नेम प्लेट या डोर प्लेट का मुख्य उद्देश्य घर की पहचान बताना होता है। हालांकि, नेम प्लेट एक सजावटी तत्व के रूप में भी काम कर सकती है, जो घर के मालिक की स्टाइल या पसंद को दर्शाती है। पंचतत्व के संस्थापक अभिषेक गोयल के मुताबिक, आजकल नेम प्लेट्स कई प्रकार की डिजाइन जैसे मॉडर्न, एब्सट्रैक्ट, कांसेप्ट आदि में उपलब्ध हैं। साथ ही ऐसी नेम प्लेट्स, जो किसी के धर्म से प्रेरित होती हैं और जिन्हें किसी भी भारतीय भाषा में कस्टमाइज किया जा सकता है। इन्हें दरवाजों पर लटकाया जा सकता है। इन्हें घर या सोसायटी के प्रवेश द्वार पर लगाया जा सकता है।
वास्तु शास्त्र और प्राचीन स्थापत्य विद्या, घर में कमरों के साथ घर में उपयोग में आने वाली वस्तुओं की सही जगह तय करने पर जोर देता है ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौहार्द बना रहे। साथ ही प्रकृति के 5 तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश का संतुलन प्राप्त किया जा सके। इस आर्टिकल में हम नेमप्लेट को वास्तु अनुसार लगाने के कुछ जरूरी टिप्स बता रहे हैं।
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नेमप्लेट वास्तु: त्वरित जानकारी
सर्वोत्तम दिशा | उत्तर या पूर्व |
इस दिशा में नेमप्लेट लगाने से बचें | दक्षिण या पश्चिम दिशा |
सर्वोत्तम स्थान | मुख्य द्वार पर या बगल की दीवार पर बायीं तरफ आकार |
ऊंचाई | दरवाजे के ऊपरी आधे भाग के बराबर |
सामग्री | लकड़ी, धातु, पीतल, ऐक्रेलिक या कोई अन्य टिकाऊ सामग्री |
रंग | सफेद, सुनहरा या पीतल वाला रंग |
आकार | नियमित आकार जैसे आयताकार, वर्गाकार या वृत्ताकार/अंडाकार |
रखरखाव | नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए नेमप्लेट को साफ रखें और कभी धूल न जमने दें |
नेमप्लेट की संख्या | मेनगेट के पास सिर्फ एक नेमप्लेट ही लगाएं |
वास्तु के अनुसार नेमप्लेट का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भी घर का मेनगेट विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यही वह स्थान होता है, जहां से सभी तरह की ऊर्जाएं घर के अंदर प्रवेश करती है और बाहर जाती है। नेमप्लेट घर के मालिक और बाहरी दुनिया के बीच पहला संपर्क बिंदु होता है। नेमप्लेट घर के मालिक की पहचान के रूप में काम करती है और नेमप्लेट पर लिखा नाम सकारात्मकता फैलाता है और एक स्वागतयोग्य प्रवेश द्वार का निर्माण करता है। घर के मुख्य द्वार पर नेमप्लेट लगाना आपके घर को वास्तु के अनुरूप बनाता है। यदि नेमप्लेट नहीं हो तो यह व्यक्ति के लिए अवसरों की खोज को कठिन बना सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर एक नेमप्लेट अवश्य होनी चाहिए, जो साफ-सुथरी, पढ़ने योग्य और आकर्षक होना चाहिए। यह भी जरूरी है कि नेमप्लेट के लिए सही सामग्री का चयन किया जाए, जिससे घर में सामंजस्य के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।
भारतीय संस्कृति में घरों के नामकरण का महत्व
जिस घर में कोई व्यक्ति निवास करता है, उसका नामकरण भारत की सांस्कृतिक और पारंपरिक परंपराओं का एक हिस्सा है। एक घर का नाम परिवार के मूल्यों और सांस्कृतिक विश्वासों को दर्शाता है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, घर का नामकरण परिवार के पूर्वजों को सम्मान देने और उनके आशीर्वाद को आमंत्रित करने का एक तरीका है। आमतौर पर, घर का नाम परिवार की परंपराओं, विरासत, रीतियों और स्थानीय भाषा का प्रतिबिंब माना जाता है। कई बार लोग भावनात्मक और आध्यात्मिक विश्वासों के आधार पर भी घर के सामने नेमप्लेट लगाते हैं।
वास्तु के अनुसार नेमप्लेट कहां लगानी चाहिए?
