नेम प्लेट या डोर प्लेट घर की पहचान करने के उद्देश्य को पूरा करती है। हालांकि नेम प्लेट एक सजावटी तत्व के रूप में भी काम कर सकती है, जो घर के मालिक की शैली का बोध कराता है। पंचतत्व के संस्थापक अभिषेक गोयल कहते हैं, “आजकल नेम प्लेटें विभिन्न शैलियों में आती हैं, जैसे आधुनिक, अमूर्त, अवधारणा आधारित, साथ ही किसी के धर्म से प्रेरित नेम प्लेटें और ये किसी भी भारतीय भाषा में अपनी पसंद अनुसार बनाई जा सकती हैं। उसे दरवाजे पर या घर या सोसाइटी के प्रवेश द्वार पर लटकाया या चिपकाया जा सकता है।”
यह भी देखें: मुख्य द्वार /प्रवेश द्वार के लिए वास्तु शास्त्र टिप्स
नेम प्लेट के लिए वास्तु टिप्स
वास्तु के अनुसार घर का नाम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के नाम का मतलब सकारात्मक होना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने और परिवार के लिए खुशी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। घर में रहने वाले परिवार के सदस्यों को नाम से मिलने वाली ऊर्जा प्राप्त होनी चाहिए। ध्यान दें कि घर का नाम अनोखा हो और किसी पड़ोसी द्वारा इसका इस्तेमाल न हुआ हो।
लकड़ी या पत्थर जैसी सामग्री की नेम प्लेट पर घर का नाम लिखने पर विचार करें, जिसकी वास्तु शास्त्र में राय दी गई है। गेट पर घर का नाम न लिखें। घर का नाम दीवार पर लिखा होना चाहिए। गेट लाइट लगाकर क्षेत्र को अच्छी तरह से रोशन रखें। सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने के लिए आप ॐ या स्वास्तिक जैसे शुभ प्रतीक भी रख सकते हैं।
वास्तु के अनुसार नेम प्लेट का रंग
वास्तु के अनुसार, नेम प्लेट के रंग उसकी दिशा के मुताबिक चुनने चाहिए। उदाहरण के लिए पूरब की ओर मुख वाले घरों में भूरे या हरे रंग की नेम प्लेट होनी चाहिए।
नेम प्लेट चुनते समय यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि नेम प्लेट का रंग घर के मुख्य दरवाजे से मेल खाता हो। वास्तु के अनुसार, लकड़ी के मुख्य दरवाजे के लिए सफेद रंग की नेम प्लेट एक अच्छा विकल्प है क्योंकि माना जाता है कि यह परिवार के लिए समृद्धि और नए अवसरों को आकर्षित करती है। लकड़ी के मुख्य दरवाजे के लिए आप गोल्डन नेम प्लेट भी चुन सकते हैं। सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए प्रवेश क्षेत्र में उपयुक्त लाइटिंग लगवाकर उसे आकर्षक बनाया जा सकता है।
नेम प्लेट के लिए वास्तु टिप्स
वास्तु शास्त्र और ज्योतिष विशेषज्ञ जयश्री धामनी के अनुसार, घर के मालिकों को हमेशा नेम प्लेट लगानी चाहिए, क्योंकि यह माथे पर टीका के समान होती है।
धामनी सलाह देते हैं, “वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार, घर का मुख्य द्वार सिर्फ परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि ऊर्जा के लिए भी प्रवेश द्वार है। इसलिए, यदि आपके घर में नेम प्लेट नहीं है तो अवसरों के लिए आपके तक पहुँचने का रास्ता खोजना मुश्किल होगा। नेम प्लेट पढ़ने योग्य, स्पष्ट और आँखों को भाने वाली होनी चाहिए। सकारात्मकता और खुशहाली हेतु नेम प्लेट के लिए सही सामग्री चुनें। यदि दरवाजा उत्तर या पश्चिम दिशा में हो तो धातु की नेम प्लेट लगाएं। यदि दरवाजा दक्षिण या पूरब दिशा में हो तो लकड़ी की नेम प्लेट का प्रयोग करें। घर के प्रवेश द्वार को गणेश की तस्वीरों या मूर्तियों या ॐ या स्वास्तिक जैसे शुभ चिन्हों या कुछ श्लोकों से सजाना भी अच्छा है।”
लटकी हुई घंटियों, फूलों की डिज़ाइन या कलश वाली नेम प्लेट शुभ मानी जाती हैं।
घर के प्रवेश द्वार के लिए नेम प्लेट के कुछ आईडिया और टिप्स यहां दिए गए हैं:
