कोरोना वायरस: महामारी के दौर में कैसे प्रॉपर्टी एजेंट्स ग्राहकों को लुभा सकते हैं

क्या आप प्रॉपर्टी कंसलटेंट/ब्रोकर/रियल्टर हैं? यह आपके बिजनेस के लिए कठिन समय है. हाउसिंग डॉट कॉम न्यूज आपको बताएगा कि कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए आप अपने क्लाइंट्स से जुड़कर डील फाइनल कर सकते हैं.

यह तो हर कोई जानता है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इकोनॉमी की रफ्तार के पहिए थम गए हैं. जिस सेक्टर पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है, उनमें से एक है रियल एस्टेट, जो भारत में एक अहम रोजगार प्रदाता भी है. पूरे देश में लॉकडाउन के कारण घर खरीदार और बड़े निवेशक डर गए हैं, जिससे जॉब मार्केट में अनिश्चितता का माहौल है. मार्केट में कैश की कमी हो चुकी है. लेकिन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट को कम कर होम लोन को अब तक का सबसे किफायती बना दिया है. थोड़ा मोलभाव निवेशकों को लुभा सकता है, जिनके पास मार्केट में निवेश करने के लिए पैसा पड़ा है. वह दोबारा मार्केट में आ सकता है. लेकिन उन तक पहुंचने के लिए आपको हर कदम पर टेक्नोलॉजी का सहारा लेना होगा. आइए आपको बताते हैं कि यह कैसे मुमकिन होगा.

कैसे क्लाइंट्स तक पहुंचें और उन्हें ट्रैक करें:

चूंकि ज्यादातर लोग घर पर ही हैं और घर से ही काम कर रहे हैं. इसलिए आप उनकी उपलब्धता का लाभ उठा सकते हैं.

चीजों का पता लगाने के लिए ऑनलाइन प्रॉपर्टी वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें:

अगर बिजनेस के लिए चीजें जुटाने के लिए आपको समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आप ऑनलाइन वेबसाइट्स जैसे हाउसिंग डॉट कॉम पर जाकर साइन अप कर सकते हैं. इससे आपको अनुकूल डील्स मिल जाएंगी, जहां से आप प्रॉपर्टी को लिस्ट कर अपने मेल बॉक्स में जानकारियां हासिल कर सकते हैं. चूंकि हर कोई घर में कैद सा है और ऑनलाइन ज्यादा वक्त बिता रहा है इसलिए मुमकिन है कि लोग प्रॉपर्टी पोर्टल्स पर सर्च कर रहे हों.

उन लोगों को कॉन्टैक्ट करें, जिन्होंने आपसे पहले संपर्क किया हो:

यही सही वक्त है, उन लोगों को दोबारा कॉन्टैक्ट करने का, जिनके साथ पिछले 6 महीने में अप्रत्याशित परिस्तिथियों के कारण डील नहीं हो पाई थी. उनसे आप उनके प्लान के बारे में चर्चा कर सकते हैं कि क्या वे मोलभाव या डिस्काउंट पर डील करना चाहेंगे. कई बिल्डर्स ऐसे भी हैं, जो रिफंडेबल टोकन मनी पर बुकिंग्स को मंजूर कर रहे हैं. आप उनके साथ किफायती कीमत पर फ्लैट बुकिंग के बारे में चर्चा कर सकते हैं, जो जब भी जरूरत पड़े कैंसल किया जा सकता है.

लिमिटेड-एडिशन डील्स को फैलाने के लिए मैसेजिंग एप्स का इस्तेमाल करें:

आजकल कई ऐसे सोशल मीडिया और मैसेजिंग एप्स हैं, जिन्हें हर वर्ग और उम्र के लोग इस्तेमाल कर रहे हैं. आप इनके नेटवर्क्स पर अपनी डील को प्रोमोट कर सकते हैं. क्लाइंट्स तक पहुंच के लिए वॉट्सऐप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, फेसबुक इत्यादि जैसे ऐप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. अपने पर्सनल सोशल मीडिया चैनल पर लुभावने ग्राफिक्स को शेयर करने के लिए आप Canva का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आप समझदार ऑडियंस को फॉलो करें और अगर आपके पास बजट है तो आप जानकारियां प्रोमोशनल स्ट्रैटजी के जरिए भी पा सकते हैं, जिसमें पेड विज्ञापन शामिल हैं. लेकिन यह भी ध्यान रखें कि इस महामारी में बहुत कम ही ऐसे लोग होंगे, जो रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट करना चाहते होंगे. इसका मतलब यह है कि जानकारियों की लागत आम दिनों की तुलना में कम होगी क्योंकि मार्केट में प्रतिद्वंदी कम होंगे और काफी लोग इन दिनों मार्केटिंग कैंपेन नहीं चला रहे होंगे. ग्राहकों की ओर से इन्क्वॉयरी काफी हो सकती हैं लेकिन उनमें से कितनी डील में तब्दील होंगी, यह आपके हाथ में नहीं है.

