भूलेख यूपी” एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जिसका उपयोग उत्तर प्रदेश (यूपी) राज्य में भूमि रिकॉर्ड्स को ऑनलाइन देखने और प्रमाणित करने के लिए किया जाता है। यह प्लेटफ़ॉर्म भूमि के मालिकानों, किरायेदारों, खेतीबड़ी और अन्य संबंधित पार्टियों को उनकी संपत्ति के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह भूमि संपत्ति के लिए ऑनलाइन सेवाएँ प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और लोगों को आसानी से जमीन संबंधित जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।
यूपी भूलेख (UP Bhulekh) – क्या है लटेस्ट न्यूज
जैसा कि हम जानते हैं उत्तर प्रदेश में ₹5000 में प्रॉपर्टी ट्रांसफर योजना लागू की गई थी। हालिया खबरों की माने तो यह प्रॉपर्टी ट्रांसफर योजना अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दी गई है।
2 अगस्त: 2 अगस्त को साझा की गई न्यूज़ के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी काफी प्रसिद्ध प्रॉपर्टी ट्रांसफर की या फिर भूलेख यूपी ट्रांसफर के नाम से जाने वाली योजना की समय सीमा को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया। इस योजना के तहत आप अपनी प्रॉपर्टी के लिए महत्व ₹5000 का मामूली सा शुल्क देकर अपने ब्लड रिलेटिव को यह प्रॉपर्टी ट्रांसफर कर सकते हैं। यह योजना लोगों में काफी लोकप्रिय हुई और इसी लोकप्रियता को देखते हुए यूपी सरकार ने यह फैसला लिया है
Property Transfer Scheme (संपत्ति हस्तांतरण योजना) 6 महीने पहले ही शुरू की गई थी और इसके तहत अगर कोई प्रॉपर्टी पिता, बेटी, बेटे, मां, पति, पत्नी, बहू, सगे भाई, बहन, दामाद व पोते-पोतियों के नाम पर ट्रांसफर की जाती है, तो मात्र 5000 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा 1000 रुपये अतिरिक्त प्रोसेसिंग फीस भी लगेगी।
इससे पहले अगर आपको अपने किसी रिश्तेदार को प्रॉपर्टी ट्रांसफर करनी होती थी तो उस पर प्रॉपर्टी के बेसिक मूल्य पर 7% तक स्टांप ड्यूटी भी लगती थी।
Bhulekh UP का उद्देश्य
जैसा कि हम जानते हैं कि भूलेख शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला “भू” और दूसरा “लेख” जिसमें “भू” का अर्थ है भूमि, और “लेख” का अर्थ है अभिलेख। इस प्रकार, भूलेख यूपी का अर्थ है उत्तर प्रदेश राज्य में भूमि का अभिलेख।
उत्तर प्रदेश राज्य काफी बड़ा है और यहाँ कि जनसंख्या भी काफी है , Bhulekh UP की मदद से लोगों को नजदीकी तहसील या लेखपाल के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं, इससे समय भी बचता है और उनके जमीन के रिकॉर्ड और Bhulekh Naksha UP देखने आदि से संबंधित काम जल्दी हो जाता है।
इसके अलावा इस पोर्टल की मदद से सरकार के सभी तरह के कामकाज में पारदर्शिता भी आती है जिससे समय के साथ साथ इन सभी कामों से जुड़ा हुआ भ्रष्टाचार भी कम हुआ है, और लोग घर बैठे ऑनलाइन खसरा खतौनी देख रहे हैं।
भूलेखों का कंप्यूटरीकरण (computerisation of Bhulekh)
भूलेख वेब पोर्टल का निर्माण उत्तर प्रदेश के भूमि रिकार्ड को कंप्यूटरीकृत करने के लिए इस प्रकार किया गया है कि भू-अभिलेखों के प्रतिदिन की गतिविधियों को सुव्यवस्थित किया जा सके। भूलेख पोर्टल खतौनी के पूरे जीवन चक्र को बनाए रखता है। भूलेख डाटा एपीआई भू-अभिलेख डाटा का इंटरफ़ेस है जो अन्य एप्लीकेशन्स के साथ पारदर्शिता प्रदान करता है। कोई भी व्यक्ति भूलेख डाटा एपीआई के प्रयोग से भू-अभिलेख डाटा, भू-अभिलेख के मालिक की जानकारी, भू-अभिलेख की जानकारी इत्यादि देख सकता है । वेब आधारित भूमि दस्तावेज़ प्रणाली 2 मई 2016 से प्रारंभ हुई थी, जिसे राज्य की सभी तहसीलों में लागू कर दिया गया है।
