क्या मुमकिन है कि जो भी अपार्टमेंट बिक्री के लिए उपलब्ध हो, वह वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों पर खरा उतरता हो। जवाब है नहीं! तो घर खरीददारों को कैसे मालूम चलेगा कि कौन का घर खरीदना है और कौन सा नहीं।
वास्तु एक्सपर्ट्स का कहना है कि खरीदारों को वास्तु के सबसे अहम नियमों पर ध्यान देना चाहिए और निर्माण पहलुओं के लिए वैकल्पिक इंतजाम या सुधार करना चाहिए जो वास्तु के अनुरूप नहीं हैं। A2ZVastu.com के प्रोमोटर और सीईओ विकाश सेठी ने कहा, ”हमारे घर के विभिन्न एरिया की अरेंजमेंट वास्तु के मुताबिक होनी चाहिए। वरना यह उसमें रहने वालों के लिए मानसिक, शारीरिक और अन्य परेशानियां खड़ी कर सकता है। कम से कम एेसा घर लेना चाहिए जो 70-80% प्रतिशत वास्तु के अनुरूप हो।”
घर खरीदते वक्त वास्तु शास्त्र के इन नियमों का रखें ध्यान:
- एेसा घर चुनें जिसके चारों कोनों बरकरार हों यानी जिसका कोई भी कोना कटा हुआ न हो।
- सीढ़ियां हमेशा घड़ी की दिशा में घूमने वाली होनी चाहिए और नॉर्थ-ईस्ट दिशा में नहीं।
- किचन नॉर्थ-वेस्ट या साउथ-ईस्ट दिशा में होनी चाहिए। यह कभी नॉर्थ-ईस्ट में नहीं होनी चाहिेए।
- मास्टर बेडरूम साउथ-वेस्ट दिशा में होना चाहिेए। एेसा घर न लें, जिसमें यह साउथ-ईस्ट दिशा में हो।
- टॉयलेट नॉर्थ-वेस्ट दिशा में होना चाहिए, नॉर्थ-ईस्ट में नहीं।
वास्तु दोषों के लिए उपाय:
अरिहंत वास्तु के नरेंद्र जैन ने कहा कि कई तरह के वास्तु दोषों का निवारण हो सकता है।जैन ने कहा, ”दोषों का निवारण करने के लिए किसी तरह की तोड़फोड़ की जरूरत नहीं है। इसके अलावा गलत जगह बनाए गए टॉयलेट्स, किचन और सीढ़ियों की समस्या को भी ठीक किया जा सकता है। अगर वे नॉर्थ-ईस्ट दिशा में बनाए गए हैं या फिर घर की मेन एंट्रेंस साउथ/साउथ वेस्ट दिशा में है, तब भी।” कुछ गंभीर दोषों को पिरामिड या क्रिस्टल के जरिए ठीक किया जा सकता है। शीशे, रंग और विशेष धातु तार जैसे पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल व्यक्तिगत मामले के आधार पर सुधार के लिए भी किया जा सकता है। किसी गलत जगह को तोड़कर फिर से बनाया जा सकता है। लेकिन इसमें पैसा, समय और काफी परेशानियां खड़ी हो जाती हैं।
अगर घर के ऊपर से हाई वोल्टेज तार जा रहे हों तो यह भी वास्तु दोष है। ज्योतिष और अंक विज्ञान एक्सपर्ट गौरव मित्तल ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र के एक कोने से दूसरी तरफ एक प्लास्टिक का पाइप लगाएं, जिसमें चूना भरा हो। इसे एेसे लगाएं कि दोनों कोने तीन फुट बाहर रहें। इससे ऊपर जा रहे तारों से पैदा हो रहा नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाएगा। एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा कि मकान मालिकों को एेसे वास्तु दोषों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जिनके लिए ढांचे में बदलाव की जरूरत नहीं है। क्योंकि इन्हें आंतरिक बदलाव कर ठीक किया जा सकता है।
घर खरीदने के बाद इन वास्तु दोषों को आप ठीक कर सकते हैं:
- गलत दिशा में रखा गया फर्नीचर
- खराब रंग और फ्लोरिंग
- खाना पकाने वाली दिशा
- टॉयलेट बेसिन की दिशा
- पूजा घर की गलत दिशा