यूं तो ताजमहल के लिए कोई प्राइस टैग नहीं हो सकता लेकिन यह जानना बेहद दिलचस्प है कि अगर इसे आज के दौर में बनाया जाता, तो कितना खर्च आता. स्टडीज इन मुगल इंडिया में लेखक जादूनाथ सरकार लिखते हैं कि ताजमहल जनवरी 1643 में बनकर पूरा हुआ और तब इसे बनाने में 50 लाख रुपये का खर्च आया था.
कुछ अनुमान यह भी कहते हैं कि उस वक्त इसे बनाने में करीब 9.17 करोड़ रुपये लगे थे. स्वतंत्र अनुमान तो यहां तक दावा करते हैं कि उस वक्त शाहजहां ने पत्नी मुमताज के लिए ताजमहल बनवाने के लिए 916 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 70 अरब रुपये खर्च कर डाले थे. 21वीं सदी हो या कोई और वक्त, ताजमहल जैसा अजूबा दूसरा हो ही नहीं सकता.
ताजमहल का इतिहास
साल 1607 में 15 साल का शाहजहां (तब राजकुमार खुर्राम) अरजमंद बानू बेगम, जिसे बाद में मुमताज कहा गया, का मंगेतर था. 20 साल की उम्र में शाहजहां ने उससे निकाह किया और अगले 19 साल तक दोनों साथ रहे. एक बच्चे को जन्म देते वक्त मुमताज का निधन हो गया. ऐसा कहा जाता है कि मुमताज के निधन से शाहजहां इतना ज्यादा दुखी था कि वह एकांत में घंटों बिताता था. उसने और रंगों, इत्र, गहनों का उपयोग छोड़ दिया था. यहां तक कि राजसत्ता को भी त्याग देना चाहता था. शाहजहां की दो और पत्नियां थीं लेकिन वे राजनैतिक गठबंधन के कारण थीं. ऐसा कहा जाता है कि मरने से पहले मुमताज ने शाहजहां से कहा कि वह उनकी याद में ऐसा मकबरा बनवाएं, जैसा संसार में दूसरा और कोई न हो. इसके बाद शाहजहां ने दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल का निर्माण कराया.

(Source: Taj official website)

(Day view and night view of the Taj Mahal. Source: Taj official website)
ताजमहल की वास्तुकला और डिजाइन
शाहजहानी ’वास्तुकला में निर्धारित आकृतियों की एकरूपता दिखाई देती है. शाहजहानी स्तंभ का उपयोग संपूर्ण परिसर में किया गया है, जिसमें शाफ्ट, मिनिएचर, मेहराब आदि भी शामिल हैं.
प्राकृतिक भवन अलंकरण के साथ मकबरा मुख्य भवन है. लेकिन आप राजा और रानी के सम्मान में जो सेनेटाफ देखते हैं, वह आठ-तरफा कक्ष और संगमरमर की जालीदार स्क्रीन में संलग्न है, वह केवल दिखाने के लिए है. गार्डन लेवल के नीचे के एक कमरे में ताबूत हैं.

(Source: Pinterest)
ताजमहल में इस्तेमाल कीमती रत्न
ताजमहल में जो बहुमूल्य रत्न लगाए गए थे, वो विभिन्न स्थानों से खरीदे गए थे. इन रत्नों में कंधार से कॉर्नेलियन, सीलोन से लापीस लाजुली, गोमेद, नील नदी से पतुंजा, बसरा से सोना और सी ऑफ ओरमुज, जोधपुर की पहाड़ी से खाटू शामिल हैं. इसके अलावा, कुमाऊं की पहाड़ी-नदियों से अजूबा, मकराना से संगमरमर, बसरा शहर से मारिया मा, बनास नदी से बा/ यू-पत्थर, यमन से वामिनी, अटलांटिक महासागर से मेन्गना, घोर-बैंड से रोहि, तामराह से गंडक नदी, बाबा बुढ़न की पहाड़ी से बेरिल, सिनाई से मसाई, ग्वालियर की नदी से गिरलोरी, लाल बलुआ पत्थर, फारस से जसपर और आसन नदी से देलहाना भी ताजमहल में जड़े गए थे.

(Precious stones and gems. Source: Asian Highlights)

