अगर पैसों की तंगी या दिलचस्पी न होने के कारण ग्राहक कोई प्रॉपर्टी डील रद्द कर दे तो डीलर का सारा वक्त, मेहनत और पैसा बेकार चला जाता है. ऐसे मामलों में आप इसकी संभावना को पूरी तरह तो खत्म नहीं कर सकते लेकिन प्रॉपर्टी मालिक कुछ सावधानियां बरत सकता है ताकि अंतिम वक्त पर प्रॉपर्टी डील रद्द होने की संभावना कम हो.
ग्राहक कब रद्द कर सकता है प्रॉपर्टी अग्रीमेंट?
प्रॉपर्टी की लेनदेन को लेकर जब दो पार्टियां एक समझौता करती हैं तो उन दोनों के बीच सेल अग्रीमेंट या फिर अग्रीमेंट टू सेल (इसे सेल डीड समझने की भूल न करें) होता है. इसमें समझौता पूरे होने की सारी शर्तें लिखी होती हैं. इस सेल अग्रीमेंट में ग्राहक को दो या तीन महीने का वक्त फंड्स का इंतजाम करने के लिए दिया जाता है, ताकि खरीद पूरी की जा सके. अगर डील नहीं हो पाती तो जो टोकन मनी ग्राहक प्रॉपर्टी खरीद के लिए विक्रेता को देता है, उसे जब्त कर लिया जाएगा. लेकिन अगर कुछ कारणों से डील पूरी नहीं हो पाती है तो बिक्री समझौते के नियम व शर्तों की कुछ रियायत ग्राहक को मिलनी चाहिए.
अगर बैंक ने होम लोन एप्लिकेशन रद्द कर दी तो…?
अगर घर खरीदने के लिए ग्राहक ने बैंक लोन का सहारा लिया है तो वह अग्रीमेंट के आकस्मिक खंड का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह कहते हुए कि डील का पूरा होना कर्जदाता द्वारा उसके लोन एप्लिकेशन को मंजूरी देने पर निर्भर होगा. बैंक विभिन्न कारणों से ग्राहक को नामंजूर कर सकता है, जिसमें उसकी पैसों को लेकर विश्वसनीयता और प्रॉपर्टी वैल्यूएशन से जुड़ी समस्याएं शामिल होती हैं.
अगर बैंक के प्रतिनिधियों की ओर से तकनीकी मूल्यांकन, उदाहरण के लिए, अगर उन्हें लगा कि प्रॉपर्टी की वैल्यू डील की वैल्यू से कम है तो कर्जदाता उनकी लोन एप्लिकेशन खारिज कर देगा.
क्या होगा अगर ग्राहक डाउन पेमेंट नहीं दे पाया?
अंतिम समय में फंड अरेंज करने में आने वाली रुकावटों के कारण भी डील खराब हो सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि ग्राहक उस बीच अपनी आय का साधन गंवा बैठे या फिर डाउन पेमेंट के लिए फंड का इंतजाम न कर पाए. अगर ग्राहक अपनी प्रॉपर्टी बेचकर इस प्रॉपर्टी को खरीदना चाहता है, ताकि वह उससे मिले पैसों से बिक्री समझौते को पूरा कर सके. ऐसे में हो सकता है कि वह डील को तय अवधि को पूरा न कर पाए, अगर डील में किसी भी कारण से देरी होती है. इन दोनों ही स्थितियों में, विक्रेता टोकन मनी को जब्त कर सकता है, लेकिन वह खरीदार के सौदा तोड़ने को लेकर मुकदमा नहीं कर सकता है.
प्रॉपर्टी की डील को फेल होने से कैसे बचाएं?
*आइए आपको कुछ तरीके बताते हैं, जिससे आप प्रॉपर्टी डील को फेल होने से बचा सकते हैं:
*अगर ग्राहक के पास प्री-अप्रूव लोन है तो तय अवधि के भीतर उसे अच्छी डील मिलने की संभावनाएं हैं. ग्राहक देखते वक्त इस पहलू को प्राथमिकता दें.
*अगर ग्राहक खरीद के लिए अपना खुद का फंड लगा रहा है, तो उसके फंडिंग के स्रोत की जांच करें. इसी के आधार पर आप ग्राहक के पैसों के इंतजाम करने की क्षमता का आकलन कर पाएंगे.
*हो सकता है ग्राहक यह क्लॉज भी जोड़ दे कि वह अन्य प्रस्तावित खरीदारों से भी बातचीत जारी रखेगा, ताकि अगर प्रॉपर्टी की डील अंतिम समय में रद्द हो जाती है तो उसे नुकसान न झेलना पड़े.
*विक्रेता को बिक्री समझौते की डिटेल्स पर काम करने के लिए किसी वकील को हायर करना चाहिए और उसे इस तरह से काम करना चाहिए कि टाइटल ग्राहक के हक में न हो.
*हमेशा बैकअप प्लान के साथ तैयार रहें. बिक्री खत्म होने तक हमेशा इच्छुक ग्राहकों की सूची तैयार रखें.
अगर प्रॉपर्टी की डील रद्द हो जाए तो क्या करें:
अगर ग्राहक डील तोड़ दे तो विक्रेता को अपनी बिक्री की रणनीति में तुरंत कुछ बदलाव कर देने चाहिए, ताकि लेनदेन पूरी हो जाए. ग्राहक ये काम कर सकता है:
अन्य ग्राहक: उन ग्राहकों की सूची को फिर देखें, जिन्होंने आपकी प्रॉपर्टी में दिलचस्पी दिखाई हो. आप उनके साथ फिर से मोलभाव करें. सबसे अहम, नए प्रस्तावित ग्राहक का यह भी सवाल हो सकता है कि पुरानी डील क्यों फेल हुई. उनके सवालों के जवाब देने को तैयार रहें ताकि वह यह न समझ बैठें कि प्रॉपर्टी में कोई कमी है.
बातों को फैलाएं: लेनदेन में कोई रियल एस्टेट एजेंट आपकी मदद कर सकता है. यह भी सलाह दी जाती है कि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को प्रॉपर्टी की बिक्री के बारे में बताएं, ताकि और खरीददार आएं.
डील को और लुभावना बनाएं: यह जरूरी है कि तुरंत ग्राहक ढूंढे जाएं. आप नए ग्राहकों को लेनदेन में कुछ डिस्काउंट दे सकते हैं. इस तरह से आपके खरीदारों का बेस बढ़ेगा.
गलतियों की कोई गुंजाइश न छोड़ें: इस बार प्लान में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश न छोड़ें. पिछली गलतियों से सीख लें. जमीनी नियमों से जुड़े रहें और अपने ग्राहकों की पहचान करें.
FAQs
क्या कोई विक्रेता प्रॉपर्टी डील रद्द कर सकता है?
अगर कोई विक्रेता प्रॉपर्टी की डील तोड़ता है तो ग्राहक कोर्ट में मुकदमा दर्ज कर सकता है.
विक्रेता कैसे यह सुनिश्चित करे कि ग्राहक के पास प्रॉपर्टी डील पूरी करने के लिए पैसे हैं?
विक्रेता यह देख सकता है कि क्या ग्राहक के पास प्री-अप्रूव लोन है. इससे ग्राहक की वित्तीय क्षमता के बारे में पता चल जाएगा. अगर ग्राहक प्रॉपर्टी खरीदने के लिए अपने खुद के फंड का इस्तेमाल कर रहा है तो विक्रेता को उसके फंड के स्रोत के बारे में इन्क्वॉयरी करनी चाहिए.