- यदि जगह हो तो हमेशा मुख्य द्वार या उससे जुड़ी दीवार पर नेम प्लेट लगाएं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह समृद्धि, अवसरों और कल्याण को आकर्षित करती है।
- सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट किसी का नाम या उपनाम और घर का नंबर लिखने के लिए काफी बड़ी है और कम से कम एक या दो फुट दूर से पढ़ने लायक है।
- वास्तु के अनुसार, नेम प्लेट के लिए चुनी गई डिजाइन मुख्य दरवाजे के साथ अच्छी तरह मेल खानी चाहिए।
- मुख्य द्वार और नेम प्लेट अच्छी तरह से प्रकाश युक्त होनी चाहिए। यदि घर के लॉबी क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी नहीं है, तो किसी भी गर्म रंग की बाहरी एलईडी लाइट से नेम प्लेट को रौशन करें। लाल रंग की रौशनी से बचें।
- नेम प्लेट के लिए हमेशा अच्छी गुणवत्ता और वाटर प्रूफ सामग्री का चुनाव करें, खासकर विला या बंगला के लिए, ताकि यह सुनिश्चित हो जाए कि यह मानसून के मौसम का सामना कर सकेगा। पेंट भी कठोर प्राकृतिक वातावरण का सामना करने लायक होनी चाहिए। चूंकि मुख्य दरवाजा अक्सर खुलता और बंद होता रहता है, इसलिए सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट मजबूत हो, नहीं तो यह जल्दी टूट सकता है।
- नेम प्लेट के साथ लेटरिंग सामग्री का उपयोग करें जो जंग प्रतिरोधी हो।
- सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट को नियमित रूप से साफ किया जाए और वो धूल से मुक्त रहे।
घर के नेम प्लेट पर क्या लिखें?
आमतौर पर नेम प्लेट पर परिवार का उपनाम लिखा होता है। आजकल लोग नेम प्लेट पर परिवार के सभी सदस्यों के नाम भी लिख लेते हैं। वास्तु के दिशानिर्देशों के अनुसार, नेमप्लेट को स्टाइलिश लेकिन सरल रखना महत्वपूर्ण है। इसे बहुत अधिक डिजाइन, सुलेख, नक्काशी, और देवताओं की मूर्तियों से अव्यवस्थित न करें। ऐसे स्टाइलिश फॉन्ट का इस्तेमाल करने से बचें जो पतले, लहरदार और पढ़ने योग्य न हों।
घर के लिए नेम प्लेट: वास्तु के अनुसार नेम प्लेट की दिशा और स्थिति
- नेम प्लेट को मुख्य दरवाज़े के बायीं ओर लगाना चाहिए, क्योंकि यह अधिक शुभ माना जाता है।
- नेम प्लेट को दरवाजे के ऊपरी आधे हिस्से के बराबर ऊंचाई पर लगानी चाहिए।
- नेम प्लेट ठीक से लगी होनी चाहिए और उसे लटकता हुआ नहीं छोड़ना चाहिए।
- सुनिश्चित करें कि आपकी नेम प्लेट लिफ्ट के ठीक सामने नहीं है।
- नेम प्लेट दानेदार नहीं होनी चाहिए या उसमें कोई छेद नहीं होनी चाहिए।
वास्तु के अनुसार नेम प्लेट का क्या महत्व है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का प्रवेश द्वार एक विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह वह स्थान है जहां से ऊर्जा घर में प्रवेश करती है और घर से बाहर निकलती है। घर के एंट्रेंस पर नेम प्लेट लगाने से आपका घर वास्तु के हिसाब से होता है। नेमप्लेट न होने पर आपको अच्छे अवसर मिलने में दिक्कत हो सकती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर जो स्पष्ट, पढ़ने योग्य और आकर्षक नेम प्लेट होनी चाहिए। नेम प्लेट के लिए सही सामग्री का चयन करना भी बेहद जरूरी है ताकि घर में सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित किया जा सके।
वास्तु के अनुसार नेम प्लेट की सामग्री
