भारत के किसी भी राज्य की तरह बिहार में भी जमीन अतिक्रमण और प्रॉपर्टी से जुड़े फ्रॉड के मामले आम हैं. साल 2016 में बेंगलुरु की दक्ष नाम की सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइजेशन ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया कि भारतीय न्यायपालिका के पास जो मामले लंबित पड़े हैं, उनमें से करीब 66 प्रतिशत मुकदमे संपत्ति से जुड़े हैं.
एक अन्य रिसर्च बताती है कि औसतन एक केस अधीनस्थ स्तर पर करीब 5 साल तक लंबित रहता है. इसलिए जो लोग बिहार में जमीन या प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं, उन्हें विक्रेता की सारी जानकारी मालूम कर उसका बिहार की भूनक्शा वेबसाइट पर मौजूद सूचना के साथ मिलान कर लेना चाहिए.
बिहार में भूनक्शा कैसे चेक करें?
स्टेप 1: बिहार भूनक्शा की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करें.
स्टेप 2: अब जिला, सब डिविजन, सर्किल, मौजा, टाइप और शीट की जानकारी भरें.
स्टेप 3: या तो आप खसरा पर जूम करें या पेज के टॉप पर उपलब्ध जगह में उसे भरें. आपको प्लॉट नंबर, खसरा नंबर, मालिक या सह-मालिकों, पिता का नाम, जाति, पड़ोसी, एक मालिक के सारे प्लॉट्स की जानकारी मिल जाएगी.

स्टेप 4: आपको वेबसाइट से मैप रिपोर्ट या ROR रिपोर्ट मिल जाएगी.

Map Report, Bihar bhu naksha website
बिहार भूनक्शा में प्लॉट रिपोर्ट क्या है?
आपने नोटिस किया होगा कि ऊपर जो फोटो है, उसकी बाईं तरफ ‘सिंगल प्लॉट रिपोर्ट’ का एक विकल्प है. जिस इलाके में प्लॉट स्थित है, प्लॉट रिपोर्ट उसी इलाके का प्रिंटेबल मैप है. डिफ़ॉल्ट रूप से, यह रिपोर्ट ए 4-आकार के पेपर पर सबसे अच्छी तरह से फिट होगी. यह रिपोर्ट आप किसी भी आकार में जनरेट कर सकते हैं. साथ ही किसी खास मालिक के सभी प्लॉट्स के लिए रिपोर्ट जनरेट कर सकते हैं लेकिन बाद वाले मामले में हर प्लॉट की रिपोर्ट अलग-अलग पन्नों पर प्रिंट होगी.
अगर भूनक्शा ऑनलाइन न मिले तो?
अगर आपको जमीन का नक्शा ऑनलाइन न मिले तो ऐसा हो सकता है कि प्रशासन अभी उसे अपडेट करने की प्रक्रिया में हो. आप बिहार में संबंधित विभाग के दफ्तर में खुद जाकर प्रगति और स्टेटस चेक कर सकते हैं.
बिहार में किन जिलों में भूनक्शा ऑनलाइन उपलब्ध है?
सिर्फ नालंदा, मधेपुरा, सुपौल और लखीसराय में ऑनलाइन भूनक्शा उपलब्ध हैं. बाकी के इलाकों के लिए डेटा डिजिटल होने और अपडेट होने की प्रक्रिया में है.
अभी बिहार के किन जिलों में भूनक्शा की जानकारी ऑनलाइन होनी है?
