जयपुर में घूमने के लिए 23 बेहतरीन स्थान और करने के लिए कुछ यादगार चीजें

जिंदादिल शहर जयपुर में शाही और आर्किटेक्चरल भव्यता से लेकर स्ट्रीट फूड और रंगीन बाजारों तक देखने के लिए बहुत कुछ है।

गुलाबी शहर के नाम से मशहूर जयपुर राजस्थान की राजधानी है और अपने विभिन्न आकर्षणों के लिए जाना जाता है। जीवंत शहर जयपुर में शाही और आर्किटेक्चरल भव्यता से लेकर स्ट्रीट फूड और रंगीन बाजारों तक देखने के लिए बहुत कुछ है।

Table of Contents

 

जयपुर कैसे जाएं?

हवाई मार्ग से: जयपुर हवाई अड्डा सिटी सेंटर से 12 किलोमीटर दूर सांगानेर में स्थित है। इसमें अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों टर्मिनल हैं और यह दुनिया भर के विभिन्न शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी की सुविधा देता है और कई एयरलाइंस नियमित उड़ानें संचालित करती हैं। स्पाइसजेट, जेट एयरवेज, एयर इंडिया, ओमान एयर और इंडिगो जैसी लोकप्रिय एयरलाइंस की जयपुर के लिए दैनिक उड़ानें हैं।

ट्रेन से: आरामदायक और एसी युक्त शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों द्वारा जयपुर पहुंचा जा सकता है, जो इसे मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, उदयपुर, जोधपुर, जम्मू, कोलकाता, जैसलमेर, लुधियाना, हरिद्वार, पठानकोट, भोपाल, पटना, लखनऊ, बैंगलोर, हैदराबाद, चेन्नई और गोवा जैसे महत्वपूर्ण भारतीय शहरों से जोड़ती है। उल्लेखनीय ट्रेनों में पुणे जयपुर एक्सप्रेस, अजमेर शताब्दी, आदि एसजे राजधानी और जयपुर एक्सप्रेस शामिल हैं।

रोड से: राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) जयपुर और राज्य के अन्य शहरों के बीच नियमित वोल्वो (वातानुकूलित और गैर-वातानुकूलित) और डीलक्स बसें चलाता है। आप जयपुर में नारायण सिंह सर्कल या सिंधी कैंप बस स्टैंड से बस पकड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कोटा, अहमदाबाद, दिल्ली, उदयपुर, अजमेर और वडोदरा जैसे शहरों से कई बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।

जयपुर में मेट्रो

आप जयपुर में घूमने के लिए जयपुर मेट्रो का भी उपयोग कर सकते हैं। जयपुर मेट्रो की एक लाइन न्यू अति​ष मार्केट से बड़ी चौपड़ तक चलती है। दूसरी लाइन छोटी चौपड़ से मानसरोवर तक जाती है।

जयपुर घूमने का सबसे अच्छा समय

जयपुर और राजस्थान के अन्य जगहें घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है जब तापमान रात में 8 डिग्री सेल्सियस से लेकर दिन के दौरान 32 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। गर्मियाँ काफी गर्म होती हैं, जिससे साइटसीइंग का मजा किरकिरा हो जाता है। मानसून गर्म और आर्द्र होता है, इसलिए यह घूमने के लिए आदर्श समय नहीं है। इस समय आयोजित होने वाले पतंग महोत्सव और जयपुर साहित्य महोत्सव के कारण जनवरी जयपुर घूमने के लिए अच्छा है। मार्च में होली से ठीक एक दिन पहले जयपुर में हाथी महोत्सव का आयोजन होता है।

 

जयपुर में घूमने के लिए 20 सबसे बेहतरीन जगह

जयपुर हमेशा से ही अपने इतिहास को लेकर काफी धनी रहा है और जब भी पर्यटक यहां आते हैं वह यहां पर ऐतिहासिक जगह देखना बिल्कुल नहीं भूलते हैं.  अगर आप जयपुर में है तो आपको नीचे बताई गई 10 जगह जरूर देखनी चाहिए

 

जयपुर में घूमने वाली जगहें: आमेर का किला (Amber Palace)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

  

एक चट्टानी पहाड़ी पर स्थित राजसी आमेर किला, जयपुर का एक दर्शनीय पर्यटन स्थल है. 1592 ई. में महाराजा मान सिंह द्वारा निर्मित, आमेर का किला लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनाया गया था. यह राजस्थान के शाही परिवार का निवास था. किले के गेट की ओर जाने वाले पत्थरों से बने रास्ते पर हाथी की सवारी करें. किले से डूबते सूरज का नजारा मनमोहक होता है. शाम के समय किले में लाइट एंड साउंड शो(Light and sound show) का आनंद लें जो राजपूत राजाओं के साहस और भव्यता की दास्तां बताता है. सुखमहल में शाम को मनोरंजक नृत्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. शीश महल, दीवान-ए-आम और सुख महल की यात्रा करना न भूलें. पास की माओथा झील एक आकर्षक विशेषता है.

 

जयपुर में घूमने वाली जगहें: हवा महल (Hawa Mahal)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

खूबसूरत नक्काशी दार झरोखों वाली यह इमारत बलुआ पत्थर से बनाई गई है. शायद ही ऐसा कोई होगा तो जयपुर जाकर हवामहल ना जाए. छत्ते के आकार में बना हवा महल जयपुर का एक मील का पत्थर है. ‘हवाओं का महल’ के रूप में भी जाना जाता है, यह पांच मंजिला इमारत 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वारा शाही महिलाओं के लिए सड़क पर रोजमर्रा की जिंदगी और समारोहों को देखने के लिए बनाई गई थी, क्योंकि उन्हें बिना ढके सार्वजनिक उपस्थिति की अनुमति नहीं थी उनके चेहरे. इस महल में 953 खिड़कियां या चरखे हैं, जो जटिल डिजाइनों से सजाए गए हैं. हवा महल परिसर के भीतर एक संग्रहालय में लघु चित्रों और औपचारिक कवच जैसी प्रसिद्ध वस्तुएं हैं.

 

जयपुर में घूमने वाली जगहें: जंतर मंतर (Jantar Mantar – Jaipur)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

जयपुर में जंतर मंतर दर्शनीय पर्यटन स्थल है, क्योंकि इसमें 27 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया का सबसे बड़ा पत्थर धूपघड़ी यानी सनडायल (विराट सम्राट यंत्र) है।

इस स्थान का निर्माण पुराने समय में खगोलीय अतिथियों को देखने के लिए और सभी तरह की खगोलीय गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया गया था. पुराने समय में जब घड़ियां और कंपास नहीं होते थे उस समय पर जंतर मंतर में बने यह यंत्र बहुत ज्यादा उपयोग में लाए जाते थे. जयपुर के स्थित ऐतिहासिक स्थल का महत्व और ज्यादा इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि यह हमें अपने पुराने समय में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक और उनके  काम करने के बारे में बहुत कुछ दिखाता है.

जंतर मंतर एक ऐसी ऐतिहासिक इमारत है जो सीधे तौर पर यह बताती है कि पुराने समय में भी जयपुर बहुत ज्यादा विकसित नगर था.महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा 1734 में निर्मित जंतर मंतर, एक खगोलीय वेधशाला है. यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है.