अपार्टमेंट में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली और बजट में फिट होने वाली नेम प्लेट एक्रिलिक या फाइबर से बनी होती हैं। बड़े और इंडिपेंडेंट घरों और इमारतों के लिए साधारण साइनेज आमतौर पर कांच और स्टील से बने होते हैं। गोयल का कहना है कि हाथ से बनी साइनबोर्ड में प्रकृतिक आकर्षण होती है, जबकि फॉन्ट के रचनात्मक इस्तेमाल और लकड़ी के फिनिश वाले डिजाइनर नेम प्लेट शानदार अपील कर सकते हैं। गोयल आगे कहते हैं, “डिजाइनर और मल्टी-कंपाउंड नेम प्लेट लकड़ी, कांच, स्टील, टेराकोटा, पीतल, जूट, कपड़े, घास या नारियल जैसी विभिन्न सामग्रियों को मिलाकर बनाई जाती हैं। इन नेम प्लेट्स का खास बाजार है। अब विभिन्न सामग्रियों को मिलाकर एक अनोखा रूप देने का चलन है।”
नेम प्लेट बनाने के लिए सागौन की लकड़ी और रेलवे स्लीपर जैसी पुरानी लकड़ी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। बजट के अंदर विकल्पों के लिए वाणिज्यिक एमडीएफ (मध्यम घनत्व फाइबर), प्लाईवुड, लिबास और देवदार की लकड़ी आदर्श हैं। अलग-अलग पहले से बनी सिरेमिक अक्षरों का भी नेम प्लेट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि पत्थर, संगमरमर, दर्पण और गढ़ा लोहा अन्य सामान्य विकल्प हैं। आयताकार, वर्ग, अंडाकार, गोल, घर के आकार और अन्य अनियमित आकारों में भी कस्टम नेम प्लेट बना सकते हैं। नेम प्लेटों को रूपांकनों के साथ या देवी-देवताओं की छवियों के साथ उकेरा जा सकता है, या फूलों की डिजाइन, आंख को लुभाने वाली सुलेख आदि के साथ तस्वीरें हो सकती हैं।
घर के लिए नेम प्लेट: वैयक्तिकृत डिजाइन
गोयल कहते हैं कि आधुनिक समय में घर के मालिक वैयक्तिकृत नेम प्लेट पसंद करते हैं। नतीजतन, नेम प्लेट डिजाइन अक्सर थीम या परिवार के सदस्यों की रुचि, या किसी के पेशे आदि पर आधारित होते हैं। गोयल आगे विस्तार से बताते हैं, “परंपरागत रूप से, नेम प्लेट पर किसी का उपनाम लिखने का चलन रहा है। फिर लोगों ने अपना पूरा नाम लिखना शुरू कर दिया। अब लोग बच्चों सहित सभी सदस्यों के नाम के साथ अपने परिवार का नाम लिखते हैं। हाल में एक क्लाइंट ने अपने होने वाले बच्चे के नाम के लिए हमें नेम प्लेट पर एक खाली जगह छोड़ने के लिए कहा। लोग नेम प्लेट पर अपने पालतू जानवरों के नाम और तस्वीरें भी जोड़ते हैं, क्योंकि उन्हें परिवार का हिस्सा माना जाता है। बंगले, रो हाउस, विला और अपार्टमेंट के नामकरण के बढ़ते प्रचलन के साथ ये नाम भी नेम प्लेट पर अंकित हो जाते हैं। क्षेत्रीय भाषाओं की नेम प्लेट बहुत लोकप्रिय हो गई हैं।”
मुंबई की एक गृहिणी नेहा मेहता का कहना है कि अच्छा प्रभाव बनाने के लिए एक आकर्षक नेम प्लेट ज़रूरी है। नेहा कहती हैं, “मेरे घर पर नेम प्लेट कांच और कच्ची लकड़ी से बनी है, जिस पर सोने के अक्षरों में लिखा है और पीछे से रौशनी है। मेरा बेटा, जो बॉलीवुड फैन है, उसके कमरे के बाहर नेम प्लेट के रूप में चित्रित एक फिल्म क्लैपबोर्ड है और मेरी बेटी के कमरे के बाहर नेम प्लेट गुलाबी और सफेद रंग की है और उस पर फूल बने हैं।”
नेम प्लेट आपके घर में प्रवेश करते समय सबसे पहली चीज होगी जिसे कोई मेहमान नोटिस करेगा। एक घर के लिए नेम प्लेट एक अद्वितीय सजावट तत्व है, इसलिए आपको सावधानीपूर्वक उस डिज़ाइन का चयन करना चाहिए जो आपके पूरे घर की सजावट को सूट करती हो। चुनने के लिए कई तरह के डिज़ाइन हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि आप डिज़ाइन चुनते समय सभी वास्तु सिद्धांतों का पालन करते हैं।
घर के लिए इन खूबसूरत नेम प्लेट डिजाइन आईडिया देखें:
लकड़ी के बोर्ड से बने आधुनिक नेम प्लेट के डिजाइन हमेशा से चलन में रहे हैं। वैयक्तिकृत नेम प्लेट आपके घर को एक व्यक्तिगत अंदाज देती है। अपने घर की सजावट के आधार पर पसंदीदा सामग्री चुनने के अलावा आप अपनी क्षेत्रीय भाषा में नेमप्लेट कस्टमाइज़ करवा सकते हैं।