निजी रिश्ते बेहतर करने के लिए वीडियो कॉल करें:

टेक्नोलॉजी का धन्यवाद करें कि आप लोगों से फेस टू फेस बात कर सकते हैं वो भी घर बैठे ही. ऐसे आधुनिक मैसेजिंग एप्स का इस्तेमाल करें, जिनमें वीडियो कॉलिंग का फीचर हो. चाहे तो हैंगआउट मीट हो, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स हो या फिर जूम कॉल. ये सभी एप्स फॉर्मल मीटिंग्स के लिए इस्तेमाल होते हैं. अगर आपके क्लाइंट्स टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते तो आप फेसबुक मैसेंजर या वॉट्सऐप का भी सहारा ले सकते हैं. Google Duo भी ऐसा ही एक वीडियो कॉलिंग एप है, जिसमें साफ आवाज और अच्छी वीडियो क्वॉलिटी है. आप गूगल कैलेंडर पर मीटिंग का समय भी फिक्स कर सकते हैं, ताकि क्लाइंट को कॉल से पहले ही नोटिफिकेशन मिल जाए.

ठंडे दिमाग वाले क्लाइंट्स से करें बात:

यह एक अप्रत्याशित स्थिति है, जहां हर कोई घर पर है. इसका मतलब है कि उनके पास आपसे बात करने के लिए कम ही वक्त होगा. इसलिए ऐसे क्लाइंट्स को फोन करें, जो ठंडे दिमाग के हों. साथ ही जिन्होंने आपके साथ निवेश किया हो. उनसे रेफरल की मांग करें. सीधे मुद्दे पर न आएं, पहले थोड़ी बातचीत करें. उनसे आप मार्केट की स्थिति और भविष्य के ट्रेंड्स पर बात करें और बताएं कि अगर वे किसी का रेफरल देते हैं, जो रियल एस्टेट में निवेश का इच्छुक है तो यह बड़ी मदद होगी. यही वक्त है, जब आप कुछ क्षमतावान जानकारियों की एक सूची बना सकते हैं, जिनका इस्तेमाल आप सब कुछ सामान्य होने पर कर सकते हैं.

बताएं कि अभी निवेश के क्या फायदे हैं:

आपको आक्रामकता से नहीं बल्कि सकारात्मकता से अपनी बात रखनी है. चूंकि अभी हम लॉकडाउन से गुजर रहे हैं इसलिए जॉब मार्केट का मिजाज गड़बड़ाया हुआ है और नियमित आय भी प्रभावित हुई है. काफी लोग बिना किसी मालिकाना हक के अपना पैसा किसी संपत्ति में निवेश नहीं करेंगे. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सिर्फ इस बात पर जोर दें कि इस समय इन्वेस्टमेंट करने के क्या फायदे हैं. इसमें बेहतर डील्स, रेंट पर रहने के बजाय अपनी संपत्ति, अगर उपलब्ध है तो रिफंडेबल बुकिंग अमाउंट और सबसे अहम सस्ते होम लोन शामिल हैं. अपने क्लाइंट्स को आरबीआई की ताजा अनाउंसमेंट और कैसे रेपो रेट घटने से होम लोन सस्ता हो गया है, के बारे में बताएं.

क्लाइंट्स के लिए प्रॉपर्टी के विकल्पों को अनुकूल बनाएं:

अपने क्लाइंट्स के लिए प्रॉपर्टी के विकल्पों, प्रोजेक्ट्स और जगहों को शॉर्टलिस्ट करें, जिन पर आप फोकस करना चाहते हैं. आपको ऐसे प्रोजेक्ट्स को ध्यान में रखना है, जिनका बजट, लोकेशन अच्छी डील साबित हो सकती है. वीडियो कॉल में आप प्रोजेक्ट्स और जगहों की तुलना कर सकते हैं, जिससे उनको एक आइडिया मिल जाए कि क्यों उन्हें निवेश करना चाहिए. आप ऐसे बिल्डर्स पर भी फोकस कर सकते हैं, जो कीमतों में मोलभाव के लिए तैयार हैं और जो बुकिंग अमाउंट पर 100 फीसदी रिफंड भी ऑफर कर रहे हैं.

यह एक मुश्किल समय है, जिसने किरायेदारों को खुद के घर की अहमियत समझा दी है. आप उनको यह आइडिया दे सकते हैं लेकिन यह न सोचें कि सब कुछ बदल जाएगा क्योंकि आने वाले कुछ हफ्तों में भी कैश फ्लो शुरू नहीं होगा.