भूलेख यूपी (UP Bhulekh) वेबसाइट पर उपलब्ध सेवाएं
- खतौनी (अधिकार अभिलेख) की नक़ल देखें (View Khatauni – Ownership Record)
- राजस्व ग्राम खतौनी का कोड जानें (Know Revenue Village Khatauni Code)
- भूखण्ड/गाटे का यूनीक कोड जानें (Know Parcel/Gate Unique Code)
- भूखण्ड/गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति जानें (Check Parcel/Gate Pending Cases)
- भूखण्ड/गाटे के विक्रय की स्थिति जानें (Check Parcel/Gate Sale Status)
- खतौनी अंश-निर्धारण की नक़ल देखें (View Khatauni Fractional Copy)
- राजस्व ग्राम सार्वजनिक सम्पति (Revenue Village Public Property)
- निष्क्रांत सम्पति (Exempted Property)
- शत्रु सम्पति (Enemy Property)
- राजकीय आस्थान (Government Place)
- यूपी भूलेख संपर्क विवरण (UP Bhulekh Contact Details)
भूलेख यूपी के दस्तावेजों के कम्पोनेंट (Components of Bhulekh UP Documents)
भूलेख यूपी (Bhulekh UP) के डॉक्युमेंट्स के चार प्रमुख कंपोनेंट होते हैं:
- खसरा नंबर: खसरा नंबर भूमि के संबंध में एक पहचान है जो भारतीय कृषि प्रणाली में उपयोग होती है। यह एक संख्यात्मक पहचान होती है जो एक खेतीबाड़ी भूमि को नक्शा पर दिखाती है। खसरा नंबर की मदद से भूमि की स्थिति, आकार, मालिकाना हक और कानूनी विवरण जैसी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह नंबर भूमि के विभाजन और पंजीकरण को सुविधाजनक बनाने में मदद करता है। खसरा नंबर ज़मीनी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है और उपयोगकर्ताओं को उपयोगी जानकारी प्रदान करने का कार्य करता है।
- खातौनी: खतौनी भूमि के संबंध में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो भूमि के मालिकाना हक, खेती, उपज, भूमि का प्रयोग और कर सम्बंधित जानकारी को शामिल करता है। खतौनी दस्तावेज ग्रामीण क्षेत्र में सभी जमीनों के लिए एकत्रित किया जाता है और इसका उपयोग सरकारी रिकॉर्ड के रूप में होता है। यह जमीनी मामलों को सुलझाने, कर भुगतान करने, और जमीन के संबंधित कानूनी मुद्दों को हल करने में मदद करता है।
- खेवट: यह एक प्रकार का खाता नंबर होता है जो परिवार एक सदस्यों के भूमि के अधिकार के रिकार्ड के लिए जारी किया जाता है।
- जमाबंदी नकल: जमाबंदी नकल महत्वपूर्ण दस्तावेज होती है जो भूलेख रिकॉर्ड का हिस्सा होता है। यह दस्तावेज भूमि के संपत्तिक मामलों की विवरणिका होती है जो मालिकाना हक, भूमि का उपयोग, पंजीकरण, उपज, उपयोगकर्ताओं की जानकारी, आदि शामिल करती है। जमाबंदी नकल भूमि के विवरण को सत्यापित करने, कानूनी मामलों में उपयोग करने, करों की गणना करने और संपत्ति व्यवस्था को सुनिश्चित करने में मदद करती है।
भूलेख नक्शा यूपी 2023 कैसे देखें और डाउनलोड करें? (How to view and download Bhulekh Naksha UP 2023?)
संपत्ति के मालिक अब अपने भूलेख और भू नक्शा यूपी को ऑनलाइन देख सकते हैं। आप www.upbhunaksha.gov.in पर लॉग इन करके भू नक्शा 2023 को देख सकते हैं और डाउनलोड कर सकते हैं।
यह भी देखें: भू नक्शा बिहार: बिहार में भूलेख भूमि का नक्शा ऑनलाइन कैसे जांचें?
यूपी भूलेख पर 2023 में कितने ज़िलों की भूमि जानकारी उपलब्ध है?