 

जयपुर में घूमने की जगहें: गलताजी मंदिर 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

सूर्य देव, हनुमान और बालाजी को समर्पित गलताजी मंदिर जयपुर में एक हिंदू तीर्थ स्थल है। विशाल मंदिर परिसर में शामिल हैं तीर्थस्थल, पवित्र तालाब, मंडप और प्राकृतिक झरने। नक्काशी से डिजाइन की गयी दीवारों पर सजी कलात्मक पेंटिंग्स मंदिर को भव्य हवेली जैसा रूप देती हैं।  वैसे गलताजी मंदिर एक बड़े मंदिर परिसर, जिसमे अनेकों अन्य मंदिर भी हैं, का हिस्सा है।

अरावली पहाड़ियों में यह मंदिर एक संकरे पहाड़ के भीतर बना है।  दीवारों और छतों को भित्तिचित्रों से सजाया गया है।  छतरियों/छतरी का जटिल डिज़ाइन जालियां इसकी खूबसूरती बढ़ाती हैं। परिसर में बड़ी संख्या में आने वाले बंदरों  की वजह से मंदिर को ‘बंदर मंदिर’ भी कहा जाता है. इसे स्थानीय तौर पर ‘गलवार बाग’ गलताजी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।  इसे सूर्य देव के मंदिर के रूप में जाना जाता है

 

जयपुर में घूमने की जगहें: बिड़ला मंदिर

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

बिड़ला मंदिर, जिसे लक्ष्मी नारायणन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, सफेद संगमरमर से बनाया गया है। इस भव्य मंदिर में भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और अन्य हिंदू देवी-देवताओं की सुंदर रूप से गढ़ी गई मूर्तियां हैं जो नक्काशी का अनूठा नमूना हैं।  गीता और उपनिषदों के प्राचीन उद्धरण इसकी दीवारों को सुशोभित करते हैं।  यह आकर्षक मंदिर मोती डूंगरी पहाड़ी के तल पर एक ऊंचे मैदान पर स्थित है।

 

 

नाहरगढ़ किला (Nahargarh Fort Jaipur)

1734 में सवाई राजा जयसिंह द्वारा यह बहुत ही खूबसूरत और बेहतरीन किला बनाया गया. इस किले के निर्माण के मुख्य उद्देश्य के बारे में बात की जाए तो वह आमेर की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. आज भी पर्यटक जब यहां पर आते हैं तो किले में इस्तेमाल की गई वास्तुकला उन्हें बहुत ज्यादा आकर्षित करती हैं.

नाहरगढ़ किले के ऐतिहासिक खंड के भीतर स्थित, नाहरगढ़ जैविक उद्यान बच्चों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक जरूरी जगह है. 2016 में, राम निवास जयपुर चिड़ियाघर को नाहरगढ़ जैविक पार्क में स्थानांतरित कर दिया गया था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीव सफारी के दौरान विभिन्न प्रकार के जानवरों को देखा जा सकता है. सबसे अधिक देखी जाने वाली प्रजातियों में रॉयल बंगाल टाइगर, लकड़बग्घा, तेंदुआ, मगरमच्छ, सुस्त भालू, हिमालयी काला भालू और पक्षियों की 200 से अधिक प्रजातियां शामिल हैं. एक बड़े स्थान में फैला यह पार्क ग्रेनाइट चट्टानों, पत्थर की चट्टानों और शुष्क पर्णपाती और उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों से बना है.

 

अल्बर्ट हॉल संग्रहालय (Albert Hall Museum)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

1887 में महाराजा माधो सिंह द्वितीय द्वारा इस संग्रहालय का निर्माण करवाया गया था.यह संग्रहालय मुगल काल,  दिल्ली सल्तनत और ब्रिटिश समय में जयपुर की स्थिति और उसकी संस्कृति के बारे में  एक संपूर्ण झलक पेश करता है.

संग्रहालय में कुछ बहुत ही बेहतरीन और अलग तरह के वाद्य यंत्र और कारीगरों द्वारा बनाई गई अलग-अलग तरह की मूर्तियां रखी गई है. इस संग्रहालय के खास बात है कि रात के समय यह रोशनी में बहुत ज्यादा खूबसूरत नजर आता है.

 

 

 

जल महल(Jal Mahal)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

जल महल एक पांच मंजिला महल है जिसमें से नीचे की चार मंजिली हमेशा मानसागर झील में डूबी रहती है. यह अपने आप में वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है और पर्यटक यहां पर शाम के वक्त आना बहुत ज्यादा पसंद करते हैं. शाम के समय यहां पर अलग-अलग तरह की रोशनी जलाई जाती हैं जिसकी वजह से जल महल का एक प्रतिबिंब पानी में नजर आता है जो बहुत ही खूबसूरत लगता है.राजपूतों की वास्तुकला का यह महल बहुत ही बड़ा नमूना है.

 

जयपुर में घूमने वाली जगहें: जयगढ़ किला (Jaigarh Fort)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

जयगढ़ किला जयपुर का सबसे शानदार किला है। यह जयवना तोप के लिए मशहूर है, जो दुनिया की सबसे बड़ी तोप मानी जाती है। जयगढ़ किला 1726 में सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा आमेर किले की सुरक्षा के लिए बनवाया गया था। इसका नाम इसके निर्माता के नाम पर रखा गया है और इसे विजय का किला भी कहा जाता है क्योंकि इस पर कभी विजय नहीं प्राप्त किया गया है। जयगढ़ कंटीली झाड़ियों से ढकी पहाड़ियों के बीच स्थित है, जहां मेन गेट डूंगर दरवाजा तक जाने के लिए चढ़ाई वाली सड़कें हैं। यह किला अरावली पर्वत श्रृंखला पर चील का टीला (ईगल की पहाड़ी) पर स्थित है, जहां से माओथा झील और आमेर का किला दिखता है। मध्यकालीन की संरचना दीवा बुर्ज और ‘चील का टीला’ नाम का वॉचटावर लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं जो आपको पूरे शहर का मनमोहक दृश्य दिखाते हैं।

 

 

जयपुर में घूमने की जगहें: सिटी पैलेस (City Palace)

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

जयपुर में सिटी पैलेस एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है और शहर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. सिटी पैलेस में प्रसिद्ध महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय है और यह जयपुर के शाही परिवार का निवास स्थान है. महल भारतीय, मुगल और यूरोपीय स्थापत्य शैली का एक उत्कृष्ट मिश्रण है, जो इसके भव्य स्तंभों, जाली के काम या जाली के काम और नक्काशीदार संगमरमर के अंदरूनी हिस्सों में स्पष्ट है. इस विशाल परिसर में कई इमारतें, आंगन और खूबसूरत बगीचे हैं.

सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा निर्मित, महल दीवान-ए-खास, महारानी पैलेस में एक हथियार प्रदर्शन और महाराजा की सवारी का एक संग्रहालय बग्गी खाना का घर है. चंद्र महल और मुबारक महल भी देखने लायक हैं. प्रीतम निवास चौक (मयूर आंगन) में मोर के पंख की तरह दिखने के लिए दरवाजे चित्रित हैं और दीवान-ए-आम महल के लघु चित्रों के संग्रह को प्रदर्शित करता है. मुबारक महल में प्रदर्शन वेशभूषा और वस्त्र हैं और शस्त्रागार बारीक-गढ़े गए खंजर और तलवारों को संरक्षित करने के लिए समर्पित है.

आइने, भित्तिचित्रों और जालियों से सजी दीवारों वाला यह महल गुजरे जमाने की झलक दिखलाता है। वर्तमान निवासी चंद्र महल में रहते हैं, जो घुमावदार छज्जों और गुंबददार छतों वाला बेहद खूबसूरत स्ट्रक्चर है, जहां इसकी सातों मंजिलों में अलग-अलग आर्किटेक्चरल स्टाइल है।

 

रामबाग पैलेस(Rambagh Palace)

महाराजा जय सिंह का घर माना जाने वाला रामबाग पैलेस अपनी जटिल और बेहद खूबसूरत वास्तु शिल्प के लिए जाना जाता है. इस पैलेस के खूबसूरत पर,  सुंदर गार्डन,  बैठक हॉल और आसपास बनी हुई कृत्रिम झीलें इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है. अगर आप उस समय में शाही परिवारों के भव्य जीवन की शैली  की एक झलक लेना चाहते हैं तो आपको रामबाग पैलेस में एक बार जरूर जाना चाहिए.