नेमप्लेट घर के बाहर और केवल वास्तु द्वारा सुझाए गए दिशाओं में ही लगानी चाहिए, ताकि सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सके।
- घर के लिए नेमप्लेट: वास्तु के अनुसार, स्वतंत्र घरों जैसे बंगलों और विला के लिए नेमप्लेट मुख्य मेनगेट या गेट की दीवार के पास उत्तर या पूर्व दिशा में लगानी चाहिए, क्योंकि ये दिशाएं शुभ मानी जाती हैं।
- अपार्टमेंट के लिए नेमप्लेट: अगर अपार्टमेंट हो तो नेमप्लेट मुख्य दरवाजे के पास या उससे सटी दीवार पर लगानी चाहिए। यदि जगह हो तो नेमप्लेट को बाईं ओर लगाना बेहतर माना गया है क्योंकि इससे समृद्धि, अवसर और शुभता आकर्षित होती है। इसे आंखों के लेवल पर लगाना उचित होता है। इस बात का ध्यान रखें कि नेमप्लेट लिफ्ट के ठीक सामने नहीं होनी चाहिए।
- ऑफिस के लिए नेमप्लेट: ऑफिस की नेमप्लेट ऑफिस के प्रवेश द्वार के दाहिने ओर लगाना चाहिए और यह पूर्व दिशा की ओर मुख वाली होना चाहिए।
नेमप्लेट लगाते समय इन दिशाओं से बचें
नेमप्लेट को दक्षिण या पश्चिम दिशा में लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
वास्तु के अनुसार नेम प्लेट का रंग
नेम प्लेट के रंगों को वास्तु के अनुसार, उसकी दिशा के हिसाब से चुना जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, पूर्व दिशा की ओर मुख वाला घर हो तो उसकी नेम प्लेट भूरे या हरे रंग की होनी चाहिए।
वास्तु के अनुसार, सफेद, सुनहरा या पीतल रंग की नेम प्लेट को शुभ माना जाता है, क्योंकि ये रंग शुद्धता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं। इसके अलावा लकड़ी जैसा भूरा, पीला, हरा, लाल और चांदी जैसे रंग भी वास्तु के अनुसार नेम प्लेट के लिए अच्छे माने जाते हैं।
जब आप नेम प्लेट का डिजाइन चुनें तो इस बात का ध्यान रखें कि नेम प्लेट का रंग घर के मुख्य द्वार से मेल खाता हो। यदि दरवाजा लकड़ी का हो तो वास्तु के अनुसार सफेद रंग की नेम प्लेट एक अच्छा ऑप्शन है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह समृद्धि और नए अवसरों को परिवार की ओर आकर्षित करता है। आप लकड़ी के मुख्य द्वार पर सुनहरी रंग की नेम प्लेट भी लगा सकते हैं, जो देखने में बहुत आकर्षक लगती है। प्रवेश द्वार के क्षेत्र को उचित लाइटिंग के साथ लगाकर और भी सकारात्मक ऊर्जा से भरा जा सकता है।
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नेम प्लेट के लिए वास्तु टिप्स
- एक ही प्रवेश द्वार पर ध्यान दें: वास्तु के अनुसार नेमप्लेट को घर के मुख्य द्वार या उस प्रवेश द्वार के पास लगाना चाहिए, जिसका सबसे ज्यादा उपयोग होता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा एक ही द्वार से प्रवेश करती है और वातावरण में समरसता बनी रहती है।
- उचित आकार की नेमप्लेट चुनें: नेमप्लेट इतनी बड़ी होनी चाहिए कि उस पर नाम, उपनाम या मकान नंबर आसानी से लिखा जा सके और वह एक-दो फीट की दूरी से पढ़ा जा सके। कठिन या जटिल फॉन्ट स्टाइल का उपयोग करने से बचना चाहिए। स्पष्टता बनाए रखने के लिए टेक्स्ट को दो पंक्तियों तक ही सीमित रखें।
- घर के प्रकार का ध्यान रखें: नेमप्लेट का सिलेक्शन संपत्ति के प्रकार के अनुसार करना चाहिए, चाहे वह फ्लैट हो, बंगला हो, फार्महाउस हो या स्वतंत्र मकान। स्वतंत्र मकान या फार्महाउस के लिए नेमप्लेट मुख्य गेट पर लगाई जानी चाहिए। यदि वह अपार्टमेंट, फ्लैट या पेंटहाउस है तो नेमप्लेट दरवाजे की साइड वॉल या मुख्य दरवाजे पर लगाई जा सकती है।