यूपी भूलेख पर निन्मलिखित ज़िलों की भूमि जानकारी उपलब्ध है:
- अमरोहा
- अमेठी
- अम्बेडकरनगर
- अयोध्या
- अलीगढ़
- आगरा
- आजमगढ
- इटावा
- उन्नाव
- एटा
- औरैया
- कन्नौज
- कानपुर देहात
- कानपुर नगर
- कासगंज
- कुशीनगर
- कौशाम्बी
- खीरी
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- गोंडा
- गौतम बुद्ध नगर
- चन्दौली
- चित्रकूट
- जालौन
- जौनपुर
- झांसी
- देवरिया
- पीलीभीत
- प्रतापगढ
- प्रयागराज
- फतेहपुर
- फर्रूखाबाद
- फिरोजाबाद
- बदायूँ
- बरेली
- बलरामपुर
- बलिया
- बस्ती
- बहराइच
- बागपत
- बाराबंकी
- बाँदा
- बिजनौर
- बुलन्द शहर
- भदोही
- मऊ
- मथुरा
- महाराजगंज
- महोबा
- मिर्जापुर
- मुजफफर नगर
- मुरादाबाद
- मेरठ
- मैनपुरी
- रामपुर
- रायबरेली
- लखनऊ
- ललितपुर
- वाराणसी
- शामली
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सन्तकबीर नगर
- सम्भल
- सहारनपुर
- सिद्धार्थनगर
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- सोनभद्र
- हमीरपुर
- हरदोई
- हाथरस
- हापुड़
उत्तर प्रदेश में भू नक्शा कैसे चेक करें? (How to check land map in Uttar Pradesh?)
स्टेप 1: इसके लिए सबसे पहले उत्तर प्रदेश भू नक्शा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
स्टेप 2: जरूरी जानकारियां जैसे राज्य, जिला, तहसील और गांव के नाम सिलेक्ट करें।
स्टेप 3: जमीन किस प्रकार की है, यह जानने के लिए सिर्फ ‘Show Land Type Details’ पर क्लिक करें। इससे आपको मालूम चल जाएगा कि जमीन बंजर है, अनुपजाऊ है, खेती की भूमि है या सरकारी जमीन है।
यूपी भू नक्शा पर जमीन के प्रकार की जानकारी (Land type information on UP Bhu Naksha)
जमीन किस प्रकार की है, यह मालूम करने के लिए ‘Land Type’ और दाईं ओर ‘Show Land Type Details’ पर क्लिक करें.
स्टेप 4: जिस भूमि के बारे में आप ज्यादा जानकारी चाहते हैं उस पर क्लिक करके जूम भी कर सकते हैं। जिसके बाद आपको भूमि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध हो जाएगी और जूम करने पर भू नक्शा भी साफ दिखाई देगा।
यह भी देखें: अलग-अलग राज्यों में भू नक्शा की जांच कैसे करें?
भू नक्शा के ऑनलाइन रिकॉर्ड के साथ यूपी में क्षेत्रों की सूची (List of areas in UP with online records of Bhu Naksha)
आगरा | झांसी |
अलीगढ़ | कन्नौज |
आंबेडकर नगर | कानपुर देहात |
अमेठी | कानपुर नगर |
अमरोहा | कासगंज |
औरैया | कौशांबी |
अयोध्या | खेरी |
आजमगढ़ | कुशीनगर |
बागपत | ललितपुर |
बहराइच | लखनऊ |
बलिया | महोबा |
बलरामपुर | महाराजगंज |
बांदा | मैनपुरी |
बाराबंकी | मथुरा |
बरेली | मऊ |
बस्ती | मेरठ |
बिजनौर | मिर्जापुर |
बदायूं | मुरादाबाद |
बुलंदशहर | मुजफ्फरनगर |
चंदौली | पीलीभीत |
चित्रकूट | प्रतापगढ़ |
देवरिया | प्रयागराज |
एटा | रायबरेली |
इटावा | रामपुर |
फर्रुखाबाद | सहारनपुर |
फतेहपुर | संभल |
फिरोजाबाद | संत कबीर नगर |
गौतम बुद्ध नगर | संत रविदास नगर (भदोही) |
गाजियाबाद | शाहजहांपुर |
गाजीपुर | शामली |
गोंडा | श्वावस्ती |
गोरखपुर | सिद्धार्थनगर |
हमीरपुर | सीतापुर |
हापुड़ | सोनभद्र |
हरदोई | सुल्तानपुर |
हाथरस | उन्नाव |
जालौन | वाराणसी |
जौनपुर |
यह भी देखें: जानिए IGRSUP पर दी जाने वाली स्टाम्प और पंजीकरण सेवाओं के बारे में ज़रूरी बातें
भू नक्शा यूपी का उपयोग करके खसरा और खतौनी कैसे जांचें? (How to check Khasra and Khatauni using Bhu Naksha UP?)