 

मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर(Moti Dungri Ganesh Ji Temple)

 हम सभी जानते हैं कि राजस्थान का नाम आते ही हमें वहां की परंपराएं और संस्कृति याद आ जाती हैं. मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर ना केवल स्थानीय लोगों में प्रसिद्ध है बल्कि पर्यटकों के लिए भी यह एक बहुत ही अच्छा दर्शनीय स्थल माना गया है. इस मंदिर का निर्माण 1761 में सेठ जय लाल पालीवाल ने करवाया था और इस मंदिर का जयपुर के पर्यटन में  काफी बड़ा योगदान है.

इन सबके अलावा गलताजी मंदिर जिसे बंदर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है,  बिरला मंदिर, स्वामीनारायण मंदिर,  पन्ना मीना का कुंड, कनक वृंदावन उद्यान, आभानेरी स्टेप वेल आदि कुछ ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो काफी ज्यादा खूबसूरत हैं और अगर आपके पास समय है तो आपको एक बार यहां जरूर जाना चाहिए.

 

जयपुर में घूमने की जगहें: पन्ना मीना का कुंड

Places to visit in Jaipur

स्रोत: थर्ड आई ट्रैवलर (Pinterest)

 

पन्ना मीना का कुंड, जिसे पन्ना मीना की बावली भी कहा जाता है, एक समृद्ध इतिहास वाला प्राचीन बावड़ी है। अपने समय में यह पानी का महत्वपूर्ण स्रोत हुआ करता था और सांप्रदायिक सभा स्थल के रूप में इसका इस्तेमाल होता था। 16वीं शताब्दी की इस बावड़ी में विशिष्ट गहरे दरवाजे, अष्टकोणीय मंडप और इसकी पूरी संरचना में क्रिस-क्रॉस सीढ़ी पैटर्न इसको मनमोहक खूबसूरती प्रदान करती है। आठ-स्तरीय इस बावड़ी का समान आकार वाला डिजाइन इतनी अच्छी तरह से बनाया गया है कि यह खूबसूरत तस्वीरों के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करता है।

 

गेटोर (राजाओं के स्मारक)

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

जयपुर-अंबर रोड के ठीक बाहर गैटोर है, जहां जयपुर के पूर्व महाराजाओं की कब्रें हैं। सफेद संगमरमर से बनी छतरियाँ वास्तुकला की विशिष्ट राजपूत शैली को प्रदर्शित करती हैं। अलंकृत गुंबदों वाले, खुले मंडप डेलिकेट नक्काशी वाले स्तंभों द्वारा समर्थित हैं। यह जगह पीले बलुआ पत्थर की पहाड़ियों के बीच में स्थित है। छत्री की बनावट और सजावट उसमें मौजूद शासक के कद और कौशल को प्रतिबिंबित करती है। गैटोर में सबसे सुंदर और सुंदर छत्री महाराजा जय सिंह की है, जिसमें 20 नक्काशीदार स्तंभ हैं। इसकी जटिल नक्काशी के कारण पर्यटक विशेष रूप से इसकी ओर आकर्षित होते हैं।

  

सिसौदिया रानी महल और उद्यान

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

सिसौदिया रानी पैलेस और गार्डन जयपुर से 8 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर स्थित है। मुगल शैली में निर्मित, यह उद्यान राधा और कृष्ण की किंवदंतियों से चित्रित किया गया है। उद्यान बहुस्तरीय है और इसमें फव्वारे, जलधाराएँ और चित्रित मंडप हैं। महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने इसे अपनी सिसौदिया रानी के लिए बनवाया था।

  

विद्याधर उद्यान

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

स्रोतः राजस्थान पर्यटन विभाग

 

सिसौदिया गार्डन के पास स्थित, यह एक और सुंदर उद्यान है जो आगंतुकों को अवश्य देखना चाहिए। इसका नाम जयपुर के मुख्य वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य के नाम पर रखा गया है।

 

दिगंबर जैन मंदिर

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

स्रोतः राजस्थान पर्यटन विभाग

 

जयपुर में प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर शहर से 14 किमी दूर सांगानेर में है। सांघीजी मंदिर में मुख्य मूर्ति भगवान आदिनाथ की पद्मासन (कमल की स्थिति) मुद्रा में है। यह मंदिर लाल पत्थर से बना है और इसमें आकर्षक नक्काशी की गई है। सात मंजिला मंदिर में गगनचुंबी शिखर हैं और इसका आंतरिक गर्भगृह आठ गगनचुंबी शिखरों वाला एक पत्थर का मंदिर है। 

  

गोविंद देवजी मंदिर

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

स्रोतः राजस्थान पर्यटन विभाग

 

कृष्ण मंदिर एक दुर्लभ शिखर रहित मंदिर है और इसमें गोविंद देवजी की मूर्ति है जिसे सवाई जय सिंह वृन्दावन से लाए थे। पूर्व शाही परिवार द्वारा पूजे जाने वाले देवता, क्षेत्र के स्थानीय लोगों द्वारा भी पूजे जाते हैं। 

 

जयपुर केंद्रीय उद्यान

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

सेंट्रल पार्क जयपुर के ठीक मध्य में एक बड़ा हरा-भरा उद्यान है, जो इस काफी व्यस्त शहर में शहरवासियों के लिए हरियाली की राहत प्रदान करता है। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा संकल्पित और निर्मित, यह जयपुर का सबसे बड़ा पार्क है। इसमें एक हरा-भरा बगीचा, पोलो ग्राउंड और एक गोल्फ क्लब है। हालाँकि, पार्क का मुख्य आकर्षण भारत का पहला पूरे दिन और पूरी रात खुला रहने वाला स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज है, जो देश का सबसे ऊँचा ध्वजस्तंभ भी है।

 

अनोखी म्यूजियम ऑफ़ हैंड प्रिंटिंग

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

स्रोतः अनोखी म्यूजियम ऑफ़ हैंड प्रिंटिंग ऑफिसियल साइट

 

आमेर की पथरीली सड़कों से मात्र दस मिनट की पैदल दूरी पर अनोखी म्यूजियम ऑफ़ हैंड प्रिंटिंग संग्रहालय है। एक पुनर्स्थापित भयवा हवेली में स्थित, यह म्यूजियम पारंपरिक गुलाबी बलुआ पत्थर की दीवारें और मुगल और राजस्थानी वास्तुकला मिश्रण की विशिष्ट प्रतिमा हैं। यह संग्रहालय हाथ से ब्लॉक प्रिंटिंग को समर्पित है, जो इस क्षेत्र की विशिष्ट कला है और सबसे पुरानी भी है।

  

स्टेचू सर्किल जयपुर

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

जयपुर के संस्थापक सवाई जय सिंह द्वितीय की आदमकद सफेद संगमरमर की मूर्ति सी-स्कीम क्षेत्र में एक सर्कल के बीच में खड़ी है। उनके सम्मान में बनाई गई यह प्रतिमा जयपुर के संस्थापक को श्रद्धांजलि अर्पित करती है।

  

राम निवास उद्यान

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

स्रोतः राजस्थान पर्यटन विभाग

 

यह ऐतिहासिक उद्यान महाराजा सवाई राम सिंह द्वारा 1868 में बनवाया गया था। शहर के मध्य में स्थित, इस उद्यान में अल्बर्ट हॉल संग्रहालय (अब केंद्रीय संग्रहालय के रूप में जाना जाता है), एक पक्षी पार्क, एक चिड़ियाघर, रवींद्र रंग मंच थिएटर, और आर्ट गैलरी और एक प्रदर्शनी मैदान है।

 

कनक वृंदावन

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

आमेर के रास्ते में नाहरगढ़ पहाड़ियों की तलहटी में स्थित, कनक वृन्दावन स्थानीय लोगों के बीच पिकनिक के लिए लोकप्रिय है। खूबसूरती से सजाए गए बगीचे में एक जटिल नक्काशीदार मंदिर, कई छत स्थल, संगमरमर के स्तंभ और जाली हैं, जो इसे फिल्म की शूटिंग के लिए भी एक स्वप्निल स्थान बनाते हैं।

 

ईश्वर लैट (सरगासुली)