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पारंपरिक नेम प्लेट डिजाइन
धर्म से प्रेरित नेम प्लेट काफी लोकप्रिय हैं। घर के लिए विभिन्न नेम प्लेट आईडिया में से धार्मिक चिन्हों या भगवान के चित्र, जैसे कि नीचे वैयक्तिकृत नेम प्लेट पर दिखाया गया है, घर के मालिकों द्वारा सबसे डिमांड की जाती है।
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लकड़ी के नेम प्लेट
गहरे भूरे रंग से लेकर सूक्ष्म रंगों तक आप घर के लिए लकड़ी के नेम प्लेट डिज़ाइन में बहुत सारे विकल्प पा सकते हैं। घर के मालिक लकड़ी के नेम प्लेट डिज़ाइन को भी पसंद करते हैं जहाँ विवरण उकेरा जाता है।
लकड़ी के नेम प्लेट के अलावा आज लोगों द्वारा पसंद की जाने वाली अन्य सामग्रियां कांच, संगमरमर, एक्रिलिक, सिरेमिक, स्टील या पत्थर हैं।
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DIY नेम प्लेट: नेम प्लेट बनाने का तरीका
रचनात्मक नेम प्लेट डिज़ाइन या DIY चित्र या आर्टवर्क भी उन लोगों के लिए एक विकल्प के तौर पर उभर रहे हैं जो रचनात्मक होना पसंद करते हैं या अपने घर के लिए महंगी नेम प्लेट पर बहुत ज़्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं। आप नेम प्लेट को डिजाइन करने के लिए कार्डबोर्ड जैसी सामग्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाकू जैसी नुकीली चीज़ का इस्तेमाल करके नाम और घर के विवरण को एक सपाट पत्थर पर भी उकेर सकते हैं। बैकग्राउंड में रौशनी करना घर के लिए रचनात्मक नेम प्लेट का एक और उदाहरण है।
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आप ऐक्रेलिक रंग का इस्तेमाल करके चित्र और हाथ से पेंट किए गए डिज़ाइन के साथ एक रचनात्मक नेम प्लेट डिज़ाइन करने के लिए लकड़ी की प्लाईवुड सामग्री का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह भी देखें: हाउस गेट डिजाइन के बारे में सब कुछ
ग्लास नेम प्लेट डिजाइन
घर की सजावट में कांच प्रगतिशीलता जोड़ता है और घर की नेम प्लेट डिजाइन करने के लिए एक आदर्श विकल्प है। हालांकि यह एक नाजुक सामग्री है, इसलिए कांच की नेम प्लेट के साथ सावधानी बरतनी चाहिए।
मार्बल नेम प्लेट डिजाइन
अपने घर के बाहरी हिस्से को एक शानदार अपील देने के लिए आप अपने मुख्य द्वार या सामने के प्रवेश द्वार के लिए संगमरमर की नेम प्लेट डिजाइन चुन सकते हैं।
ग्रेनाइट नेम प्लेट
ग्रेनाइट एक उत्कृष्ट सामग्री है जिसका इस्तेमाल वास्तु के अनुसार घर की सजावट के लिए किया जा सकता है। घर के प्रवेश द्वार के लिए आधुनिक ग्रेनाइट नेम प्लेट डिजाइन आकर्षक लगते हैं। चमक के अलावा इसकी सामग्री अत्यधिक ख़राब मौसम का सामना कर सकती है और वर्षों तक चल सकती है। इसके अलावा, घर के लिए ग्रेनाइट नेम प्लेट इसकी आसान सफाई और रखरखाव के कारण उपयुक्त होने के साथ सस्ती भी है।
स्टोन नेम प्लेट
पत्थर घर के बाहरी डिजाइन के लिए इस्तेमाल किए जाने पर घर में देहाती अपील लाता है। नेम प्लेट के लिए भी पत्थर घर के प्रवेश द्वार को एक अनोखा रूप देता है।
स्टील नेम प्लेट
यदि आप अपने घर के प्रवेश द्वार की सजावट में धातु का अंदाज लाना चाहते हैं तो स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल करें जो कि बाहर के लिए एक आदर्श सामग्री है। मुख्य द्वार के लिए स्टील में बहुत सारे नेम प्लेट डिज़ाइन उपलब्ध हैं। एक शानदार अपील लाने के लिए मेन गेट हेतु स्टील में नेम प्लेट डिजाइन चुनने के लिए वैयक्तिकृत डिजाइनर विकल्पों की ओर जाएं।
नेम प्लेट वास्तु: लाइटिंग का महत्व
