देश में आजकल स्टूडियो अपार्टमेंट का ट्रेंड काफी बढ़ गया है और ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर स्टुडियो अपार्टमेंट क्या होता है? दरअसल ये नए तरह के आवासीय स्थान हैं, जिन्हें आधुनिक वेस्टर्न आकर्षण के कारण ‘स्टूडियो अपार्टमेंट’ कहा जाता है। पिछले दो दशकों में भारत में इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, खासकर मुंबई जैसे शहरों में, जहां जगह की कमी के कारण बड़े आवासीय प्रोजेक्ट बनाने में दिक्कत आती है। ऐसे में स्टूडियो अपार्टमेंट एक नया समाधान बनकर उभरे हैं, छोटे लेकिन स्मार्ट तरीके से डिजाइन किए गए ये घर शहरों की बढ़ती हाउसिंग समस्या को आसान बनाते हैं।
स्टूडियो अपार्टमेंट बाकी फ्लैट्स से कैसे अलग होता है?
एक Reddit पोस्ट में किसी ने पूछा था, “क्या स्टूडियो अपार्टमेंट और एक ‘नॉर्मल’ अपार्टमेंट में कोई फर्क होता है? आखिर ‘स्टूडियो’ का मतलब क्या है?”
इस पर एक यूजर ने जवाब दिया – “स्टूडियो का मतलब होता है एक बड़ा कमरा। स्टूडियो अपार्टमेंट में अलग-अलग कमरे नहीं होते। यह एक ही बड़ा कमरा होता है, जिसमें आपका बिस्तर और किचन एरिया होता है। सिर्फ बाथरूम ही एक अलग कमरा होता है, जबकि एक या अधिक बेडरूम वाले अपार्टमेंट में किचन, लिविंग रूम, बाथरूम और बेडरूम अलग-अलग होते हैं।”
स्टूडियो अपार्टमेंट की बनावट
स्टूडियो अपार्टमेंट में एक ही जगह पर रहने, सोने, खाना बनाने और नहाने की सुविधा होती है। कई बार इसमें आंशिक दीवारें बनाई जाती हैं ताकि थोड़ी निजता बनी रहे। जैसे, अगर मेहमान घर आएं तो दीवार होने से आपका निजी हिस्सा कुछ हद तक अलग दिखाई दे सके।

स्टूडियो अपार्टमेंट का साइज क्या होता है?
स्टूडियो अपार्टमेंट को ‘इफिशिएंसी अपार्टमेंट’ भी कहा जाता है। इसका सिद्धांत होता है, कम जगह का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना। इसी वजह से इसमें दीवारों या कमरों की अलग-अलग सीमाएं बहुत कम होती हैं।
भारत में स्टूडियो अपार्टमेंट क्या होता है?
आमतौर पर इसमें एक ओपन फ्लोर प्लान (खुला लेआउट) होता है, लेकिन शहर या इलाके के हिसाब से इसका डिजाइन थोड़ा बदल सकता है। उदाहरण के लिए, एक कमरा और रसोई (1RK) वाला घर भी कई बार स्टूडियो अपार्टमेंट के रूप में बेचा जाता है, क्योंकि दोनों में कोई बहुत स्पष्ट फर्क नहीं होता। स्टूडियो अपार्टमेंट का आकार 250 से 700 वर्ग फुट तक हो सकता है। इसका साइज डेवलपर की ब्रांड वैल्यू, इलाके की मांग और लोकेशन जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
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स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमत कितनी होती है?
भारत में स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमत क्या होती है? स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमतें लोकेशन के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं। ये घर आमतौर पर शहरों में ही मिलते हैं, क्योंकि इन्हें शहरी खरीदारों को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। उभरते इलाकों में इसके ऑप्शन के रूप में 1RK (वन रूम-किचन) कॉन्फ़िगरेशन वाले फ्लैट भी लोकप्रिय हैं, जो किफायती दरों पर खरीदे जाते हैं। शहर के केंद्र या प्राइम लोकेशन में स्थित स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमत 1 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है, जबकि नए या विकासशील इलाकों में इसकी कीमत लगभग 25 लाख रुपए तक होती है।

कौन लोग स्टूडियो अपार्टमेंट में निवेश करने पर विचार करें?