ईश्वर लाट, जयपुर में 60 फीट ऊंची एक भव्य मीनार है। इसे ‘स्वर्ग सुली’ या ‘स्वर्ग भेदी मीनार’ भी कहा जाता है।  त्रिपोलि या गेट के पास स्थित इस मीनार को राजा ईश्वरी सिंह ने 1749 ई. में एक शानदार जीत की याद में बनवाया था। ईश्वर लाट से जयपुर का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।

 

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

अमर जवान ज्योति

अमर जवान ज्योति या अमर सैनिकों की लौ राजस्थान के शहीदों को समर्पित एक स्मारक है।यह स्मारक जयपुर के विधान सभा भवन (विधान सभा) के पास स्थित है। अमर जवा न ज्योति का मुख्य आकर्षण यह है कि संरचना के चारों कोनों पर मशालें हमेशा जलती रहती हैं। शाम के समय, यह दुर्जेय संरचना आकर्षक रंगों से जगमगा उठती है। शानदार प्रकाश प्रभाव इस सुरम्य स्थान को पर्यटकों का पसंदीदा बनाता है।

 

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

महारानी की छतरी (रानियों के स्मारक)

महारानी की छतरी जयपुर के शाही परिवार से संबंधित महिलाओं के लिए एक विशेष अंत्येष्टि क्षेत्र हुआ करता था।  यह अंबर किले के रास्ते पर स्थित है। इस श्मशान में उनकी स्मृति में कई उत्कृष्ट नक्काशीदार कब्रें बनाई गई हैं। कब्रें या तो संगमरमर से या स्थानीय पत्थरों से बनाई गई हैं। एक लोकप्रिय धारणा के रूप में, एक छत की संरचना के साथ एक कब्र तभी तैयार की जाती थी जब रानी की मृत्यु उसके राजा से पहले हो जाती थी। इन कब्रगाहों की महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक छत्री (छाता) का उपयोग है, जो राजपूतों की एक सर्वोत्कृष्ट स्थापत्य शैली है।

 

Top-10-places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

जयपुर में घूमने लायक जगहें

संभर झील

सांभर झील जयपुर के पास घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह जयपुर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।और इसे ‘राजस्थान की साल्ट लेक’ के रूप में जाना जाता है। यह भारत की खारे पानी का सबसे बड़ा झील माना जाता है।  22.5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली, खारी झील 5.1 किलोमीटर लंबे बांध से विभाजित है जो नमक बनाने में मदद करती है। अगर आप कैंपिंग के शौकीन हैं तो यहां झील के पास ही कैंपिंग लगाकर झील के पास बहुत सारे पक्षियों के बीच एक अलग ही अनुभव महसूस कर सकते हैं। इसके साथ ही आप यहां के सनसेट के खूबसूरत नज़ारे का लुफ्त अवश्य उठाएं, क्योंकि यहां का सनसेट बेहद खूबसूरत होता है। तथा इसके साथ ही आप यहां पर  देखने के लिये नमक प्रयोगशाला और नमक संग्रहालय भी जा सकते हैं ।

Source: Pinterest/Barrackride

बांगरु

राजस्थान के जयपुर-अजमेर रोड पर बगरू गांव जयपुर से 35 किलोमीटर दूर है। यह अपने प्राकृतिक रंगों के लिए प्रसिद्ध है।बगरू की छपाई नक्काशीदार लकड़ी के ब्लॉकों के साथ हाथ से की जाती है।यह सरल तकनीक पिछले 300 वर्षों से चली आ रही है, और पर्यावरण-अनुकूल उपकरणों का उपयोग करती है जो कपड़े को प्रिंट करने के लिए प्राकृतिक वनस्पति रंगों का उपयोग करते हैं जो आज भी मांग में हैं। तो अगर आप भी कपड़ों पर ब्लॉक हैंड पेंटिंग के शौकीन हैं तो जयपुर घूमने जाएं तो बागरु अवश्य विजिट करें।

Source: Pinterest/Matkatus

सोमेद महल

सोमेद जयपुर के पास एक पर्यटन स्थल है, जो जयपुर से  लगभग 40 किलोमीटर दूर है। सोमेद महल, सोमेद किला, सोमेद बाग और हवेली लोकप्रिय स्थल हैं। सोमेद 16वीं शताब्दी में बने जटिल नक्काशीदार महल के लिए प्रसिद्ध है। यहां के महल की आंतरिक दीवारों को भित्तिचित्रों और लघु चित्रों से डिजाइन किया गया है। जो सोमेद वास्तुकला ,मुगल और राजस्थानी कला को दर्शाती है। आप जयपुर घूमने जाएं तो सोमेद महल अवश्य घूमें।

Source: Pinterest/Buzzfeed

हथिनी कुंड

हथिनी कुंड जयपुर में एक ट्रेकिंग स्थल है। यह जयपुर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जयपुर में यह स्थान ट्रेकिंग में इंट्रेस्ट रखने वाले लोगों के लिये सबसे अच्छा है। हथिनी कुंड एक तरीके का ट्रेक है जो हरी- भरी घाटियों से होकर गुजरता है। अगर आप यहां पर ट्रेकिंग करना चाहते हैं तो यहां के रास्ते ट्रेकिंग के साथ ही साथ आपको रेत के टीले एवं एक सुंदर परिदृश् का अनुभव कराएंगे। तो अगर आप भी ट्रेकिंग के साथ इन खूबसूरत दृश्यों का रोमांच उठाना चाहते हैं तो अपनी जयपुर की ट्रिप में इस पर्यटन स्थल को अवश्य शामिल करें।

Source: Pinterest/Instagram

गढ़ गणेश मन्दिर

गढ़ गणेश मन्दिर जयपुर के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। यह जयपुर का का फेमस धार्मिक स्थल है। माना जाता है इसका निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह ने करवाया था। गणेश जी को समर्पित यह मन्दिर नाहरगढ़ किले के पास स्थित है। आप इस मन्दिर के दर्शन के साथ- साथ यहां पर ट्रेकिंग भी कर सकते हैं और यहां के खूबसूरत दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर अरावली की पहाड़ियों पर ट्रेकिंग का अनुभव ही एकदम अलग होता है। इसके साथ ही आप यहां पर पास में ही स्थित अक्षरधाम मन्दिर और एलोरा आर्ट भी घूम सकते हैं। तो अगर आप जयपुर घूमने का प्लान बना रहें हैं तो इन जगहों पर जरूर घूमें।

भूतेश्वर नाथ महादेव मन्दिर

जयपुर के आमेर में नाहरगढ़ से पांच किलोमीटर अंदर पहाड़ियों के बीच स्थित भूतेश्वर नाथ महादेव मन्दिर की बात ही और है। माना जाता है यहां पर जो भी लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं उनकी सब मनोकामना पूरी होती है। मन्दिर लगभग 17 वीं शताब्दी के आस- पास का बना हुआ लगता है। भूतेश्वर नाथ मन्दिर तक पहुँचने के लिये आपको उबड़- खाबड़ रास्तों से होते हुए जाना पड़ता है लेकिन एकबार जब आप ऊपर मन्दिर पर पहुँच जाते हैं तो वहां से दिखने वाले खूबसूरत और वहाँ का मनोरम दृश्य आपको एक सुकून का अनुभव प्रतीत कराता है, और इन सब दृश्यों को आप अपने कैमरे में कैद किये बगैर रह ही नहीं पाते। इसलिए अगर आप जयपुर घूमने आते हैं तो भूतेश्वर नाथ महादेव मन्दिर अवश्य घूमें, और इसके साथ ही आप यहां पास में, नाहरगढ़ किला और अल्बर्ट हॉल संग्रहालय भी घूम सकते हैं।

