कहा जाता है कि समाज में किसी को भी अपनी योग्यता के अनुसार ही पद प्राप्त होता है और यह बात अपने राष्ट्रीय पक्षी मोर के बारे में बिलकुल सटीक लगती है। मोर न केवल देखने में असीम सुंदर है बल्कि उसका मनभावन नृत्य हर किसी का मन मोह लेता है। अपने रंग-बिरंगे पंखों से जब वह हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इतना ही नहीं, यह देवताओं का भी प्रिय है। यह भगवान कार्तिकेय और भगवान श्री गणेश की तस्वीर में अक्सर दिखाई देता है। भगवान श्री कृष्ण अपनी पगड़ी में भी मोर का पंख को धारण करते हैं। इसलिए मोर का हिंदू धर्म में और वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व है।
अगर आप अपने घर की शोभा बढ़ने के लिए घर में मोर किस तस्वीर या स्टेचू लगाना चाह रहीं है तो यह एक बहुत ही बढ़िया आईडिया है। लेकिन ऐसा करने से पहले हमे कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। चलिए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मोर का शोपीस या फोटो रखने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।
क्या कहता है वास्तु शास्त्र इसके बारे में?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मोर का पंख,मोर का शोपीस या फोटो रखना बहुत ही शुभ माना गया है। इसलिए हमें घर में मोर का पंख या शोपीस अवश्य ही रखना चाहिए। इससे न केवल हमारे घर की सभी नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त करने की शक्ति है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का भी बल है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर का शोपीस रखने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी भी मूर्ति को हम घर की उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है। मोर की मूर्ति को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके रखना अच्छा माना जाता है। किंतु इसके पंखों को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए। इसके पंखों को यदि आप उत्तर पूर्व दिशा में रखेंगे, तो आर्थिक हानि होने की मान्यता है। वही घर में नकारात्मक उर्जा भी आने लगती है। मोर या मोर के पंख को आप घर में किसी भी स्थान पर रखेंगे, वह अपना एक प्रभाव करता है। इसलिए मोर के पंख को मंदिर में रखना चाहिए।
क्या है मोर का स्टेचू लगाने के फायदे?
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धन-धान्य लाता है: घर में नाचते हुए मोर का जोड़ा रखने से घर में चल रही धन की समस्या दूर होती है। भाग्य, किस्मत, लक में वृद्धि और चमक चाहते हैं तो किसी भी पूर्णिमा के दिन चांदी का मोर लेकर आए और उसे अपनी तिजोरी में रख दें। इससे आपके घर की आर्थिक स्थिति में बहुत सुधार होगा।
वैवाहिक जीवन में प्रेम और शांति लाता है: वास्तु शास्त्र में चांदी को शुद्ध धातु मान गया है। चांदी के मोर का जोड़ा वैवाहिक जीवन में प्रेम और शांति लेकर आता है। इसलिए घर में मोर का जोड़ा या नाचते हुए मोर की तस्वीर अपने कमरे में अवश्य लगानी चाहिए। घर के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में सुनहरे फ्रेम में मोर के जोड़े की तस्वीर लगाने से जोड़े के बीच बंधन मजबूत होता है।
अखंड सौभाग्य का प्रतीक: वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि चांदी की सिंदूर डिबिया में चांदी का मोर बना हो तो यह अखंड सौभाग्य का प्रतीक होता है।
सफलता का संदेश: घर की बैठक में चांदी का मोर सफलता का संदेश लाता है।
पूजा का फल बढ़ाता है: पूजा घर में शांत बैठा हुआ चांदी का मोर रखने से पूजा का पुण्य फल कई गुना हो जाता है।
विवाह की संभावनाएं बढ़ाता है: अविवाहित लोगों के कमरे में चांदी का मोर रखने से उनके मन में प्रेम और विवाह के प्रति रुझान बढ़ जाता है।
क्या हम अन्य सामग्रियों से बनी मोर की मूर्तियों का उपयोग कर सकते हैं?
मोर की मूर्तियाँ पीतल, तांबा, लकड़ी, मिट्टी आदि जैसी अन्य सामग्रियों में उपलब्ध हैं। वास्तु के अनुसार आप अपने घर को सजाने और भाग्य और समृद्धि लाने के लिए इनमें से किसी भी सामग्री से बनी मूर्तियों का उपयोग कर सकते हैं।
स्वर्ण मोर की मूर्ति
लकड़ी की बनी मोर की मूर्ति
धातु की बनी मोर की मूर्ति
आपके मंदिर को सजाने के लिए मोर की मूर्ति
प्लास्टर की बनी मोर की मूर्ति
मोर की कांस्य प्राचीन मूर्ति।
राजस्थानी शैली की लकड़ी की हस्तनिर्मित मोर की मूर्ति।
डाइनिंग टेबल की शोभा बढ़ता हुआ पीकॉक स्टेचू
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
वास्तु में मोर सुंदरता और सौभाग्य का प्रतीक है।
वास्तु में मोरपंख को खुशहाली का प्रतीक माना जाता है.
वास्तु के हिसाब से चांदी का बना हुआ मोर का स्टेचू आपकी किसमत खोल सकता है। वास्तु में मोर किस चीज का प्रतीक है?
वास्तु में मोर पंख किस चीज़ का प्रतीक है?
घर कि सजावट के लिए किस धातु का मोर स्टेचू होता है शुभ?