अंदर सिट्रीन क्रिस्टल के साथ लाल रंग का कपड़ा रखें क्योंकि इससे पैसा और समृद्धि बढ़ेगी.
- साउथ वेस्ट कॉर्नर में कभी टॉयलेट न बनवाएं क्योंकि इससे वित्तीय नुकसान और मौद्रिक अस्थिरता रहेगी.
- ऐसी प्रॉपर्टी न खरीदें, जिसका दरवाजा दक्षिण पश्चिम दिशा में खुलते हों क्योंकि इससे दुर्भाग्य और संघर्ष मिलता है.
- घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में पानी और नमक से भरा गिलास रखें. इसके अलावा, इसके ऊपर लाल रंग का बल्ब रखें ताकि जब भी बल्ब स्विच-ऑन हो, तो यह ग्लास पर प्रतिबिंबित हो.
- अगर आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण-पश्चिम दिशा में है, तो सुनिश्चित करें कि घर के अंदर दरवाजे और खिड़कियां भी संख्या में हों.
- अगर आपके पास दक्षिण-पश्चिम दिशा में मुख्य द्वार है, तो आप प्रवेश द्वार के पास गणेश की मूर्ति रख सकते हैं.
- साउथ वेस्ट दिशा में बोरवेल नहीं होना चाहिए. अगर इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता तो उस पर लाल रंग कराएं और उसके ऊपर राहु यंत्र लगा दें.
पूछे जाने वाले सवाल
भारी फर्नीचर, जूलरी, मनी बॉक्स इत्यादि इस कॉर्नर में रखनी चाहिए.
नहीं, अगर मुमकिन हो तो इस दिशा से बचें.
पेंटिंग्स, फर्नीचर या कोई अन्य भारी चीज इस कॉर्नर में रखें. साउथ वेस्ट कॉर्नर में क्या रखना चाहिए?
क्या एंट्रेंस के लिए साउथ-वेस्ट दिशा अच्छी है?
साउथ वेस्ट कॉर्नर को और वजनदार आप कैसे बना सकते हैं?