Source: Pinterest/Incredible India

अक्षर धाम मन्दिर

जयपुर का अक्षरधाम मंदिर वैशाली नगर, चित्रकोट, जयपुर के पास स्थित है। यह मंदिर जयपुर से अजमेर रोड होते हुए लगभग  5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।और आपको यहां पहुँचने लगभग 13 मिनट लगते हैं। जयपुर का यह अक्षरधाम मंदिर अभी जल्द ही बना हुआ है और यह बेहद खूबसूरत  भी है। अक्षरधाम मंदिर को स्वामीनारायण मंदिर या अक्षरधाम मंदिर भी कहा जाता है। यह न केवल अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व और महत्वपूर्ण विरासत के लिए जाना जाता है, बल्कि यह मंदिर आगंतुकों को हिंदू देवताओं की विभिन्न झलकियाँ भी प्रदान करता है।  यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ मन्दिर परिसर के अंदरअच्छी तरह से बखूबी सजाये गये उद्यान हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अक्षरधाम मंदिर जयपुर के अलावा भारत के आठ अन्य प्रमुख शहरों में भी बना हुआ है। जयपुर में कई पर्यटक स्थल हैं और यह वास्तव में उनमें से एक है। तो आप जब भी जयपुर विजिट करें तो यहां अक्षरधाम मंदिर अवश्य घूमें।

Source: Pinterest/Shahar Palace

 

जवाहर सर्कल पार्क

जयपुर में घूमने लायक जगहों में से एक है जवाहर सर्कल।  यह जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर मालवीय नगर में स्थित है और जयपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर है।  इसके साथ ही यह जयपुर का फेमस पर्यटन स्थल तथा पूरे एशिया का सबसे पार्क माना जाता है। इस पार्क में बच्चों के लिये अलग सेक्शन में एक बहुत ही बड़ा खेल ग्राउंड बनाया गया है तथा इसमें एक जॉगिंग ट्रैक और हरियाली से युक्त एक नेचुरल स्पॉट भी बनाया गया है। इसके साथ ही, इस पार्क में एक वॉटर म्युजिकल् फाउंटेन भी बनाया गया है जो की रात के समय बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। रात के समय अगर आप इस म्युजिकल् फाउंटेन की खूबसूरती को देखना चाहते हैं तो इसकी टाइमिंग शाम 7 बजे से रात 8 बजे तक है। ऐसे में आप इस समय इस म्युजिकल् फाउंटेन को देख सकते हैं और साथ  ही साथ आप यहां पार्क में स्ट्रीट फूड का इंजॉय भी कर सकते हैं।  यहां पर इसके साथ ही इस पार्क में घूमने के अलावा आप यहां आस- पास में पड़ने वाले कुछ जगहों पर और घूम सकते हैं जैसे हनुमान मन्दिर,दुर्गा माता मन्दिर, इरा मॉल, आदि।

 

jaipur-places-to-visit-and-things-to-do

 

पिंक सिटी मार्केट

वैसे तो जयपुर को ही पिंक सिटी कहा जाता है लेकिन जयपुर में खरीददारी के लिये मशहूर जगहों में से एक है पिंक सिटी।  यहां के चारों तरफ का नजारा चाहे वो दिन हो या रात हर समय गुलाबी- गुलाबी ही रहता है। यहां की सबसे ख़ास बात यह है कि यहां की चार दीवार मार्केट अपनी सुंदरता से पर्यटकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां के प्रमुख बाजारों में जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, किशनपोल बाजार, चांदपोल बाजार, हवामहल बाजार, चौड़ा रास्ता बाजार, बापू बाजार, नेहरू बाजार, इंदिरा बाजार, परकोटे के अन्य बाजार और गलियां के छोटे-छोटे बाजार जहां सालों पुरानी छोटी छोटी दुकानें हैं, शामिल हैं। शाम ढ़लते ही गुलाबी नगर जयपुर अपने गुलाबी रंग से लोगों को मोहित कर लेता है और यहां के बाजारों में भीड़ बढ़ जाती है।  यहां के जगमगाते बाजारों में लोग देर रात तक शॉपिंग करते हैं और शहर में घूमने का आंनद लेते हैं।  चारदीवारी में बसे बाजार की सबसे अच्छी खासियत है कि यहां त्यौहारों और सीजन के हिसाब से सामान मिलते हैं। लोग यहां से खरीददारी भी करते हैं और यहां के फेमस स्ट्रीट फूड का आनंद भी लेते हैं।

 

jaipur-places-to-visit-and-things-to-do

स्रोत: Pinterest/holidayplans

 

खोले हनुमान जी का मन्दिर

जयपुर में सबसे अच्छे एवं प्रसिद्ध पर्यटन और दर्शनीय स्थलों में से एक है खोले के हनुमान जी का मन्दिर।  यह मन्दिर भगवान् हनुमान जी को समर्पित है। माना जाता है इस मन्दिर का निर्माण 1960 ईस्वी के दौरान किया गया था। हनुमान जी का यह मन्दिर लक्ष्मण डुंगरी में एक पहाड़ी पर स्थित है और यहां आस- पास की पहाड़ियां एक अलग ही मनोरम दृश्य बिखेरती रहती हैं। तमाम श्रध्दालु देश-विदेश से यहां हनुमान जी के दर्शन के लिये आते रहते हैं. वहां के स्थानीय लोगों के द्वारा माना जाता है कि यहां पर मांगी जाने वाली हर मन्नत जल्द ही पूरी होती है। हनुमान जी के मन्दिर में सिर्फ हनुमान जी ही नही बल्कि सभी देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं और उनकी पूजा अर्चना भी की जाती है। ऐसे में अगर आप भी जयपुर घूमने जाने वाले हैं तो खोले हनुमान जी के मन्दिर अवश्य जाएं एवं पूजन अर्चन करें तथा यहां की सुबह और शाम में होने वाली आरती में भी समलित हों।

 

jaipur-places-to-visit-and-things-to-do

स्रोत: Pinterest/fotuwala

 

चांदपोल बाजार

जयपुर के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है चांदपोल।  यह जयपुर के मुख्य केंद्र में स्थित है। यह जयपुर का बहुत ही पुराना बाजार है।  आपको यहां पर सभी चीजें बहुत ही रिजनेबल रेट पर मिल जायेंगी। इसके साथ ही चांदपोल की सभी दिवारें गुलाबी रंग में रंगी मिलेंगी। चांदपोल मार्केट को जयपुर के पारंपरिक तरीके से ही सजाया गया है तथा चांदपोल के नाम पर ही चांदपोल गेट बनाया गया है जो की चांदपोल मार्केट में जाने वाला मुख्य द्वार भी है। आप चांदपोल मार्केट से हर चीजों की खरीददारी कर सकते हैं, खासकर संगमरमर की मूर्तियों की जिसके लिए यह सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। तो ऐसे में आप जब भी जयपुर घूमने आयें तो चांदपोल मार्केट से खरीददारी अवश्य करें, क्योंकि यहां पर आपको सभी चीजें बहुत ही आसानी से मिल जायेगी। इसके साथ ही आप यहां आसपास की कुछ जगहों को और देख व घूम सकते हैं जैसे- मेट्रो आर्ट गैलरी, हवा महल, श्री राधा गोपीनाथ जी मन्दिर इन सभी जगहों पर घूम सकते हैं।

 

झालाना रिजर्व कंजर्वेशन जयपुर

जयपुर के मध्य में तथा अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित झालाना रिजर्व कंजर्वेशन अपने आप में ही एक खूबसूरत जंगल है। झालाना रिजर्व कंजर्वेशन सफारी का मुख्य आकर्षण माना जाता है जहाँ आप सफारी के दौरान वन्य जीवों को बेहद करीब से देखा जा सकता है। तो इसलिए अगर आप जयपुर में झालाना रिजर्व कंजर्वेशन घूमना चाह रहें हैं तो यहां पर आपको बाघ, चीता, तेंदुआ और हाथी आदि जानवर देखने को मिलेंगे। अगर आप जयपुर में झालाना सफारी की योजना बना रहे है तो हम आपको बता दे की भारतीय पर्यटकों के लिए एक जिप्सी की फीस 4500 रूपये है जो अधिकतम ६ व्यक्तियों के लिए होती है।  यदि आपको एक गाइड की भी जरूरत है तो उसके लिए आपको 5500 रूपये किराया देना होगा। वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए एक जिप्सी की फीस 5500 रूपये और एक गाइड एक साथ आपको 6500 रूपये फीस देनी होगी,जिसमे अधिकतम 6 यात्री शामिल हो सकते हैं। इसलिए अगर आप जयपुर घूमने आ रहें हैं तो झालाना रिजर्व कंजर्वेशन अवश्य घूमें और इसके बारें सारी जानकारी आप यहां से ले सकते हैं। इससे आपको झालाना रिजर्व कंजर्वेशन घूमने में आसानी होगी और आप इसका लुफ्त अच्छे से उठा पायेंगे।

