यदि आपका किरायेदार किराया नहीं दे रहा है तो क्या करें?
तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे और बढ़ते आईटी और वाणिज्यिक केंद्रों के साथ, कई शहरों में अपने कार्यस्थल के करीब किराए के घरों को चुनने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। … READ FULL STORY
तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे और बढ़ते आईटी और वाणिज्यिक केंद्रों के साथ, कई शहरों में अपने कार्यस्थल के करीब किराए के घरों को चुनने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। … READ FULL STORY
वसीयत एक कानूनी दस्तावेज है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति यह बता सकता है कि वह अपनी संपत्ति और संपत्ति को उसकी मृत्यु के बाद कैसे वितरित करना चाहता है। वसीयत लिखना फायदेमंद है क्योंकि … READ FULL STORY
कलकत्ता उच्च न्यायालय (एचसी) ने फैसला सुनाया है कि एक पत्नी अपने पति की सहमति के बिना अपने नाम पर पंजीकृत संपत्ति बेचती है, यह क्रूरता नहीं है। एमएस बनाम जेएनएस मामले में पति … READ FULL STORY
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) ने यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई), अब पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को एक उधारकर्ता की संपत्ति के दस्तावेज खोने पर 50.65 लाख रुपये का जुर्माना देने का निर्देश … READ FULL STORY
किसी संपत्ति का मालिक कौन है यह पूरी तरह से इस बात से निर्धारित होता है कि कागज पर मालिक कौन है – केवल संपत्ति पर कब्ज़ा होने से यह साबित नहीं होगा कि … READ FULL STORY
प्रॉपर्टी को बैनामा या सेल डीड के माध्यम से ही खरीदा या बेचा जा सकता। सेल डीड एक महत्वपूर्ण पेपर होता है और इसमें किसी भी तरह की कोई गलती चाहे वो जाने में … READ FULL STORY
एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट (EC) एक ऐसा कानूनी दस्तावेज़ है जो घर या संपत्ति खरीदार के कई सवालों के जवाब एक साथ दे सकता है। EC खरीदारों के कई सवालों का जवाब होता है. इसमें ये शामिल होता है: –कैसे सुनिश्चित करें कि जो प्रॉपर्टी आप खरीद रहे हैं उसे खरीदार ने बैंक को गिरवी नहीं रखा है? –जो शख्स आपको प्रॉपर्टी बेच रहा है क्या वो प्रॉपर्टी का असली मालिक है? –क्या आप जानते हैं कि जबसे प्रॉपर्टी बनी है, तब से लेकर अब तक वो कितने लोगों के पास रह चुकी है. एक खरीदार को इन सारे सवालों के जवाब एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट से मिलेंगे. यह उन दस्तावेजों में से एक है, जो खरीद को पूरा करने के लिए खरीदारों के लिए जरूरी हैं. या यूँ कह लीजिये की घर खरीदने से पहले प्रॉपर्टी का EC चेक कर लेना बेहद ज़रूरी है। एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट क्या है? ऑक्सफोर्ड लर्नर डिक्शनरी के मुताबिक एन्कम्ब्रन्स, एक संज्ञा, यानी एक व्यक्ति या वस्तु जो किसी को आसानी से या जो वो करना चाहते हैं, उससे … READ FULL STORY
September 15, 2023: एक महत्वपूर्ण मामले में दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा यह कहा गया कि वह महिला जो अपने पति से अधिक शिक्षित हो, और विवाह के समय नौकरी भी कर रही हो, उसे अपने … READ FULL STORY
अधिकांश लोग अतिरिक्त आय अर्जित करने के लिए व्यवसाय शुरू करने और अपनी आवासीय संपत्ति में एक गृह कार्यालय, एक क्लिनिक या ब्यूटी पार्लर स्थापित करने पर विचार करते हैं। इसके अलावा, उच्च किराये … READ FULL STORY
जब किसी सम्पत्ति को बेचा जाता है, तो उस सरकारी रिकार्डो में भी उस संपत्ति में हुए बदलाव का लेखा-जोखा बदला जाता है. सरकारी रिकार्डो में संपत्ति से सम्बंधित परिवर्तत की इस प्रक्रिया को … READ FULL STORY
पटना हाई कोर्ट ने कहा है कि दूसरी शादी पहली पत्नी के लिए प्रताड़ना ही मानी जाएगी, चाहे पहली पत्नी ने ख़ुद ही ऐसा करने की अनुमति पति को दी हो. अरून कुमार सिंह … READ FULL STORY
आज भारत में ज़मीन से सम्बन्धित फ्रॉड प्रमुख रूप से देखने को मिल रहे हैं. लोग अपने जीवन की पूरी कमाई फ़र्ज़ी कम्पनीज़ और जाली डीलर्स के चक्कर में आकर गवाँ बैठते हैं. आइये … READ FULL STORY
खतौनी खेत से या कृषि भूमि से सम्बन्धित एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जो इस बात का प्रमाण होता है कि अमुक कृषि भूमि का गाटा नम्बर क्या है, कृषि भूमि किस अमुक व्यक्ति के नाम दर्ज है, उस अमुक नम्बर में कितने सह खातेदार हैं, तथा उस अमुक नम्बर का कुल कितना क्षेत्रफल है. सामान्य भाषा में हम यह कह सकते है कि, खतौनी कृषि भूमि का वह प्रमाण पत्र है जो यह बताता है कि अमुक कृषि भूमि किस व्यक्ति की है तथा उसका सम्पूर्ण विश्लेषण उसमें दर्ज होता है। खतौनी चेक करते समय ध्यान रखने योग्य बातें आइये जानते है कि जब हम किसी खतौनी को चेक करने जाते है तो हमें किन-किन बातो का विशेष ध्यान रखना चाहिए: आधिकारिक वेबसाइट पर ही खतौनी को चेक करें सर्वप्रथम बात यह है कि जब भी हम किसी खतौनी को चेक करते है तो हमे आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है. अन्यथा सही की जगह गलत जानकारी या ठगी का शिकार भी आसानी से बनाया जा सकता है. सही जिले का करें चुनाव दूसरा महत्वपूर्ण कार्य यह है कि खतौनी चेक करते समय सही जिले का चुनाव करें, अन्यथा या तो आप को सही जानकारी नहीं मिलेगी या कोई जानकारी ही नहीं मिलेगी। … READ FULL STORY