किराएदारों और घर खरीदने वालों दोनों के बीच में स्टूडियो अपार्टमेंट आजकल काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं, क्योंकि ये अकेले रहने वाले या कामकाजी पेशेवरों के लिए सबसे उपयुक्त ऑप्शन माने जाते हैं। सीमित बजट के कारण छोटे परिवार भी अक्सर स्टूडियो अपार्टमेंट चुन लेते हैं। वहीं, जो लोग किराए से नियमित आय प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए भी स्टूडियो अपार्टमेंट एक अच्छा निवेश साबित हो सकता है। मुंबई, दिल्ली या बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में इन अपार्टमेंट्स पर किया गया निवेश बेहतर रिटर्न दिला सकता है।

स्टूडियो अपार्टमेंट और 1 BHK: जानें क्या है अंतर
| स्टुडियो अपार्टमेंट | 1 बीएचके | |
| लेआउट | ओपन फ्लोर प्लान | अलग से कमरे और स्थान |
| घर में स्पेस | एक कमरा, जिसमें सभी स्थान एकीकृत हैं | यहां अलग-अलग कमरे हैं- जैसे बेडरूम, किचन, डायनिंग रूम आदि। |
| प्राइवेसी | सब कुछ एक ही कमरे में होने के कारण प्रायवेसी बहुत कम या नहीं के बराबर होती है। | चूंकि यहां अलग कमरे हैं, इसलिए गोपनीयता बनी रहती है। |
| किराया | अन्य तरह के घरों की तुलना में कम होता है। | ये अधिक किराया मांग सकते हैं। |
| रखरखाव | चूंकि यह एक ही जगह है, इसलिए इसका रखरखाव आसान है, लेकिन इसमें अव्यवस्था की संभावना भी बनी रहती है। | इसमें साफ-सफाई और रखरखाव के लिए अधिक कमरे हैं। |
| किनके के लिए उपयुक्त | व्यक्तिगत या कपल्स के लिए | तीन लोगों का परिवार या युवा/वृद्ध जोड़े के लिए। |
स्टूडियो अपार्टमेंट और 1BHK का मतलब भले ही लोग एक जैसा समझ लें, लेकिन दोनों में बड़ा अंतर होता है। यहां दोनों के बीच का फर्क समझाया गया है। 1BHK फ्लैट में एक कमरा, एक रसोईघर, हॉल और बाथरूम अलग-अलग हिस्सों में बने होते हैं, यानी हर जगह की अपनी स्पष्ट सीमाएं होती हैं। वहीं स्टूडियो अपार्टमेंट का मतलब है कि एक ही बड़ा कमरा, जिसमें रहने वाला व्यक्ति उसी जगह पर सोने, खाने, काम करने और आराम करने की जगह खुद तय करता है। सीधे शब्दों में कहें तो 1BHK में दीवारें आपकी जगहें तय करती हैं, जबकि स्टूडियो अपार्टमेंट में आप खुद अपनी जगहें तय करते हैं।

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स्टूडियो अपार्टमेंट के फायदे क्या हैं?