(Source: Shutterstock)
ऐतिहासिक इमारतों की कीमत हम सबके लिए कौतुहल और दिलचस्पी का विषय रही है. हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हमें बिक्री, खरीद या किराये इत्यादि के लिए प्रॉपर्टी की कीमत जानने की जरूरत पड़ती रहती है. जिस प्रॉपर्टी में आपको दिलचस्पी है, उसकी कीमत जानने के लिए हाउसिंग डॉट कॉम के प्रॉपर्टी वैल्यूएशन कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें.
ताजमहल के बारे में दिलचस्प तथ्य
1. इस्लामी संस्कृति कब्रों की सजावट की अनुमति नहीं देती है और इसीलिए केवल बाहरी हिस्से को ही सजाया जाता है, शाहजहां और मुमताज़ की कब्रों को नहीं.
2. मुमताज को शुरुआत में बुरहानपुर में दफनाया गया था और फिर शव को आगरा शिफ्ट कर ताजमहल के कॉम्प्लेक्स में 12 साल तक दफनाए रखा गया. इसके बाद उसे ताजमहल के बेसमेंट में ले जाया गया.
3. पूरे दिन ताजमहल अपना रंग सूर्य के कारण बदलता है. कई बार ये ग्रे, पेल पिंक, प्योर वाइट या फिर ऑरेंज-ब्रोंज भी दिखाई देता है. रात के दौरान, यह पारभासी नीला दिखाई देता है.
4. बाहरी गार्डन धरती पर स्वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है.
5. ऐसा कहा जाता है कि ताजमहल जैसा ही एक और मकबरा काले रंग में बनवाए जाने की योजना थी, जिसमें शाहजहां को दफनाया जाता लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
5. ताजमहल का मुख्य वास्तुकार ईरान का था, जिसका नाम उस्ताद अहमद लाहौरी था. उसी ने लाल किले की भी नींव रखी थी.
6. ताजमहल को पूरा करने के बाद सभी कारीगरों का विवादित होने की कहानी किसी भी प्रमाण से समर्थित नहीं है. वास्तव में, सम्राट ने कारीगरों को अन्य परियोजनाओं में स्थानांतरित कर दिया था.
7. ताजमहल 240 फीट लंबा है – यानी, कुतुब मीनार से पांच फीट लंबा.
8. ताजमहल बनाने की योजना पहले मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में थी, आगरा में नहीं. बुरहानपुर में रानी की मृत्यु हुई थी. हालांकि, बुरहानपुर में सफेद संगमरमर की आपूर्ति की कमी के कारण साइट को स्थानांतरित कर दिया गया था. कब्र में अल्लाह के 99 अलग-अलग नाम शिलालेखों के रूप में हैं.
9. शाहजहां की अन्य पत्नियों और उसके पसंदीदा नौकरों को भी ताज के बाहर मक़बरों में दफनाया गया था, लेकिन उसी परिसर में.
10. करीब 20 हजार कामगार, 1000 हाथी और करीब 22 साल की मेहनत के बाद बनकर तैयार हुआ ताजमहल.
11. ताजमहल नो-एयरक्राफ्ट जोन है और ताजमहल के ऊपर से फ्लाइट नहीं उड़ सकतीं.
12. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को ताजमहल को छुपाना पड़ा था.
13. अष्टकोणीय आंतरिक हॉल 58 फीट व्यास और 80 फीट ऊंचाई में है और ताज 17 हेक्टेयर में फैला हुआ है.
तस्वीरों में ताजमहल

(The central dome. Source: Pinterest)

(Lattice work. Source: Elissa Reddet)

(Source: Flickr)

(Source: Flickr)

(Source: Pinterest)

(The main hall. Source: Treebo)

(Source: Unsplash)

(Distant view of the Taj. Source: Unsplash)

(Intricate flower pattern on the wall. Source: Unsplash)

(Source: Unsplash)

(Source: Unsplash)
साल में ताजमहल कितनी कमाई करता है?
साल 2019 में आई एक रिपोर्ट कहती है कि पिछले तीन वर्ष में ताजमहल ने 200 करोड़ रुपये टिकट की बिक्री के जरिए कमाए. टिकट की कीमतें बढ़ने के बावजूद भी पर्यटकों की संख्या में कोई कमी नहीं आई. पिछले तीन साल में दो करोड़ पर्यटक- घरेलू और विदेशी, ताज का दीदार कर चुके हैं. इसी दौरान ताज के संरक्षण के लिए सरकार ने 13.3 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
साल | कमाई | टूरिस्ट |
2016-17 | 55.09 करोड़ रुपये | 61.77 लाख रुपये |
2017-18 | 58.76 करोड़ रुपये | 65.65 लाख रुपये |
2018-19 | 86.48 करोड़ रुपये | 70.9 लाख रुपये |
पूछे जाने वाले सवाल
हर साल ताजमहल देखने कितने टूरिस्ट आते हैं?
हर साल ताजमहल देखने करीब 65 लाख टूरिस्ट आते हैं.
कोरोना वायरस महामारी के बाद आगरा में टूरिज्म कैसा है?
21 सितंबर 2020 को कोविड-19 लॉकडाउन के बाद ताजमहल को फिर से खोला गया है लेकिन पर्यटकों की संख्या निराशाजनक है और 5,000 पर्यटकों की दैनिक सीमा अभी दौर की कौड़ी है. कोविड-19 से पहले हर दिन 25 हजार टूरिस्ट आते थे.
आगरा में प्रदूषण कैसा है?
474 के वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ, आगरा उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है और भारत में सातवां सबसे प्रदूषित शहर है.