- दृश्यता और उचित ऊंचाई का ध्यान रखें: नेमप्लेट आंखों के स्तर पर या कम से कम घुटनों से ऊपर होनी चाहिए। नेमप्लेट को ऐसा निजीकरण दें कि वह न तो बहुत भारी लगे और न ही पढ़ने में कठिन हो। अच्छे फॉन्ट का चयन करें, जिससे नाम स्पष्ट और बोल्ड दिखे।
- नेमप्लेट प्रकाशवान होना चाहिए: मेन गेट के साथ-साथ नेमप्लेट भी अच्छी तरह रोशनी से युक्त होनी चाहिए। यदि लॉबी क्षेत्र में पर्याप्त प्रकाश नहीं है तो नेमप्लेट पर कोई भी वार्म कलर की एलईडी लाइट लगाकर उसे रोशन करें। लाल रंग की रोशनी से बचें।
- मेन गेट पर केवल एक नेमप्लेट लगाएं: एक साथ दो नेमप्लेट लगाने से ऊर्जा का टकराव हो सकता है, इसलिए मुख्य द्वार पर केवल एक ही नेमप्लेट लगाएं।
- नाम प्लेट के लिए सही सामग्री का चयन करें: नाम प्लेट यदि किसी विला या बंगलो के लिए है तो इसे हमेशा उच्च गुणवत्ता और जल प्रतिरोधी सामग्री का चयन करें, ताकि यह मानसून के मौसम में टिकाऊ रहे। मेन गेट अक्सर खोला और बंद किया जाता है, इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि नाम प्लेट मजबूत हो। दरअसल मेन गेट ज्यादा उपयोग में आता है तो यह जल्दी टूट सकता है। एक ऐसी नेम प्लेट और लेटरिंग सामग्री का उपयोग करें जो जल्द खराब न हो।
- अवरोधों से बचें: किसी भी ऐसी वस्तु से बचना चाहिए, जो नेमप्लेट के दृश्य को अवरुद्ध करती हो। इसी प्रकार नेमप्लेट को इस तरह से न रखें कि वह घर के प्रवेश मार्ग को अवरुद्ध या हस्तक्षेप करे। इस बात का ध्यान रखें कि पोल या पेड़ जैसी कोई वस्तु नाम प्लेट के दृश्य को न ढकें क्योंकि ये ऊर्जा के प्रवाह में हस्तक्षेप कर सकती हैं।
- नाम प्लेट को स्वच्छ और धूलमुक्त रखें: इस बात का ध्यान रखें कि नेमप्लेट नियमित रूप से साफ की जाए और धूल मुक्त रहे, ताकि धूल या मकड़ी के जाले के इकट्ठा होने से नकारात्मक ऊर्जा का संचय न हो। नेम प्लेट को नियमित रूप से पॉलिश करें ताकि यह चमकती रहे। यह सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट के पीछे छिपने के लिए कोई ऐसा सुराग न हो ताकि छिपकली या जानवर न छुप सके।
- टूटे हुए नाम प्लेट्स को बदलें: यदि नेम प्लेट में कोई दरारें हों तो उसे मरम्मत करें या बदलें। सुनिश्चित करें कि नाम प्लेट के अक्षर सुरक्षित हैं और यदि वे टूट जाएं तो उन्हें ठीक करें।
- नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने वाली वस्तुओं से बचें: नेम प्लेट के पास सफाई करने की वस्तुएं, इलेक्ट्रॉनिक आइटम या कोई भी अवरोधक न रखें। नुकीले या आक्रामक रूपों से बचें, जो सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बाधित करें।
- नेम प्लेट में सकारात्मक प्रतीक रखें: सकारात्मकता को बढ़ाने वाले ऐसे चित्र या प्रतीक को चुने जैसे ओम, स्वस्तिक आदि। नेम प्लेट पर जानवरों, पक्षियों आदि की ध्यान भंग करने वाली छवियां न रखें।
- संतुलित कस्टमाइजेशन का ध्यान रखें: नेम प्लेट में व्यक्तिगत तत्वों को शामिल करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे सकारात्मक ऊर्जा लाएं। ऐसे प्रतीक शामिल करें जो भौतिक समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और सफलता को दर्शाते हों। वास्तु और सौंदर्य दोनों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रतीकों के साथ अधिक न जाएं।
नेम प्लेट को पर्सनल टच देने के जरूरी टिप्स