 

चूलगिरि जैन मंदिर जयपुर

अगर आप जयपुर घूमने जा रहें हैं तो पुराने जयपुर में जयपुर-आगरा हाईवे के पास चूलगिरि का जैन मंदिर हैं। मंदिर पहाड़ी पर बना है। मंदिर के ऊपर जाने के लिए अच्छा पक्का रास्ता बना है, जहां आप अपनी गाड़ी, मोटरसाइकल लेकर भी जा सकते हैं। मंदिर में पूरी शान्ति मेन्टेन की जाती है। मंदिर तक जाने के लिए रास्ते में काफी खूबसूरत नज़ारा दिखता है। अगर आप शाम के समय चूलगिरि जैन मंदिर जाते हैं तो वहां का सनसेट अच्छे से एन्जॉय कर सकते हैं।

 

जयपुर में ठंड के दौरान सफर करते समय किन बातों का रखें ध्यान

अपने साथ रखें ठंड के कपड़े

अगर आप ठंड के दौरान जयपुर का सफर करना चाह रहें हैं तो साथ ही अपने ट्रैवेल सूटकेस में दास्ताने, ऊनी कपड़े, बूट्स, कंबल, कोट, स्वेटर और शॉल , ऊनी मोजे जैसी जरूरी चीजें रखें। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि यात्रा के दौरान अनावश्यक चीजें लेने से बचें, ताकि बैग भारी न हो। कोशिश करें कि अच्छी क्वालिटी के पतले जैकेट और कंबल साथ लें ताकि भार ज्यादा न हो।

अपने साथ रखें कैश

सफर के दौरान कार्ड के भरोसे न रहें हमेशा अपने साथ कैश कैरी करें। क्योंकि कई जगहों पर या छोटी- छोटी दुकानों पर कार्ड से नहीं पे हो पाता है इसलिए हमें उन जगहों पर कैश की आवश्यकता पड़ती है।

अपने साथ रखें गर्म पानी की बॉटल

अगर आप सर्दियों के दौरान जयपुर की यात्रा पर हैं तो अपने साथ गर्म पानी बॉटल और कुछ टी बैग्स और कुछ छोटे पाउच वाले कॉफी की पैकेट्स रखें, इससे आपको रास्ते या किसी ऐसी जगह पर काफी राहत मिलेगी जहां पर कोई दुकान नहीं होगी।

आईडी कार्ड्स रखें अपने पास

जयपुर की यात्रा शुरू करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें की आप अपने सभी आईडी कार्ड्स को सुरक्षित अपने पास रखें, क्योंकि अगर आप अपने आईडी कार्ड्स को भूल जाते हैं तो आपको वहां पर पहुँचकर काफी दिकक्तों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि अगर आपके पास आईडी कार्ड्स नहीं होंगे जैसे कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटरआईडी तो आपको यहां पर होटल में रूम नहीं मिलेंगे और आपको  यहां  जयपुर के कई पर्यटन स्थलों पर एंट्री भी नहीं मिलेगी।

फर्स्ट एड बॉक्स साथ रखें

सिर्फ जयपुर ही नहीं बल्कि किसी भी सफर के दौरान किसी भी छोटी-मोटी समस्या से  बचने के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर ज़रूरी दवाएं साथ रखें. इसके अलावा  पेन रिलीफ स्प्रे, बैंडेज, गर्म पट्टी, सिरदर्द के लिए बाम और ओआरएस घोल लेना न भूलें.  ठंडी के सफर में सेहत से जुड़ी छोटी-मोटी हो सकती है. ऐसे में फर्स्ट एड किट का साथ होना बेहद ज़रूरी है.

जयपुर की ट्रिप पर अपने साथ रखें कम से कम रखें लगेज

आप कितनी ही खूबसूरत जगह और कितने ही दिनों के लिए क्यों न जा रहे हों. लेकिन इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि खूब सारी फोटो खिंचवाने के चक्कर में अपने कपड़ो के लगेज न बढ़ाएं।इसे उतना ही रखें, जितना साथ कैरी करने में आपको कोई परेशानी न हो। क्योंकि कई बार लगेज के भार से हमारा मन खीज जाता है और हमारे अच्छे खासे ट्रिप की प्लानिंग बिगड़ जाती है और हमारा मूड भी खराब हो जाता है।

खाने-पीने की प्लानिंग सही से करें

अगर आप जयपुर घूमने जा रहें हैं और आपने होटल में ब्रेकफास्ट का इंतज़ाम किया है तो अच्छी बात है, लेकिन अगर आपने सारे मील होटल में ही करने का फैसला किया है या फिर एक से ज्यादा मील आप होटल में कर रही हैं तो यह सही नहीं होगा। पहली बात तो ये कि  जयपुर की खासियत में से एक है वहां का खाना ,बहुत ही स्वादिष्ट और अलग-अलग तरह का खाना आपको मिलेगा यहां। ऐसे में आप होटल में खाना खाकर काफी कुछ मिस कर देंगी। आपके लिए बेहतर ये होगा कि आप ब्रेकफास्ट भले ही होटल में करें, लेकिन लंच, डिनर और ईवनिंग स्नैक जयपुर में बाहर करें, कई होटल और खाने पीने की जगह कम दाम में आपके लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवा सकती हैं। साथ ही अगर आप स्ट्रीट फूड के शौकीन हैं तो और भी अच्छा।

शॉपिंग करते समय रखें ख्याल

वैसे तो जयपुर रॉयल सिटी है लेकिन फिर भी आप वहां के स्ट्रीट पर मिलने वाली चीजों अच्छी बार्गेनिंग कर सकते हैं, आप शॉपिंग करते समय ये ख्याल रखें कि जयपुर में बार्गेनिंग होती है और ये अच्छी खासी होती है। अगर कोई टूरिस्ट है तो हो सकता है कि उसे जरूरत से ज्यादा कीमत बताई जाए।  जयपुर के पिंक सिटी में शॉपिंग का अपना अलग मज़ा है। घंटा घर के पास बाज़ार काफी अच्छा है। हां, यहां पर पुष्कर और उदयपुर की तुलना में ज्यादा बेहतर शॉपिंग हो सकती है। राजस्थान शॉपिंग गाइड यही है कि आप बार्गेनिंग में माहिर हों तो आपको बहुत अच्छा सामान मिल जाएगा।

 

क्या जयपुर घूमने के लिए अच्छी जगह है?

हां, जयपुर में छुट्टियाँ निश्चित रूप से सार्थक रहेंगी। शहर में विभिन्न पर्यटक आकर्षण हैं जिन्हें आपको एक यादगार यात्रा अनुभव के लिए अवश्य देखना चाहिए, जिनमें सिटी पैलेस, जल महल, आमेर किला, नाहरगढ़ किला, जयगढ़ किला और भी बहुत कुछ शामिल हैं।

 

रात में जयपुर में घूमने के लिये वहां के दर्शनीय स्थल कौन- कौन से हैं?

रात के समय जयपुर बहुत ही खूबसूरत लगता है। जयपुर में रात के समय घूमने लायक कुछ जगहें जैसे चोखी ढाणी, जल महल, हवा महल और बहुत कुछ हैं। कोई पब में घूमने का आनंद भी ले सकता है या रात में लंबी सैर पर भी जा सकता है।

 

जयपुर के कुछ फेमस स्ट्रीट फूड क्या हैं?