भले ही स्टूडियो अपार्टमेंट आकार में छोटे होते हैं, लेकिन ये किराएदारों और मालिकों दोनों के लिए कई फायदे देते हैं।
- स्पेस का बेहतर उपयोग: स्टूडियो अपार्टमेंट में जगह का पूरा सदुपयोग होता है, इसलिए यह अविवाहित लोगों या नवविवाहित जोड़ों के लिए सबसे उपयुक्त ऑप्शन माना जाता है।
- कम बिजली और पानी का बिल: क्योंकि इसमें रहने की जगह सीमित होती है, इसलिए बिजली और पानी की खपत भी कम होती है।
- किफायती ऑप्शन: 1BHK जैसे बड़े घरों की तुलना में स्टूडियो अपार्टमेंट खरीदने और मेंटेन करने में सस्ते होते हैं, इसलिए ये पहली बार घर खरीदने वालों या निवेशकों के लिए आकर्षक ऑप्शन हैं।
- कम किराया, लेकिन ज्यादा डिमांड: आमतौर पर इनका किराया कम होता है, परंतु शहर के प्रमुख इलाकों में स्टूडियो अपार्टमेंट की मांग बहुत ज्यादा रहती है, जिससे किराए पर अच्छी आमदनी मिलती है। इन्हें शॉर्ट-टर्म रेंटल के रूप में भी आसानी से दिया जा सकता है।
- आसान रिनोवेशन: बाथरूम, किचन, दरवाजे या खिड़कियां बदलने जैसे काम जल्दी और कम खर्च में हो जाते हैं।
- आसान रीडेकोरेशन: सजावट या इंटीरियर में बदलाव करना भी सुविधाजनक और सस्ता होता है।
- खरीदना आसान: स्टूडियो अपार्टमेंट खरीदने के लिए ज्यादा बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती।
- बेहतर लोकेशन: ये आमतौर पर शहर के सेंट्रल एरिया में मिलते हैं, जहां से कनेक्टिविटी अच्छी होती है।
- कम मेंटेनेंस: छोटे आकार के कारण इनकी देखभाल और रखरखाव में भी बहुत कम मेहनत और खर्च लगता है।

स्टूडियो अपार्टमेंट की कमियां क्या हैं?
स्टूडियो अपार्टमेंट आजकल काफी लोकप्रिय हैं, लेकिन इनमें निवेश करने से पहले कुछ बातों पर जरूर विचार करना चाहिए।
- स्टूडियो अपार्टमेंट बड़े परिवारों के लिए उपयुक्त नहीं होता।
- इसमें जगह सीमित होती है और कमरों के बीच कोई स्पष्ट विभाजन नहीं होता।
- अतिरिक्त सामान रखने के लिए अलग स्टोरेज स्पेस की जरूरत पड़ती है।
- अगर मेहमान घर आएं, तो गोपनीयता (प्राइवेसी) की कमी महसूस होती है।
- जिन्हें खुली जगह पसंद है, वे इसमें खुद को बंधा हुआ महसूस कर सकते हैं।
- अगर आपके पास बहुत सारा फर्नीचर है, तो स्टूडियो अपार्टमेंट में उसे समेट पाना मुश्किल हो सकता है।

स्टूडियो अपार्टमेंट: जगह कैसे बांटे?
स्टूडियो अपार्टमेंट में रहना अपने आप में एक चुनौती है, क्योंकि पूरा घर सिर्फ एक ही कमरे में सिमटा होता है। ऐसे में अलग-अलग हिस्सों में थोड़ी निजता और जगह बनाना मुश्किल हो सकता है। लेकिन कुछ आसान तरीके अपनाकर इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
रूम डिवाइडर परदे
स्टूडियो अपार्टमेंट में रूम डिवाइडर परदे लगाना घर को बांटने का सबसे आसान तरीका है। आजकल बाजार में कई स्टाइलिश और थीम-बेस्ड पार्टिशन परदे मिलते हैं, जिन्हें आप अपने अपार्टमेंट के इंटीरियर से मैच करते हुए चुन सकते हैं।
स्लाइडिंग दरवाजे
स्लाइडिंग दरवाजे न सिर्फ देखने में आकर्षक लगते हैं, बल्कि स्टूडियो अपार्टमेंट में गोपनीयता का अहसास भी देते हैं। ये पारंपरिक दरवाजों की तरह जगह नहीं घेरते, जिससे स्पेस का बेहतर इस्तेमाल होता है।