-अररिया
-अरवल
-औरंगाबाद
-बांका
-बेगूसराय
-भागलपुर
-भोजपुर
-बक्सर
-दरभंगा
-ईस्ट चंपारण
-गया
-गोपालगंज
-जमुई
-जहांनाबाद
-कैमूर
-कटियार
-खगड़िया
-किशनगंज
-मधुबनी
-मुजफ्फरपुर
-मुंगेर
-नवादा
-पटना
-पूर्णिया
-रोहतास
-सहरसा
-समस्तीपुर
-सारण
-शेखपुरा
-सीहोर
-सीतामढ़ी
-सिवान
-वैशाली
-वेस्ट चंपारण
बिहार भूनक्शा के बारे में ताजा खबर
बिहार में जल्द ही एरियल मैप प्रक्रिया के तहत
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने एजेंसियों को बिहार में एरियल सर्वे करने का आदेश दिया है. कलेक्टोरेट ऑडिटोरियम में हुई मीटिंग में डीएम ने कहा कि अडिश्नल कलेक्टर एजेंसी के साथ कॉर्डिनेशन करेंगे ताकि एरियल सर्वे से जुड़े काम में देरी न हो. इस काम की होर्डिंग्स के जरिए काफी पब्लिसिटी की गई है. उन्होंने आदेश दिया कि ये होर्डिंग्स कैंप, पंचायत, मौजा, ब्लॉक और जोनल दफ्तरों में लगाए जाएंगे और उनकी नियमित रूप से निगरानी की जाएगी.
मधेपुरा में डिजिटल सर्वे
मधेपुरा में हाल ही में सर्वे कैंप लगाया गया था, जिसकी अगुआई अमित कुमार ने की थी. कैंप को संबोधित करते हुए एएसओ सैफी अख्तर ने कहा कि सर्वे 1965 के बाद फिर से शुरू होगा और इस बार यह डिजिटल होगा. सर्वे ऑफिस पंचायत सरकार भवन को गिद्दा के शंकरपुर ब्लॉक में बनाया गया है. भविष्य में, मौरा, बारी, चंपानगर, जिरवा, रायबीर, बसंतपुर, गिद्दा सहित सभी आठ राजस्व गांवों के भूमि संबंधी सर्वेक्षण कार्य किए जाएंगे.
बिहार में कम हो सकती है जमीन विवाद की संख्या
इस सर्वेक्षण के बाद अधिकारियों ने भूमि विवाद के मामलों की संख्या में 80% तक की कमी का अनुमान लगाया है. 16 सितंबर 2020 को बेल्लारी, कुमारखंड में आम मीटिंग के बाद सर्वे का काम शुरू होगा और 17 सितंबर 2020 को गुड़िया और लक्ष्मीपुर भागवती में.
बिहार में सर्वे मैप्स की होगी होम डिलिवरी
जल्द ही बिहार में सर्वे और मैप्स की पोस्ट के जरिए होम डिलिवरी भी की जाएगी. लोगों को सिर्फ पोस्टल फीस चुकानी होगी और नक्शा आपके घर पहुंच जाएगा और आप सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से बच जाएंगे. एक बार अधिकारियों के नोटिफाई करने के बाद एप्लिकेशन और जरूरी फीस ऑनलाइन भुगतान की जा सकती है.
इसके अलावा एनआईसी एक सॉफ्टवेयर डेवेलप कर रहा है, जिसके जरिए नालंदा के किसी भी गांव का नक्शा पटना शहर में बैठे-बैठे हासिल किया जा सकता है. पहले नक्शा हासिल करने की ये सुविधा उस जिले तक ही सीमित थी.
पूछे जाने वाले सवाल
बिहार में अन्य जिलों का भूनक्शा कब तक वेबसाइट पर अपडेट हो जाएगा?
इसकी जानकारी बिहार के डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू एंड लैंड रिफॉर्म्स से हासिल की जा सकती है.
अगर बिहार भूनक्शा में कोई गड़बड़ी मिलती है तो किसके पास जाना है?
आप revenuebihar@gmail.com पर ई-मेल कर सकते हैं.
क्या बिहार भूनक्शा को ऑनलाइन ढूंढना मुश्किल है?
आप बिहार के नालंदा, मधेपुरा, सुपौल और लखीसराय के भूनक्शा महज 5 मिनट में ढूंढ सकते हैं. यह प्रक्रिया बहुत ही आसान है.