आप गोल गप्पे, प्याज़ कचौरी, काठी रोल, श्रीखंड और फलाहार का स्वाद ले सकते हैं जो जयपुर में मुख्य स्ट्रीट फूड के रूप में मिलता हैं।

 

जयपुर में करने के लिए कुछ अन्य चीजें

दर्शनीय स्थलों की यात्रा के अलावा, जयपुर पर्यटकों को जीवन भर संजोने का अनुभव प्रदान करता है. बच्चे हों या बड़े जयपुर में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें करते हुए आप अपनी ट्रिप को यादगार बना सकते हैं.

 

जयपुर में हाथियों को खाना खिलाना और नहलाना

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

हाथी हमेशा से राजस्थानी संस्कृति का अहम हिस्सा रहे हैं. यदि आप हाथियों से प्यार करते हैं, तो आमेर किले में सवारी का आनंद लें या जयपुर में उन्हें खिलाने और स्नान करने में समय बिताएं. एलीफैंटास्टिक हाथी अभयारण्य जयपुर में एक संरक्षण परियोजना है. जिसमें हाथियों को खाना खिलाना, चलना और स्नान करना शामिल है.

आप पूरा दिन खेत में बिता सकते हैं और उनसे बात करना सीख सकते हैं. राजस्थान सरकार ने स्थानीय पर्यटन के लिए अलीफून नाम का एक अभ्यारण भी स्थापित किया है जो इस प्रजाति की देखरेख और उसकी भलाई के लिए समर्पित किया गया है. आप हाथियों को हर्बल, गैर-हानिकारक रंगों से पेंट भी कर सकते हैं जो जानवरों की त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और आसानी से धुल जाते हैं। हाथी के साथ नहाने जाना सबसे मज़ेदार होता है क्योंकि हाथियों को पानी छिड़कना बहुत पसंद होता है।

 

जयपुर में ऊँट की सवारी

आपको जयपुर में ऊंट सफारी का आनंद भी अवश्य लेना चाहिए। जयपुर में लेक फ्रंट पर जल महल के आसपास ऊंट की सवारी का लुत्फ उठाया जा सकता है।

 

जयपुर में साइकिल चलाना और पैदल यात्रा

आप जयपुर अभियान में साइकिल से जा सकते हैं और नाहरगढ़ किले में भारतीय और यूरोपीय स्थापत्य शैली के अद्वितीय संयोजन को देख सकते हैं. जयपुर में विभिन्न पर्यटन हैं जैसे कि बाजार में घूमना, स्ट्रीट फूड टूर, हेरिटेज वॉकिंग टूर और पेटू खाना पकाने के सत्र, जिन्हें आपकी रुचि और समय के अनुसार प्री-बुक किया जा सकता है.

 

जयपुर में घूमने की जगहें: चोखी ढाणी

Places to visit in Jaipur

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

चोखी ढाणी में आप राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और यहां की भावना का अनुभव ले सकते हैं.पारंपरिक राजस्थानी कलाकृतियों, हस्तशिल्प, पेंटिंग, लोकगीत और मूर्तियों को देखें और लोक नृत्य और गीतों, कठपुतली शो, जादू शो, ऊंट की सवारी, घुड़सवारी, भाग्य बताने वाले, तोते और कलाबाजी की भविष्यवाणी करने का आनंद लें. चोकी दानी विलेज रिज़ॉर्ट अपने पारंपरिक राजस्थानी भोजन के लिए प्रसिद्ध है. मेन्यू में दाल (दाल की सब्जी), बाटी (पकी हुई गोल ब्रेड, ऊपर से घी लगाकर), चूरमा (मिठाई), सांगरी (तली हुई सूखी सब्जी) और गट्टे की सब्जी (बेसन से बनी करी) शामिल हैं. राजस्थानी लोग उनके आतिथ्य को बहुत गंभीरता से लेते हैं.

 

खाद्य पदार्थों का मजा लेना ना भूलें

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

अगर आप खाने के शौकीन हैं तो जयपुर आपको कभी भी निराश नहीं करेगा.लस्सी एक मशहूर स्ट्रीट फूड है जयपुर में, कुल्हड़ों (मिट्टी के गिलास) में अतिरिक्त क्रीम के साथ परोसा जाता है.

इसके अलावा अगर आपने यहां पर प्याज की कचोरी नहीं खाई तो आप अपनी यात्रा को पूरा नहीं समझ सकते हैं. मांसाहारी प्रेमी लाल मास, दही और राजस्थानी मसालों में घंटों तक पकाई जाने वाली मटन करी को कभी नहीं भूलेंगे. आपकी जयपुर यात्रा में जयपुर की प्रसिद्ध मिठाई घेवर का स्वाद शामिल होना चाहिए, जो आमतौर पर तीज के त्योहार के दौरान आटा, चीनी, घी और दूध के साथ बनाई जाती है. दाल, बाटी, चूरमा के साथ जयपुर का स्थानीय स्वाद प्राप्त करें, जो जयपुर के लगभग हर रेस्तरां में परोसा जाता है. दाल पीली मसूर की सब्जी है, बाटी को देसी घी में डुबाकर पकाई हुई रोटी है और चूरमा एक मीठा व्यंजन है. तीनों को एक साथ मिलाकर परोसा जाता है. यह भी देखें: जयपुर मेट्रो के बारे में सब कुछ

 

जयपुर में खरीदारी

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

Source: Pinterest

 

अगर आपको शॉपिंग करना पसंद है तो समझ लीजिए कि जयपुर आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. रत्न कलाकृति, हस्तशिल्प, पोशाक, जूते, कठपुतली, पर्स, चादरें और जयपुर रजाई (रजई) खरीदने के लिए बहुत सारी दुकानें हैं. जौहरी बाजार रत्न, आभूषण और स्मृति चिन्ह खरीदने के लिए एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. इसमें चांदी और सोने के साथ-साथ कॉस्ट्यूम ज्वैलरी बेचने वाली दर्जनों दुकानें हैं. लाख के गहनों और जटिल रूप से डिजाइन की गई लाख की चूड़ियों के लिए त्रिपोलिया बाजार में जाएं. चांदपोल बाजार अपने रंगीन हस्तशिल्प और संगमरमर के शिल्प के लिए प्रसिद्ध है. बापू बाज़ार अपने चमड़े और कपड़ा उत्पादों और मोजरियों, ऊंट के चमड़े से बने जूतों के लिए जयपुर में अवश्य जाना चाहिए. आप सुगंध (अत्तर), लहंगे, बंधनी दुपट्टे, रंगीन लहरिया साड़ी और बलुआ पत्थर की कलाकृतियां भी खरीद सकते हैं.

 

जा रहे हैं घूमने जयपुर तो रखिये ये सावधानियां

सड़क पर से कोई भी टैक्सी किराये पर लेना हो सकता है खतरे का काम

places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

यदि आपका होटल हवाईअड्डे से पिकअप उपलब्ध कराता है तो बेहतर होगा कि आप हवाईअड्डे से पिकअप का विकल्प चुनें। कुछ टैक्सी चालक मार्ग बदलकर या अत्यधिक कीमत वसूल कर पर्यटकों को बेवकूफ बनाते हैं और उन्हें गुमराह करते हैं। सरकार द्वारा अनुमोदित प्रीपेड टैक्सियों को अपनाने का सुझाव दिया गया है। जयपुर में उबर और ओला की टैक्सी सेवाएँ भी उपलब्ध हैं जो अपेक्षाकृत विश्वसनीय और सुरक्षित हैं। 