वास्तु के अनुसार, नेम प्लेट एरिया में अच्छी रौशनी आनी चाहिए। इस पर खराब रौशनी या छाया न पड़ने दें और यह सभी को स्पष्ट रूप से दिखाई देने और पढ़ने योग्य होना चाहिए। बिजली की कम खपत करने वाली एलईडी लाइटें या चमपकने वाले लैंप लगाएं।
नेम प्लेट वास्तु: इन चीजों से बचें
अपने घर के प्रवेश द्वार पर नेम प्लेट लगाते समय कुछ गलतियों से बचना जरूरी है जो सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह पर असर डाल सकती हैं। यहां कुछ चीजें हैं जिनसे आपको बिल्कुल बचना चाहिए:
- सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट कोई खंभा, पेड़ या किसी और चीज से आड़ न हो।
- नेम प्लेट के पास इलेक्ट्रॉनिक सामान नहीं होना चाहिए, क्योंकि वो ऊर्जा के प्रवाह में बाधा डाल सकता है।
- इसकी स्वच्छता और महत्व बनाए रखने के लिए सफाई में इस्तेमाल होने वाली चीजों को नेम प्लेट एरिया से दूर रखें।
- सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट फटी या टूटी हुई न हो, क्योंकि यह घर की सकारात्मक पहचान का प्रतीक है।
- नेम प्लेट पर जानवरों, पक्षियों, भगवान या ध्यान भटकाने वाली किसी भी चीज़ के चित्र न लगाएं।
- स्पष्टता और सुंदरता के लिए नेम प्लेट पर टेक्स्ट को दो पंक्तियों तक सीमित रखें।
- धूल, गंदगी, मकड़ी के जाले आदि से बचने के लिए नेम प्लेट को नियमित रूप से साफ करें।
- आसानी से पढ़ने योग्य फ़ॉन्ट का इस्तेमाल करें; बेहतर स्पष्टता के लिए जटिल या पढ़ने में कठिन फॉन्ट से बचें।
- कभी भी दो नेम प्लेट एक साथ न लगाएं, क्योंकि इससे ऊर्जा में भ्रम या टकराव पैदा हो सकता है।
- सुनिश्चित करें कि नेम प्लेट के पीछे छिपकलियों या जानवरों को रहने के लिए जगह न हो।
- ध्यान दें कि नेम प्लेट पर अक्षर टूटे न हों; वास्तु के अनुसार टूटे हुए अक्षर अशुभ माने जाते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आप नेम प्लेट कहां लगाते हैं?
नेम प्लेट दरवाजे पर या सोसायटी अथवा घर के प्रवेश द्वार पर लटकाया या चिपकाया जा सकता है।
नेम प्लेट पर क्या लिखा होता है?
सामान्य प्रचलन नेम प्लेट पर अपना उपनाम लिखने का है। लोगों ने अपना पूरा नाम भी लिखना शुरू कर दिया है। आजकल कई घर अपने परिवार का नाम और बच्चों सहित सभी सदस्यों के नाम लिखते हैं।
नेम प्लेट क्या है?
एक घर की पहचान के अलावा घर की सजावट को बढ़ाने और एक अच्छा पहला प्रभाव छोड़ने के लिए नेम प्लेट का इस्तेमाल किया जाता है।
वास्तु के अनुसार कौन सी नेम प्लेट अच्छी होती है?
वास्तु के अनुसार, अगर दरवाजा उत्तर या पश्चिम दिशा में है तो धातु की नेम प्लेट लगाने की सलाह दी जाती है। अगर दरवाजा दक्षिण या पूर्व दिशा में है तो लकड़ी की नेम प्लेट का इस्तेमाल करें।
नेम प्लेट के लिए कौन सी धातु बेस्ट है?
स्टेनलेस स्टील काफी टिकाऊ होने के कारण नेम प्लेट के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है।
लकड़ी के दरवाज़ों के लिए कौन सी रंग की नेम प्लेट बेस्ट है?
लकड़ी के मुख्य दरवाजों के लिए वास्तु में सफेद नेम प्लेट की सलाह दी जाती है क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को आकर्षित करती है। वैकल्पिक रूप से, सुनहरे रंग की नेम प्लेट भी एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह सुंदर दिखती है और रौशनी का प्रतीक है।
घर में नेम प्लेट क्यों जरूरी है?
वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, अगर आपके घर के गेट पर नेम प्लेट नहीं है, तो अवसर आपके हाथ से निकल सकते हैं। इसके अलावा, नेमप्लेट आपके घर के प्रवेश द्वार पर एक वेलकमिंग टच लाती है।