फ्लोर-टू-सीलिंग बुकशेल्फ
स्टूडियो अपार्टमेंट में छत तक ऊंची बुकशेल्फ, जिसे दीवार से लंबवत रखा जाए, रहने की जगहों को अलग करने का एक कारगर तरीका है। इससे न सिर्फ स्टोरेज स्पेस बढ़ता है, बल्कि घर की सजावट में भी निखार आता है।
कांच या लकड़ी की स्क्रीन
अपने स्टूडियो अपार्टमेंट में कांच का पैनल या लकड़ी की स्क्रीन लगाने से कमरे में दृश्य रूप से अलग-अलग हिस्से बनेंगे और साथ ही सूरज की रोशनी घर के अंदर आसानी से पहुंचेगी रहेगी।
बिखराव से बचें
चूंकि स्टूडियो अपार्टमेंट में जगह को विभिन्न कार्यों के लिए बांटा गया है, इसलिए किसी भी तरह के अव्यवस्था से बचें। अव्यवस्था चलते-फिरते आपको रोक सकती है और जगह संकुचित लग सकती है, जिससे आरामदायक जीवन शैली बाधित हो जाएगी।
स्टूडियो अपार्टमेंट और रेंटल रिटर्न्स
जैसा कि पहले बताया गया है कि अगर आप रेंटल इनकम के बारे में सोच रहे हैं तो स्टूडियो अपार्टमेंट एक अच्छा ऑप्शन है। 1BHK या 2BHK यूनिट की तुलना में स्टूडियो अपार्टमेंट में निवेश करने के लिए आपको कम राशि की आवश्यकता होती है। हालांकि, रेंटल रिटर्न्स भी उसी अनुपात में होते हैं। टियर-1 या टियर-2 शहरों में एक स्टैंडर्ड स्टूडियो अपार्टमेंट के लिए आप लगभग 5,500 रुपए से 15,000 रुपए तक मासिक किराया उम्मीद कर सकते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि स्टूडियो अपार्टमेंट का किराया लोकलिटी और मार्केट की परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, मुंबई के बांद्रा में स्थित एक स्टूडियो अपार्टमेंट आपको काफी अधिक किराया दे सकता है। वहीं, छोटे शहरों में इस तरह के छोटे अपार्टमेंट्स की मार्केट उतनी सक्रिय नहीं होती।
दुनिया भर में स्टूडियो अपार्टमेंट
भारत में स्टूडियो अपार्टमेंट के रूप में जाने जाने वाले जगह बचाने वाले घरों को दुनिया भर में अन्य नामों से भी जाना जाता है। यहां एक सूची दी गई है –
| देश | स्टूडियो अपार्टमेंट के अन्य नाम |
| अर्जेंटीना | मोनोएम्बिएंटे |
| ब्राजील | क्विटिनेटे |
| कनाडा | बैचलर अपार्टमेंट/ बैचलर |
| चेक रिपब्लिक | गार्सोनिएरा |
| डेनमार्क | 1 værelses lejlighed |
| जर्मनी | Einzimmerwohnungen |
| इटली | मोनोलोकेल |
| जमैका | क्वाड्स |
| जापान | एक कमरे वाली हवेली |
| केन्या | बिस्तर पर बैठने वाला |
| न्यूजीलैंड | स्टुडियो कमरे |
| नाइजीरिया | कमरे वाले स्व-सम्पूर्ण अपार्टमेंट |
| उत्तर मैसेडोनिया | गार्सोन्जेरा |
| नॉर्वे | 1-roms leilighet |
| पुर्तगाल | टी-जीरो |
| पोलैंड | कवालेर्का |
| रोमानिया | गार्सोनिएरा |
| स्लोवाकिया | गार्सोनिएरा |
| दक्षिण कोरिया | ऑफिसटेल्स |
| स्वीडन | एटा |
| यूनाइटेड किंगडम | बेडसिट |
| संयुक्त राज्य अमेरिका | स्टूडियो अपार्टमेंट/ अलकोव स्टूडियो |
स्टूडियो अपार्टमेंट और रूम किचन के बीच अंतर
| स्टूडियो अपार्टमेंट | रूम किचन |
| स्टूडियो अपार्टमेंट में एक खुला कमरा होता है और रसोई घर भी इसका हिस्सा होता है। | आवास इकाई के एक भाग के रूप में एक कमरे के रसोई घर में एक अलग रसोई घर होता है। |