ज्वेलरी बाजारों में रहिये सावधान

places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

जयपुर को दुनिया के सबसे बड़े ज्वेलरी बाजारों में से एक माना जाता है। अगर आप यहाँ ज्वेलरी शॉपिंग करना छह रहीं हैं तो आप उन्हें अधिकृत विक्रेताओं से खरीदें। हालाँकि जयपुर आभूषणों और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यह रत्न खरीद से संबंधित घोटालों के लिए भी उतना ही बदनाम है। घोटाले के एक हिस्से के रूप में, विक्रेता अक्सर नकली पत्थर या खराब गुणवत्ता के रत्न बेचकर पैसा कमाते हैं। सड़क विक्रेताओं से रत्न खरीदने से बचें क्योंकि जयपुर में, आपको कुछ लोग सड़कों पर और छोटी अस्थायी दुकानों में नकली रत्न बेचते हुए मिल सकते हैं। खरीदारी करने के बाद रत्नों की प्रामाणिकता साबित करने वाले बिल और प्रमाणपत्र मांगना न भूलें। 

पहनावे पर दें ध्यान

places-to-visit-in-Jaipur-and-things-to-do

 

लोकल सेंटीमेंट्स को ध्यान में रखते हुए उचित पहनावा आपके विजिट को हैस्ले फ्री बना देगा।  लोगों और स्थानों की मान्यताओं और व्यवहार का सम्मान करने से आप शहर में प्रशंसा का पात्र बनेंगे। 

 

जयपुर में पर्यटकों के लिए अतिरिक्त सुझाव

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

  • जयपुर यात्रा करने के लिए एक सुरक्षित शहर है लेकिन व्यस्त क्षेत्रों और भीड़-भाड़ वाले बाजारों में अपने सामान से सावधान रहें.
  • लाइसेंस प्राप्त सरकारी गाइड की सेवाओं का उपयोग करें.
  • जयपुर में आवास की एक विस्तृत श्रृंखला है, जो हर प्रकार के बजट के लिए उपयुक्त है. होटल बुक करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च कर लें.
  • रत्न और पत्थर, हस्तशिल्प, साड़ी और स्कार्फ स्थानीय बाजारों से खरीदते हैं, तो कीमतों को कम करने के लिए सौदेबाजी करें.
  • प्रतिष्ठित दुकानों पर खरीदारी करें जो आपके लिए गारंटी प्रदान करती हैं खरीद.
  • यदि आप विदेश से आए हैं और हिंदी भाषा से परिचित नहीं हैं, तो निर्देशित दौरे का विकल्प चुनें. अनधिकृत डीलरों के माध्यम से पैसे का आदान-प्रदान न करें.
  • जिन इलाकों में बंदर हैं, वहां खुले में नाश्ता या खाने का सामान ले जाने से बचें.

 

Top 10 places to visit in Jaipur and things to do

 

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

जयपुर घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

जयपुर घूमने का सबसे आरामदायक और सुखद समय अक्टूबर से फरवरी के बीच है. यह तब होता है जब दिन साफ और उमस भरे होते हैं.

जयपुर की दो दिवसीय यात्रा पर किन स्थानों पर जाना चाहिए?

जयपुर की दो दिवसीय यात्रा पर, आमेर किला, हवा महल, जल महल, सिटी पैलेस और बापू बाजार और जौहरी बाजार के बाजारों का भ्रमण करें. इसके अलावा, राजस्थान के कुछ स्थानीय व्यंजनों को आजमाएं.

मैं जयपुर शहर में कैसे आवागमन कर सकता हूँ?

कैब आसानी से उपलब्ध हैं और पूरे दिन के लिए बुक की जा सकती हैं. निजी कैब के अलावा आप ओला और उबर कैब बुक करने के लिए ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऑटो परिवहन का सबसे सस्ता साधन है. पर्यटक सिटी बस, एक हॉप-ऑन-हॉप-ऑफ सेवा का भी लाभ उठा सकते हैं, जो काफी कुशल है. जयपुर में एक मेट्रो सेवा भी है जो हाल ही में शुरू हुई है, हालांकि यह केवल शहर के एक छोटे से हिस्से की सेवा करती है.

जयपुर में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल कौन सा है?

आमेर किला और महल जयपुर का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

क्या जयपुर में कोई यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है?

हां, जयपुर जंतर मंतर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है।

जयपुर किस भोजन के लिए प्रसिद्ध है?

जयपुर दाल-बाटी-चूरमा, गट्टे की सब्जी, मंगोरी, केर-सांगरी राजस्थानी करी-पकौड़ी और लाल मास जैसे कई व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है।

जयपुर कब नहीं जाएँ?

अप्रैल से अगस्त के बीच गर्मी के महीने अत्यधिक गर्म होते हैं और बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं होते हैं शहर का दौरा करने के लिए.

जयपुर में खरीदारी के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?

जयपुर में खरीदारी के लिए सबसे अच्छी जगहों में जौहरी बाज़ार, त्रिपोलिया बाज़ार और बापू बाज़ार शामिल हैं.

जयपुर में सबसे लोकप्रिय मॉल कौन सा है?

वर्ल्ड ट्रेड पार्क जयपुर का सबसे लोकप्रिय मॉल है।

जयपुर दिल्ली से कितनी दूर है?

जयपुर दिल्ली से लगभग 273 किमी की दूरी पर स्थित है, जिसे सड़क मार्ग या रेलवे द्वारा तय किया जा सकता है। ड्राइविंग में 5 घंटे तक का समय लगता है और ट्रेन को 3-4 घंटे लगते हैं।

हम रात में जयपुर में क्या कर सकते हैं?

जयपुर न केवल दिन में अद्भुत दिखता है बल्कि रात में यह एक खूबसूरत शाही शहर में बदल जाता है। लाइट एंड साउंड शो देखने, जवाहर सर्कल गार्डन देखने या स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेने के लिए मसाला चौक भी जा सकते हैं।

जयपुर की यात्रा के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?

जयपुर की यात्रा के लिए दो दिन पर्याप्त है, या फिर ज्यादा-से-ज्यादा तीन दिन, अगर आप यहाँ आराम फरमाना चाहते हैं। हवा महल, सिटी पैलेस, नाहरगढ़ किला, जल महल आदि बहुत-से जयपुर के दर्शनीय स्थल आप यहाँ देख पाऐंगे।

जयपुर का मशहूर भोजन क्या है?

जयपुर में यहां का राजस्थानी भोजन यहाँ बहुत मशहूर है जिसमें सबसे ऊपर नाम आता है-दाल बाटी चूरमा का। घेवर, प्याज़ कचौड़ी, केर संगरी, गट्टे की सब्ज़ी, मावा कचौड़ी आदि बहुत-से पारंपरिक भोजन आपका मन ललचा देंगे।

Was this article useful?
  • ? (11)
  • ? (3)
  • ? (1)

Recent Podcasts

  • 7 घोड़ों की पेंटिंग के वास्तु लाभ और सफलता आकर्षित करने के टिप्स7 घोड़ों की पेंटिंग के वास्तु लाभ और सफलता आकर्षित करने के टिप्स
  • नॉन-ऑक्यूपेंसी चार्जेस क्या होते हैं और इसे कौन देता है, जानें सबकुछनॉन-ऑक्यूपेंसी चार्जेस क्या होते हैं और इसे कौन देता है, जानें सबकुछ
  • सौभाग्य के लिए होती है घोड़े की नाल: जानें घर में कैसे उपयोग करें?सौभाग्य के लिए होती है घोड़े की नाल: जानें घर में कैसे उपयोग करें?
  • वास्तु के अनुसार नेम प्लेट: ध्यान रखने योग्य कुछ उपयोगी टिप्सवास्तु के अनुसार नेम प्लेट: ध्यान रखने योग्य कुछ उपयोगी टिप्स
  • वास्तु के अनुसार सोने की सबसे शुभ दिशा क्या है, यहां जानें विस्तार सेवास्तु के अनुसार सोने की सबसे शुभ दिशा क्या है, यहां जानें विस्तार से
  • आपके लिए फायदेमंद होंगे संपत्ति खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी बचाने के ये 10 कानूनी तरीकेआपके लिए फायदेमंद होंगे संपत्ति खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी बचाने के ये 10 कानूनी तरीके