डिजिटल दुनिया में कैसे कराएं साइट विजिट

घर खरीददारी की प्रक्रिया में साइट विजिट एक अहम चीज है. ऐसी कई चीजें हैं, जिन्हें खरीददार और रियल्टर्स चेक करते हैं. उस बारे में उनसे चर्चा करें. लेकिन उस वक्त क्या होगा, जब असली साइट विजिट की जगह वर्चुअल टूर ले लेगा? सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों ने घर ग्राहकों के लिए खुद जाकर साइट विजिट करना असंभव बना दिया है. ऐसे में डिजिटल साइट विजिट को असली साइट विजिट जितना बेहतर बनाने के लिए आप ये काम कर सकते हैं:

वीडियो टूर बनाएं:

तस्वीरों की तुलना में वीडियो ज्यादा बेहतर माना जाता है. यही वजह है कि वीडियो टूर अब ज्यादा मशहूर है. आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप इसे क्लाइंट के लिए क्रिएट कर सकते हैं.

1. अगर आप बिल्डर प्रॉपर्टी में डीलिंग कर रहे हैं तो आप डेवेलपर से वीडियो टूर का सोर्स मंगवाकर क्लाइंट्स के साथ शेयर कर सकते हैं.

2. अगर आप रीसेल प्रॉपर्टीज में डील कर रहे हैं तो आप प्रॉपर्टी लोकेशन से ही क्लाइंट्स के लिए वीडियो वॉक कर सकते हैं. जिस घर को रेग्युलर साइट विजिट के लिए तैयार किया गया होगा, उसमें जाएं. सभी लाइट्स को स्विच ऑन करें और प्राकृतिक रोशनी को भी अंदर आने दें. तय कर लें कि पहले किस कमरे से शुरुआत करनी है. कॉल को घर के बाहर से शुरू करें और फिर अंदर जाएं.

3. अगर वीडियो टूर करना मुमकिन नहीं है तो आप स्मार्टफोन के कैमरे से 3डी फोटो खींचकर उसका स्लाइड शो भी बना सकते हैं. वीडियो भेजने के बजाए आप उसे यू-ट्यूब या Vimeo पर अपलोड कर उसका लिंक क्लाइंट को भेज सकते हैं.

4. अगर आप 3डी तस्वीरें नहीं खींच सकते तो बिल्डर से कहें कि वो किसी प्रोफेशनल की मदद से वीडियो बनवाकर दे. इसमें चमक लाने के लिए किसी तरह के इफेक्ट्स या फिल्टर का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे पूरी वीडियो आर्टिफिशियल लगेगी.

एक्सपर्ट्स की सलाह लें:

हाउसिंग डॉट कॉम जैसे ऑनलाइन प्रॉपर्टी पोर्टल्स को वर्चुअल और संवर्धित वास्तविकता का इस्तेमाल करके डिजिटल टूर बनाने में महारत हासिल है. इस बेहतरीन टेक्नोलॉजी की मदद से प्रस्तावित ग्राहक बिना साइट पर गए ही प्रॉपर्टी को बेहतर तरीके से देख सकता है. प्रॉपर्टी को वर्चुअल दिखाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इसे ग्राहक की ख्वाहिशों के अनुकूल बना सकते हैं. अगर घर में साज-सज्जा नहीं है तो आप उसे फर्नीचर और अप्लाइंसेज के साथ तैयार करा सकते हैं ताकि ग्राहक समझ सके कि उसके सपनों का घर कैसा लगेगा. इससे बिक्री के चांस और बढ़ जाएंगे. हमारे साथ संपर्क में रहिए और समझिए कि कैसे वर्चुअल टूर की जरूरतों को संतोषजनक बनाया जा सकता है.

सैंपल फ्लैट्स से आगे सोचें:

जब आप क्लाइंट को साइट विजिट के लिए ले जाते हैं तो वह आस-पड़ोस, कनेक्टिविटी, सोसाइटी, आसपास की सुविधाओं को भी देखता है. जब आप ग्राहक को वर्चुअल साइट विजिट कराएं तो उन सबके बारे में भी बताएं. आप अपने ग्राहक को यह समझाने में कामयाब हो सकते हैं कि यह फ्लैट/अपार्टमेंट उनके परिवार के लिए एकदम सही है. लेकिन आपको जगह के फायदे, रिहायशी सोसायटी में मौजूद सुविधाओं, आसपास के क्षेत्रों में सुविधाओं और कनेक्टिविटी पर भी चर्चा करनी चाहिए. इसके लिए आप गूगल अर्थ का इस्तेमाल कर अपनी स्क्रीन को उनके साथ शेयर कर सकते हैं ताकि ग्राहक प्रोजेक्ट साइट से जुड़ी हर बारीकी को समझ जाए. आसपास की जगहों जैसे मॉल, शॉपिंग सेंटर, मेट्रो स्टेशन इत्यादि तक जाने में कितना वक्त लगेगा, इस पर भी बात करें. इन जानकारियों को आप अपने वीडियो में डाल सकते हैं.