आप अपने नेम प्लेट के डिजाइन को परिवार के सदस्य के रुचियों या किसी व्यक्ति के पेशे के आधार पर पर्सनल टच दे सकते हैं। पारंपरिक रूप से, लोग नेम प्लेट पर परिवार का उपनाम लिखते हैं। हालांकि, अब कई लोग पूर्ण नामों के साथ-साथ ‘आने वाले’ बच्चों और पालतू जानवरों के नाम भी जोड़ने लगे हैं, क्योंकि उन्हें भी परिवार का हिस्सा माना जाता है।
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नेम प्लेट लगाते समय इन बातों से बचना चाहिए
- इस बात का ध्यान रखें कि नेम प्लेट में अक्षर सही-सलामत हों, क्योंकि टूटे-फूटे अक्षर वास्तु के अनुसार अशुभ माने जाते हैं।
- नेम प्लेट किसी भी तरह से टूटी-फूटी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती है।
- नेम प्लेट पर जाले या धूल जमा न होने दें क्योंकि इससे ऊर्जा प्रवाह में रुकावट आ सकती है।
- मुख्य दरवाजे के पास नेम प्लेट लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसके आसपास कोई विद्युत उपकरण न हो। ऐसा इसलिए क्योंकि विद्युत उपकरण नेम प्लेट के ऊर्जा क्षेत्र में विघ्न डाल सकते हैं।
- दो नेम प्लेट एक-दूसरे के पास न रखें, क्योंकि इससे ऊर्जा का टकराव हो सकता है।
- दरवाजे पर घर का नाम नहीं खुदवाना चाहिए। घर का नाम दीवार, लकड़ी या पत्थर जैसी सामग्री से बनी नेम प्लेट पर खुदवाना चाहिए।
वास्तु के अनुसार नेमप्लेट सामग्री
वास्तु के अनुसार, नेम प्लेट के लिए ऐसी सामग्री का चयन करना चाहिए, जो संतुलित वातावरण को बढ़ावा दे। विभिन्न सामग्रियां विभिन्न प्रकार की ऊर्जा से जुड़ी होती हैं। यहां कुछ अच्छी सामग्रियां दी गई हैं, जो नेम प्लेट के लिए वास्तु के अनुसार उचित मानी जाती है –
- धातु: पीतल या स्टेनलेस स्टील मजबूत और टिकाऊ सामग्री मानी जाती हैं और ये काफी लोकप्रिय हैं। यह सामग्री सभी सकारात्मक ब्रह्मांडीय ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करती है। नेम प्लेट के लिए सागौन की सूकी लकड़ी का उपयोग किया जा सकता है। बजट फ्रेंडली ऑप्शन के लिए कमर्शियल MDF (मीडियम डेंसिटी फाइबर), प्लाईवुड, विनेयर और पाइनवुड आदर्श माने जाते हैं।
- लकड़ी: लकड़ी को एक शुभ सामग्री माना जाता है, जो स्थिरता का प्रतीक है। एक लकड़ी की नेम प्लेट घर के मेन गेट को गर्मजोशी से परिपूर्ण और सुरक्षित बना सकती है।
- एक्रिलिक या फाइबर: अपार्टमेंट्स के लिए सबसे सामान्य और बजट फ्रेंडली नेम प्लेट एक्रिलिक या फाइबर से तैयार की जा सकती है।
- कांच: आप नेम प्लेट डिजाइन करने के लिए कांच का चयन कर सकते हैं, क्योंकि कांच और शीशे को वास्तु के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने के रूप में माना जाता है।
- मल्टी-कंपाउंड नाम प्लेट्स: ये नेम प्लेट विभिन्न सामग्रियों का संयोजन होती हैं, जैसे लकड़ी, कांच, स्टील, टेराकोटा, पीतल आदि, जो आधुनिक होने के साथ-साथ ट्रेडिशनल लुक भी देती है।
- इको-फ्रेंडली सामग्री: जूट, कपड़ा, घास या नारियल जैसी टिकाऊ सामग्रियां और अन्य होम डेकोर आइटम्स से भी नेम प्लेट तैयार कर सकते हैं। आजकल नेम प्लेट के ऐसे डिजाइन काफी लोकप्रिय हैं।
वास्तु के अनुसार नेम प्लेट का आकार और रूप
नेम प्लेट विभिन्न आकारों में बनवाई जा सकती हैं, जैसे कि आयताकार, वर्गाकार, अंडाकार, गोलाकार, घर के आकार की और अन्य असमान आकार। इन नेम प्लेट पर डिजाइन के रूप में रूपांकित चित्र हो सकते हैं। नेम प्लेट पर देवताओं की छवियों के अलावा फूलों के डिजाइन, आकर्षक कालीग्राफी आदि के साथ फोटो भी डिजाइन किए जा सकते हैं।
घर के लिए नेम प्लेट पर क्या लिखें?
आमतौर पर परिवार का उपनाम नेम प्लेट पर लिखा जाता है। आजकल लोग नेम प्लेट पर सभी परिवार के सदस्यों के नाम भी लिखवाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, नेम प्लेट को स्टाइलिश लेकिन सरल रखना महत्वपूर्ण होता है। इसे बहुत सारे डिज़ाइनों, कालीग्राफी, उकेरे गए चित्रों और देवताओं की मूर्तियों से भरा हुआ न रखें। नेम प्लेट पर पतले, लहराते और पढ़ने में काफी ज्यादा कठिन फ़ॉन्ट्स का उपयोग करने से बचना चाहिए।
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घर के नेम प्लेट के लिए नाम
घर का नाम | अर्थ |
आलयम | इसका अर्थ है पूजा स्थल या निवास स्थान |
निवास | इसका अर्थ है शांतिपूर्ण शरणस्थल या निवास |
भवन | इसका मतलब है खुशी का घर |
आशीर्वाद | इसका अर्थ है दिव्य शक्ति से सुरक्षा |
आशियाना | इसका मतलब है एक सुरक्षित और आरामदायक घर |
समृद्धि | इसका अर्थ है जीवन में धन व संपदा की प्रचुरता |
घरौंदा | इसका मतलब है सुरक्षित घर या घोंसला |
मंज़िल | इसका मतलब है गंतव्य या लक्ष्य |
शांति निकेतन | इसका मतल है कि शांति का निवास |
स्वर्ण भवन | इसका मतलब है सोने जैसी आभा वाला घर |
कल्पना | मतलब |
प्रार्थना | प्रार्थना का मतलब |
आस्था | मतलब विश्वास |
विभिन्न भाषाओं में लोकप्रिय भारतीय घर के नाम
तमिल में घरों के नाम
तमिल में घर का नाम | अर्थ |
आनंद निलयम | इसका मतलब है महान आनंद का घर |
मगिज्ह्वागम | मतलब खुशियों का घर |
इरैयासी | इसका मतलब है कि भगवान के आशीर्वाद से घर की प्राप्ति |
अन्बुक्कुडिल | इसका मतलब है प्यार का घर |
संतोषम | इसका अर्थ है कि ऐसा घर जहां खुशी की प्राप्ति हो |
मलयालम में घरों के नाम
मलयालम में घरों के नाम | अर्थ |
कावेरी | एक नदी है |
इहिता | इसका अर्थ है इच्छा |
जटास्य | इसका अर्थ महासागर है |
अक्षय | इसका अर्थ शाश्वत है |
बंगाली में घरों के नाम
बंगाली भाषा में घरों के नाम | अर्थ |
शांति निकेतन | इसका मतलब है शांति का घर |
शुभाश्री | इसका अर्थ है शुभ चमक |
सुखोब्रिस्टी | इसका अर्थ है खुशियों की बारिश |
गीतांजलि | इसका अर्थ है गाने की पेशकश |
सोनार तारी | इसका अर्थ है सोने की नाव |
मराठी में घरों के नाम
मराठी में घरों के नाम | अर्थ |
सुखकर्ता | सुख देने वाला अर्थात सुख देने वाला |
मंगल निवास | इसका अर्थ है शुभ घर |
नीलकमल निवास | इसका अर्थ है नीले कमल जैसा घर |
नवरत्न | यानी नौ रत्न |
घर के नेम प्लेट के लिए नाम चुनते समय ध्यान में रखने योग्य तत्व
- परिवार की परंपराएं और व्यक्तिगत प्राथमिकताएं: नया घर चुनते समय सबसे पहला कारक, जिसका आमतौर पर लोग ध्यान में रखते हैं, वह परिवार की परंपराएं होती हैं। कोई भी व्यक्ति अपने परिवार के सदस्यों से बात कर सकता है ताकि उनके साझा मूल्य और आकांक्षाओं को समझ सके।
- सांस्कृतिक महत्व: घर का नाम जब चुना जाता है तो वह व्यक्ति की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से मेल खाता होना चाहिए, जो उसकी जड़ों और स्थानीय परंपराओं को दर्शाता है।
- वास्तु के अनुसार शुभता: वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ शब्द शुभ माने जाते हैं और वे सकारात्मक ऊर्जा, अच्छे भाग्य और समृद्धि लाते हैं। कोई व्यक्ति अपने घर का नाम तय करने के लिए किसी वास्तु और ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह ले सकता है, जो कुंडली के आधार पर हो।
इन वास्तु टिप्स को ध्यान में रखें
- घर का नाम सकारात्मक अर्थ वाला होना चाहिए, जो सकारात्मक ऊर्जा और खुशी को आमंत्रित करने में मदद करता है।
- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घर का नाम अद्वितीय हो और किसी भी पड़ोसी द्वारा उपयोग में न लाया गया हो।
- नेम प्लेट पर नाम ऐसे होना चाहिए, जो ऊर्जा को आकर्षित करता हो और वह परिवार के सभी सदस्यों के साथ मेल खाता हो।
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नेम प्लेट थीम विचार
आप घर में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने के लिए कुछ वास्तु आधारित थीम्स भी चुन सकते हैं। जो इस प्रकार हो सकते हैं –
- परिवार की तस्वीर को व्यक्तिगत रूप से सकारात्मक संदेशों के साथ जोड़ें जैसे घर में शांति और घर में खुशी से स्वागत करते हुए।
- नेम प्लेट में प्राकृतिक क्रिस्टल जैसे ऐमिथिस्ट या सिट्रीन को एम्बेड करें।
- नेम प्लेट फ्रेम्स में प्राकृतिक पत्थरों जैसे संगमरमर या ग्रेनाइट का कॉम्बिनेशन तैयार कर सकते हैं।
- नेम प्लेट में सॉफ्ट LED बैकलाइट्स इंस्टॉल करें ताकि लाइट के अलग-अलग ज्यामितीय पैटर्न के साथ एक रोचक थीम तैयार हो सके।
- शुभ प्रतीकों को शामिल करें, जो प्रकृति के 5 तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश का प्रतीक हो।
नेमप्लेट में समृद्धि और शुभकामनाओं के लिए वास्तु चिन्ह शामिल करें
नेमप्लेट में शुभ वास्तु प्रतीकों को उकेरने, उभारने या पेंटिंग के माध्यम से शामिल करें। इससे संबंधित कुछ आइडिया इस प्रकार है –
- गणेश: भगवान गणेश हिंदू धर्म में एक शुभ प्रतीक माने जाते हैं। आप नामपट्टिका पर गणेश की छवि उकेर सकते हैं, जो बाधाओं को समाप्त करने में मदद करेगा और शुभारंभ का प्रतीक होगा।
- लक्ष्मी चरण: भारत में कई लोग घर के प्रवेश द्वार पर लक्ष्मी के चरणों की छवि रखना शुभ मानते हैं, क्योंकि देवी लक्ष्मी धन और समृद्धि से जुड़ी हुई हैं। इस प्रतीक को नेमप्लेट में शामिल करने पर विचार करें।
- ॐ: ॐ का प्रतीक पवित्र माना जाता है और यह ब्रह्मांड की ध्वनि का प्रतीक है। आप शांति और सद्भाव लाने और नकारात्मकता को दूर रखने के लिए ॐ प्रतीक को शामिल कर सकते हैं।
- स्वास्तिक: स्वास्तिक एक शुभ वास्तु प्रतीक है, जो समृद्धि, अच्छे भाग्य और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का विश्वास किया जाता है।
- बुद्ध: बुद्ध शांति, बुद्धिमत्ता और समृद्धि का प्रतीक हैं। आप नेम प्लेट के डिजाइन में बुद्ध प्रतीक को शामिल करके अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत कर सकते हैं।
- श्री: नेम प्लेच डिजाइन में संस्कृत शब्द “श्री” को उकेरें, जो धन और समृद्धि को आकर्षित करने में सहायक होगा।
- कमल: भारत में कमल को एक शुभ फूल माना जाता है, जो पवित्रता, सुंदरता और विकास का प्रतीक है। घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए नेम प्लेट में कमल प्रतीक का डिजाइन बना सकते हैं।
वास्तु के अनुसार 20 नेम प्लेट डिजाइन: स्थान और रंग के सुझाव
#1. लकड़ी की पट्टिका के साथ नेम प्लेट
मॉर्डन नेम प्लेट डिजाइन, जो आमतौर पर लकड़ी की पट्टिकाओं से बनी होती है,हमेशा ट्रेंड में रहती हैं। आपकी पर्सनल नेम प्लेट आपके घर में एक व्यक्तिगत स्पर्श देती है। घर के डेकोरेशन के अनुसार पसंदीदा सामग्री का चयन करने के अलावा कोई भी अपनी नेम प्लेट को अपनी क्षेत्रीय भाषा में अनुकूलित करवा सकते हैं।
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#2. ट्रेडिशनल नेम प्लेट डिजाइन
धार्मिक विचारों से प्रेरित नेम प्लेट भी बहुत लोकप्रिय हैं। विभिन्न घर में आप धार्मिक प्रतीक या भगवान की छवियां जैसी नेम प्लेट भी उपयोग में ला सकते हैं। नीचे दी गई आकृतियां आमतौर पर घर मालिकों द्वारा सबसे अधिक पसंद की जाती हैं।
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#3. लकड़ी की नेम प्लेट्स
घर के लिए लकड़ी की नेम प्लेट डिजाइनों में ढेर सारे ऑप्शन उपलब्ध हैं, जो गहरे भूरे रंग से लेकर हल्के रंगों तक में हो सकते हैं। घर मालिकों को ऐसे लकड़ी के नेम प्लेट डिजाइन पसंद आते हैं, जहां विवरण उकेरे गए होते हैं।
लकड़ी की नेम प्लेट के अलावा आजकल लोग कांच, संगमरमर, ऐक्रेलिक, सिरेमिक, स्टील या पत्थर जैसी चीजों से बनी नेम प्लेट भी पसंद करते हैं।
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#4. DIY नेम प्लेट
क्रिएटिव नेम प्लेट डिजाइन या DIY ड्रॉइंग या कलात्मक कार्य भी उन लोगों के लिए एक ऑप्शन हो सकता है, जो रचनात्मक होना पसंद करते हैं या जो अपने घर के लिए महंगी नेम प्लेट पर बहुत सारा पैसा खर्च नहीं करना चाहते। आप नेम प्लेट डिज़ाइन करने के लिए कार्डबोर्ड जैसी सामग्रियों का उपयोग कर सकते हैं। आप नाम और घर का विवरण उकेरने के लिए एक सपाट पत्थर भी चुन सकते हैं और इसके लिए तेज वस्तु जैसे चाकू का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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आप एक लकड़ी के प्लायवुड का उपयोग करके एक रचनात्मक नेम प्लेट डिजाइन कर सकते हैं, जिसमें चित्र और ऐक्रेलिक रंगों से हाथ से पेंट की गई डिजाइन हो।
देखें: घर के गेट डिजाइन के बारे में सब कुछ
#5. ग्लास नेम प्लेट डिजाइन
घर की सजावट में ग्लास का उपयोग भी किया जा सकता है। यह घर की नेम प्लेट डिजाइन करने के लिए एक उत्तम ऑप्शन के रूप में कार्य करता है। हालांकि, यह एक नाजुक सामग्री है, इसलिए ग्लास नेम प्लेट को सावधानीपूर्वक संभालना चाहिए।
#6. संगमरमर नेम प्लेट डिज़ाइन्स
आपके घर के बाहरी हिस्से में एक भव्य आकर्षण जोड़ने के लिए आप मुख्य द्वार या सामने के प्रवेश द्वार के लिए संगमरमर नाम प्लेट डिज़ाइन्स चुन सकते हैं।
#7. ग्रेनाइट नेम प्लेट
ग्रेनाइट एक उत्कृष्ट सामग्री है, जिसे वास्तु के अनुसार घर की सजावट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। घर के प्रवेश द्वार के लिए आधुनिक ग्रेनाइट नेम प्लेट डिजाइन शानदार लगते हैं। यह सामग्री अपनी चमक के अलावा, प्रतिकूल मौसम का सामना कर सकती है और वर्षों तक टिक सकती है। इसके अलावा, ग्रेनाइट नेम प्लेट को साफ करना काफी ज्यादा आसान होता है और इसकी स्थिति को लंबे समय वैसा ही बनाए रख सके हैं, जैसा वो शुरुआती अवस्था में था। यह काफी ज्यादा किफायती भी होता है।
#8. स्टोन नेम प्लेट
पत्थर घर के बाहरी डिजाइन में एक देहाती आकर्षण लेकर आता है। नेम प्लेट के लिए पत्थर भी घर के प्रवेश द्वार को एक अनोखा रूप देता है।
#9. स्टील नेम प्लेट
यदि आप अपने घर के प्रवेश द्वार की सजावट में मेटल टच लाना चाहते हैं, तो स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल करें, जो बाहरी उपयोग के लिए आदर्श सामग्री है। मुख्य द्वार के लिए स्टील में कई नेम प्लेट डिज़ाइन उपलब्ध हैं। मुख्य द्वार के लिए स्टील की नेम प्लेट डिज़ाइन चुनते समय लक्जरी अपील लाने के लिए व्यक्तिगत डिज़ाइन ऑप्शन का सिलेक्शन कर सकते हैं।
#10. चारकोल शीट नेम प्लेट
टेक्सचर्ड चारकोल शीट एक लोकप्रिय सामग्री है, जिसे आधुनिक घरों के लिए नेम प्लेट डिज़ाइन करने में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक पीवीसी-आधारित सामग्री है, जो जल-रोधक होती है और इस प्रकार इसे घर के बाहर नेम प्लेट लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। चारकोल शीट नाम प्लेट्स कई डिज़ाइनों में उपलब्ध हैं, जो आपको अपनी व्यक्तिगत पसंद के अनुसार नेम प्लेट को कस्टमाइज करने का ऑप्शन देती हैं।
#11. सफेद नेम प्लेट और लकड़ी का बैकग्राउंड
यदि आप एक न्यूनतम और आकर्षक सजावट की तलाश में हैं तो स्पष्ट सफेद नेम प्लेट घर के प्रवेश द्वार के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है। अपनी पसंद के अनुसार आप ग्रे, देहाती दीवार या गहरे लकड़ी वाली बैकग्राउंड का चयन कर सकते हैं।
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#12. पारंपरिक, चमकदार धातु की नेम प्लेट
एक चमकदार धातु की नेम प्लेट आपके घर के प्रवेश द्वार को एक भव्य आकर्षण दे सकती है। बेहतर लुक के लिए इस धातु की नेम प्लेट को किसी ठोस या साधारण रंग की दीवार पर लगाएं।
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#13. साधारण आयताकार नेम प्लेट
अगर आप अपने घर के प्रवेश द्वार को एक सरल लेकिन आकर्षक रूप देना चाहते हैं, तो एक स्टैण्डर्ड आयताकार नेम प्लेट आदर्श विकल्प है। आप पसंदीदा फॉन्ट और रंग के साथ इसकी लुक को कस्टमाइज कर सकते हैं और किनारों पर छोटे पैनल्स भी जोड़ सकते हैं।
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#14. विंटेज नेम प्लेट
विंटेज स्टाइल की नेम प्लेट कभी फैशन से बाहर नहीं जाती। जटिल डिज़ाइनों या नक्काशी और नामों के लिए मोटे फॉन्ट्स का चयन करें। अक्षरों के लिए सुनहरा रंग एक आदर्श विकल्प है।