भू नक्शा यूपी (Bhu Naksha UP) का मुख्य उद्देश्य, उत्तर प्रदेश के किसानों और लोगों को उनकी भूमि की सीमाओं से संबंधित चिंताओं से मुक्त करना है। यह भारत को डिजिटल बनाने और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है। भू नक्शा यूपी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि एक व्यक्ति दिन के किसी भी समय कहीं से भी अपने भूमि मानचित्र विवरण की जांच कर सकता है। अपनी भूमि के खसरा और खतौनी के बारे में विवरण प्राप्त करने के लिए, आपको उत्तर प्रदेश भू नक्शा वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा और फिर अपना विवरण दर्ज करना होगा।
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भूलेख यूपी पर विवादित संपत्ति की जांच कैसे करें? (How to check disputed property on UP Bhulekh?)
स्टेप 1: सबसे पहले भूलेख यूपी की वेबसाईट पर जाएं। इसके बाद बाद होम स्क्रीन पर चार विकल्प दिखाई देंगे। उनमें से ‘भूखंड/ गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति जाने’ वाले विकल्प पर क्लिक करें।
स्टेप 2: इस विकल्प पर किलक करने के बाद आपको उत्तर प्रदेश के सभी जिलों, गांव एवं तहसीलों की लिस्ट मिल जाएगी।
स्टेप 3: इस लिस्ट में अपने जिले, तहसील एवं गांव का नाम दर्ज करें। इसके बाद आपको गाडा नंबर दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। गाटा नंबर दर्ज करते ही संपत्ति की पूरी जानकारी खुल जाएगी।
गाटा नंबर क्या होता है? (What is Gata number?)
गाटा नंबर भारतीय खेती और खसरा प्रणाली में उपयोग होता है। यह एक विशेष पहचानकर्ता नंबर होता है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन के अलग-अलग खेतों की पहचान के लिए प्रयुक्त किया जाता है। गाटा नंबर खेत की आकार, सीमाओं, मालिकाना विवरण, और उपयोग की जानकारी जैसे विवरणों को संकेतित करता है। यह खेती के व्यवसाय में महत्वपूर्ण उपकरण है जो जमीन के प्रबंधन और संरचना में सहायता प्रदान करता है।
भू नक्शा यूपी पर प्लॉट की वैधता की जांच करें (Check the validity of the plot on Bhu Naksha UP)
भू नक्शा के माध्यम से कोई भी व्यक्ति लोक कल्याण आदि के लिए सरकार द्वारा भूखंड की वैधता और उसके आवंटन को समझ सकता है।
भू नक्शा यूपी पर असली मालिक का पता लगाएं (Find real owner on bhu naksha UP)
यूपी भू नक्शा ज़मींदार का विवरण प्रदान करता है, जैसे कि उनका नाम, पता, आदि। आप मालिक के नाम का उपयोग करके भूमि का नक्शा देख सकते हैं।
भू नक्शा यूपी पर प्लॉट का साइज देखें (View plot size on Bhu Naksha UP)
भूखंड की सीमाओं और आकार को देखना / जांचना संभव है।
भू नक्शा यूपी पर पूरा रिकॉर्ड पाएं (Get Complete Records on Bhu Naksha UP)
आरओआर (अधिकारों का रिकॉर्ड) प्राप्त करें जिसमें हर वह जानकारी हो जिसकी आपको आवश्यकता होगी, जैसे कि मालिक का विवरण, उपकर का रिकॉर्ड, किराया, किरायेदार का विवरण, देनदारियां, आदि।
भू नक्शा यूपी पर समय की बचत करें (Save time on Bhu Naksha UP)
प्लॉट के रिकॉर्ड ऑनलाइन देखें। यह आपकी मेहनत को कम कर सकता है।
भू नक्शा यूपी के साथ संपत्ति धोखाधड़ी से बचें (Avoid Property Fraud with Bhu Naksha UP)
भू नक्शा यूपी वेबसाइट पर भूमि विवरण की जांच करके, संभावित खरीदार संपत्ति से संबंधित धोखाधड़ी की संभावनाओं से बच सकते हैं।
भू नक्शा यूपी पर वित्तीय सहायता प्राप्त करें (Get Financial Aid on Bhu Naksha UP)
भू नक्शा का उपयोग करके, किसान और अन्य लोग उल्लिखित नियमों और शर्तों के अनुसार बैंकों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
भू नक्शा यूपी का उपयोग कौन कर सकता है? (Who can use Bhu Naksha UP?)
भू नक्शा उपकरण उत्तर प्रदेश में भूमि का विवरण प्राप्त करने में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए उपलब्ध है। इसमें कोई शुल्क शामिल नहीं हैं। नक्शा विवरण चाहने वाला कोई भी नागरिक, भू नक्शा यूपी द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं से लाभ उठा सकता है। इसलिए, भूमि के मालिक के अलावा, विक्रेता, खरीदार, या ऋण देने वाले वित्तीय संस्थान, एजेंट, संपत्ति सलाहकार इत्यादि जैसे कोई भी व्यक्ति, भूमि के सटीक निर्देशांक देखने के लिए भू नक्शा यूपी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
भूलेख यूपी पोर्टल पर उपलब्ध अन्य सेवाएं (Other Services Available on Bhulekh UP Portal)
ऐसी कई सेवाएं हैं जो भूलेख यूपी नागरिकों को प्रदान करता है। इन सेवाओं का लाभ आप भूलेख यूपी के पोर्टल का उपयोग करके प्राप्त कर सकते हैं। सेवाओं की लिस्ट निम्नलिखित है:-
- जनसुनवाई पोर्टल
- वाड यूपी
- NVSP
- DILRMP
- IGRS
- यूपी राजस्व विभाग
यूपी भू नक्शा के बारे में पूछे जाने वाले सवाल (FAQ about Bhu Naksha UP)
भू नक्शा क्या है?
भू नक्शा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), भारत सरकार, द्वारा शुरू किए गए भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण के लिए भूमि कर संबंधी मैपिंग सॉफ्टवेयर है। भू नक्शा (भूमि का नक्शा) संपत्ति के स्वामित्व का रिकॉर्ड बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज है।
भू नक्शा: भू नक्शा यूपी चेक करना क्यों जरूरी है?
2018 में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने भारत में धोखाधड़ी, जालसाजी और धोखाधड़ी से जुड़े दस्तावेजों और संपत्ति से संबंधित अपराधों के 1,35,812 मामले दर्ज किए। इसलिए, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप किसी विवादित संपत्ति या संपत्ति को किसी ऐसे व्यक्ति से न खरीदें जो उसका मालिक नहीं है। रिकॉर्ड डिजिटल होने से आप यूपी भू नक्शा पोर्टल के माध्यम से प्लॉट की वैधता, उसकी सीमाओं आदि की जांच कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश राज्य में भूमि संबंधी अभिलेखों को ऑनलाइन जांचने की सुविधा भूमि अभिलेख विभाग (DLRS) द्वारा दी जाती है।
यह भी देखें: पंजाब भूमि रिकॉर्ड के बारे में वो सब कुछ जो आपको पता होना चाहिए
यूपी भू नक्शा की वेबसाइट क्या जानकारियां मुहैया कराती है?
प्लॉट के नक्शे के अलावा आपको खसरा, खतौनी, एक अन्य प्लॉट के मालिक का विवरण जिसे आप खरीदने की योजना बना रहे हैं और जमीन के इस्तेमाल का प्रकार.
वेबसाइट पर मैं भू नक्शा को कैसे डाउनलोड और प्रिंट कर सकता हूं?
जी हां आप भू नक्शा डाउनलोड कर सकते हैं और रेफरेंस के लिए उसका प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं.
अगर जरूरत पड़े तो संबंधित अधिकारियों से कैसे संपर्क कर सकता हूं?
आप 0522-2217145 पर कॉल कर सकते हैं या फिर bhulekh-up@gov.in पर ई-मेल भी कर सकते हैं.
अगर मैं अपने प्लॉट का भू नक्शा नहीं देख पा रहा हूं तो क्या करूं?
अगर आप अपनी जमीन का भू नक्शा नहीं देख पा रहे हैं तो आप इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें. हो सकता है कि कुछ रिकॉर्ड्स अब भी अपडेट की प्रक्रिया में हो और उसे वेबसाइट पर नजर आने में वक्त लगे.