| यह एक मॉडर्न डिजाइन है। | पारंपरिक इकाइयां इस तरह बनाई जाती हैं। |
| ये आमतौर पर बड़े होते हैं। | ये आमतौर पर छोटे होते हैं. |
| इन्हें पेशेवर और दोहरी आय वाले जोड़ों द्वारा चुना जाता है। | इन्हें छात्र और बजट के प्रति सजग लोग चुनते हैं। |
स्टूडियो अपार्टमेंट: चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें
- बजट तय करें: रेसिडेंशियल यूनिट की कीमतें अलग-अलग हो सकती हैं, जो लोकेशन, प्रोजेक्ट के प्रकार और डेवलपर द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं पर निर्भर करती हैं। स्टूडियो अपार्टमेंट चुनने से पहले अपने बजट को निश्चित करना बेहतर होता है।
- रहने योग्य जगह की जांच करें: स्टूडियो अपार्टमेंट का अर्थ एक ऐसे प्रॉपर्टी से है, जिसमें एक ही कमरा होता है, इसलिए यह देखना जरूरी है कि कमरा पर्याप्त और आरामदायक है या नहीं।
- इंफ्रास्ट्रक्चर तक पहुंच सुनिश्चित करें: सुनिश्चित करें कि आसपास सुविधाएं जैसे कि किराने की दुकानें, शॉपिंग स्टोर्स, सुपरमार्केट और अन्य आधारभूत संरचनाएं मौजूद हों। यह भी जरूरी है कि कार्यस्थल या शैक्षणिक संस्थान आसानी से पहुंचने योग्य हों।
- सुविधाओं और विशेषताओं पर ध्यान दें: स्टूडियो अपार्टमेंट चुनने से पहले यह देखें कि यह कौन-कौन सी सुविधाएं प्रदान करता है। पूरी तरह से फर्निश्ड लक्जरी स्टूडियो अपार्टमेंट अधिक स्पेसियस होते हैं और फर्नीचर व उपकरणों से लैस होते हैं। साथ ही, वह अपार्टमेंट जो प्राकृतिक रोशनी को अंदर आने देता है, एक आदर्श ऑप्शन माना जाता है।
Housing.com का पक्ष
जब कोई व्यक्ति संपत्ति में निवेश करने का सोचता है और उसके पास सीमित निवेश की क्षमता होती है, तब स्टूडियो अपार्टमेंट एक उपयुक्त ऑप्शन साबित होता है। यह रियल एस्टेट में कदम रखने के लिए एक अच्छी शुरुआत है। इसके अलावा यह विशेष रूप से कामकाजी पेशेवरों, सिंगल व्यक्तियों या युवा विवाहित जोड़ों के लिए भी सिफारिश की जाती है, जो अपने कार्यस्थल के पास खुद की संपत्ति चाहते हैं और कम EMI का भार उठाना चाहते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
क्या भारत में स्टूडियो अपार्टमेंट महंगे हैं?
किसी भी अन्य प्रकार के अपार्टमेंट की तरह, स्टूडियो अपार्टमेंट की कीमत भी इसके लोकेशन, मांग, डिवेलपर का ब्रांड, कनेक्टिविटी और अन्य कारकों पर निर्भर करती है। शहर के केंद्रों में स्थित स्टुडियो अपार्टमेंट महंगे हो सकते हैं।
क्या स्टूडियो अपार्टमेंट और बैचलर पैड एक ही हैं?
बैचलर पैड उस रहने की जगह के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जो किसी अविवाहित व्यक्ति के पास हो।
क्या स्टूडियो फ्लैट से सस्ता होता है?
स्टूडियो अपार्टमेंट 1BHK, 2BHK या 3BHK फ्लैट्स की तुलना में अधिक किफायती होते हैं। यही कारण है कि यह अक्सर छात्रों और युवा पेशेवरों द्वारा पसंद किया जाता है। हालांकि, कुल लागत विभिन्न कारकों जैसे लोकेशन, क्षेत्रफल आदि पर निर्भर कर सकती है।
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