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#15. सिरेमिक नेमप्लेट
घर के प्रवेश द्वार के लिए शांत और सौम्य दृश्य आकर्षण के लिए फूलों की डिजाइन वाली सिरेमिक नेम प्लेट चुन सकते हैं।
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#16. हनीकॉम्ब स्टाइल नेम प्लेट डिजाइन
अपने घर के प्रवेश द्वार को एक अलग रूप देने के लिए हनीकॉम्ब स्टाइल की नेमप्लेट डिजाइन्स चुन सकते हैं।
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#17. सिंपल सर्कुलर नेम प्लेट
एक साधारण गोल नेम प्लेट का चुनाव करना भी एक शानदार ऑप्शन हो सकता है क्योंकि यह सकारात्मक और वास्तु-अनुकूल ऊर्जा लाता है और सुंदर दृश्य आकर्षण पैदा करता है।
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#18. राउंडेड रेक्टैंगल नेम प्लेट
गोल किनारों वाले आयताकार आकार की नेमप्लेट डिज़ाइन्स एक आकर्षक रूप देती हैं और वास्तु दिशा निर्देशों का पालन भी करती हैं।
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#19. क्रिएटिव वुडन ब्लॉक, रेक्टैंगलर नेम प्लेट
पारंपरिक नेमप्लेट डिज़ाइन्स में नयापन लाएं। ठोस लकड़ी के ब्लॉक वाली डिज़ाइन चुनें, जिसमें एक होल्डर हो, जहां आप फूल या अन्य सजावटी चीजें रख सकें।
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#20. गोल्डन लैटर्स वाली सिरेमिक नेम प्लेट
नेवी ब्लू रंग की सिरेमिक नेमप्लेट जिस पर गोल्डन फॉन्ट हो और वह संगमरमर का बैकग्राउंड लगा हो, आपके घर के प्रवेश द्वार का सौंदर्य और बढ़ा सकती है। आप इसमें ‘ॐ’ जैसे शुभ चिन्ह जोड़कर डिज़ाइन को और भी खास बना सकते हैं।
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Housing.com का पक्ष
नेमप्लेट सकारात्मक्ता का प्रतीक होती है और यह घर के मालिक की व्यक्तिगत शैली को दर्शाती है। वास्तु के अनुसार नेमप्लेट लगाना अनिवार्य माना गया है। हालांकि, इसमें कई तरह के डिजाइन, सामग्री, रंग आदि ऑप्शन होते हैं, जिनकी मदद से आप अपनी पसंद के अनुसार नेमप्लेट को व्यक्तिगत टच दे सकते हैं। लेकिन नेमप्लेट का चयन करते समय वास्तु दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए, ताकि अधिकतम लाभ मिल सके। अगर आप नया घर खरीद रहे हैं, तो उसमें प्रवेश करने से पहले नेमप्लेट रूर लगवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
नेम प्लेट कहां लगाई जाती है?
नेम प्लेट को दरवाजों पर या सोसाइटी या घर के प्रवेश द्वार पर लटकाया या चिपकाया जा सकता है।
नेम प्लेट पर क्या लिखा होता है?
आमतौर पर नेम प्लेट पर व्यक्ति का उपनाम लिखा जाता है। अब लोग पूरा नाम भी लिखने लगे हैं। आजकल कई घरों में पारिवारिक नाम के साथ सभी सदस्यों के नाम, यहां तक कि बच्चों के नाम भी लिखे जाते हैं।
नेम प्लेट क्या होती है?
घर की पहचान बताने के अलावा नेम प्लेट घर की साज-सज्जा को बढ़ाने और पहली छाप को अच्छा बनाने के लिए भी उपयोग की जाती है।
वास्तु के अनुसार कौन सी नेम प्लेट अच्छी होती है?
वास्तु के अनुसार, अगर दरवाजा उत्तर या पश्चिम दिशा में है तो धातु की नेम प्लेट लगाना शुभ होता है। अगर दरवाजा दक्षिण या पूर्व दिशा में है तो लकड़ी की नेम प्लेट का उपयोग करें।
नेम प्लेट के लिए कौन सी धातु सबसे अच्छी होती है?
स्टेनलेस स्टील नेम प्लेट के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है क्योंकि यह बेहद टिकाऊ होती है।
लकड़ी के दरवाजों के लिए कौन से रंग की नेम प्लेट सबसे अच्छी मानी जाती है?
लकड़ी के मेन गेट के लिए सफेद रंग की नेम प्लेट वास्तु में सबसे उपयुक्त मानी जाती है क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को आकर्षित करती है। इसके अलावा सुनहरे रंग की नेम प्लेट भी एक अच्छा ऑप्शन है क्योंकि यह आकर्षक लगती है और प्रकाश का प्रतीक मानी जाती है।
घर में नेम प्लेट क्यों जरूरी होती है?
वास्तु के अनुसार, अगर आपके घर के गेट पर नेम प्लेट नहीं है तो कई अवसर आपके जीवन से निकल सकते हैं। इसके अलावा नेम प्लेट आपके घर के प्रवेश द्वार को स्वागत योग्य बनाती है।
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