टोकन मनी:

वर्चुअल साइट विजिट होने के बाद आप क्लाइंट के साथ अगली बातचीत की उम्मीदें कर सकते हैं. यहां मोलभाव होंगे, जिसके लिए आपको सीमा तय करनी पड़ेगी. चूंकि डिमांड कम है इसलिए घर खरीददार ज्यादा मोलभाव की उम्मीद करेंगे. इस समय मार्केट में ज्यादा निवेशक और कॉम्पिटिशन भी नहीं है. लेकिन आपको उन्हें यह समझाना होगा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद मार्केट में ऐसे ग्राहकों की बाढ़ आ जाएगी, जिनका महामारी के दौर में किराये के घर में रहने का अनुभव बेहद कड़वा रहा है.

आप मोलभाव के चरण में डेवेलपर की तरफ से भी किसी को शामिल कर सकते हैं ताकि विश्वसनीयता और बढ़ जाए. इससे भरोसा और बढ़ेगा और ग्राहक सीधे बिल्डर से बात कर पाएगा.आप बिल्डर के दफ्तर में क्लाइंट को रजिस्टर कर सकते हैं. अगर आप कोई रीसेल यूनिट को बेच रहे हैं तो मालिक को जोड़ना भी अच्छा आइडिया है. इससे ज्यादा पारदर्शिता आएगी, खासकर जब हर चीज ऑनलाइन हो.

उनकी सहूलियत के लिए आप होम लोन एजेंट को भी शामिल कर सकते हैं, जो प्री-अप्रूव होम लोन एलिजिबिलिटी और अन्य औपचारिकताओं में उनकी मदद कर सके. चूंकि अधिकतर बैंकर्स घर से ही काम कर रहे हैं इसलिए अपने खरीदार को फैसले लेने में मदद करने के लिए होम लोन प्रदाता के साथ एक मीटिंग कराना आसान होगा.

अगर ग्राहक राजी हो जाता है तो आप बिल्डर को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट भेज सकते हैं और किसी भी ऑनलाइन तरीके से टोकन मनी के लिए अनुरोध कर सकते हैं. यूं तो NEFT और RTGS  अच्छी तरह काम कर रहे हैं फिर भी अगर राशि एक लाख रुपये से कम है तो आप यूपीआई पेमेंट जैसे गूगल पे पर भी विचार कर सकते हैं. टोकन मनी मिलने के बाद, आप मंजूरी के तौर पर रसीद भेज सकते हैं.

एक इच्छुक ग्राहक को ढूंढना फिलहाल मुश्किल हो सकता है लेकिन आर्थिक संकटों को कम करने के साथ-साथ आपको उनके लिए भी विचारशील होना चाहिए. कई डेवेलपर व बिल्डर्स ऐसे भी हैं जो आगे की रणनीति पर काम कर रहे हैं. वे जल्द ही महामारी खत्म होने के बाद ग्राहकों के लिए लुभावने अवसर लेकर आएंगे. आपको मार्केट की स्थिति को समझने के लिए अपने ही फील्ड में काम कर रहे लोगों के साथ बात करनी चाहिए कि कैसे आप जरूरतमंदों की मदद करने के लिए चीजों को बेहतर बना सकते हैं.

Was this article useful?
  • 😃 (0)
  • 😐 (0)
  • 😔 (0)

Recent Podcasts

  • आपके घर में सागौन की लकड़ी के मुख्य द्वार के 25 से ज़्यादा डिज़ाइन आईडियाआपके घर में सागौन की लकड़ी के मुख्य द्वार के 25 से ज़्यादा डिज़ाइन आईडिया
  • जोधपुर में घूमने के लायक 12 खूबसूरत जगहेंजोधपुर में घूमने के लायक 12 खूबसूरत जगहें
  • इस साल 2024 में मदर्स डे कब मनाया जाएगा? अपनी मां को क्या स्पेशल उपहार दें?इस साल 2024 में मदर्स डे कब मनाया जाएगा? अपनी मां को क्या स्पेशल उपहार दें?
  • त्रेहान ग्रुप ने राजस्थान के अलवर में आवासीय परियोजना शुरू की
  • हरित-प्रमाणित इमारत में घर क्यों खरीदें?
  • अभिनंदन लोढ़ा के घराने ने गोवा में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया