हम अपने घर को, दुकान को, कार्यस्थल को बहुत सुरक्षित रखते हैं लेकिन बावजूद इसके चोर चोरी जैसी कई घटनाओं को अंजाम दे देते हैं। ऐसे में हम आज आपको बताएंगे कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप चोरी होने की संभावनाओं को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
दुकान में चोरी के डर का कारण मुख्य द्वार का दक्षिण—पश्चिम दिशा में होना हो सकता है। इससे बचने के लिए आप प्रवेश द्वार का गेट दूसरी दिशा में कर सकते हैं। यदि अन्य दिशा में गेट बनाना संभव न हो तो आप दक्षिण—पश्चिम दिशा में यमकीलक यंत्र लगा दें। इससे दुकान की रक्षा होगी।
चोरों के आतंक से बचने के लिए अपने घर एवं दुकान में मोरपंख की झाडू रखें। सुबह के समय इससे कीमती सामानों को पोंछें। यदि आपके पास समय नहीं हैं तो वस्तुओं पर एक बार मोर पंख छुआ दें। ऐसा करते समय ऊं,ह्रींम,ह्रीम,क्रीम मंत्र का पांच बार जाप करें। ऐसा प्रतिदिन करने से आपका घर और दुकान सुरक्षित रहेंगे।
चोरी के भय से बचने के लिए अपनी दुकान एवं घर की चौखट पर मंगल यंत्र लगा दें। इसे इस प्रकार रखें कि लोगों की इस पर नजर पड़ें। इससे चोरों की बुरी नजर नहीं लगेगी। ध्यान रहें कि यंत्र लगाने से पहले मंगल ग्रह का कोई भी मंत्र जप कर इसे अभिमंत्रित कर लें।
कई बार लोगों के नजर लगाने से भी घर और दुकान में चोरी होने का डर रहता है। इससे बचने के लिए दरवाजे पर एक निम्बू और सात हरी मिर्च अभिमंत्रित करके टांग दें। इससे चोर आपके घर व दुकान में आंख उठाकर देख भी नहीं पाएंगे।
काले घोडे की नाल भी चोरी के भय से मुक्त करता है। चूंकि काली चीज को शनि देवता का प्रतीक माना जाता है। तो काला नाल लगाने से शनि देव घर और दुकान की रक्षा करते हैं। इससे चोरों की शामत आती है।
चोरों के आतंक से बचने के लिए घर और दुकान के प्रवेश द्वार पर सफेद रंग के गणेश की मूर्ति रखें। याद रहे कि मूर्ति पूजा के बाद रखनी है। साथ ही ये मूर्ति को घर के अंदर और बाहर दोनों हिस्सों में एक ही रंग की दो मूर्तियां रखें।
चोरी की वजह घर और दुकान के मेन गेट के पास जमा पानी भी होता है। ये एक तरह का वास्तु दोष है। इससे बचने के लिए पानी के तुरंत निस्तारण की व्यवस्था करें। साथ ही तिजोरी के पास कभी भी जल व उससे संबंधित वस्तुएं न रखेंं।
घर में डॉग रखने के बहुत फायदे होते हैं। इन फायदों में से एक फायदा चोरी जैसी घटनाओं से बचाना भी है। डॉग्स की सूंघने और महसूस करने की शक्ति इंसानों से कई ज्यादा होती है। ऐसे में घर में जैसे ही कोई प्रवेश करने की कोशिश करता है, डॉगको तुरंत पता चल जाता है।