क्या मोबाइल ऐप पर भी यूपी भू नक्शा उपलब्ध है?
प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर कई मोबाइल ऐप्स उपलब्ध हैं और इनकी मदद से आप यूपी भू नक्शा देख सकते हैं. चूंकि, इन्हें भारत सरकार या नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर ने लॉन्च नहीं किया है इसलिए थर्ड पार्टी ऐप्स पर कुछ बदलाव या अपडेट्स रिकॉर्ड हो भी सकते हैं और नहीं भी. इसलिए सलाह दी जाती है कि यूपी भू नक्शा देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें.
भू नक्शा से लिए गए प्रिंट आउट और मूल शीट मैप में थोड़ा अंतर क्यों होता है?
भू नक्शा डिजीटल डेटा पर निर्भर करता है। इसलिए, यह किसी भी जीआईएस सॉफ्टवेयर से निकले गए डिजीटल डेटा के प्रिंटआउट से ठीक से मेल खाएगा। डिजिटलीकरण के दौरान ग्लास टेबल टेस्ट की तरह उचित गुणवत्ता जांच की जानी चाहिए ताकि मूल शीट मैप और डिजिटाइज्ड डेटा एक दूसरे से मेल खा सके।
यह भी देखें: जानिए भूलेख यूपी के बारे में सब कुछ
क्या है यूपी जनसुनवाई और एंटी-भू माफिया पोर्टल?
यूपी में अवैध निर्माण और जमीन अतिक्रमण किस हद तक है, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता. अपराधी या तो अन्यों को सरकारी या प्राइवेट जमीन को बेच देते हैं या फिर किसी जमीन का सीमांकन कर उसे भोलेभाले लोगों को बेच देते हैं. ऐसे भी मामले हुए हैं, जहां अवैध निर्माण बाढ़ के मैदान में किए गए हैं. इसलिए जमीन की जानकारी भू नक्शा पर चेक करना बेहद जरूरी है. भूमाफिया के बढ़ते अपराध से निपटने और लोगों को मामलों की रिपोर्ट करने के लिए बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में एंटी भूमाफिया या एंटी लैंड माफिया पोर्टल लॉन्च किया था.
यूपी एंटी-भू माफिया पोर्टल
यह भी देखें: जानिए उत्तर प्रदेश जनसुनवाई-समाधान के बारे में ज़रूरी बातें
पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
भू नक्शा को डिजिटल क्यों किया गया?
सरकार ने नेशनल लैंड रिकॉर्ड्स मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम (NLRMP) लागू करने की योजना बनाई. यह ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग (DoLR) में भूमि रिकॉर्ड (सीएलआर) और राजस्व प्रशासन को मजबूत करने और भूमि रिकॉर्ड (एसआरए और यूएलआर) को समाहित करके किया गया. इसका मुख्य मकसद पारदर्शिता को बढ़ाना, लोगों की लैंड टाइटल को लेकर मदद करना और देशभर में भूमि विवादों के जोखिम को कम करना है.
भू नक्शा सॉफ्टवेयर किसने डेवेलप किया है?
भू नक्शा नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर द्वारा डेवेलप किया गया है. यह एक कैडस्ट्राल मैपिंग सॉफ्टवेयर है.
क्या भू नक्शा पर मौजूद नक्शे प्रिंट किए जा सकते हैं?
हां, किसी भी साइज में प्लॉट और गांव के नक्शे देखे, डाउनलोड और प्रिंट किए जा सकते हैं.
जमीन के मालिक का नाम कैसे पता करें?
भू नक्शा यूपी पोर्टल के माध्यम से भूमि का नक्शा खोजने की प्रक्रिया का पालन करें। मानचित्र से भूमि या भूखंड का चयन करें। आपको दायीं तरफ जमीन से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी, जिसमें खाताधारक और खसरा या खाता संख्या शामिल है।
Bhu naksha pdf कैसे डाउनलोड करें?
www.upbhunaksha.gov.in पोर्टल पर लॉग ऑन करें। प्रासंगिक विवरण प्रदान करके भूमि के नक्शे खोजने की प्रक्रिया का पालन करें। स्क्रीन पर नक्शा प्रदर्शित होने के बाद, दाईं ओर 'मानचित्र रिपोर्ट' पर क्लिक करें। आपको भू नक्शा के पीडीएफ संस्करण को डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा।